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लाभ और बचत

लाभ और बचत

लाभ का पर्यायवाची

लाभ के पर्यायवाची हैं – फ़ायदा, प्रॉफ़िट, नफ़ा, बेनिफ़िट, प्राप्ति, हित, मुनाफ़ा, भलाई, अर्थयुक्ति, बचत, फ़ायदा, हित, नफ़ा, गुण, भलाई, मार्जिन, सीमा, नफ़ा, किनारा, हाशिया, मुनाफ़ा, हद, प्रलंभ, धोखा, प्राप्ति, छल-कपट, संग्रहण, संग्रहकरण, प्राप्ति, संकलन, मुनाफ़ा, फ़ायदा, नफ़ा, हित, कल्याण, फ़ायदा, लाभदायक, मंगल, उपयोगी, अनुकूल, भलाई, उपयुक्त, मतलब, स्वार्थ, गरज़, प्रयोजन, सफलता, साफल्य, कामयाबी, प्राप्ति, कृतकार्यता, उत्पत्ति, कमाई, आमदनी, पैदावार, फ़ायदा, प्राप्ति, लब्धि, भागफल, संयोग, प्राप्ति, आप्ति, उपयुक्तता, संबंध, पूर्णता, लाभांश, बोनस, लौटना, प्रत्यागम आदि। जिन शब्दों के अर्थ में समानता हो, उन शब्दों को ‘पर्यायवाची शब्द’ अथवा ‘समानार्थी शब्द’ कहते हैं। हिन्दी एक समृद्ध भाषा है, यही कारण है कि हिन्दी में प्रत्येक शब्द के लिए एक से अधिक शब्द उपलब्ध हैं।

लाभ के लिए पर्यायवाची शब्दों का प्रयोग

प्रत्येक शब्द की महत्ता विषय के अनुसार होती है। एक ही शब्द के पर्यायवाची समय और विषय के अनुसार अलग-अलग अर्थ प्रकट कर सकते हैं। जैसे – लाभ का एक पर्यायवाची शब्द फ़ायदा है। समय और विषय के अनुसार लाभ और फ़ायदा के अर्थ भिन्न हो सकते हैं।

लाभ के पर्यायवाची शब्दों के अर्थ

अब अगर लाभ और उसके पर्यायवाची फ़ायदा, प्रॉफ़िट, नफ़ा, बेनिफ़िट, प्राप्ति, हित, मुनाफ़ा, भलाई, अर्थयुक्ति, बचत, फ़ायदा, हित, नफ़ा, गुण, भलाई, मार्जिन, सीमा, नफ़ा, किनारा, हाशिया, मुनाफ़ा, हद, प्रलंभ, धोखा, प्राप्ति, छल-कपट, संग्रहण, संग्रहकरण, प्राप्ति, संकलन, मुनाफ़ा, फ़ायदा, नफ़ा, हित, कल्याण, फ़ायदा, लाभदायक, मंगल, उपयोगी, अनुकूल, भलाई, उपयुक्त, मतलब, स्वार्थ, गरज़, प्रयोजन, सफलता, साफल्य, कामयाबी, प्राप्ति, कृतकार्यता, उत्पत्ति, कमाई, आमदनी, पैदावार, फ़ायदा, प्राप्ति, लब्धि, भागफल, संयोग, प्राप्ति, आप्ति, उपयुक्तता, संबंध, पूर्णता, लाभांश, बोनस, लौटना, प्रत्यागम के अर्थ समय और विषय के अनुसार अलग-अलग अर्थ प्रकट कर सकते हैं, तब यह जानना आवश्यक हो जाता है कि किस शब्द का प्रयोग समय या विषय के अनुसार किया जाए। इसके लिए उपयुक्त यही है कि लाभ के पर्यायवाची शब्दों के अर्थ देखे जाएं। लाभ के पर्यायवाची शब्दों के अर्थ देखने के लिए फ़ायदा, प्रॉफ़िट, नफ़ा, बेनिफ़िट, प्राप्ति, हित, मुनाफ़ा, भलाई, अर्थयुक्ति, बचत, फ़ायदा, हित, नफ़ा, गुण, भलाई, मार्जिन, सीमा, नफ़ा, किनारा, हाशिया, मुनाफ़ा, हद, प्रलंभ, धोखा, छल-कपट, छल-कपट, संग्रहण, संग्रहकरण, प्राप्ति, संकलन, मुनाफ़ा, फ़ायदा, नफ़ा, हित, कल्याण, फ़ायदा, लाभदायक, मंगल, उपयोगी, अनुकूल, भलाई, उपयुक्त, मतलब, स्वार्थ, गरज़, प्रयोजन, सफलता, साफल्य, कामयाबी, प्राप्ति, उत्पत्ति, उत्पत्ति, कमाई, आमदनी, पैदावार, फ़ायदा, प्राप्ति, लब्धि, भागफल, संयोग, प्राप्ति, आप्ति, उपयुक्तता, संबंध, पूर्णता, लाभांश, बोनस, लौटना, प्रत्यागम शब्दों पर क्लिक करें।

