सरकार क्यों Bann करना चाहती है Cryptocurrency को

आनंद ने कहा कि इसके अलावा बिदेसिया बिहार का एक और लोक प्रदर्शन है जो भारत के बाहर भी बहुत लोकप्रिय है।
Four Day Work Week क्या है? सरकार क्यों लाना चाहती है?
Four Day Work Week क्या है? इस बात का सीधा सा मतलब कार्य के दिनों से है। सरकार के द्वारा एक प्लान तैयार किया जा रहा है। जिसके हिसाब से सप्ताह के चार दिन कार्य करना होगा और बचे हुए तीन दिन अवकास रहेगा।
सरकार का प्रयास कंपनियों को थोड़ी आजादी देना है सरकार क्यों Bann करना चाहती है Cryptocurrency को और जो बिज़नेस मॉडल को इस प्रकार से चलाने के पक्ष सरकार क्यों Bann करना चाहती है Cryptocurrency को में हैं वह अपना काम आसानी से कर पायेगें।
अभी सरकार के द्वारा जो प्लान लाये जाने का प्रयास किया जा रहा सरकार क्यों Bann करना चाहती है Cryptocurrency को वह दुनिया के कई अन्य देशों में पहले से चल रहा है।
जैसे USA के UTAH STATE में 10 घंटे काम करने का प्रबंध है। सोमवार से गुरुवार तक, जापान की एक कंपनी ने 4 दिन के Working week का ट्रायल किया था। United सरकार क्यों Bann करना चाहती है Cryptocurrency को Kingdom में भी इस तरह का प्लान बन रहा था। इस प्रकार से यह कोई नया विचार नहीं है।
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सरकार के द्वारा ऐसा क्यों किया जा रहा
2019-20 में सरकार के द्वारा लेबर कानून लाये गए थे। जिनके हिसाब से काम करने के माहौल को सुगम और सुविधाजनक करना था जिसमें सहूलियतें भी मौजूद हों।
लेबर कानून के अंतर्गत 4 अलग अगल बिल लाये गए थे। जिसमें wage code (वेतन संहिता अधिनियम) को 2019 में ही पास कर दिया गया था। इसके बाद अन्य तीन, Industrial relations , Industrial safety & welfare और Social Security से सम्बंधित अन्य बिलों को भी 2020 में पास कर दिया गया।
अतः अभी तक यह चारों बिल पास हो चुके हैं। किन्तु सरकार के द्वारा इन्हे लागू नहीं किया गया था। इसी क्रम में सरकार के द्वारा कुछ नए नियम कानूनों को बनाया जा रहा। जिनके पूरी तरह बन जाने के बाद सरकार 1 अप्रैल से सभी बिलों को लागू करने का सोच रही है।
Four Day Work Week में कार्य के घंटे
इसके अंतर्गत कार्य के घंटों को कम नहीं किया गया है बल्कि इन्हे पूरे सप्ताह के हिसाब से 48 सरकार क्यों Bann करना चाहती है Cryptocurrency को घंटे तक ही रखा गया है। कहने का तात्पर्य है कि किसी भी व्यक्ति को पूरे सप्ताह में 48 घंटे काम करना है, अगर हर दिन के हिसाब से देखें तो, यदि किसी व्यक्ति के द्वारा 6 दिन काम किया गया हो तो उस सरकार क्यों Bann करना चाहती है Cryptocurrency को व्यक्ति को प्रति दिन 8 घंटे काम करना होगा एवं सातवें दिन उसका अवकास होगा।
किन्तु Four Day Work Week के हिसाब से किसी भी व्यक्ति को काम के (48)घंटे पूरा करने के लिए प्रति दिन 12 घंटे काम करना होगा। तभी 4 दिन में काम के 48 घंटे पूरे किये जा सकेगें सरकार क्यों Bann करना चाहती है Cryptocurrency को एवं अन्य बचे हुए 3 दिन अवकास लिया जा सकता है। इस प्रक्रिया को लागू करने के अनुसार अगर 5 दिन काम किया जाता है तो उस व्यक्ति को 2 दिन का अवकास मिल सकता है।
अपने लोकगीतों को विश्व पटल पर ले जाने की तैयारी कर रहा है बिहार
पटना, 22 नवंबर (भाषा) बिहार सरकार प्रदेश के लोकगीतों यथा झिझिया, हुरका, मगही झूमर और कजरी के सरकार क्यों Bann करना चाहती है Cryptocurrency को साथ-साथ मिथिला के समा-चकवा उत्सव का जादू फिर से बिखेरने के लिए भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के साथ मिलकर इन्हें विश्व पटल पर ले जाने की तैयारी कर रही है।
