आरंभिक मार्जिन

मुख्यमंत्री स्वारोजगार योजना मध्यप्रदेश 2021 | ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया, पात्रता, लाभ | Mukhya Mantri Swarojgar Yojana Madhya Pradesh 2021
Mukhyamantri Swarojgar Yojana Madhya Pradesh मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई है | भारत सरकार बेरोजगारी का स्तर और गरीबी रेखा का स्तर कम करने के लिए विभिन्न योजना घोषित करते रहते है | इस लेख में हम मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जारी की हुई स्वरोजगार योजना 2021 के उदेश्य, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, लाभ के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे |
Mukhyamantri Swarojgar Yojana Madhya Pradesh (Highlight)
2.रजिस्टर करने के लिए वेबसाइट पर जाकर अपने कुशलता और रुचि के हिसाब से उद्योग चुनना होगा
3.उम्मीद्वार को अपना नाम, ईमेल, मोबाइल नं, पासवर्ड डालकर रजिस्टर करना होगा
4.अगर आपने रजिस्टर कर लिया है, तो यहा से लॉगिन करे
5.रजिस्टर करने के बाद आपको एक एप्लिकेशन नंबर दिया जाएगा, वह आपको याद रखना होगा
6.आवेदन पूर्ण या अपूर्ण की सूचना 15 दिन में उम्मीदवार को दी जाएगी
MP Mukhyamantri Swarojagar Yojana Application Status Check कैसे करें?
1.यहां पर आप अपना योजना नाम, मोबाइल नंबर, पासवर्ड डालकर लॉगिन हो सकते हैं
2.अपने रुचि और कुशलता के अनुसार व्यवसाय का IFS कोड यहा से ढूँढे
3.उम्मीद्वारों की जनरल प्रोजेक्ट रिपोर्ट सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग तैयार करेगी
मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना 2021 में दिये जाने वाला प्रशिक्षण
Mukhyamantri Swarojagar Yojana Madhya Pradesh 2021 में ऋण स्वीकृति एवं औद्योगिक विकास का प्रशिक्षण शासन आयोजित किया जाएगा | इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवार को प्रशिक्षण लेने की आवश्यकता नहीं होगी, लेकिन प्रशिक्षण की आवश्यकता के आधार पर उनकी व्यवस्था की जाएगी |
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना मध्य प्रदेश 2021 में दिये जाने वाली मार्जिन मनी और ऋण अदायगी
Mukhyamantri Swarojagar Yojana Madhya Pradesh 2021 में दिये जाने वाली मार्जिन मनी और ऋण अदायगी कुछ इस प्रकार है:
- सामान्य वर्ग हेतु परियोजना लागत पर उम्मीदवार को 15 प्रतिशत मार्जिन मनी की सहायता मिलेगी, शेष मार्जिन मनी उम्मीदवार को खुद जमा करवाना होगा
- बी.पी.एल। / अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / अन्य पिछड़ा वर्ग (क्रीमलेयर को छोड़कर) / महिला / अल्पसंख्यक / निःशक्तजन वर्ग हेतु परियोजना लागत पर 30 प्रतिशत मार्जिन मनी की सहायता मिलेगी (अधिकतम 2 लाख रुपये)
- विमुक्त घुमक्कड एवं अर्द्धघुमक्कड जनजाति वर्ग हेतु परियोजना लागत पर 30 प्रतिशत मार्जिन मनी की सहायता मिलेगी (अधिकतम 3 लाख रुपये)
- भोपाल गैस पीड़ित परिवार हेतु परियोजना लागत पर 20 प्रतिशत मार्जिन मनी की सहायता मिलेगी (अधिकतम 1 लाख रुपये)
- आरंभिक स्थगन की न्यूनतम अवधि 6 महिना होगी
- आरंभिक स्थगन के बाद, ऋण अदायगी 5 से 7 वर्ष तक होगी
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना मध्य प्रदेश 2021 के वित्तीय प्रवाह
Mukhyamantri Swarojagar Yojana 2021 के वित्तीय प्रवाह कुछ इस प्रकार है:
- मार्जिन मनी की ऋण स्वीकृति बैंक शाखा द्वारा क्लैम की जाएगी । इस हेतु के लिए विभागीय स्तर पर पूल अकाउंट खोला जाएगा, जिस में अग्रिम तौर पर राशि जमा की जाएगी |
- उम्मीदवार द्वारा ऋण भुगतान के बाद बैंक शाखा नोडल बैंक से त्रिमासिक आधार पर ब्याज क्लैम कर किया जाएगा
- बैंक शाखा ऋण गारंटी निधि योजना के अंतर्गत नोडल शाखा से गारंटी शुल्क प्राप्त कर सकती है |
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना मध्य प्रदेश 2021 के विविध
