क्रिप्टो करेंसी से पैसा कैसे कमाए?

बिटकॉइन का मार्केट वैल्यू कैसे बढ़ता है

बिटकॉइन का मार्केट वैल्यू कैसे बढ़ता है
Digital Rupee: आखिरकार अपनी डिजिटल करेंसी यानि वर्चुअल करेंसी Digital RUPEE की शुरुआत हो गई है. 1 नवंबर 2022 से होल्सेल ट्रांजैक्शन में इसका इस्तेमाल होगा. हालांकि, अभी इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है. डिजिटल रूपी की शुरुआत होने के साथ ही हमें भी यह समझना जरूरी है कि ये क्या है और कैसे काम करेगा? Digital Rupee अब आपकी पॉकेट में नहीं होगा. लेकिन, वर्चुअल वर्ल्ड में इसका इस्तेमाल आपके जरिए ही होगा. ये नोट की तरह जेब में रखने के लिए नहीं मिलेगा. प्रिंट भी नहीं होगा. बल्कि टेक्नोलॉजी के जरिए आपके काम आएगा. जैसे- क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Cryptocurrency Bitcoin) का इस्तेमाल होता है. सरकार इसे पूरी तरह से लीगल टेंडर बनाएगी और मानेगी भी. इसमें निवेश भी बिटकॉइन का मार्केट वैल्यू कैसे बढ़ता है आसान होगा. अच्छी बात ये है कि इसे हमारी सरकार, RBI रेगुलेट करेगा. इसलिए पैसा डूबने का खतरा नहीं होगा.

Cryptocurrency Prices Factors Affecting Bitcoin Hindi : क्रिप्टोकरेंसी मे तेजी से उतार चढ़ाव कैसे होता रहता है। जानिए इससे जुड़े कुछ फेक्ट के बारे मे

बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट वैल्यू पिछले दो से तीन वर्षों मे तेजी से बढ़ा है। जिसके कारण दुनिया मे क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की लोकप्रियता भी लगातार बढ़ती जा रही है। इस मामले मे इंडिया भी पीछे नहीं है। यहा पर भी इसके यूजर्स दिन प्रतिदिन बढ़ रहे है।

एक रिपोर्ट के अनुसार इंडिया मे बिटकॉइन का मार्केट वैल्यू कैसे बढ़ता है क्रिप्टो करेंसी का मार्केट पिछले एक से दो वर्षों मे बीस करोड़ डॉलर से बढ़कर तकरीबन 40 से 25 अरब डॉलर के पास पहुच गया है। बिटकॉइन के अलावा भी कई ऐसी करेंसी है जिनकी लोकप्रियता भी धीरे धीरे बढ़ रही है। जैसे कि Dogecoin, Ethereum, XRP, Tether और Cardano

इस करेंसी मे जितनी तेजी से ग्राफ बढ़त है तो उतनी ही तेजी से गिरता भी हैलेकिन अब सवाल है कि किन स्तिथियों मे इसका ग्राफ गिरता और बढ़ता है। इस लेख मे हम आपको क्रिप्टो करेंसी से जुड़े हुए इसी प्रकार के सवालों के बारे मे जानकारी बिटकॉइन का मार्केट वैल्यू कैसे बढ़ता है देने वाले है। इसलिए इस लेख को पूरा पढे। इस लेख मे हम आपको बताने वाले है कि क्यों क्रिप्टो करेंसी की कीमते तेजी से गिरती और बढ़ती रहती है। ताकि क्रिप्टो निवेशक पहले ही सावधान हो सके।

क्रिप्टोकरेंसी इतनी अस्थिर क्यों होती हैं?

मार्केट के हिसाब से वर्तमान मे क्रिप्टोकरेंसी अभी एक नई करेंसी है। जिसके उतार चढ़ाव के बारे मे अभी इतना अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है कि ये किस प्रकार से कार्य करती है। इस करेंसी मे निवेश करके निवेशक इसके उतार चढ़ाव के बारे मे रिसर्च कर रहे है ।
कि इस करेंसी का मार्केट किस प्रकार से काम करता है।

देश दुनिया के क्रिप्टो एक्सपर्ट्स के अनुसार बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी है जो ब्लॉकचेन तकनीक पर कार्य करती है। जिनकी कीमते बनाने और बढ़ाने के लिए डिजाइन की गई है। जिसके कारण लोगों को पैसों के लेनदेन के लिए बैंकों में जाने की जरूरत नहीं है।

अगर किसी के पास होल्डर के पास बिटकॉइन करेंसी है। तो उसकी कीमत और वैल्यू वैसे ही मानी जाएगी जैसे कि ईटीएफ में गोल्ड की होती है। बिटकॉइन निवेशक इसके जरिए शॉपिंग भी कर सकते है या इसे होल्ड करके भी रख सकते है। ताकि भविष्य में सेल करके इसके जरिए कमाई कर सके।

करेंसी की उपयोगिता कितनी है.