लाभ का समानार्थी शब्द

पर्यायवाची शब्दों को ही पर्यायवाचक, समानार्थी अथवा समानार्थक शब्द कहा जाता है। लाभ के लाभ और बचत पर्यायवाची शब्द ही लाभ के पर्यायवाचक, लाभ के समानार्थी अथवा लाभ के समानार्थक शब्द हैं।

Synonyms of लाभ

लाभ शब्द से मिलते जुलते शब्द

लाभ के पर्यायवाची लाभ और बचत शब्दों के अतिरिक्त हिन्दी भाषा में कुछ ऐसे शब्द भी हैं जो उच्चारण एवं बनावट में लाभ शब्द के बहुत निकट हैं। नीचे उसकी सूची दी गई है। शब्दों पर क्लिक करके आप उनका अर्थ और पर्यायवाची जान सकते हैं।

अच्छी खबर: अब डाकघर बचत खातों के माध्यम से भी मिलेगा विभिन्न स्कूली योजनाओं का लाभ, बच्चों को होगी काफी सहूलियत

मणिकांत मिश्र | बेतिया| सरकारी स्कूलों में संचालित विभिन्न लाभुक आधारित योजनाओं का लाभ अब डाकघर बचत खातों के माध्यम से भी प्राप्त किया जा सकता है। संचार मंत्रालय भारत सरकार ने राज्य शिक्षा विभाग को विभिन्न लाभुक आधारित योजनाओं में डीबीटी के माध्यम से भेजी जाने वाली राशि में बैंक खातों के अतिरिक्त पास डाकघर बचत खातों को भी शामिल करने का अनुरोध किया था। जिसके बाद शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षा अधिकारियों को डीबीटी के माध्यम से मिलने वाले स्कूली योजनाओं के लाभ के लिए बैंक खातों के अतिरिक्त डाकघर के बचत खातों को भी शामिल करने का निर्देश दिया है।

विभाग के इस निर्णय से ग्रामीण इलाकों को विशेष लाभ मिल सकता है। शिक्षा विभाग के इस निर्णय से ग्रामीण इलाकों के बच्चों व अभिभावकों को काफी सहूलियत होगी। अधिकांश व्यवसायिक बैंकों की शाखाएं शहरों या ग्रामीण हाट बाजारों तक सीमित हैं। जबकि पोस्ट ऑफिस की सुविधा प्रायः प्रत्येक गांव व पंचायत में उपलब्ध हैं। ऐसे में लाभुक आधारित योजनाओं लाभ और बचत में डाकघर बचत खाता का विकल्प जुड़ने से ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों व अभिभावकों को काफी सहूलियत मिलेगी। वे गांव व पंचायत स्तर पर ही डाक घर में अपना खाता खोलकर स्कूलों में संचालित विभिन्न लाभुक आधारित योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। बैंकों की अपेक्षा डाकघरों में बचत खाता भी आसानी से खुल जाता है।

बैंकिंग की तरह डाकघर के खातों पर भी मिल रही कई तरह की सुविधाएं

व्यवसायिक बैंकों की तरह अब डाकघर भी अपने खाताधारकों को आधुनिक बैंकिंग सुविधाएं दे रहा है। बैंकों की तरह ही अब डाकघरों में खाता खोलने वालों को भी सीबीएस बैंकिंग, नेट बैंकिंग, एटीएम कार्ड, चेक बुक, एटीएम सहित अन्य कई प्रकार की सुविधाएं मिल रही हैं। इसकी वजह से डाकघर के बचत खातों में भी डीबीटी के माध्यम से लाभुक आधारित योजनाओं की राशि आसानी से हस्तांतरित हो सकती है।

बैंकों की किच किच से भी मिलेगी निजात

व्यवसायिक बैंकों की लाभ और बचत शाखाएं वर्तमान समय में स्टाफ की कमी झेल रही हैं। पहले से ही खातों के बोझ तले दबे बैंक कर्मी छोटे बच्चों का खाता खोलने में आनाकानी करते हैं। बच्चों के खाता को खोलने को लेकर किच-किच होता रहता है। लेकिन डाकघर में आसानी से खाता खुल सकता है, वह भी घर गांव घर के नजदीक। इससे सभी बच्चों को खाता की सुविधा मिल जाएगी।

