क्रिप्टो करेंसी से पैसा कैसे कमाए?

ब्रोकर क्या है

ब्रोकर क्या है
What is Stock Broker in Hindi

ब्रोकर क्या है

ब्रोकर रिपोर्ट न्यूज़

सितंबर तिमाही में घटा मुनाफा, फिर भी 82% भाग सकता है इस कंपनी का शेयर, HDFC सिक्योरिटीज ने दी BUY की सलाह

एचडीएफसी सिक्योरिटीज (HDFC Securities) की मानें तो, अशोका बिल्डकॉन के शेयरों में मौजूदा स्तर से 82 फीसदी से भी अधिक की शानदारी तेजी आने की उम्मीद जताई है

अपडेटेड Nov 15, 2022 पर 10:43

Today Top Brokerage views- ग्लेनमार्क फार्मा, इंडियाबुल्स हाउसिंग सहित ये स्टॉक्स हैं ब्रोकरेज की रडार पर, क्या आप भी करेंगे निवेश

Stocks to Buy: इस फार्मा कंपनी के शेयरों से हो सकती है 43% की तगड़ी कमाई, ICICI सिक्योरिटीज ने दी खरीदने की सलाह

Today Top Brokerage views- एक्साइड, जी एंटरटेनमेंट सहित ये स्टॉक्स हैं ब्रोकरेज की रडार पर, क्या आप भी करेंगे निवेश

Stocks to Buy: इस सरकारी कंपनी के शेयरों में 42% कमाई का मौका, ICICI सिक्योरटीज ने दी निवेश करने की सलाह

बिरला कॉर्पोरेशन में Emkay Global की "BUY CALL" जानिए क्या है वजह

KEC इंटरनेशनल में Emkay Global की खरीदारी की सालह, जानिए टारगेट

Eicher Motors के शेयर 3% से ज्यादा टूटा, जानिए क्या है दिग्गज ब्रोकरेज की राय

Stocks to Buy: इस शेयर से मिल सकता है 46% का दमदार रिटर्न, HDFC सिक्योरिटीज ने दिया नया टारगेट प्राइस

COAL INDIA और BPCL पर दिग्गज ब्रोकरेजेज से जानें खरीदें, बेचें या करना है होल्ड

Karnataka Bank के शेयरों ने दिया मल्टीबैगर रिटर्न, सिर्फ 5 दिन में 40% उछले शेयर, क्या आपको करना चाहिए BUY?

टाटा ग्रुप की इस कंपनी ने 3 साल में दिया 134.88% रिटर्न, शेयरखान को अभी भी दिख रहा कमाई का मौका, जानिए टारगेट प्राइस

लेटेस्ट न्यूज़

सितंबर तिमाही में घटा मुनाफा, फिर भी 82% भाग सकता है इस कंपनी का शेयर, HDFC सिक्योरिटीज ने दी BUY की सलाह

Nifty जाएगा 20000 पर, इन शेयरों से होंगे मालामाल

भारत सरकार ने पाम ऑयल के साथ सोने और चांदी का बढ़ाया बेस इंपोर्ट प्राइस, जानें डिटेल

Sri lanka Thilini Priyamali: आठवीं पास एक बढ़ई की बेटी ने कैसे लगाया श्रीलंका की नामचीन हस्तियों को 1.28 अरब का चूना

'Apple iPhone की बेंगलुरु में बनेगी सबसे बड़ी फैक्ट्री, आदिवासी महिलाओं सहित 60,000 लोगों को मिलेगा काम'

मल्टीमीडिया

M&M Finance Share Price: ट्रेडिंग में लॉस है तो क्या करें

M&M Finance Share में जानें निवेश को लेकर क्या है Experts की राय. जानें किन levels पर करना चाहिए आपको खरीदारी और क्या है Target Price | ट्रेडिंग में लॉस है तो इन बातों का रखें ध्यान

अपडेटेड Nov 15, 2022 पर 16:01

Hot Stocks: 2 शेयर एक दिन में देंगे दमदार मुनाफा

इन 2 शेयरों से एक दिन में होगा मुनाफा. जानिए डीलिंग रूम के में किन शेयरों पर लगा दांव. देखें वीडियो-

अपडेटेड Nov 15, 2022 पर 20:59

Commodity Roundup: क्रूड की चाल क्यों बदली?

