शेयर बाज़ार के प्रकार

कैसे इंट्रा डे के लिए शेयर का चयन करने के एक दिन पहले

कैसे इंट्रा डे के लिए शेयर का चयन करने के एक दिन पहले
अपने मौजूदा पोर्टफोलियो को अपलोड करने से शुरूआत करें

डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है ? [निवेश करने के प्रक्रिया कैसे इंट्रा डे के लिए शेयर का चयन करने के एक दिन पहले की जानकारी]

दोस्तों, क्या आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते है लेकिन बाजार के प्रतिदिन उतर चढ़ाव का जोखिम नहीं लेना चाहते है ? आपके लिए डिलीवरी ट्रेडिंग (Delivery Trading) एक बेहतर विकल्प है। यह निवेशकों में बहुत लोकप्रिय और सुरक्षित है।

डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशक शेयर को अपने डीमैट खाता में जमा करता है। डीमैट खाता (Demat Account) में निवेशक बिना किसी समय अवधि तक होल्ड करके रख सकता है और फिर इच्छानुसार कभी भी अपने शेयर को बेच सकता है। जैसे इंट्राडे ट्रेडिंग में, ट्रेडर्स को एक दिन के अंदर ही शेयर खरीदने या कैसे इंट्रा डे के लिए शेयर का चयन करने के एक दिन पहले बेचने की प्रतिबद्धता है, लेकिन डिलीवरी ट्रेडिंग में शेयर खरीदने या बेचने के लिए कोई परिसीमा नहीं है। निवेशक दो दिन के अंदर या दो वर्षो बाद भी अपने शेयर को बेच सकता है।

निवेशक के पास पूर्ण अधिकार कैसे इंट्रा डे के लिए शेयर का चयन करने के एक दिन पहले होता है की वह अपने इच्छा के अनुसार अपने शेयर को होल्ड या बेच सकता है। डिलीवरी आधारित ट्रेडिंग ऐसे निवेशकों के लिए अच्छा होता है जो ज्यादा जोखिम नहीं लेना चाहते है और लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट स्टॉक में मुनाफा बनाना चाहते हैं। डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशक को शेयर खरीदने से पहले उस कीमत के बराबर पैसे तैयार रखने होते है।

डिलीवरी ट्रेडिंग के नियम

आप डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेश करना चाहते है तो आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान देना आवश्यक है। यह आपको सही शेयर खरीदने में मदद करेगा। आप शेयर बाजार में नए कैसे इंट्रा डे के लिए शेयर का चयन करने के एक दिन पहले है और किसी निपुण निवेशक सलाहकार की मदद चाहिए तो आप CapitalVIa Global Research Limited से संपर्क कर सकते है। आईये जानते है कुछ बुनियादी नियम के बारें में जिसका पालन शेयर खरीदते समय करना चाहिए।

  • सबसे पहले आपको कुछ कंपनी के fundamental Analysis के अध्यन करने के बाद एक सूचि तैयार करे।
  • भविष्य में उसके विकास, बैलेंस शीट आदि को ध्यान में रखकर अपने wishlist में शामिल करे।
  • अपने निवेश के जोखिम के अनुसार अपने डीमैट खाता में उतना धन संचित करे।
  • सही शेयर की कीमत देखकर शेयर को ख़रीदे।
  • बेचने के लिए सही समय की प्रतीक्षा करे ताकि आपको नुकसान नहीं हो।
  • टारगेट और स्टॉप लॉस अवश्य लगाए।
  • आपको पैसे अलग -2 कंपनियों में निवेश करे जिससे आपका जोखिम काम और रिटर्न्स अच्छा प्राप्त होगा।

डिलीवरी ट्रेडिंग कैसे करें?