Mukhyamantri Swarojagar Yojana 2021 के विविध कुछ इस प्रकार है:
- मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना 2021 में उम्मीदवार भागीदारी भी कर सकेगा | शर्त सिर्फ यह है की भागीदार उम्मीद्वार के परिवार का सदस्य नहीं होना चाहिए|
- भागीदार को पात्रता की सारी शर्ते मंजुर होनी चाहिए|
- ऋण गारंटी निधि योजना (CGTMSE/CGFMU) के अंतर्गत समस्त राष्ट्रियकृत बैंक, निजी बैंक, सहकारी बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण विकास बैंक मान्य है|
- गलत या फर्जी जानकारी देकर तरीके से मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना 2021 का फायदा उठाने वाले उम्मीद्वार को सजा मिलेगी|
- उम्मीद्वार द्वारा व्याज या ऋण के भुगतान न करने पर दोषी करार किया जा सकता है | अगर ऐसा हुआ तो उन्हे यह योजना का लाभ मिलना बंध हो जाएगा और आगे की किसी भी योजनाओ का लाभ प्राप्त नहीं आरंभिक मार्जिन होगा|
- सूक्ष्म, लघु और मध्यम उध्यम विभाग Mukhyamantri Swarojagar Yojana 2021 के संशोधन के लिए सक्षम होगा|
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना एमपी 2021 हेल्पलाइन का संपर्क कैसे करे?
Mukhyamantri Swarojagar Yojana Madhya Pradesh का संपर्क करने के लिए
Customer Care No. 0755-6720200 / 0755-6720203
Email Id: [email protected]
Mukhyamantri Swarojagar Yojana Madhya Pradesh FAQ
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना मध्य प्रदेश कब चालू हुई थी?
Mukhyamantri Swarojgar Yojana Madhya आरंभिक मार्जिन Pradesh 1 अगस्त 2014 को चालू की गई थी|
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना मध्य प्रदेश 2021 का आवेदन कैसे करे?
Mukhyamantri Swarojagar Yojana का आवेदन मध्य प्रदेश सरकार की वेबसाइट से ऑनलाइन माध्यम द्वारा किया जाएगा|
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना मध्य प्रदेश 2021 में कितना लोन मिलता है?
Mukhyamantri Swarojagar Yojana MP 2021 में न्यूनतम 50 हज़ार रुपये से लेकर अधिकतम 10 लाख रुपये तक का लोन मिलता है|
मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना 2021 की आधिकारिक वेबसाइट क्या है?
Mukhyamantri Swarojagar Yojana 2021 की आधिकारिक वेबसाइट https://msme.mponline.gov.in/Portal/Services/msme2019/landing.html है|
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना मध्य प्रदेश 2021 किन-किन उद्योग को प्रोत्साहित करते है?
Madhya Pradesh Mukhyamantri Swarojagar Yojana 2021 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग, कुटीर एवं ग्रामोद्योग, मटिकला उद्योग, हस्तकला और हस्तशिल्प उद्योग, मध्य प्रदेश राज्य सरकारी अनु. जाती वित्त एवं विकास निगम, जनजातीय कार्य विभाग, आदिवासी वित्त एवं विकास निगम, पिछड़ा वर्ग एवं अल्प्संख्यक कल्याण विभाग, विमुक्त घुमक्कड एवं अर्द्धघुमक्कड जनजाति कल्याण विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, नगरीय विकास एवं आवास विभाग को प्रोत्साहित करती है|
mukhyamantri-swarojgar-yojana-madhya-pradesh 2021 में किन परियोजनाओ को प्राप्त नहीं होगी
समस्त प्रकार के वाहन, भैंस पालन, पशु पालन एवं कुक्कुट पालन संबधि परियोजनयों को पात्रता नहीं मिलेगी
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निष्कर्ष
मैं आशा करता हूं कि आपको मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा जारी की हुई Mukhya Mantri Swarojgar Yojana Madhya Pradesh 2021, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का आवेदन कैसे करे और स्वरोजगार योजना के लाभ के बारे में काफी जानकारी मिली होगी | अगर आपको कोई प्रश्न है तो आप नीचे कमेंट में ज़रूर बताए । मेरे ब्लॉग पर आपको हर सरकारी योजना की जानकारी मिलती रहेगी|
कितने पैसे मुझे कम बेचने के लिए एक निवेश खाते में चाहिए?