Commodity Market Update: रातों रात क्यों दिखी Crude में गिरावट. जानें क्या ब्रोकर क्या है है इस Commodity में निवेश करने की सलाह. Gold और Silver में तेजी बरकरार है तो आगे क्या होनी चाहिए Strategy. देखें वीडियो.

अपडेटेड Nov 15, 2022 पर 20:03

Delta Corp Share price: क्या मौजूदा लेवल पर निवेश करना चाहिए

Delta Corp share में क्या मौजूदा लेवल पर निवेश करना चाहिए, जानिए क्या है Experts की राय | जानिए किस Strategy के साथ इस Stock में पैसा कमाया जा सकता है

अपडेटेड Nov 15, 2022 पर 18:03

M&M Finance Share Price: ट्रेडिंग में लॉस है तो क्या करें

M&M Finance Share में जानें निवेश को लेकर क्या है Experts की राय. जानें किन levels पर करना चाहिए आपको खरीदारी और क्या है Target Price | ट्रेडिंग में लॉस है तो इन बातों का रखें ध्यान

अपडेटेड Nov 15, 2022 पर 16:01

Hot Stocks: 2 शेयर एक दिन में देंगे दमदार मुनाफा

इन 2 शेयरों से एक दिन में होगा मुनाफा. जानिए डीलिंग रूम के में किन शेयरों पर लगा दांव. देखें वीडियो-

अपडेटेड Nov 15, 2022 पर 20:59

Commodity Roundup: क्रूड की चाल क्यों बदली?

Commodity Market Update: रातों रात क्यों दिखी Crude में गिरावट. जानें क्या है इस Commodity में निवेश करने की सलाह. Gold और Silver में तेजी बरकरार है तो आगे क्या होनी चाहिए Strategy. देखें वीडियो.

अपडेटेड Nov 15, 2022 पर 20:03

Delta Corp Share price: क्या मौजूदा लेवल पर निवेश करना चाहिए

Delta Corp share में क्या मौजूदा लेवल पर निवेश करना चाहिए, जानिए क्या है Experts की राय | जानिए किस Strategy के साथ इस Stock में पैसा कमाया जा सकता है

अपडेटेड Nov 15, 2022 पर 18:03

M&M Finance Share Price: ट्रेडिंग में लॉस है तो क्या करें

M&M Finance Share में जानें निवेश को लेकर क्या है Experts की राय. जानें किन levels पर करना चाहिए आपको खरीदारी और क्या है Target Price | ट्रेडिंग में लॉस है तो इन बातों का रखें ध्यान

Career in Share Market: स्टॉक मार्केट में करियर बनाकर कर सकते हैं मोटी कमाई, जॉब के ढेरों विकल्प

A career in Share Market: स्टॉक मार्केट में भी जॉब की अपार संभावनाएं मौजूद हैं. अगर आप अपना करियर इस क्षेत्र में बनाना चाहते हैं तो बस आपको कुछ चीजों की जानकारी होनी चाहिए.

