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सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण

सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण
इससे मांग प्रभावित हुई। संवत 2078 के पहले 3-4 महीने में कच्चे तेल की कीमत वैश्विक मंदी के डर से घटीं। ओपेक की तरफ से पिछले महीने आपूर्ति में कटौती से कच्चे कीमतों में आ रही गिरावट थामने में मदद मिली।

Share India Securities Stock details in Hindi

Goods Barometer: सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण वर्ष 2023 में वैश्विक अर्थव्यवस्था के धीमा पड़ने के संकेत, क्या कहते हैं WTO के आंकड़े?

वैश्विक व्यापार वृद्धि 2022 के आखिरी महीनों सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण और 2023 में धीमी पड़ने की संभावना है क्योंकि विश्व अर्थव्यवस्था मजबूत विपरीत परिस्थितियों से घिरी हुई है। विश्व व्यापार संगठन के माल व्यापार बैरोमीटर के आंकड़े इसकी पुष्टि करते हैं। वर्तमानद में गुड्स ट्रेड बैरोमीटर इंडेक्स रीडिंग 96.2 है।

गुड्स ट्रेड बैरोमीटर विश्व व्यापार के लिए एक समग्र प्रमुख संकेतक है, जो हाल के रुझानों के सापेक्ष व्यापार की वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करता है। 100 से अधिक मान अपट्रेंड यानी विस्तार का संकेत देते हैं जबकि 100 से कम मूल्य डाउनट्रेंड यानी कटौती का संकेत देते हैं।

© Amar Ujala द्वारा प्रदत्त Image Courtesy: World Trade Organization

विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) ने सोमवार को कहा कि सूचकांक में गिरावट का श्रेय यूक्रेन में युद्ध, उच्च ऊर्जा कीमतों और प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मौद्रिक तंगी को दिया जा सकता है। निर्यात ऑर्डर (91.7), एयर फ्रेट (93.3) और इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स (91.0) का प्रतिनिधित्व करने वाले उप-सूचकांकों में नकारात्मक रीडिंग दिख रही है। साथ ही ये आंकड़े व्यापार जगत में सुस्ती और वैश्विक आयात में कमजोरी दर्शाते हैं।

उतारचढ़ाव के बीच झूलते रहे बाजार

प्रतिफल के लिहाज से संवत 2078 कुछ हद तक निराशाजनक रहा। सेंसेक्स और निफ्टी मामूली गिरावट के साथ बंद हुए, जो संवत 2071 के बाद से खराब प्रतिफल का पहला वर्ष था। हालांकि वर्ष का मुख्य ​आकर्षण घरेलू बाजारों की मजबूती और वै​श्विक प्रतिस्प​र्धियों के मुकाबले उनका अच्छा प्रदर्शन था।

इसे इस तरह से समझते हैं। मॉर्गन स्टैनली कैपिटल इंटरनैशनल (एमएससीआई) इमर्जिंग मार्केट्स इंडेक्स पिछले साल में 33 प्र​श्तिात गिरा, डाउ जोंस इंड​स्ट्रियल एवरेज में 13 प्रतिशत की कमजोरी आई, और एमएससीआई ऑल कंट्री वर्ल्ड इंडेक्स 23 प्रतिशत गिरावट का ​शिकार हुआ।

हालांकि, निफ्टी स्थानीय मुद्रा के संदर्भ में 2 प्रतिशत से कम गिरा। मुद्रास्फीति बरकरार रहने, रूस-यूक्रेन गतिरोध की वजह से जिंस कीमतों में दबाव, चीन में लॉकडाउन और महामारी के बाद राहत उपाय धीरे धीरे समाप्त किए जाने की वजह से वै​श्विक शेयर बाजारों में कमजोरी आई थी।

प्रमुख ट्रेड यूनियनों ने सीतारमण के साथ बजट पूर्व बैठक का किया बहिष्कार, उचित समय नहीं देने का लगाया आरोप

फोटोः IANS

नवजीवन डेस्क

एआईटीयूसी, आईएनटीयूसी, एसआईटीयू, एचएमएस, एलपीएफ, एसईडब्ल्यूए और एआईयूटीयूसी समेत देश की दस बड़ी ट्रेड यूनियनों ने सोमवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बजट को लेकर विचार-विमर्श करने वाली बैठक का बहिष्कार किया। बताया जा रहा है कि यूनियनों ने केंद्र के समक्ष अपनी मांगों को रखने के लिए उचित समय सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण नहीं देने का आरोप लगाते हुए बहिष्कार का फैसला लिया है।

इससे पहले 25 नवंबर को सीतारमण को लिखे एक पत्र में वित्त सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण मंत्रालय द्वारा मंत्री के समक्ष अपने विचार रखने के लिए समय देने का आह्वान किया गया था, जब उनके अनुरोध पर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो यूनियनों ने बैठक का बहिष्कार करने की धमकी दी। उन्होंने प्रत्येक यूनियन को अपनी बजट मांगों को आगे बढ़ाने के लिए आवंटित तीन मिनट के समय को मजाक करार दिया।

शेयर इंडिया सिक्योरिटीज के शेयर्स में तेजी कारण!