स्टॉक शॉर्ट बेचने का मतलब है कि एक ऐसा स्टॉक बेचना जो आपके पास नहीं है। चूंकि आप कुछ ऐसा बेच सकते हैं जो आपके पास नहीं है, लेकिन आपके पास ऐसा कुछ नहीं है, अगर आपको इसे कम बेचना है तो आपको स्टॉक उधार लेना होगा। यदि आप उधार लेते हैं, तो आपको अन्य चीजों के साथ ब्याज देना पड़ता है। जब आप पहली बार स्टॉक कम करते हैं, तो आपके खाते में पैसा होने के अलावा, यदि स्टॉक नीचे की बजाय ऊपर जाता है, तो आपको अतिरिक्त पैसा लगाना चाहिए। तो यह पैसा लगाने वाले निवेशक के लिए खेलने का खेल नहीं है।
कम बेचना
जब आप किसी स्टॉक को बेचते हैं, तो कीमत गिरने के बाद उसे वापस खरीदना लक्ष्य होता है। फिर आप इसे मालिक को वापस कर देते हैं। यद्यपि खरीद-बिक्री का आदेश अनैतिक है, लेकिन उच्च मूल्य पर बेचे गए शेयरों पर लाभ में कम कीमत पर स्टॉक खरीदना। यदि स्टॉक आपके खिलाफ चलता है और उच्चतर हो जाता है, तो आपको अंततः इसे उच्च मूल्य पर वापस खरीदना पड़ सकता है। चूंकि एक स्टॉक सैद्धांतिक रूप से असीमित कीमत तक बढ़ सकता है, स्टॉक को छोटा करने से पर्याप्त जोखिम हो सकता है। आपको जिस कीमत पर बेचा गया है, उससे अधिक कीमत पर आपको स्टॉक वापस खरीदना पड़ सकता है। इस जोखिम को कम करने में मदद करने के लिए, यदि आप स्टॉक कम बेचना चाहते हैं तो फर्मों को आपके खाते में कम से कम कुछ पैसा होना चाहिए।
आरंभिक अंतर
यदि आप मार्जिन पर स्टॉक खरीदने जा रहे हैं, या 2,000 से कम स्टॉक के मूल्य का 100 प्रतिशत है, तो वित्तीय उद्योग नियामक प्राधिकरण को आपके खाते में कम से कम $ 2,000 होना आवश्यक है। चूंकि किसी स्टॉक को शॉर्ट करने के लिए मार्जिन खाते की आवश्यकता होती है, यह न्यूनतम मार्जिन आवश्यकता के साथ ही कम बिक्री पर भी लागू होती है। चार्ल्स श्वाब और निष्ठा सहित कई फर्मों, यदि आप एक शेयर कम बेचना चाहते हैं तो आपको अपने खाते में कम से कम $ 5,000 की आवश्यकता होगी। जब आप किसी स्टॉक को छोटा करते हैं, तो मार्जिन की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आप बिक्री की आय का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन आपको खाते में नकदी रखना चाहिए।
रखरखाव मार्जिन
हर समय, एफआईएनआरए के लिए आवश्यक है कि आपके पास अपने खाते में नकदी में शॉर्ट स्टॉक के मूल्य का कम से कम 25 प्रतिशत हो। उदाहरण के लिए, यदि आपके पास 100 के स्टॉक में $ 20 प्रति शेयर कम है और यह $ 30 तक जाता है, तो आपके पास कम से कम $ 750 के खाते में नकदी होनी चाहिए। कुछ कंपनियों को रखरखाव मार्जिन में 40 प्रतिशत की आवश्यकता होती है, इस स्थिति में आपको इस उदाहरण में नकद इक्विटी में $ 1,200 की आवश्यकता होगी।
मार्जिन काल
यदि आपके खाते की इक्विटी आपकी फर्म द्वारा स्थापित सीमा से नीचे आती है, तो आपको एक मार्जिन कॉल का सामना करना पड़ सकता है, जिससे आपको तुरंत अधिक पैसा जमा करने की आवश्यकता होती है। यदि आप पर्याप्त धन का योगदान नहीं करते हैं, तो फर्म आपकी छोटी स्थिति को कवर कर सकती है और आपको बिल के साथ काठी दे सकती है। उदाहरण के लिए, मान लें कि आपने 100 के शेयर प्रति शेयर 20 पर कम कर दिए हैं और यह $ 50 पर आसमान छूता है। यदि आप अधिक धन जमा नहीं करते हैं तो फर्म $ 50 पर आपकी स्थिति को वापस खरीदने की संभावना होगी। चूँकि आपको केवल अपने स्टॉक की बिक्री से $ 2,000 प्राप्त हुआ है, आप अभी भी $ 3,000, प्लस ब्याज का भुगतान करेंगे।
