बाजार का विश्लेषण

कभी आप शेयर का दाम देख न रहे हो और तब वह शेयर का दाम निश्चित मूल्य से कम हो जाए तो आपको नुकसान हो सकता है।
बाजार विश्लेषण : 2020 में शेयर बाजार में सकारात्मकता का रुझान
शेयर बाजार 2020 में प्रदर्शन भी लगभग 2019 के समान ही सकारात्मक रहने का अनुमान है. यह मुख्य रूप से कंपनियों के आय में कमी लाने वाले कारकों के कम होने की संभावना पर आधारित है. बाजार को प्रभावित करने वाले कारक उसी प्रकार रहेंगे जो 2019 में हावी थे.
यद्यपि यह बहस का विषय रहेगा कि अर्थव्यवस्था में सुस्ती बुनियादी कारणों से है या सामयिक उतार-चढाव वाले साइक्लिकल कारणों की वजह से. वैसे यह दोनों ही कारण प्रभावी है.
1. कंपनियों की आय में वृद्धि का सकारात्मक असर अब उनके बैलेंस शीट की मजबूती में भी दिखाई देगा क्योंकि दूषित परिसंपत्ति का एक मुश्त सफाई के कारण इनका बैलेंस शीट काफी कमजोर हो गया था जो कि अब मजबूती की ओर पुन: लौटेगा.
Share Market Analysis: तीन महीने बाद 57,000 के पार पहुंचा सेंसेक्स, यहां देखें बीते महीनों में बाजार का हाल
रिकॉर्ड गिरावट के बाद पिछले कुछ कारोबारी सत्रों से बाजार में तेजी देखी जा रही है। आंकड़ों के मुताबिक यह सप्ताह शेयर बाजार के लिए बहुत ही बढ़िया रहा। तीन महीने बाद सेंसेक्स 57000 के पार पहुंच गया। आइए विस्तार से बीते महीनों में बाजार का बाजार का विश्लेषण हाल जानते हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। मंदी की आशंकाओं के बीच बीते कुछ महीनों में शेयर बाजार में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई थी। हालांकि, पिछले कुछ कारोबारी सत्रों से शेयर बाजार गुजलार हो गया है। बीते शुक्रवार को कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स पिछले तीन महीने के रिकॉर्ड को तोड़ता हुआ 57 हजार के पार हो गया। आर्थिक आंकड़ों में सुधार व विदेशी संस्थागत निवेशकों (Foreign Institutional Investor) की खरीदारी से शेयर बाजारों में कई दिनों से तेजी बनी हुई है।
21 कारोबारी सत्रों में 22 लाख करोड़ बढ़ा पूंजीकरण
जुलाई में अब तक 21 कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स के बाजार पूंजीकरण में 22.84 लाख करोड़ की वृद्धि हुई है। 30 जून को सेंसेक्स का पूंजीकरण 243.73 लाख करोड़ था, जो 29 जुलाई को बढ़कर 266.58 लाख करोड़ पर पहुंच गया है। शेयर बाजारों में बीते 10 महीनों में पहली बार विदेशी निवेश शुद्ध खरीदार रहे हैं। एनएसडीएल के डाटा के अनुसार, जुलाई में विदेशी निवेशकों ने 4,989 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज रिटेल रिसर्च हेड सिद्धार्थ खेमका कि कंपनियों के बेहतर वित्तीय नतीजों व सकारात्मक वैश्विक संकेतों से घरेलू शेयर बाजारों में लगातार तेजी है। कमोडिटी की कीमतों में नरमी और एफआइआइ की बिक्री में कमी का भी लाभ मिल रहा बाजार का विश्लेषण है।
Share Analysis in Hindi | शेयरो का विश्लेषण कैसे करे ?
ज्यादातर निवेशक इन दो तरीको में से किसी एक या दोनों तरीको को मिला कर किसी भी शेयर का विश्लेषण करते है।
- Fundamental Analysis of Stocks
- Technical Analysis of Stocks
1) Fundamental Analysis of Shares in Hindi :
Fundamental Analysis में अपने नाम की तरह ही स्टॉक के पीछे की कंपनी के Fundamentals का विश्लेषण किया जाता है।
- कंपनी का व्यापर क्या है ?
- कंपनी कितना खर्च कर के कितना लाभ कमाती है ?
- संपत्ति और दायित्व कितने है ?
- कंपनी के पास कितना खुद का पैसा और कितना उधारी का पैसा है ?