दूसरी करेंसी की तरह क्रिप्टो करेंसी की उपयोगिता भी इस बात पर निर्भर करती है कि उस करेंसी का कितने लोग किस प्रकार से इस्तेमाल करते है । बिटकॉइन का मार्केट वैल्यू कैसे बढ़ता है अगर निवेशक बिटकॉइन क्रिप्टो करेंसी को होल्ड करने के बजाए उसे अलग अलग तरीकों से खर्च करते है तो उसकी मार्केट मे कीमतें बढ़ेगी।

यही कारण है धीरे धीरे कंपनिया,बड़े रेस्टोरेंट , शॉपिंग स्टोर ने बिटकॉइन क्रिप्टो करेंसी से पेमेंट लेना शुरू कर दिया है। जिसके कारण इस करेंसी की उपयोगिता बढ़ेगी तो उसकी कीमतों मे उछाल आएगा।

जानिए कैसे कजाकिस्तान की अशांति ने दिया बिटकॉइन माइनिंग इंडस्ट्री को झटका

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जानिए कैसे कजाकिस्तान की अशांति ने दिया बिटकॉइन माइनिंग इंडस्ट्री को झटका

कभी सोवियत संघ का हिस्सा रहा कजाकिस्तान इन दिनों जबरदस्त हिंसा से गुजर रहा है. इसकी शुरुआत पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत बढ़ने के विरोध के रूप में हुई और जल्दी ही इसने गृहयुद्ध का रूप ले लिया. इस हिंसा में 150 से ज्यादा लोग मारे गए, हजारों घायल हुए और हजारों गिरफ्तार किए गए हैं. भ्रष्टाचार, गरीबी, बेरोजगारी जैसी समस्याओं के कारण राष्ट्रपति कासिम जोमार्ट टोकायेव की सरकार के खिलाफ लोगों में काफी गुस्सा है.

विद्रोह दबाने के लिए पूर्व राजधानी अलमाटी समेत बिटकॉइन का मार्केट वैल्यू कैसे बढ़ता है कई शहरों में इंटरनेट और टेलीकम्युनिकेशन सेवाएं कई दिनों के लिए बंद कर दी गईं. अलमाटी में पांच दिनों बाद इंटरनेट सेवा तो बहाल कर दी गई, लेकिन कई शहरों में एहतियातन अभी अंकुश जारी है. इस अशांति ने एक नई उभरती इंडस्ट्री को बड़ा झटका दिया है और वह है क्रिप्टो करेंसी माइनिंग इंडस्ट्री.

इन देशों ने लगा रखी है बिटकॉइन यूजर्स पर पाबंदी

इन देशों ने लगा रखी है बिटकॉइन यूजर्स पर पाबंदी

दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (bitcoin) का चलन पिछले कुछ वर्षों में काफी बढ़ गया है. Allied Market Research की एक रिपोर्ट के मुताबक, ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट साइज (hlobal cryptocurrency market बिटकॉइन का मार्केट वैल्यू कैसे बढ़ता है size) 2020 में 1.49 बिलियन डॉलर था. 2030 तक इसके 4.94 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. यह 2021 से 2030 तक 12.8% की CAGR (Compound Annual Growth Rate) से बढ़ रहा है.

दुनियाभर के अलग-अलग देशों में क्रिप्टोकरेंसी सरकार या मौद्रिक अधिकारियों से लेनदेन के माध्यम के रूप में अपना अधिकार प्राप्त करने की कोशिश कर रही है. लेकिन, अलग-अलग वित्तीय क्षेत्राधिकारों में इसकी कानूनी रुपरेखा तैयार करना मुश्किल है, क्योंकि इस पर किसी भी बैंक, या सरकार का कंट्रोल नहीं है.