लेखक: Evelyn Morris
एवलिन मॉरिस 36 वर्षीय पत्रकार हैं। संगीत व्यवसायी। ज़ोंबी विद्वान। ट्विटर का उत्साह पॉप संस्कृति इंजीलवादी। टीवी नशेड़ी।
मुकेश अंबानी का नया दांव, PayTm समेत इन कंपनियों की बढ़ेगी मुसीबत
नई दिल्ली। नोटबंदी के ठीक बाद ई-वॉलेट कंपनी Paytm को सबसे अधिक फायदा मिला था। नोटबंदी में कैश की किल्लत से बचने के लिए चाय वाले, अंडे वाले, दूध वाले से लेकर हर आदमी के मोबाइल में PayTm गया था। इसका फायदा लोगों को तो मिला ही लेकिन कंपनी ने भी जमकर मुनाफा कमाया। देखते ही देखते PayTm हर आदमी की पहली पसंद बन गया। इसके बाद कंपनी ने PayTm मॉल का आगाज किया। जब पेटीएम मॉल का आगाज हुआ था तो उसे अपने निवेशक अलीबाबा ग्रुप से संकेत मिला था और उसका मकसद सबके लिए एक डिजिटल दुनिया बनना था। आरंभिक पेशकश के रूप में कंपनी ने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कैशबैक देना शुरू किया। जिसका फायदा कंपनी ने भी खूब उठाया। लेकिन, अब इसी कंपनी की मुसीबत बढ़ाने के लिए देश के सबसे बड़ी कंपनी के मालिक मुकेश अंबानी अब नया दांव खेलने जा रहे हैं।
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कम मार्जिन और ई-कॉमर्श में बड़ी नकदी के संकट से जूझ रही पेटीएम मॉल (PayTm Mall ) ने छोटे विक्रेताओं के लिए ऑनलाइन से ऑफलाइन (ओ-टू-ओ) मंच बनने के लिए अपनी रणनीति बदलना शुरू कर दिया। उधर, इस क्षेत्र में रिलायंस के उरतने की घोषणा वास्तव में पेटीएम ( PayTm ) और उसके मालिकों के लिए चिंता का सबब बन गई। पिछले साल नवंबर में मेक इन ओडिशा सम्मेलन में रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ( Mukesh Ambani ) ने कहा, "रिलायंस दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन-टू-ऑफलाइन न्यू कॉमर्स प्लेटफॉर्म बनाने पर विचार कर रही है। रिलायंस रिटेल के पूरे भारत में 10,000 आउटलेट हैं जिसका रिलायंस को अवश्य लाभ मिलेगा और यह रिटेल क्षेत्र की अन्य कंपनियों के लिए चिंता का सबब होगी।
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क्या है मुकेश अंबानी का प्लान
रिलायंस के पास पूंजी, असीमित क्षमता, व्यापक रिटेल आउटलेट, और संसाधन हैं, जिससे वह प्रतिस्पर्धा को ही समाप्त कर सकती है। मुकेश अंबानी का मकसद देश में रिटेल क्षेत्र में शीर्ष स्थान हासिल करना है और वह यह काम उसी तरह आसानी से कर सकते हैं जिस तरह उन्होंने रिलायंस जियो के लिए किया।
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PayTm के पास अब क्या है उपाय
साइबर मीडिया रिसर्च के प्रमुख व सीनियर वाइस प्रेसिडेंट थॉमस जॉर्ज ने एक कदम आगे बढ़कर कहा, "मुझे इस बात में कोई हैरानी नहीं होगी कि भारत में ई-कॉमर्स बाजार में अवसर बनाए रखने के लिए रिलायंस या अलीबाबा का लक्ष्य पेटीएम का अधिग्रहण करना होगा।"अलीबाबा ( Alibaba ) ने कभी भारत के ई-कॉमर्स क्षेत्र में लंबी अवधि की संवृद्धि नहीं देखी इसलिए उन्होंने पैर पसारते डिजिटल भुगतान पर अपना दाव खेला। गूगल ( Google ) और बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप के अनुसार, भारत का डिजिटल भुगतान क्षेत्र 2020 तक 500 अरब डॉलर का हो जाएगा। पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने ऐसा नहीं सोचा, जिसका नतीजा सामने है। रिलायंस, अमेजन और वालमार्ट-फ्लिपकार्ट को पीछे छोड़ शीर्ष स्थान पर जाने की जुगत में है। उसके मुकाबले में पेटीएम मॉल एक छोटा-सा प्रतियोगी है।