कोई भी निवेशक डिलीवरी ट्रेडिंग को प्रक्रिया का चयन तभी करता है जब उसको long term के लिए निवेश करना कैसे इंट्रा डे के लिए शेयर का चयन करने के एक दिन पहले है। डिलीवरी ट्रेडिंग में अपने कंपनियों के शेयर कोई खरीदते है और अपने डीमैट खाता में होल्ड करते है। आप अपने शेयर को जब अपने डीमैट खाता में रखना चाहे तो रख सकते है और जब आपको अपने शेयर कर अच्छा रिटर्न्स मिल रहा है तो आप उसको बेच सकते है। शेयर बेचने का निर्णय आप पर निर्भर है। अन्य इंट्राडे ट्रेडिंग के तरह आप बाध्य नहीं है।

डिलीवरी ट्रेडिंग में, आपके पास पर्याप्त धनराशि होनी चाहिए तभी आप शेयर को खरीद सकते है और बेचने के लिए भी आपके पास उतने शेयर होने चाहिए। डिलीवरी ट्रेडिंग में यदि आपका रणनीत अच्छी है तो आपको एक निश्चित अंतराल के बाद अच्छा रिटर्न्स प्राप्त होगा।

यदि आप शेयर बाजार में नए और आप सही शेयर खरीदने का निर्णय नहीं सकते है तो आपको सेबी रजिस्टर्ड कैसे इंट्रा डे के लिए शेयर का चयन करने के एक दिन पहले निवेशक सलाहकार के परामर्श से आपको शेयर को खरीदने चाहिए। इससे शेयर बाजार के जोखिम काम हो सकता है।

डिलीवरी ट्रेडिंग के फायदे

डिलीवरी आधारित ट्रेडिंग सरल और सुरक्षित निवेश है इसके साथ -2 अन्य सुविधाएं है।

लॉन्ग टर्म निवेश

डिलीवरी आधारित ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फ़ायदा है की आप शेयर को होल्ड कर सकते है, आप किसी समय अंतराल कैसे इंट्रा डे के लिए शेयर का चयन करने के एक दिन पहले में बाध्य नहीं है।

उदाहरण : मान लीजिए कि अपने किसी कंपनी के शेयर में निवेश किया है और इसे होल्ड रखते हैं। कुछ समय बाद वह कंपनी या व्यवसाय आपको पॉजिटिव रिटर्न्स देता है, तो आप उस इन्वेस्ट में बने रह सकते हैं। लेकिन आपको कोई लाभ दिखाई नहीं देता है, तो आप उस शेयर को कभी भी बेचकर अपने पोजीशन से बाहर हो सकते हैं।

सुरक्षित

जब डिलीवरी आधारित ट्रेडिंग के माध्यम से शेयर खरीदते है तो आप वह शेयर बेचने के लिए समय के बाध्य नहीं है। यह आपके जोखिम की संभावना को काम करता है और आपके निवेश को सुरक्षित रखता है।

उदाहरण : मान लीजिए कि अपने किसी कंपनी के शेयर में निवेश किया है और किसी भी कारन से शेयर का दाम अगले दिन गिर जाता है। आप वह शेयर होल्ड रख कर सही समय का इंतज़ार कर सकते हैं। जब शेयर के दाम आपके निवेश किये राशि से ज्यादा है तो आप शेयर बेचकर मुनाफा अर्जित कर सकते है। इसलिए यह शेयर सुरक्षित है।

intraday trading in hindi

Table of Contents

जिस ट्रेडिंग की समय अवधि मार्केट के खुलने से बंध होने तक की होती है उस कैसे इंट्रा डे के लिए शेयर का चयन करने के एक दिन पहले प्रकार की ट्रेडिंग को intraday trading कहते है.

मतलब की अगर आप सुबह कोई शेयर ख़रीदे तो आपको मार्केट बंध होने तक उसे बेच देना पड़ता है चाहे आपको मुनाफा हो रहा हो या नुकशान आपको आपने ख़रीदे हुए शेयर को मार्केट बंध होने तक बेच देना पड़ता है इस प्रकार की ट्रेडिंग को इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है.