Career in Share Market: स्टॉक मार्केट में करियर बनाकर कर सकते हैं मोटी कमाई, जॉब के ढेरों विकल्प

TV9 Bharatvarsh | Edited By: रत्नप्रिया

Updated on: Nov 18, 2021 | 9:36 AM

Career in Share Market: अगर आप शेयर बाजार स्टॉक एक्सचेंज (Stock Exchange), स्टॉक ब्रोकर (Stock Broker), निफ्टी (Nifty) और सेंसेक्स (Sensex) में दिलचस्पी रखते हैं तो इन सारे शब्दों से आप पहले से वाकिफ होंगे. शेयर बाजार में पैसा लगाना इन दिनों आम हो गया कई लोग इस शेयर बाजार में पैसा लगाते हैं. लेकिन शेयर बाजार कोई बच्चों का खेल नहीं है इस मार्केट में पैसा लगाने के लिए काफी जानकारी होनी चाहिए नहीं आपको नुकसान भी हो सकता है. शेयर मार्केट पैसे कमाने का जरिया हो सकता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस क्षेत्र में अगर आपकी दिलचस्पी है तो आप अपना करियर भी बना सकते हैं.

जो व्यक्ति किसी इन्वेस्टर और शेयर मार्केट के बीच काम करता है, उसे स्टॉक ब्रोकर कहा जाता है. इस फील्ड में भी जॉब की अपार संभावनाएं मौजूद हैं.स्टॉक एक्सचेंज और इन्वेस्टर के बीच स्टॉक ब्रोकर एक कड़ी की तरह काम करता है. ब्रोकर के बिना किसी भी इन्वेस्टर या निवेशक के लिए स्टॉक मार्केट में बेस्ट परफॉर्मेंस दे पाना मुश्किल है. शेयर मार्केट में पैसा लगाने के लिए डिमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है और बिना ब्रोकर आप डिमैट अकाउंट नहीं खोल सकते हैं.

2 तरह के स्टॉक ब्रोकर होते हैं

फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर – फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर (Full Service Stock Broker) अपने क्लाइंट्स को स्टॉक एडवाइजरी (कौन सा शेयर कब खरीदें और कब बेचें), स्टॉक खरीदने के लिए मार्जिन मनी की सुविधा, मोबाइल फोन पर ट्रेडिंग सुविधा और आईपीओ में इन्वेस्टमेंट की फैसिलिटी जैसी सर्विस देते हैं. इस सर्विस की फीस ज्यादा होती है. फुल टाइम स्टॉक ब्रोकर की कस्टमर सर्विस काफी अच्छी मानी जाती है.

डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर – दूसरा होता है डिस्काउंट ब्रोकर (Discount Stock Broker) अपने क्लाइंट से बहुत कम ब्रोकरेज लेकर शेयर खरीदने और बेचने की सुविधा देते हैं. इनकी फीस कम होती है. डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर अपने क्लाइंट को स्टॉक एडवाइजरी और रिसर्च की सुविधा नहीं देते हैं. किसी का अकाउंट खोलने से लेकर इनके ज्यादातर काम ऑनलाइन ही होते हैं.

स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए जरूरी योग्यता

स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए आप कोर्स कर सकते हैं. स्टॉक ब्रोकर कॉमर्स, एकाउंटेंसी, इकोनॉमिक्स, स्टेटिस्टिक्स या बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की नॉलेज होनी बेहद जरूरी है. इन विषयों में ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते हैं. शनल स्टॉक एक्सचेंज का ‘एनसीएफएम कोर्स’ (NCFM Courses) ऑनलाइन सर्टिफिकेशन प्रोग्राम है.

जॉब्स की क्या संभावनाएं है?

एजुकेशनल क्वालिफिकेशन (Educational Qualification) और एक्सपीरियंस (Experience)के आधार पर इक्विटी डीलर, इक्विटी ट्रेडर (Trading Jobs), इक्विटी एडवाइजर (Equity Advisor), स्टॉक एडवाइजर (stock advisor),वेल्थ मैनेजर (wealth manager), फाइनेंशियल एनालिस्ट(financial analyst), इन्वेस्टमेंट एडवाइजर (investment advisor), सिक्योरिटी एनालिस्ट (security analyst) और रिस्क मैनेजर के तौर पर जॉब्स पा सकते हैं.