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मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना |मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की पात्रता एवं आवेदन कैसे करें जानकारी |MP Mukhyamantri Swarojgar Yojana
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के लिए आवेदक की पात्रता
- मध्यप्रदेश का मूल निवासी हो ।
- न्यूनतम 5 वीं कक्षा उत्तीर्ण हो (स्वप्रमाणीकरण के आधार पर)
- आवेदन दिनांक को आयु 18 से 45 वर्ष के मध्य हो ।
- आय सीमा का कोई बंधन नहीं परन्तु आवेदक का परिवार पहले आरंभिक मार्जिन से ही उद्योग / व्यापार क्षेत्र में स्थापित होकर आयकरदाता न हो।
- किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक/वित्तीय संस्था/सहकारी बैंक का चूककर्ता / अशोधी ( Defaulter) नहीं होना चाहिए।
- यदि कोई व्यक्ति किसी शासकीय उद्यमी/स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत सहायता प्राप्त कर रहा हो , तो इस योजना के अन्तर्गत पात्र नहीं होगा।
- सिर्फ एक बार ही इस योजना के अन्तर्गत सहायता के लिए पात्र होगा।
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत कौन से व्यवसाय पात्र हैं
- योजना उद्योग / सेवा / व्यवसाय क्षेत्र की समस्त परियोजनायें जो (CGTMSE/CGFMU) अन्तर्गत बैंक ऋण गारंटी के लिए पात्र है , के लिए मान्य होगी ,
- परन्तु समस्त प्रकार के वाहन , भैंस पालन , पशु पालन एवं कुक्कुट पालन संबंधी परियोजनाओं को पात्रता नहीं होगी।
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत वित्तीय सहायता
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत परियोजना लागत न्यूनतम रुपये 50 हजार से अधिकतम रुपये 10 लाख तक होगी।
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के आर्थिक फायदे
अ. सामान्य वर्ग हेतु परियोजना लागत का 15 प्रतिशत (अधिकतम रु. 1 लाख)
ब. बी.पी.एल. / अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / अन्य पिछड़ा वर्ग ( क्रीमीलेयर को छोड़कर)/महिला / अल्पसंख्यक/निःशक्तजन हेतु परियोजना लागत का 30 प्रतिशत (अधिकतम रु. 2 लाख)
स. अतिरिक्त प्रावधान
(1) विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्द्धघुमक्कड़ जनजाति को परियोजना लागत का 30 प्रतिशत
( 2) भोपाल गैस पीडित परिवार के सदस्यों को परियोजना लागत पर अतिरिक्त 20 प्रतिशत (अधिकतम रु. 1 लाख) की पात्रता है।
- इस योजना के अंतर्गत परियोजना लागत पर 5 प्रतिशत की दर से तथा महिला उद्यमियों हेतु 6 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से अधिकतम 7 वर्ष तक (अधिकतम रुपये 25 हजार प्रतिवर्ष) ।
- मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत गांरटी शुल्क प्रचलित दर पर अधिकतम 7 वर्ष तक देय होगी।
- आवेदक द्वारा एमपी ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से निर्धारित प्रपत्र में आवश्यक सहपत्रों सहित ऑनलाइन आवेदन जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र में प्रस्तुत किया जायेगा।