लाभ और बचत

आपको सिर्फ इतना करना है कि आप अपने परिवार के सभी सदस्यों के खाते खोलें और खाते मे बकाया शेष के लचीलेपन को बनाए रखने के लिए उन सभी को एक समूह के रूप मे लिंक कर दें। परिवार के सभी सदस्यों के खातों के कुल बकाए की राशि के आधार पर निःशुल्क सुविधाओ के लिए परिवार के सभी सदस्य पात्र हो जाते हैं।

  • समूह मे एक परिवार के न्यूनतम 2 और अधिकतम 6 बचत बैंक खातों को जोड़ा जा सकता है। वे ग्राहक जिनके एक से अधिक बचत खाते हमारे पास खुले हों, वह अपने सभी खाते तथा परिवार के अन्य सदस्यों के खाते इस योजना के तहत एक समूह के रूप मे साथ जोड़ सकते हैं।
  • परिवार के सदस्यों मे दादा-दादी, पिता-माता, पति-पत्नी,भाई-बहन, बेटा-बेटी को शामिल किया जा सकता है।
  • योजना के तहत उपलब्ध निःशुल्क लाभ लेने के लिए, समूह विशेष के सभी खातों मे मिलकर बचत खातों में रू 1,00,000 अथवा मियादी जमा खातों मे रू 10,00,000 औसत तिमाही शेष रखना होगा। हालांकि, इस योजना के तहत खोले और समूहीकृत नए खातों के लिए, संयुक्त एस.बी. बैलेन्स रू 50,000 पर रखा गया है।
  • निःशुल्क सुविधाएं पहले दिन से ही उपलब्ध हो जाती हैं। इस योजना के लाभ परिवार के किसी भी सदस्य (खाते) द्वारा लिए जा सकते हैं। खातों को एक साथ समूह के रूप मे जोड़ने का एकमात्र उद्देश्य समूह की पहचान तथा समूह के तिमाही औसत की संगणना करना है।
  • एकल खाते खाताधारक द्वारा शाखा कार्यालय को दिये गए अधिदेश के अनुसार ही परिचालित किए जाएंगे और खातों मे गुप्तता एवं गोपनीयता का पूर्णरुपेण पालन किया जाएगा।

विशेषताएँ सुविधाएं
लाभ और बचत क) चेक बुक एवं धन प्रेषण
प्रति वर्ष मुफ्त व्यतिगत बहू शहरी चेक बुक प्रति खाते मे 2 बुक
प्रतिमाह इंटर सोल संव्यवहार (नकद छोड़कर) असीमित मुफ्त
एन. ई. एफ़. टी. / आर. टी. जी. एस. असीमित मुफ्त
प्रतिमाह मुफ्त प्रेषण प्रति खाते `20,000/- तक डीडी/पीओ
ख) इंटरनेशनल डेबिट सह एटीएम कार्ड सुविधा
एटीएम सह डेबिट कार्ड हाँ
एटीएम से आहरण 25000/-प्रति दिन
खरीददारी सीमा – पीओएस 25000/-प्रति दिन
संयुक्त सीमा (एटीएम+पीओएस) 50000/-प्रति दिन
डेबिट कार्ड उपयोग करने पर दुर्घटना बीमा कवर 2 लाख
डेबिट कार्डों के लिए कोई वार्षिक शुल्क नहीं
इंटरनेट बैंकिंग (निधि अंतरण+बिल भुगतान) मुफ्त
पास बुक/खाता विवरण मुफ्त
ग) एड-ऑन सुविधाएं
अन्य केन्द्रों मे नकद जमा प्रभारों मे छुट प्रति दिन `50000/- तक
सभी शाखाओं मे सेवा निवेदन प्रोसेसिंग मे प्राथमिकता हां
SMS अलर्ट मुफ़्त

समूह द्वारा औसत तिमाही शेष न रखने पर जुर्माना:

कोई जुर्माना नहीं। तथापि, जमा राशि अपेक्षित औसत तिमाही शेष से कम होने पर मुफ्त सुविधाएं नहीं मिलेंगी और सामान्य सेवा प्रभार लिए जाएंगे। अधिक जानकारी के लिए नजदीकी शाखा से लाभ और बचत संपर्क करें

Post Office NSC Scheme : योजना में 100 रुपये का निवेश करें, पांच साल बाद 21 लाख प्राप्त करें, जानें

Post Office NSC Scheme Update : इंडिया पोस्ट ( India Post ) में डाकघर राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र योजना ( Post Office National Savings Certificate Scheme ) क्या आपने कभी डाकघर में बचत और निवेश करने के बारे में सोचा है ! यदि नहीं, तो इसके बारे में सोचें क्योंकि डाकघर (Post Office) में आपके पैसे को सुरक्षित रखने और किसी भी अन्य स्रोतों की तुलना में बदले में अधिक लाभ देने के लिए कई लाभकारी योजनाएं हैं ! इसके अलावा, छोटी बचत का परिणाम आने वाले लाभ और बचत समय में बड़ा हो सकता है और भविष्य में बड़ी राहत प्रदान कर सकता है !