आईसीसीआर के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने के कुछ दिनों बाद बिहार सरकार के कला और संस्कृति विभाग ने आईसीसीआर के क्षितिज श्रृंखला कार्यक्रम (एचएसपी) के हिस्से के तौर पर प्रदर्शन के लिए प्रसिद्ध लोक नर्तकों, गायकों और कलाकारों को विदेश भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
एमओयू के अनुसार आईसीसीआर में राज्य के कलाकारों की भागीदारी से बिहार को भारत और विदेशों में अपने कला रूपों, प्रतिभा को बढ़ावा देने में सहायता करेगा।
बिहार के कला, संस्कृति और युवा विभाग के अतिरिक्त सचिव दीपक आनंद ने पीटीआई-भाषा को बताया कि आईसीसीआर विदेशों में प्रमुख अंतरराष्ट्रीय त्योहारों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए राज्य सांस्कृतिक मंडलियों के दौरे की सुविधा भी प्रदान करेगा।
Cryptocurrency: कैसे तय की जाती है सरकार क्यों Bann करना चाहती है Cryptocurrency को सरकार क्यों Bann करना चाहती है Cryptocurrency को वैल्यू,फैक्टर्स जिनसे प्रभावित होती है करेंसी की कीमत
Crypticurrency @News18
आज निवेशकों का एक बड़ा वर्ग क्रिप्टो करेंसी मे निवेश करना चाहता है, हमने बिटकॉइन और एथोरियम जैसी क्रिप्टो करेंसी को रातों रात आसमान छूते देखा है तो वही दूसरी ओर अचानक से कई क्रिप्टो करेंसी की कीमतों को धाराशाही होते हुए भी देखा है। ऐसे में हमारे लिए ये जानना महत्वपूर्ण हो जाता है की कैसे तय होती है किसी क्रिप्टो करेंसी की कीमत और कौनसे कारक तय करते है उसकी कीमत ?
मांग और पूर्ति का नियम:
अर्थशास्त्र का यह नियम क्रिप्टो करेंसी की कीमत तय करने में भी अहम भूमिका निभाती है, जब भी किसी क्रिप्टो करेंसी की मांग उसके पूर्ति से अधिक हो जाती है तो उसकी कीमत बढ़ने लगती है इसी तरह पूर्ति के मुकाबले मांग के घटने से उस कॉइन की कीमत भी घट जाती है। सिक्को एवम नोटों को बड़ी मात्रा में छापा जाता है जिसे मांग और पूर्ति में संतुलन बना रहता है लेकिन क्रिप्टो करेंसी एक सीमित संख्या में बनती है जिस कारण पिछले कुछ वर्षो में क्रिप्टो करेंसी की मांग बढ़ने से उसकी कीमत भी बढ़ी है।
क्या भारत में क्रिप्टोकरेंसी बैन होने वाली है?
हाल ही में भारत सरकार और आरबीआई के रुख को देखते हुए आप सभी के मन में यह सवाल उठा होगा कि क्या भारत में क्रिप्टो करेंसी बैन होने वाली है? इसका जवाब देने से पहले आपको क्रिप्टो करेंसी के बारे में थोड़ा बता देते हैं।
एल्गोरिदम पर बनी यह एक डिजिटल कैश या डिजिटल मनी है जिसे डिजिटली ऑनलाइन संचालित किया जाता है, इस पर किसी भी देश की सरकार का नियंत्रण बिल्कुल भी नहीं है। सरकार क्यों Bann करना चाहती है Cryptocurrency को इसका उपयोग डिजिटली लेन देन में किया जाता है, इसे सीक्रेट करेंसी भी कहा जाता है।
भारत में अभी सिर्फ रुपए को लीगल टेंडर का दर्जा प्राप्त है, जिसका उपयोग लेनदेन में किया जाता है। क्रिप्टोकरंसी अभी भारत सरकार ने किसी भी प्रकार के लेनदेन के लिए लीगल टेंडर का दर्जा नहीं दिया।
बहुत से देशों में क्रिप्टोकरंसी लीगल है और बहुत से देशों ने इसे इल्लीगल घोषित करके बैन किया हुआ है।
क्रिप्टोकरंसी पर भारत सरकार का रुख अभी स्पष्ट नहीं है जिस वजह से भारत में यह इस समय ना तो लीगल है और ना ही इलीगल। लेने देन में धोखाधड़ी को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने क्रिप्टोकरेंसी को भारत सरकार से बैन करने की मांगी थी, 2019 में पूर्व वित्त सचिव सुभाष गर्ग की अध्यक्षता वाली समिति ने क्रिप्टोकरंसी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।लेकिन भारत सरकार एक कानून बनाकर इसे कानूनी दर्जा देने पर विचार कर रही है।