- सभी प्राप्त आवेदन पंजीबद्ध किये जायेंगे। पूर्ण/अपूर्ण आवेदन की सूचना 15 दिवस के अन्दर को दी जायेगी।
- आवेदक द्वारा प्रस्तावित गतिविधि की जनरल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (सामान्य परियोजना प्रतिवेदन) तैयार कर आवेदन के साथ संलग्न की जावेगी।
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना आवेदन पत्रों का निराकरण
- सभी संबंधित विभागों में प्राप्त आवेदन पत्र 30 दिवस के अन्दर योजनान्तर्गत गठित विभागीय चयन समिति के समक्ष प्रस्तुत किये जायेंगे। विभागों को चयन समिति गठित करने का अधिकार होगा।
विभागीय चयन समिति निम्नानुसार गठित होगी
1. संबंधित विभाग के जिला कार्यालय प्रमुख - - अध्यक्ष
2. जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक / प्रतिनिधि - - सदस्य
3. कोई एक प्रमुख राष्ट्रीयकृत बैंकों के जिला समन्वयक / प्रतिनिधि सदस्य- - सदस्य
4. सूक्ष्म , लघु , मध्यम उद्यम संस्थान , इन्दौर का प्रतिनिधि - - सदस्य
5. परियोजना अधिकारी , जिला शहरी विकास अभिकरण / प्रतिनिधि - सदस्य
6. संबंधित बैंक के शाखा प्रबंधक / प्रतिनिधि - सदस्य
7. आई. टी. आई./पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रतिनिधि -
8. संबंधित विभाग के योजना प्रभारी- - सदस्य सचिव
विभागीय चयन समिति की अनुशंसा उपरांत
- विभागीय चयन समिति की अनुशंसा उपरांत प्रकरणों के निराकरण हेतु बैंकों को अग्रेषित किया जावेगा।
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना जिला स्तरीय समीक्षा समिति
आवेदन पत्रों का निराकरण एवं समीक्षा के लिए निम्नानुसार जिला स्तरीय समीक्षा समिति गठित होगी:
1. कलेक्टर - अध्यक्ष
2. मुख्य कार्यपालन अधिकारी , जिला पंचायत -सदस्य
3. जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक -सदस्य
4. तीन प्रमुख राष्ट्रीयकृत बैंकों के जिला समन्वयक -सदस्य
5. सेडमेप / सूक्ष्म , लघु , मध्यम उद्यम संस्थान का प्रतिनिधि -सदस्य
6. परियोजना अधिकारी , जिला शहरी विकास अभिकरण -सदस्य
7. जिला रोजगार अधिकारी -सदस्य
8. संबंधित विभागों के जिला कार्यालय प्रमुख -सदस्य
9. महाप्रबंधक , जिला आरंभिक मार्जिन व्यापार एवं उद्योग केन्द्र - समन्वयक
टीप:- आवश्यक होने पर कलेक्टर किसी भी विभाग/संस्था/ बैंक के अधिकारी / प्रतिनिधि को समिति की बैठक में आवश्यकतानुसार बुला सकेंगे।
- उद्योग / सेवा / व्यवसाय संबंधी इकाई के लिए गारंटी , ऋण गारंटी निधि योजना ( CGTMSE/ CGFMU) के माध्यम से दी जावेगी। अतः बैंक द्वारा किसी प्रकार की कोलेटरल सिक्योरिटी ( Collateral Security) की मांग आवेदक से नहीं की जावेगी।
- बैंकों को भारतीय आरंभिक मार्जिन रिजर्व बैंक के परिपत्र क्र. RBI / FIDD/2017-18/56 Master Direction FIDD.MSME & NFS. 12/06.02.31/2017-18 दिनांक 24 जुलाई 2017 की कंडिका 5.4 में बैंकिंग कोड्स एण्ड स्टेण्डर्ड बोर्ड ऑफ इंडिया द्वारा निर्धारित अधिकतम समय सीमा (रु. 5 लाख तक का प्रकरण दो सप्ताह में , रु. 5 लाख से अधिक एवं रु. 25 लाख तक का प्रकरण तीन सप्ताह में तथा रु. 25 लाख से अधिक का प्रकरण छः सप्ताह में) के अन्तर्गत ही प्रकरणों का निराकरण किया जाना चाहिये
- प्रकरण स्वीकृति के 15 दिवस के अन्दर बैंक के द्वारा ऋण वितरण ( disbursement) प्रारंभ किया जावेगा।