Post Office NSC Scheme Update

Post Office NSC Scheme Update

Post Office NSC Scheme Update

इंडिया पोस्ट ( India Post ) राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र योजना (Post Office National Savings Certificate Yojana) की योजनाओं पर निवेशकों को सालाना 6.8 फीसदी की दर से ब्याज मिलता रहेगा ! यह उन निवेशकों के लिए एक अच्छी खबर है, जो शून्य जोखिम लेने की क्षमता रखते हैं और अपने निवेश पर गारंटीड रिटर्न चाहते हैं ! डाकघर (India Post) लघु बचत योजनाओं का परीक्षण और परीक्षण किया जाता है और यह एक निवेशक को कम समय में कई गुना धन उगाहने में मदद करता है !

डाकघर राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र योजना (Post Office NSC Scheme) के अधिकांश निवेशकों को आकर्षित करती है ! यह निवेश उपकरण निवेशकों को सिर्फ 100 रुपये के साथ निवेश शुरू करने में मदद करता है ! ऐसे में आप सरकारी योजनाओं में निवेश कर सकते हैं ! इंडिया पोस्ट ( India Post ) में कई ऐसी योजनाएं हैं जहां आपको निवेश में अच्छा रिटर्न मिल सकता है ! राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (National Savings Certificate) भी डाकघर की एक बेहतरीन योजना है ! इस डाकघर राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र योजना (Post Office National Savings Certificate Yojana) में आप कुछ वर्षों में बड़ा पैसा जोड़ सकते हैं !

Post Office National Savings Certificate Benefits

राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र योजना (Post Office National Savings Certificate Yojana ) की परिपक्वता अवधि 5 वर्ष है ! खास बात यह है कि कुछ शर्तों के साथ आप 1 साल की मैच्योरिटी अवधि के बाद खाते की राशि निकाल सकते हैं ! राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र में ब्याज दरें (National Savings Certificate Interest Rates) सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष की प्रत्येक तिमाही की शुरुआत में निर्धारित की जाती हैं !

आप इसमें 100 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं ! इस डाकघर राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र योजना (Post Office NSC Scheme)पर फिलहाल सालाना 6.8 फीसदी ब्याज मिल रहा है ! इस इंडिया पोस्ट ( India Post ) के तहत आप आयकर की धारा 80सी के तहत सालाना 1.5 लाख रुपये की कर छूट भी प्राप्त कर सकते हैं !

Post Office NSC Scheme

भारतीय नागरिक किसी भी इंडिया पोस्ट ( India Post ) से एनएससी (NSC) प्राप्त कर सकते हैं ! यह निवेश विकल्प उन व्यक्तियों की पसंदीदा पसंद है जो सुरक्षित निवेश के रास्ते तलाश रहे हैं ! क्योंकि यह भारत सरकार द्वारा समर्थित है, जिसके परिणामस्वरूप कम जोखिम है !

वर्तमान में 5 वर्ष के कार्यकाल के साथ NSC के लिए उपलब्ध है ! NSC के लिए ब्याज दरें 7-8% PA के बीच होती हैं और हर वित्तीय वर्ष में वित्त मंत्रालय द्वारा तय की जाती हैं ! उदाहरण के लिए, वित्त वर्ष 2019-20 के लिए राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (National Savings Certificate) की ब्याज दर सालाना 8% चक्रवृद्धि है !

जबकि न्यूनतम निवेश राशि 100 रुपये है, पीपीएफ के विपरीत जमा की जा सकने वाली अधिकतम राशि की कोई सीमा नहीं है ! हालांकि, केवल 1.5 लाख रुपये सालाना धारा 80 सी के तहत कर छूट के लिए योग्य हैं !

5 साल में मैच्योर होंगे 21 लाख

उदाहरण के लिए अगर आप शुरुआत में राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र योजना (लाभ और बचत National Savings Certificate Yojana) में 15 लाख रुपये का निवेश करते हैं ! तो आपको 5 साल बाद 6.8 की ब्याज दर पर 20.85 लाख रुपये की राशि मिलेगी ! इसमें आपका निवेश 15 लाख होगा, लेकिन ब्याज के रूप में करीब 6 लाख रुपये का फायदा होगा. आप चाहें तो इसे और भी आगे बढ़ा सकते हैं !

राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र ( Post Office NSC Scheme )

आप राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (National Savings Certificate) में रुपये की छोटी जमा राशि के साथ निवेश कर सकते हैं ! 100 एकल व्यक्ति के रूप में, संयुक्त रूप से या नाबालिग के अभिभावक के रूप में ! इस डाकघर राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र योजना (Post Office NSC Scheme) के लिए लॉक-इन अवधि 5 वर्ष है ! साथ ही, इंडिया पोस्ट ( India Post ) एनएससी पर वार्षिक ब्याज का पुन: निवेश किया जाता है और परिपक्वता के समय संचित राशि के रूप में भुगतान किया जाता है !

सरकार लाभ और बचत की लाभकारी योजनाओं लाभ जन-जन तक पहुंचाने में जुटा डाक विभाग

हापुड़, सीमन (ehapurnews.com): डाक विभाग अब सिर्फ पत्र ही नहीं पहुँचा रहा, बल्कि सरकार की तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं और उनके लाभों को भी लोगों तक पहुँचा रहा है। वित्तीय सशक्तिकरण और अंत्योदय में डाक विभाग की अहम लाभ और बचत भूमिका है। आमजन में डाकघर की बचत योजनाएँ बेहद लोकप्रिय हैं और इनमें लोग पीढ़ी दर पीढ़ी सुरक्षित निवेश करते आ रहे हैं। एक ही छत के नीचे तमाम सेवाएं उपलब्ध कराकर डाकघरों को बहुउद्देशीय बनाया गया है। बचत, बीमा, आधार, पासपोर्ट, कॉमन सर्विस सेंटर, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, गंगाजल बिक्री, क्यूआर कोड आधारित डिजिटल भुगतान जैसी तमाम सुविधाएं डाकघरों में उपलब्ध हैं। इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से लोगों को घर बैठे बैंकिंग सहित तमाम सुविधाएँ प्राप्त हो रही हैं। भारतीय डाक सेवा के अधिकारी भूर सिंह मीणा वरिष्ठ अधीक्षक डाकघर गाजियाबाद के मार्गदर्शन में हापुड़ में भी ‘वित्तीय सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बेटियों को ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ की पासबुक वितरित करते हुए मुख्य अतिथि के द्वारा कहा कि इसके माध्यम से बेटियाँ आत्मनिर्भर बनेंगी तो ‘आत्मनिर्भर भारत’ की संकल्पना भी साकार होगी।
प्रधान डाकघर हापुड़ द्वारा बाल दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और बेटियों के खाते खुलवाओ के साथ मुख्यमंत्री की मिशन शक्ति बेटियों के सम्मान स्वाभिमान और स्वावलंबन के लिए उन को सशक्त बनाने हेतु डाकधर का सर्वोत्तम खाता ,बेटियों के सुनहरे भविष्य के लिए, सुकन्या समृद्धि खाता की पासबुके आज छोटी छोटी प्यारी प्यारी बेटियों को आज के मुख्य अतिथि के रूप में, प्रधान डाकघर में पधारे उपनिदेशक कृषि विपिन द्विवेदी के कर कमलों द्वारा कृषि विभाग के अन्य अधिकारियों एवं डाकघर के कर्मचारियों और बेटियों के पारिवारिक जनों के बीच प्रदान करवाई गई। इस अवसर पर जहां इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक हापुड़ मैनेजर द्वारा वर्तमान में उपलब्ध आधुनिकतम बैंक सुविधाओं के बारे में बताया की कोई भी कार्य हो रिचार्ज बिल पेमेंट फास्ट ट्रेक इंश्योरेंस डीएलसी या एसबी प्रीमियम खाता आदि।मुख्य अतिथि के रूप में डिप्टी डायरेक्टर कृषि हापुड़ विपिन द्विवेदी के द्वारा भी डाकघर की आकर्षक योजनाओं एवं किसान निधि तथा डीवीटी खातों आदि का जिक्र करते हुए इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की आधुनिकतम सुविधाओं के संबंध में डाकघर की अधिकारियों एवं कर्मचारियों की भूरी भूरी प्रशंसा की एवं सभी को डाकघर की स्कीमें अपनाने के लिए अपील भी की। कार्यक्रम के संचालन डाकपाल हापुड़ के द्वारा किया गया।

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