इस फील्ड में आपको स्टॉक एक्सचेंज, रेगुलेशन अथॉरिटी, फॉरेन इन्वेस्टमेंट फर्म्स, इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंसी, म्यूचुअल फंड वाली कंपनी, ब्रोकर फर्म्स, इंश्योरेंस एजेंसी, बैंक और दूसरे इंस्टिट्यूट में भी जॉब की काफी अच्छे स्कोप हैं. स्टॉक ब्रोकर के तौर पर करियर बनाने के बाद आपकी सालाना सैलरी 2 लाख रुपये से 8 लाख रुपये तक हो सकती है.

ट्रेडिंग क्या है?

ट्रेडिंग क्या है

ट्रेडिंग की बहुत सारी किस्में भी होती हैं तो आइए हम आपको बताते हैं कि ट्रेडिंग के कितने प्रकार होते हैं:

  • स्काल्पिंग ट्रेडिंग (Scalping Trading)
  • इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading)
  • स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading)
  • पोजीशनल ट्रेडिंग (Positional Trading)

ऊपर दी हुई 4 किस्मों के बारे में हम संक्षेप में बात करते हैं।

स्काल्पिंग ट्रेडिंग (Scalping Trading)

स्काल्पिंग ट्रेडिंग का मकसद होता है मिनटों में पैसा कमाना इसमें ट्रेडर शेयर को कुछ चंद मिनटों (या उससे ज्यादा समय के लिए) के लिए ही खरीदते हैं और स्टॉक मार्केट में इन्हीं शेयर के दाम बढ़ने (या कम होने पर) पर खरीदे गए शेयर को बेचकर मुनाफा कमा लेते हैं। जब कोई भी ट्रेडर ऐसी ट्रेडिंग करता है तो उसे स्काल्पिंग ट्रेडिंग कहते हैं।

ऐसी ट्रेडिंग करने वाले ट्रेडर 1 दिन में 1 से ज्यादा कुछ बार 10-20 से ज्यादा भी ट्रेड करते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading)

इंट्राडे ट्रेडिंग को हम डे ट्रेडिंग भी कहते हैं। इसका मतलब यह है कि ट्रेडर एक ही दिन में शेयर खरीद लेता
है और उसी दिन में अपने शेयर को फायदे या नुकसान में बेच देता है। आसान शब्दों में कहें तो एक ट्रेडर 1 दिन में समान खरीदता है और उसी दिन में अपना सामान बेच देता है।

इसे कहते हैं इंट्राडे ट्रेडिंग। इंट्राडे ट्रेडिंग का मकसद अचानक आई उछाल या गिरावट का लाभ उठाना होता है जिससे ट्रेडर समय रहते ही मुनाफा कमा सके।

इंट्राडे ट्रेडिंग में ट्रेडर हर बार लाभ ही कमाए ऐसा संभव नहीं है ट्रेडर को इसमें नुकसान भी हो सकता है।

ट्रेडिंग में सबसे मुश्किल इंट्राडे ट्रेडिंग होती है इसलिए इसको अच्छी तरह स्टॉक मार्केट सीखने के बाद ही करना शुरू करना चाहिए।

स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading)

स्विंग ट्रेडिंग में अक्सर ट्रेडर शेयर को 1 हफ्ते से लेकर 4 हफ्तों तक अपने पास रखता है और फिर इन शेयर को सेल कर देता है। स्विंग ट्रेडिंग का मुख्य लक्ष्य कुछ सप्ताह में शेयर के दाम में आने वाले Swing का लाभ उठाकर जल्द से जल्द लाभ कमाना होता है। इसी को ही स्विंग ट्रेडिंग कहते हैं। इस बात का ध्यान रहे कि इसमें जोखिम भी होता है

पोजीशनल ट्रेडिंग (Positional Trading)

पोजीशन ट्रेडिंग से तात्पर्य है कि इसमें ट्रेडर शेयर खरीदता है और इन शेयरों को लंबे समय के लिए अपने पास
रखता है। ऐसा करने के लिए हर एक ट्रेडर को शेयर अपने पास रखने के लिए शेयर की डिलीवरी अपने डीमैट अकाउंट में लेनी पड़ती है।