- योजना के सुचारू रूप से क्रियान्वयन तथा सहायता प्राप्त उद्यमों की स्थापना , उद्यमियों की समस्याओं एवं अन्य विषय की समीक्षा जिला स्तरीय समीक्षा समिति के द्वारा की जावेगी।
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना प्रशिक्षण
योजना अन्तर्गत ऋण स्वीकृति के पश्चात उद्यमी के आरंभिक मार्जिन विकल्प पर उद्यमिता विकास प्रशिक्षण शासन के द्वारा दिया जावेगा। इस संबंध में पृथक से निर्देश जारी किये जायेंगे।
उद्यमिता विकास कार्यक्रम में पूर्व प्रशिक्षित आवेदक को इस योजना अन्तर्गत पृथक से प्रशिक्षण प्राप्त करना आवश्यक नहीं होगा , परन्तु आवश्यकता के आधार पर प्रशिक्षण की व्यवस्था की जावेगी।
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना मार्जिन मनी सहायता एवं ऋण अदायगी:
- सामान्य वर्ग के लिए परियोजना लागत पर 15 प्रतिशत (अधिकतम रु. एक लाख ) मार्जिन मनी सहायता हितग्राही को शासन की ओर से देय होगी तथा शेष मार्जिन मनी हितग्राही को स्वयं जमा करनी होगी।
- बी. पी. एल. / अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / अन्य पिछड़ा वर्ग ( क्रीमीलेयर को छोड़कर) / महिला / अल्पसंख्यक/निःशक्तजन हेतु परियोजना लागत का 30 प्रतिशत ( अधिकतम रु. 2 लाख)
अतिरिक्त प्रावधान
- विमुक्त घुमक्कड एवं अर्द्धघुमक्कड़ जनजाति को परियोजना लागत का 30 प्रतिशत (अधिकतम रु. 3 लाख) ।
- भोपाल गैस पीडित परिवार के सदस्यों को परियोजना लागत पर अतिरिक्त 20 प्रतिशत ( अधिकतम रु. 1 लाख)
- आरंभिक स्थगन ( moratorium) की न्यूनतम अवधि 6 माह होगी।
- आरंभिक स्थगन ( moratorium) के बाद , ऋण अदायगी 5 से 7 वर्षों के बीच होगी।
टीप:- आस्थगन के संबंध में बैंकों के द्वारा प्रयास होगा कि वे अधिक से अधिक समय नियत करे लेकिन यह अवधि कम से कम 6 माह की अवश्य हो । अवधि के संबंध में बैंकों एवं हितग्राही द्वारा मिलकर तय किया जाना चाहिये और बैंकों के द्वारा यह प्रयास किया जाना चाहिये कि ऋण चुकाने की अवधि अधिक से अधिक हो अर्थात 7 वर्ष तक हो ।
कीस्टोन रियल्टर्स का 635 करोड़ रुपए का IPO सोमवार को खुलेगा
मुंबईः मुंबई की रियल एस्टेट कंपनी कीस्टोन रियलटर्स आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के जरिए 635 करोड़ रुपए जुटाने के लिए सोमवार को पूंजी बाजार में उतरेगी। आईपीओ के तहत 560 करोड़ रुपए के नए शेयर जारी किए जाएंगे और इसके प्रवर्तक 75 करोड़ रुपए तक की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लेकर आएंगे। आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 514-541 रुपए प्रति शेयर तय किया गया है। निर्गम 14 नवंबर को खुलेगा और 16 नवंबर को बंद होगा। कीस्टोन रियल्टर्स पहले ही एंकर निवेशकों से 190 करोड़ रुपए जुटा चुकी है।
'रुस्तमजी' ब्रांड के तहत संपत्तियों की बिक्री करने वाली कीस्टोन रियल्टर्स लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक बोमन रुस्तम ईरानी ने कहा, ''मैं सकारात्मक हूं कि जनता हमारी उपलब्धियों को समझेगी और लंबे समय तक हम शानदार रिटर्न देंगे।'' वर्ष 1995 में स्थापित कीस्टोन रियल्टर्स के पास मुंबई महानगरीय क्षेत्र (एमएमआर) में 32 पूर्ण परियोजनाएं, 12 निर्माणाधीन परियोजनाएं और 19 आगामी परियोजनाएं हैं।