- बाजार में कितने प्रतिशत प्रोडक्ट या सर्विस कंपनी के बिकते है ?
- कंपनी के संचालक कौन है ? Share Analysis in Hindi
2) Technical Analysis of Shares in Hindi:
स्टॉक्स का विश्लेषण करने का दूसरा तरीका है, Technical Analysis .
वैसे तो इस तरीके का बाजार का विश्लेषण उपयोग ज्यादातर लोग ट्रेडिंग करने के लिए करते है, Share Analysis in Hindi
लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी है, जो इस तरीके से अच्छे शेयर खोज कर उस में लम्बे समय के लिए निवेश करते है।
ऐसे लोग ज्यादातर Technical Analyst होते है।
यह तरीका Fundamental Analysis से एकदम विरुद्ध है।
इस तरीके में सिर्फ कंपनी के शेयर के दाम और उसमे हो रही खरीदारी और बिकवाली का विश्लेषण किया जाता है।
ऐसा करने के लिए समय के साथ इन शेयर के दाम के Chart का अध्ययन किया जाता है।
बाजार का विश्लेषण
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- पर्यटन और आतिथ्य
वैश्विक उत्पाद बाजार
वैश्विक उत्पाद बाजार किसी देश या उत्पाद के प्रदर्शन, मांग, वैकल्पिक बाजारों और प्रतिस्पर्धियों की भूमिका के बारे में बताता है। यहां सूचनाएं टेबल, चार्ट और नक्शे में दी गई हैं और यहां आप उत्पाद, उत्पादों के समूह, देश और क्षेत्रीय देश समूहों के बारे में पूछ सकते हैं।
- मौजूदा निर्यात बाजारों का विश्लेषणः किसी भी उत्पाद के लिए निर्यात बाजारों की प्रोफाइल और उसके विभिन्न आयामों का विश्लेषण करता है, उत्पाद के मूल्य, बाजार के आकार और निर्यात संकेंद्रण का मूल्यांकन करता है तथा उन देशों को हाइलाइट करता है, जहां बाजार का आकार बढ़ा है।
- प्राथमिकता बाजारों का पूर्व-चयनः दुनिया के प्रमुख आयातकर्ता देशों की जानकारी देता है, आयात संक्रेंद्रण की सीमा बताता है और उन देशों की जानकारी देता है, जहां किसी उत्पाद विशेष की मांग बीते पांच वर्षों में बढ़ी है।
- वैश्विक और विशिष्ट बाजारों में प्रतिस्पर्धियों का विवरणः किसी उत्पाद विशेष के अग्रणी निर्यातकर्ता देश को चिह्नित करता है, वैश्विक निर्यात या आयात में किसी देश विशेष के भागीदार और पड़ोसी देशों की स्थिति को बताता है।
- किसी बाजार विशेष में उत्पाद विशाखन के लिए अवसरों की समीक्षा करनाः किसी निर्यात बाजार में संबंधित उत्पादों के आयात की मांग का तुलनात्मक विश्लेषण करता है, आयात किए जाने वाले उत्पादों के समान दूसरे उत्पादों को चिह्नित करता है।
- किसी भागीदार देश के साथ मौजूदा और संभावित द्विपक्षीय व्यापार को चिह्नित करनाः वास्तविक द्विपक्षीय व्यापार, भागीदार देशों की कुल आयात मांग और घरेलू देश की समग्र निर्यात आपूर्ति क्षमता का तुलनात्मक अध्ययन करते हुए उत्पाद-विशिष्ट बाजार का विश्लेषण अवसरों को चिह्नित करता है।
- टैरिफ संबंधी सूचनाः विभिन्न देशों को निर्यात के समय लगने वाले टैरिफ या आयात करने वाले देशों द्वारा लगाए जाने वाले टैरिफ संबंधी सूचनाएं देखी जा सकती हैं।
4. ट्रेडिंग वॉल्यूम
स्टॉक की मात्रा मापी जाती है कि किसी निश्चित समय अवधि में इसे बाजार का विश्लेषण कितनी बार खरीदा और बेचा गया है, आमतौर पर एक ही दिन में। उच्च मात्रा के साथ एक स्टॉक, एक उच्च रूझान का सुझाव देता है- जो या तो सकारात्मक या नकारात्मक बाजार का विश्लेषण हो सकता है।
स्टॉक की मात्रा में वृद्धि अक्सर मूल्य वृद्धि का एक संकेत है, जो या तो ऊपर या नीचे की ओर हो सकता है।
उच्च मात्रा वाले स्टॉक बढ़े हुए व्यापार और महत्वपूर्ण बाजार का विश्लेषण मूल्य प्रदान करते हैं जो कि सफल दिन के कारोबार के लिए आवश्यक है।
5. उच्च उपलब्धता और उतार–चढ़ाव
उच्च उपलब्धता वाले स्टॉक व्यापारियों को दिन में कई बार व्यापार करने और स्टॉक में छोटे से छोटे मूल्य में बदलाव का फायदा उठाने का अवसर प्रदान करते हैं।
इस तरह के स्टॉक मूल्य में अच्छे बदलाव और अधिक उतार-चढ़ाव प्रदान करते हैं जिससे व्यापारियों को आसानी से अच्छी कीमत पर स्टॉक में प्रवेश करने और बाहर निकलने का अवसर मिल जाता है।
उतार-चढ़ाव मापती है कि किसी शेयर की कीमत किसी निश्चित समय में कितनी अधिक ऊपर या नीचे होगी। सबसे अधिक ऊपर नीचे वाले स्टॉक में ट्रेडिंग करना व्यापार का एक कुशल तरीका है क्योंकि वे अधिक लाभ कमाने की क्षमता प्रदान करते हैं।
जितना अधिक मूल्य में उतार-चढ़ाव होता है, व्यापारियों के लिए इंट्राडे व्यापार से लाभ उठाने का अवसर उतना ही अधिक होता है। ये सभी उच्च उतार-चढ़ाव वाले स्टॉक को दिन के कारोबार के लिए अधिक बेहतर बनाते हैं बनिस्पत उनके जिसमे उतर चढ़ाव मामूली होता है।
6. 52- सप्ताह के उच्च या निम्न स्तर वाले स्टॉक
52-सप्ताह का उच्च / निम्न मूल्य वे उच्चतम और निम्नतम मूल्य है, जिस पर पिछले वर्ष के दौरान किसी शेयर ने कारोबार किया है।
व्यापारियों को 52 सप्ताह के उच्च / निम्न मूल्य के शेयरों की तलाश करनी चाहिए, क्योंकि ऐसे शेयरों में उच्च दिलचस्पी होती है और इसलिए दैनिक व्यापार के लिए अधिक गति दिखाई देती है।
आमतौर पर, यह देखा जाता है कि यदि शेयर की कीमत 52 सप्ताह के क्षेत्र (या तो ऊपर या नीचे) से टूटती है, तो मूल्य में चाल उसी दिशा में जारी रहने की उम्मीद है।
वे विपरीत ट्रेडों को भी रख सकते हैं, जहां 52 सप्ताह के उच्च स्तर को प्रतिरोध स्तर के रूप में और 52 सप्ताह के निचले स्तर को समर्थन क्षेत्र के रूप में माना जाना चाहिए।
शेयर बाजार निष्कर्ष
ट्रेडिंग में पहला कदम यह पता लगाना है कि क्या व्यापार करना है और दूसरा बाजार में सही समय पर रणनीति लागू करना है और अधिकतम रिटर्न उत्पन्न करने के लिए रणनीतियों को काम में लाना है।
व्यापारियों को जल्दी शुरू करना चाहिए। उन्हें बाजार में शुरुआत के समय ही, क्षेत्रों और स्टॉक का गहन विश्लेषण करना चाहिए।
उन्हें हमेशा ऐसा स्टॉक चुनना चाहिए जो उनकी वित्तीय स्थिति और लक्ष्यों के अनुकूल हो, जैसे कि उसके पास कितनी पूंजी है, वह किस प्रकार का निवेश करना चाहता बाजार का विश्लेषण है और उसकी जोखिम सहने की ताकत आदि। शेयर बाजार के विभिन्न स्कीम्स में जानकारी के लिए आप StockEdge कि सहायता ले सकते है|
ट्रेडिंग अधिक उद्देश्यपूर्ण और कम चेतना-संबंधी होनी चाहिए। व्यापारियों को किसी भी स्टॉक से भावनात्मक रूप से जुड़ना नहीं चाहिए, चाहे सकारात्मक या नकारात्मक, बल्कि उन्हें केवल लाभ और हानि पर ध्यान देना चाहिए और हमेशा नुकसान को रोकने का पालन करना चाहिए।