ट्रेडर ने जितने शेयर जिस दाम में खरीदे हैं इन शेयरों का मूल्य ब्रोकर को देना पड़ता है ऐसा करने से
उसको डीमैट अकाउंट में सभी शेयर मिल जाते हैं। इसके बाद वह कभी भी अपने शेयर को बेचकर पैसे ब्रोकर क्या है जुटा
सकता है।

लेकिन इसमें रिस्क भी होता है। क्योंकि अक्सर हम देखते हैं कि शेयर बाजार में किसी अच्छी या बुरी खबर के कारण आने वाले दिनों में बाजार कुछ बहुत ज्यादा ऊपर या बहुत ज्यादा नीचे खुलता हैं। उदाहरण के तौर पर 2020 में स्टॉक मार्केट कोरोना वायरस की वजह से बहुत बुरी तरह से गिरा था।

अक्सर लोगों के मन में आता है कि क्या ट्रेडिंग से रेगुलर इनकम कमाई जा सकती है या नहीं। ऐसा सवाल हर इंसान के मन में आता है तो आइए हम आपको आसान शब्दों में इसकी जानकारी देते हैं।

हर एक इंसान के लिए ट्रेडिंग के जरिए पैसे कमाना संभव है पर यह आसान नहीं होता है क्योंकि जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि अगर कोई व्यक्ति शेयर के मूल्य की हर एक छोटी मूवमेंट से अच्छा पैसा कमाना चाहता है तो उसके लिए ज्यादा से ज्यादा शेयर लेने आवश्यक हैं और इसके लिए पैसों ब्रोकर क्या है ब्रोकर क्या है की जरूरत बहुत ज्यादा होगी।

पैसों के साथ-साथ हर एक व्यक्ति को जो कि इसमें पैसे लगाते हैं उनको TECHNICAL ANALYSIS की जानकारी होनी भी जरूरी है। तभी हम प्राइस के पैटर्न को समझ सकेंगे और वक्त आने पर शेयर को बेच और खरीद सकेंगे।

ट्रेडिंग में सबसे महत्वपूर्ण बात यह होती है कि लगातार अपनी गलतियों से सीखना क्योंकि जितना ही हम
सीखेंगे उतना हमारा तजुर्बा बढ़ेगा जिससे कि हम Successful Trader ट्रेडर बन सकेंगे। अपनी गलतियों से सीखना और उससे आगे बढ़ना ही सक्सेसफुल ट्रेडर की पहचान होती है।

ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलते हैं?

ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए सबसे पहले हमें स्टॉक ब्रोकर के पास जाना पड़ेगा। स्टॉक ब्रोकर हमारा ट्रेडिंग अकाउंट आसानी से खोल सकता है। आज के समय में ट्रेडिंग अकाउंट कर बैठे ऑनलाइन खोला जा सकता है।
नीचे हमने मशहूर स्टॉक ब्रोकर के लिंक दिए हैं जिन पर क्लिक करके आप अपना डिमैट अकाउंट घर से ही 15 मिनट में खोल सकते हैं।

भारत के मशहूर स्टॉक ब्रोकर:

फिर इसके बाद शेयर को बेचने और खरीदने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे जमा करवाने जरूरी है जिसके लिए हमें ट्रेडिंग अकाउंट के साथ अपना एक बैंक अकाउंट भी लिंक करवाना जरूरी है। क्योंकि अगर हम कभी पैसों की जरूरत हो तो हम ट्रेडिंग अकाउंट में से बैंक अकाउंट में पैसा जमा करवा सकें।

यह जरूरी नहीं है कि हम अपना कोई नया बैंक अकाउंट ही खुलवाएं बैंक में अगर हमारे पास अपना कोई पुराना खाता भी है तो हम उसको भी लिंक करवा सकते हैं। इससे हमारे शेयर का जो Dividend होगा उसके हकदार हम होंगे और उसकी राशि हमारे इसी बैंक अकाउंट में जाएगी।

स्टॉक ब्रोकर क्या होता है?