मान लीजिये के आपने मार्केट के खुलने के बाद Reliance का एक शेयर १००० रुपये में ख़रीदा और उसका भाव अभी १०१२ चल रहा है तो आपको मार्केट के बंध होने से पहले रिलायंस के शेयर कैसे इंट्रा डे के लिए शेयर का चयन करने के एक दिन पहले को बेच देना होता है.

चाहे उसका भाव १०१२ चल रहा हो या ९८० आपको मार्केट बंध होने तक इस सोदे को बंध याने की क्लोज करना ही पड़ता है. इस प्रकार की ट्रेडिंग को intraday trading कहते है.

intraday trading in hindi के फायदे

i ntraday trading का मतलब समजने के बाद हम जानने वाले है की intraday trading के फायदे क्या है. इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे इस प्रकार है.

-कम समय में आप अच्छा मुनाफा कमा सकते है

-सौदा एक दिन में ही पूरा हो जाता है अगले दिन शेयर का भाव क्या होगा उसकी चिंता नहीं रहती है

-इंट्राडे ट्रेडिंग में ज्यादा लीवरेज मिलती है याने की अगर आपके पास १० हजार तक की राशी है तो आप १ लाख तक के शेयर खरीद या बेच सकते है

-पैसे को लम्बे समय तक इन्वेस्ट नहीं करना पड़ता है

– किसी शेयर में आये अच्छे न्यूज़ या रिजल्ट का फायदा आप कम समय में उठा के अच्छा रिटर्न कमा सकते है.

intraday trading in hindi के नुकशान

intraday trading in hindi की समय अवधि सिर्फ एक दिन की होने के कारण आपने जो शेयर लिए है उसका दाम अगर गिर जाए तो नुकशान होते हुए भी आपको कम दाम में शेयर बेचने पड़ सकते है.

-कम समय अवधि के कारण आप जो भी ट्रेड ले उस पर पुरे दिन नजर बनाये रखनी पड़ती है याने की आपको अपना पूरा समय ट्रेडिंग के पीछे लगाना पड़ता है.

-अगर आपके पास शेयर मार्केट का ज्ञान नहीं है तो इंट्राडे ट्रेडिंग में भारी नुकशान का अंदेशा हमेशा रहता है.

intraday trading in hindi strategy

हमने जाना इस प्रकार Intraday trading की समय अवधि कम होने के कारन आप जो भी शेयर को चुने उसे पुरे रिसर्च करने के बाद चुने.आपको अपने मार्केट के पुरे अनुभव को यंहा पर लगाना होता है.

आपके पास Intraday trading की कुछ जरुरी स्ट्रेटजी होनी चाहिए जिससे आप इंट्राडे ट्रेडिंग में सफल हो पाए यंहा पर कुछ स्ट्रेटजी कैसे इंट्रा डे के लिए शेयर का चयन करने के एक दिन पहले में आपको बताता हु जिससे आपको पता चल सके की आपको Intraday trading करते समय किन बातो का ख्याल रखना है.

रिसर्च करे

आप जिस भी शेयर को खरीदना चाहते है उसके बारे में अगर आपको नोलेज है तो आपके सफल होने का चांस बढ़ जाता है. इसलिए आप जो भी शेयर खरीदना चाहते है उसके बारे में पढ़े उसके बारे में रिसर्च कर्रे और उसके बाद ट्रेडिंग करे.

आप रिसर्च करने के लिए टेक्नीकल एनालिसिस या फंडामेंटल एनालिसिस कर सकते है ये एनालिसिस क्या होता है इसके बारे में ज्यादा जानने के लिए हिन्दिसफ़र.नेट की विजिट करते रहिये आपको टेक्नीकल एनालिसिस का पूरा कोर्स यंहा पर फ्री में मिलता रहेगा.

इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए?

दोस्तों Intraday trading में पैसे लगाने से पहले आपको मार्केट में चल रहे ट्रेंडस और खबरों के बारे में जानकारी होनी चाहिए क्योंकि एक गलत खबर आपका पूरे पैसौ का नुकसान करवा सकती हैइसके लिए आपको मार्केट में चल रहे ट्रेंड्स का एनालिसिस और अच्छी स्टडी करनी जिसके लिए आप किसी टूल्स का भी उपयोग कर सकते हैं। मार्केट ट्रेंड का एनालिसिस करने के लिए कई सारे टूल्स मार्केट में उपलब्ध है। ट्रेंड्स का एनालिसिस करने के बाद आप सही समय पर सही स्टॉक में अपना पैसा इंट्राडे ट्रेडिंग में लगा सकते हैं।

2.अपने लक्ष्य को निर्धारित करें

कई बार आपने देखा होगा की कई लोग अपनी दिनचर्या को सरल बनाने के लिए एक सूची तैयार करते है। उस सूची की मदद से वह दिन के ख़त्म होने तक अपने सारे काम आसानी से पूरा कर लेते है और कही न कही अपने जीवन के लक्ष्य को भी पूरा करने में सक्षम होते है।इसी तरह से एक ट्रेडर के लिए भी काफी ज़रूरी है कि वह एक लक्ष्य के साथ इंट्राडे ट्रेड में आए इस तरह से वह कई चीज़े जैसे किस तरह के स्टॉक्स का चयन करना है, कितने पैसो से ट्रेड करना है जैसे पेहलूओं की समझ के साथ ट्रेड करने से आप ट्रेडिंग में सफलता प्राप्त कर सकते है

इक्विटी और डेरिवेटिव्स में निवेश करें

इक्विटी निवेश में आपके बैंक खाते में साधारण बचत राशि की तुलना में अधिक बढ़त होती है। इक्विटी और वित्तीय डेरिवेटिव्स बाजारों में निवेश करने से, उच्च दर का रिटर्न देते हुए और निवेश की गई मूल राशि के मान को बढ़ाते हुए मुद्रास्फीति के दबाव को कम करने में सहायता मिलती है। पूंजीगत लाभ और आवधिक आय इक्विटी निवेश से होने वाले मुनाफ़े के स्रोत हैं।

  • समय के साथ धन बढ़ाएं
  • किसी भी समय चलनिधि
  • लाभांश और पूंजी की वृद्धि
  • मुद्रास्फीति से बचाव
  • एक्सचेंज में व्यापार
  • स्तविक समय में निवेश को ट्रैक करें

इक्विटी निवेश के लिए अमेरिका को क्यों चुनें

  • लीवरेज उत्पाद
  • निजीकृत इक्विटी ट्रेडिंग सलाह
  • अनुसंधान समर्थित इक्विटी निवेश योजनाएं
  • प्रोफाइल आधारित इक्विटी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म
  • सभी डिवाइस पर सुरक्षित इक्विटी ट्रेडिंग

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शेयर मार्केट के संबंध में अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. हालांकि, दोनों माध्यमों में निवेशकों का मकस . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : June 11, 2022, 14:52 IST

नई दिल्ली . शेयर मार्केट संबंधित चर्चा होते ही अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. कई लोग ट्रेडिंग और निवेश में फर्क नहीं कर पाते हैं. तो आपको बता दें कि ट्रेडिंग और निवेश के बीच सबसे अहम अंतर समय अवधि का है. निवेश की तुलना में ट्रेडिंग में समय अवधि काफी कम होती है. ट्रेडिंग कई प्रकार की होतीं हैं और ट्रेडर्स स्टॉक में अपनी पॉजिशन बहुत कम समय तक रखते हैं, जबकि निवेश वे लोग करते हैं, जो स्टॉक को वर्षों तक अपने पोर्टफोलियो में रखते हैं. अगर आप कम समय में मोटा मुनाफा चाहते हैं, तो ट्रेडिंग आपके लिए बेस्ट ऑप्शन साबित हो सकती है.

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