शेयर इंडिया सिक्योरिटीज के शेयर्स में तेजी प्रमुख कारण इसके कारोबार में निरंतर विस्तार है। पिछले कारोबारी सत्र में SIS का मार्केट कैप 40587 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। आपको बता दें कि पिछली तिमाही में SIS सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण ने दो कम्पनीओ अल्गोवायर ट्रेडिंग टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड और यूट्रेड सलूशन प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण किया है।

  • Algowire Trading Technologies Pvt Ltd में SIS ने 51 फ़ीसदी हिस्सेदारी खरीदी है।
  • Utrade Solutions Pvt Ltd. में SIS ने 63.5 फ़ीसदी हिस्सेदारी खरीदी है।
  • SIS Stock के 1300 का लेवल छूते ही इसका मार्केट कैप 40587 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

शेयर इंडिया सिक्योरिटीज लिमिटेड की पूरी जानकारी

क्या काम करती है शेयर इंडिया सिक्योरिटीज लिमिटेड?

शेयर इंडिया सिक्योरिटीज लिमिटेड निवेशकों को शेयर ब्रोकिंग और ट्रेडिंग की सेवाएं प्रदान कराती है। यह एक स्मॉलकैप कंपनी है जिसका मार्केट कैप 40587 करोड़ रुपये है। SIS इक्विटी, फ्यूचर, ऑप्शन और करंसी डेरिवेटिव्स सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण सेगमेंट्स कार्य करती है। Share India Securities डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट, रिसर्च एनालिस्ट, म्यूचुअल फंड एडवाइजर और डिस्ट्रिब्यूटर की भी सेवाएं प्रदान करती है।

शेयर मार्किट के एक्सपर्ट और विश्लेषकों की माने तो SIS के शेयर में आगे भी तेजी के संकेत दिखाई दे रहे है। फंडामेंटल के हिसाब से देखें तो यह कंपनी बहुत ही मजबूत है। पिछले साल इस कंपनी ने अपने प्रतिस्पर्धी कंपनियों की तुलना में 100 फीसदी की ग्रोथ दिखाई है। SIS ने निवेशकों को जनवरी 2021 से लेकर जनवरी 2022 तक 381.05 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण है।

अगर पिछले तीन महीने की बात की जाये तो महज 3 महीने की छोटी अवधि में भी शेयर इंडिया सिक्योरिटीज के इस शेयर सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण ने निवेशकों को 34.55% का रिटर्न दिया है। इससे SIS के शेयर में आगे भी तेजी के संकेत मिल रहे है। सूचकांक ट्रेड करने के प्रमुख कारण इसका रेवेन्यू और मुनाफा भी शानदार ग्रोथ वाला रहा है। यहाँ देखिये वार्षिक रिपोर्ट: SIS Annual Reports

FAQ: Share India Securities Stock details in Hindi

Q: शेयर इंडिया सिक्योरिटीज लिमिटेड क्या है?
Ans: शेयर इंडिया सिक्योरिटीज लिमिटेड एक शेयर ब्रोकिंग और ट्रेडिंग कंपनी है। यह इक्विटी, फ्यूचर, ऑप्शन और करंसी डेरिवेटिव्स सेगमेंट्स कार्य करती है।

Q: शेयर इंडिया सिक्योरिटीज के शेयर का 52 वीक का लो क्या है?
Ans: शेयर इंडिया सिक्योरिटीज के शेयर का 52 वीक का लो 170.75 है।

Q: शेयर इंडिया सिक्योरिटीज के शेयर का 52 वीक का हाइ क्या है?
Ans: Share India Securities Stock इस समय अपने 52 वीक के हाइ यानि उच्चतम स्तर 1,345.00 पर ट्रेड कर रहा है।

Q: क्या SIS के शेयर में आगे भी तेजी के संकेत है?
Ans: शेयर मार्किट के एक्सपर्ट और विश्लेषकों की माने तो SIS के शेयर में आगे भी तेजी के संकेत दिखाई दे रहे है क्योकि कंपनी का फंडामेंटल बहुत ही मजबूत है।

प्रमुख ट्रेड यूनियनों ने सीतारमण के साथ बजट पूर्व बैठक का किया बहिष्कार, उचित समय नहीं देने का लगाया आरोप

फोटोः IANS

नवजीवन डेस्क

एआईटीयूसी, आईएनटीयूसी, एसआईटीयू, एचएमएस, एलपीएफ, एसईडब्ल्यूए और एआईयूटीयूसी समेत देश की दस बड़ी ट्रेड यूनियनों ने सोमवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बजट को लेकर विचार-विमर्श करने वाली बैठक का बहिष्कार किया। बताया जा रहा है कि यूनियनों ने केंद्र के समक्ष अपनी मांगों को रखने के लिए उचित समय नहीं देने का आरोप लगाते हुए बहिष्कार का फैसला लिया है।

इससे पहले 25 नवंबर को सीतारमण को लिखे एक पत्र में वित्त मंत्रालय द्वारा मंत्री के समक्ष अपने विचार रखने के लिए समय देने का आह्वान किया गया था, जब उनके अनुरोध पर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो यूनियनों ने बैठक का बहिष्कार करने की धमकी दी। उन्होंने प्रत्येक यूनियन को अपनी बजट मांगों को आगे बढ़ाने के लिए आवंटित तीन मिनट के समय को मजाक करार दिया।

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