ट्रेडर या इन्वेस्टर के साथ स्टॉक एक्सचेंज को जोड़ने का काम स्टॉक ब्रोकर करता है। स्टॉक ब्रोकर हमारे स्टॉक
एक्सचेंज के बीच एक कनेक्शन का काम करता है।

Trading अकाउंट खोलने के लिए जो जरूरी डॉक्यूमेंट चाहिए होते हैं वह नीचे लिखे हैं:

Share Market में निवेश के लिए ब्रोकर चुन रहे हैं? इन 5 बातों का ख्याल रखें

मार्च 2018 से अब तक 34 ब्रोकर डिफॉल्टर घोषित हो चुके हैं

Share Market में निवेश के लिए ब्रोकर चुन रहे हैं? इन 5 बातों का ख्याल रखें

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2018 से अब तक 34 ब्रोकर डिफॉल्टर घोषित हो चुके हैं. इस साल अब तक 3 ब्रोकर डिफॉल्टर हुए हैं.

ब्रोकिंग उद्योग के सूत्रों का कहना है कि ये डिफॉल्ट ज्यादातर ब्रोकरों द्वारा क्लाइंट सिक्योरिटीज और फंड के दुरुपयोग का परिणाम है. भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने इस तरह की प्रथाओं पर रोक लगाने के लिए और कड़े मानदंडों की शुरुआत की है. जिसके बाद ये ब्रोकर उसकी अनुपालन नहीं कर सके और डिफॉल्टर हो गए.

अगर आप शेयर बाजार में निवेश करने वाले हैं तो ब्रोकर चुनने से पहले इन बातों का ध्यान रखें.

1. अपने मार्जिन पर ट्रेड करें

सबसे पहले, जिस बात का निवेशकों को ध्यान रखना चाहिए वो क्लाइंट मार्जिन के अलगाव और आवंटन से जुड़ा है. रेगुलेटर द्वारा यह एक बड़ा कदम है जो 2 मई से प्रभावी होगा.

वर्तमान में ग्राहकों की व्यक्तिगत सीमा तय करना ब्रोकर के हाथ में है. ब्रोकर देखता है कि पिछले सप्ताह तीन ग्राहकों ने लेन-देन नहीं किया है, तो वह सात ग्राहकों ब्रोकर क्या है के बीच अपनी 10 लाख रुपये की सीमा निर्धारित कर सकता है. इसे ऐसे समझें, ब्रोकर ग्राहकों के एक समूह से संबंधित धन का उपयोग दूसरों के लेन-देन के लिए ब्रोकर क्या है कर सकता है.

बिजनेस स्टैंडर्ड के रिपोर्ट के मुताबिक, SEBI के नए नियम इस तरह के मामलों पर नजर रखेगी. 2 मई से ब्रोकरों को CCIL की बेवसाइट पर एक फाइल अपलोड करनी होगी. जिसमें प्रत्येक ग्राहक को दी जाने वाली सीमा का ब्रेक-अप देना होगा. इस जानकारी के आधार पर CCIL यह सुनिश्चित करेगा कि कोई ग्राहक अपनी व्यक्तिगत सीमा से अधिक पोजीशन न लें.

Zerodha के COO वेणु माधव कहते हैं, "इन मानदंडों की शुरूआत का मतलब यह होगा कि कोई ग्राहक दूसरे ग्राहकों की सीमा का उपयोग करके उसके द्वारा जमा किए गए मार्जिन से अधिक की पोजीशन नहीं ले सकेगा."