सभी को मिलेगा डिजिटल रूपी

डिजिटल रुपी दो तरह का होगा. एक बड़ी रकम के लेनदेन के लिए होगा जिसका नाम सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी होलसेल होगा. इसका इस्तेमाल बड़े वित्तीय संस्थान जिसमें बैंक, बड़ी नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां और दूसरे बड़े सौदे करने वाले संस्थान करेंगे. इसके अलावा रिटेल के लिए सेंट्रल बिटकॉइन का मार्केट वैल्यू कैसे बढ़ता है बैंक डिजिटल करेंसी रिटेल भी आएगा. इसका इस्तेमाल लोग रोजमर्रा के लेनदेन के लिए कर सकेंगे. ये भी पहले चुनिंदा जगहों और बैंकों के साथ शुरू होगा. रिटेल प्रोजेक्ट में सभी आयुवर्ग के लोगों को शामिल किया जाएगा. फिर उनके अनुभवों के आधार पर जरूरत पड़ने पर फीचर्स में बदलाव होगा.

डिजिटल रुपी को डिजिटल पेमेंट सिस्टम की अहम कड़ी UPI से भी जोड़ा जाएगा. इससे लोग Paytm, PhonePe जैसे दूसरे अहम वॉलेट से लेन देन कर सकें. जिस तरह 10, 20, 50, 100, 500 वाले नोट होते हैं. उसी वैल्यू (डिनॉमिनेशन) वाला डिजिटल रुपी भी आएगा. हालांकि, कोई व्यक्ति कितना डिजिटल रुपी रख सकेगा, इसकी सीमा भी तय की जा सकती है. डिजिटल करेंसी से पेमेंट पर गोपनीयता बनाए रखने की कोशिश की जाएगी. मुमकिन है कि चुनिंदा सरकारी एजेंसियों को छोड़कर बाकी किसी को डिजिटल रुपी से हुए सौदों की पूरी सटीक जानकारी नहीं दी जाए.

डिजिटल RUPEE की खासियत

- CBDC देश का डिजिटल टोकन होगा.
- बिजनेस में पैसों के लेनदेन का काम हो जाएगा आसान.
- चेक, बैंक अकाउंट से ट्रांजैक्शन का झंझट नहीं रहेगा.
- मोबाइल से कुछ सेकेंड में पैसे ट्रांसफर होंगे.
- नकली करेंसी की समस्या से छुटकारा मिलेगा.
- पेपर नोट की प्रिटिंग का खर्च बचेगा.
- डिजिटल करेंसी जारी होने के बाद हमेशा बनी रहेगी.
- CBDC को डैमेज नहीं किया जा सकेगा.

डिजिटल रुपी मौजूदा करेंसी नोट की व्यवस्था को खत्म करने के लिए नहीं आ रहा है. बल्कि लोगों को लेनदेन में एक और ऑप्शन देगा. करेंसी नोट वाली व्यवस्था और डिजिटल रुपी वाली व्यवस्था दोनों चलेंगी. इससे कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा मिलेगा. डिजिटल रुपी कुछ इस तरह से लाया जाएगा कि बिना इंटरनेट के भी इसका पेमेंट किया जा सकेगा. मकसद ये भी होगा कि ऐसे लोग जिनके पास बैंक खाता नहीं है वो भी इसका इस्तेमाल कर सकें.

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TV9 Hindi | Edited By: Ravikant Singh

Updated on: Dec 09, 2020 | 11:48 AM

कोरोना वायरस ने लगभग हर चीज को वर्चुअल बना दिया है. रुपये पैसे का लेनदेन तो वर्चुअल हो ही चला है, वर्चुअल करेंसी का चलन भी तेजी से बढ़ रहा है. इस वर्चुअल करेंसी का नाम है बिटकॉइन का मार्केट वैल्यू कैसे बढ़ता है बिटकॉइन. रुपये पैसे या डॉलर की तरह यह करेंसी दिखती नहीं है लेकिन इसका इस्तेमाल खरीद-बिक्री के लिए वैसे ही कर सकते हैं. सबसे बड़ी बात कि बिटकॉइन किसी एक देश की करेंसी से नहीं जुड़ी है, यह यूनिवर्सल है. लोगों को इस करेंसी में अपार संभावनाएं दिख रही हैं तभी 2009 में 36 पैसे के बराबर वैल्यू से शुरू हुई बिटकॉइन आज 13 लाख रुपये तक पहुंच गई है.

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