2. फ्लोटिंग नेट वर्थ की अवधारणा

अब फ्लोटिंग नेट वर्थ की अवधारणा पेश की गई है. ब्रोकरों को न्यूनतम नेट वर्थ के अलावा फ्लोटिंग नेट वर्थ भी मेंटेन करना होगा. मान लीजिए की एक ब्रोकर का एवरेज कैश बैलेंस 10,000 करोड़ रुपये है, उसे अब 1,000 करोड़ रुपये का नेट वर्थ बनाए रखना होगा. ब्रोकरों को फरवरी 2023 तक इस मानदंड का पालन करना होगा.

3. भुगतान में देरी से सावधान रहें

ब्रोकर के साथ खाता खोलने से पहले ऑनलाइन रिव्यू जरूर पढ़ें. एक्सचेंजों की वेबसाइटों पर ब्रोकर के खिलाफ शिकायतों की जांच करें. यदि आपको भुगतान में देरी, धन के गलत प्रबंधन, या अनधिकृत ट्रेडों से संबंधित शिकायतें मिलती हैं, तो उस ब्रोकर से बचें. हाई लीवरेज के वादे के साथ ग्राहकों को लुभाने की कोशिश करने वाले किसी भी ब्रोकर से बचना चाहिए.

4. ब्रोकिंग चार्जेज का ध्यान रखें

अकसर ब्रोकर्स अपना ब्रोकिंग चार्ज फिक्स्ड ही रखते हैं. हालांकि, ये कारोबार के वॉल्यूम और फ्रीक्वेंसी पर भी निर्भर करते हैं. ऐसे में इस बारे में बात ब्रोकर क्या है कर लेना भी जरूरी है.

5. अन्य सेवाओं की जानकारी

कुछ ब्रोकरेज हाउस सिर्फ इक्विटी ब्रोकिंग की सेवा ही नहीं प्रदान करतें, बल्कि कई प्रकार की अन्य सेवाएं भी आप तक ब्रोकर क्या है पहुंचाते हैं. ऐसे में जान लें कि यह सेवाएं क्या हैं और आपके लिए इनकी क्या उपयोगिता है. इसके बाद ही ब्रोकर का चयन करें.

आइये जाने स्टॉक ब्रोकर क्या होते है, शेयर बाजार में स्टॉक ब्रोकर के प्रकार के बारे में

What is Stock Broker in Hindi

What is Stock Broker in Hindi

What is Stock Broker in Hindi: शेयर मार्केट के बारे में हम सभी ने सुना है। शेयर मार्केट से ही स्टॉक ब्रोकर (stock broker) भी जुड़ा होता है। ज्यादातर हमें से सभी लोगों ने स्टॉक ब्रोकर का नाम भी सुना होगा! आज हम जानेगे स्टॉक ब्रोकर क्या होता है? स्टॉक ब्रोकर का शेयर मार्केट में क्या काम करता है?

स्टॉक ब्रोकर का काम शेयर मार्केट (share market) में बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह स्टॉक एक्सचेंज और इन्वेस्टर के बीच में एक कड़ी के रूप में काम करता है। बिना ब्रोकर के कोई भी निवेशक (Investor) शेयर मार्केट में निवेश नहीं कर सकता है। अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है। यह दोनों ही अकाउंट आप एक स्टॉकब्रोकर में ही खोल सकते हैं।

दूसरे शब्द में कहे तो किसी भी Investor द्वारा शेयर को खरीदने और बेचने के आर्डर को स्टॉक एक्सचेंज (stock exchange) तक पहुंचाने का काम स्टॉक ब्रोकर का काम होता है।

स्टॉक ब्रोकर को ही दलाल के नाम से भी जानते हैं। सामान्य शब्दों में कहें तो वह व्यक्ति या संस्था या कंपनी जो हमारे शेयर के खरीदने के आर्डर को मार्केट में पहुंचाने का काम करता है उसे स्टॉकब्रोकर कहा जाता है। यह स्टॉक ब्रोकर कोई व्यक्ति, कंपनी या फिर कोई फर्म हो सकती है। यह स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर होते हैं

रेटिंग: 4.97
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 381
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *