शेयर बाजार क्या है और यह कैसे काम करता है

Updated on: November 05, 2022 19:07 IST
शेयर बाजार क्या है और बाजार कैसे काम करता है? | What is Stock Market in Hindi? | How the Stock Market Works in Hindi? |
स्टॉक मार्केट शब्द कई एक्सचेंजों को संदर्भित करता है जिसमें सार्वजनिक रूप से आयोजित कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं। इस तरह की वित्तीय गतिविधियां औपचारिक एक्सचेंजों के माध्यम से और ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) मार्केटप्लेस के माध्यम से आयोजित की जाती हैं जो नियमों के परिभाषित सेट के तहत काम करती हैं।
"स्टॉक मार्केट" और "स्टॉक एक्सचेंज" दोनों का उपयोग अक्सर परस्पर उपयोग किया जाता है। शेयर बाजार में व्यापारी एक या अधिक स्टॉक एक्सचेंजों पर शेयर खरीदते या बेचते हैं जो समग्र शेयर बाजार का हिस्सा हैं।
शेयर बाजार कैसे काम करता है?
जब आप एक सार्वजनिक कंपनी का स्टॉक खरीदते हैं, तो आप उस कंपनी का एक छोटा सा टुकड़ा खरीद रहे हैं।
शेयर बाजार एक्सचेंजों के नेटवर्क के माध्यम से काम करता है - आपने न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज या नैस्डैक के बारे में सुना होगा। कंपनियां प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश, या आईपीओ नामक प्रक्रिया के माध्यम से एक एक्सचेंज पर अपने स्टॉक के शेयरों को सूचीबद्ध करती हैं। निवेशक उन शेयरों को खरीदते हैं, जो कंपनी को अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए धन जुटाने की अनुमति देता है। निवेशक तब इन शेयरों को आपस में खरीद-फरोख्त कर सकते हैं।
खरीदार एक "बोली" या उच्चतम राशि प्रदान करते हैं जो वे भुगतान करने के लिए तैयार हैं, जो आमतौर पर विक्रेताओं की राशि से कम होती है जो बदले में "पूछते हैं"। इस अंतर को बोली-पूछना प्रसार कहा जाता है। एक व्यापार होने के लिए, एक खरीदार को अपनी कीमत बढ़ाने की आवश्यकता होती है या विक्रेता को उसे कम करने की आवश्यकता होती है।
यह सब जटिल लग सकता है, लेकिन कंप्यूटर एल्गोरिदम आम तौर पर अधिकांश मूल्य-सेटिंग गणना करते हैं। स्टॉक खरीदते समय, आप अपने ब्रोकर की वेबसाइट पर बोली, पूछने और बोली-पूछने का प्रसार देखेंगे, लेकिन कई मामलों में, अंतर पेनीज़ होगा, और शुरुआती और दीर्घकालिक निवेशकों के लिए बहुत चिंता का विषय नहीं होगा।
भारत में शेयर बाजार कैसे काम करता है?
भारत देश में दो प्रकार के शेयर बाजार हैं:
1.प्राथमिक शेयर बाजार:
यह वह जगह है जहां कंपनियां या व्यवसाय खुद को पंजीकृत करते हैं और पहली बार सूचीबद्ध करते हैं। कंपनियां आम जनता को अपने स्टॉक की पेशकश करके धन जुटाने के लिए प्राथमिक शेयर बाजार में प्रवेश करती हैं। जब कोई कंपनी खुद को प्राथमिक शेयर बाजार में सूचीबद्ध करती है और पहली बार अपने शेयरों को बेचने की पेशकश करती है, तो इसे प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के रूप में जाना जाता है।
यहां, आपको यह समझना शेयर बाजार क्या है और यह कैसे काम करता है चाहिए कि शेयर कंपनी के एक छोटे से मूल्य का भौतिक प्रतिनिधित्व हैं, और शेयरों के स्वामित्व का मतलब है कि आप अपने द्वारा रखे गए शेयरों के अनुपात में कंपनी के एक भाग-मालिक हैं।
2.माध्यमिक शेयर बाजार:
कंपनी के प्राथमिक बाजार में सूचीबद्ध होने के बाद, किसी कंपनी के शेयरों का वास्तविक व्यापार द्वितीयक शेयर बाजार में होता है। किसी कंपनी के शेयरों को स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध करने के बाद, निवेशक व्यापार कर सकते हैं, यानी, ब्रोकर के माध्यम से शेयरों को बेच या खरीद सकते हैं। वर्तमान डिजिटल युग में, आप आसानी से एक डीमैट खाता और एक ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं, जिसके बाद आप ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से शेयर बाजारों में प्रभावी ढंग से व्यापार कर सकते हैं।
भारत के शेयर बाजारों में सेबी की भूमिका?
एक शेयर बाजार को चलाने के लिए, कई प्रतिभागी हैं जो इसके कामकाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिसमें निवेशक, ब्रोकरेज हाउस, कंपनियां और बैंक शामिल हैं।
चूंकि बहुत सारा सार्वजनिक धन शामिल है, इसलिए सरकार द्वारा संचालित एक नियामक एजेंसी की आवश्यकता है जो शेयर बाजारों के कामकाज की देखरेख कर सके, और यह सुनिश्चित कर सके कि कंपनियां किसी भी नाजायज प्रथा का सहारा न लें या सार्वजनिक धन का दुरुपयोग न करें। उस एजेंसी को भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) के नाम से जाना जाता है।
नियामक का शेयर बाजारों पर पूरा नियंत्रण है। किसी कंपनी को बाजार में अपनी हिस्सेदारी सूचीबद्ध करने के लिए, उसे अनिवार्य रूप से सेबी से अनुमोदन प्राप्त करना होगा। अनुमोदन प्राप्त करने की प्रक्रिया में कंपनी के लेखांकन के उचित चेक और शेष राशि का रखरखाव शामिल है।
स्टॉक एक्सचेंज क्या है?
स्टॉक एक्सचेंज एक संगठित बाजार की तरह है जो इन लेनदेन के एक सुविधाकर्ता के रूप में काम करता है और शेयरों और अन्य प्रतिभूतियों की खरीद और बिक्री को सक्षम बनाता है।
सटीक होने के लिए, यह एक ऐसा मंच है जो स्टॉक और डेरिवेटिव जैसे वित्तीय साधनों के व्यापार का संचालन करता है। भारत में इस मंच पर गतिविधियों को सेबी द्वारा विनियमित किया जाता है। शेयर बाजार में व्यापारिक गतिविधियों में दलाली, कंपनियों द्वारा शेयर जारी करना आदि शामिल हैं।
भारत में कितने स्टॉक एक्सचेंज हैं?
ज्यादातर लोगों का मानना है कि इसके विपरीत, सबसे अधिक सुना जाने वाला स्टॉक एक्सचेंज एनएसई और बीएसई भारत में एकमात्र स्टॉक एक्सचेंज नहीं हैं। हालांकि इसमें कोई संदेह नहीं है कि ये दोनों मुख्य रूप से भारत के दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज हैं, सेबी के अनुसार, वर्तमान में भारत में कुल सात मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज हैं।
1.बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज
2.नेशनल स्टॉक एक्सचेंज
3. कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड
4. इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज लिमिटेड
5. मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड
6. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड
7. नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड
भारत में स्टॉक एक्सचेंज के कार्य?
यहां भारत में स्टॉक एक्सचेंज के कार्यों की एक सूची दी गई है-
2.प्रतिभूतियों का मूल्य निर्धारण
3.आर्थिक विकास में योगदान देता है
4.लेन-देन की सुरक्षा
5.अटकलों के लिए गुंजाइश प्रदान करना
6.इक्विटी पंथ का प्रसार
8.पूंजी का बेहतर आवंटन
9.बचत और निवेश की आदतों को बढ़ावा देता है
स्टॉक एक्सचेंज की विशेषताएं.
स्टॉक एक्सचेंज के कार्यों के बारे में जानना अवधारणा को समझने की दिशा में पहला कदम है। एक स्टॉक एक्सचेंज में किसी भी अन्य संस्थान की तरह इसकी विशेषताएं और विशेषताएं होती हैं। नीचे सूचीबद्ध एक नज़र में देखने के लिए स्टॉक एक्सचेंज की प्राथमिक विशेषताएं हैं।
1. यह एक ऐसा मंच है जहां सरकार और कॉर्पोरेट क्षेत्रों के शेयर और प्रतिभूतियां खरीदी जाती हैं, साथ ही बेची जाती हैं।
2. स्टॉक एक्सचेंज की एक और विशेषता यह है कि केवल सूचीबद्ध कंपनियां ही व्यापार में संलग्न हो सकती हैं।
3. स्टॉक एक्सचेंज की एक प्रमुख विशेषता यह है कि यह एक राष्ट्र के आर्थिक कामकाज का प्रतिनिधित्व बन जाता है।
Share Market में करना चाहते हैं निवेश की शुरुआत, जानिए शेयर बाजार की ABCD
Share Market में अगर आप निवेश करने की प्लानिंग बना रहे हैं तो पैसा डुबे इससे पहले थोड़ी जानकारी उसके बारे में ले लें, ताकि आपको बेसिक जानकारी हो सकें और आपका ज्यादा रिटर्न अपने शेयर पर ले सकें।
Edited By: Vikash Tiwary @ivikashtiwary
Updated on: November 05, 2022 19:07 IST
Photo:INDIA TV Share Market में निवेश की शुरुआत करने से पहले ये जानें
What is Share Market: शेयर मार्केट में निवेश करना जोखिमों से भरा होता है। अगर आप नए हैं, आपने इससे पहले कभी किसी स्टॉक (Stock) में निवेश नहीं किया है और आपको इस बात की जानकारी नहीं है कि शेयर मार्केट क्या होता है और यह कैसे काम करता है? क्या स्टॉक मार्केट में सिर्फ शेयर ही खरीदे-बेचे जाते हैं? तो आज हम आपके इन सभी सवालों का जवाब इस खबर में देने जा रहे हैं।
शेयर मार्केट क्या है?
शेयर मार्केट एक ऐसा बाजार है, जहां खरीदार BSE(Bombay Stock Exchange) और NSE(National Stock Exchange) पर सूचीबद्ध शेयरों की खरीद-बिक्री करते हैं। यह सेबी(Securities and Exchange Board of India) के देखरेख में काम करता है। सेबी भारत सरकार की संस्था है जो शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों पर नजर रखती है ताकि वह ग्राहक के साथ फ्रॉड ना कर सके। इसे दो भाग में क्लासिफाइड किया गया है। प्राइमरी और सेकेंडरी।
क्या है प्राइमरी और सेकेंडरी मार्केट?
जब कोई कंपनी शेयरों के माध्यम से धन जुटाने के लिए पहली बार स्टॉक एक्सचेंज में खुद को रजिस्टर करती है तो उसे प्राइमरी कैटेगरी में रखा जाता है, वहीं एक बार जब कंपनी की नई सिक्योरिटी को प्राइमरी मार्केट में बेच दिया जाता है, तब उसका कारोबार सेकेंडरी में किया जाने लगता है। यहां निवेशकों को बाजार की मौजूदा कीमतों पर शेयर खरीदने और बेचने का मौका मिलता है।
शेयर के आलावा इनमें भी कर सकते हैं निवेश
स्टॉक एक्सचेंज में इन चार रूप (शेयर, बांड, म्यूचुअल फंड और Derivatives) में ट्रेडिंग होती है, जिसमें सबसे पहला स्थान शेयर का होता है। अगर शेयर बाजार क्या है और यह कैसे काम करता है आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो आप उस कंपनी के उतने फीसदी के हिस्सेदार हो जाते हैं। कंपनी के नफा-नुकसान का असर सीधे आपके उपर पड़ता है।
बांड लंबी अवधि के लिए खरीदे जाते हैं। जब एक कंपनी को पर्याप्त पूंजी की आवश्यकता होती है। पूंजी जुटाने का एक तरीका जनता को बांड जारी करना होता है। ये बांड कंपनी द्वारा लिए गए "ऋण" का प्रतिनिधित्व करते हैं। बांडधारक कंपनी के लेनदार बन जाते हैं और कूपन के रूप में समय पर ब्याज भुगतान प्राप्त करते हैं।
म्यूचुअल फंड कौन ऑपरेट करता है?
म्यूचुअल फंड एक ऐसा फंड है, जो AMC यानी एसेट मैनेजमेंट कंपनीज ऑपरेट करती है। इन कंपनियों में कई लोग अपने पैसे निवेश करते हैं। म्यूचुअल फंड द्वारा इन पैसों को बॉन्ड, शेयर मार्केट समेत कई जगहों पर निवेश किया जाता है। वहीं शेयर बाजार क्या है और यह कैसे काम करता है अगर बात डेरीवेटिव फंड की की जाए तो यह एक वित्तीय अनुबंध है जो एक या अधिक अंतर्निहित परिसंपत्तियों से इसके मूल्य को प्राप्त करता है।
शेयर बाजार में 80 लाख गंवाने के बाद आई 'समझ', खड़ा कर दिया बिजनेस, सब्सक्राइबर 2 करोड़ पार!
2008 की मंदी में अजय लखोटिया को शेयर बाजार में 80 लाख रुपये का लॉस हुआ.
2008 की मंदी में अजय लखोटिया को शेयर बाजार में 80 लाख रुपये का लॉस हुआ. उन्होंने बाद में एशिया का पहला सोशल इन्वेस्टमें . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : October 05, 2022, 18:03 IST
हाइलाइट्स
2008 से पहले वे ज्यादा से ज्यादा रिटर्न पाने के लिए एक रेस में दौड़ रहे थे.
2008 में शेयर बाजार क्रैश होने पर उनकी आंखें खुलीं और हकीकत नजर आई.
उन्होंने स्टॉकग्रो नाम का एक सोशल इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म बनाया है.
नई दिल्ली. एक दशक पहले जब शेयर बाजार को भारी वित्तीय संकट ने घेरा था, तब अजय लखोटिया नाम का एक शख्स भी इसकी चपेट में आया था. 2008 अजय के लिए एक अच्छा साल नहीं था. 2008 से पहले वे ज्यादा से ज्यादा रिटर्न पाने के लिए एक रेस में दौड़ रहे थे. इस समय एशिया के पहले सोशल इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म StockGro के सीईओ और फाउंडर अजय लखोटिया ने बाजार में उस गिरावट के दौरान 80 लाख रुपये गंवा दिए थे.
लाइवमिंट ने अजय लखोटिया की कहानी शेयर की है, जिसमें उन्होंने अपने इस सफर के दौरान आए अप्स एंड डाउन्स के बारे में खुलकर बताया है. उन्होंने निवेशकों के लिए वो फॉर्मूला भी बताया, जिससे कि वे किसी भी संकट में उनकी तरह बर्बाद होने से बच सकें.
जब तेजी का बबल फूटा तो…
लखोटिया ने कहा- “2008 में शेयर बाजार क्रैश में मुझे ₹80 लाख से अधिक का नुकसान हुआ, जो मेरे लिए आंखें खोल देने वाला अनुभव था. 2008 से पहले, बाजार तेजी से बढ़ रहा था. एफडी की ब्याज दरें जहां 7-8% थीं, बाजार बहुत अधिक रिटर्न (प्रति माह 2% रिटर्न, सालाना लगभग 24%) दे रहे थे. यही कारण है कि सभी ने भारी निवेश करना शुरू कर दिया.”
उन्होंने शेयर बाजार क्या है और यह कैसे काम करता है कहा कि दोस्त एक-दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कर रहे थे कि देखते हैं किसने सबसे ज्यादा रिटर्न हासिल किया. उस समय, निवेश पूरी तरह से टिप्स के आधार पर किया गया था.
उन्होंने कहा- “लेकिन जब बाजार क्रैश हुआ, तो मुझे एहसास हुआ कि मुझे बाजार की कोई जानकारी नहीं है. मैं यह नहीं जानता था कि बाजार कैसे काम करता है. विश्लेषक कंपनी के प्रदर्शन का मूल्यांकन शेयर बाजार क्या है और यह कैसे काम करता है किस तरह से करते हैं और स्टॉक की टिप्स कैसे देते हैं.”
क्या था कंपनी बनाने का आधार?
लखोटिया ने 80 लाख रुपये का नुकसान तो झेला, लेकिन बाजार से भागे नहीं. उन्होंने फैसला किया कि वे जानेंगे कि बाजार कैसे काम करता है और इसी से वे अपने नुकसान की भरपाई करें.
इसी दौरान उन्होंने महसूस किया कि कैसे भारत में हर कोई शेयर बाजार के बारे में बात करना पसंद करता है और सही अवसरों को खोजने और निवेश करने के लिए उत्सुक रहता है. लेकिन उनके पास सही एंट्री और एग्जिट जैसी तकनीकी को समझने की समझ की कमी है. इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि अच्छे साक्षरता स्तर के बावजूद केवल 4 फीसदी लोग ही वित्तीय बाजारों में निवेश करते हैं.
मार्केट क्रैश में पैसा खोने और बाजार से ही उसे वापस पाने का तरीका जानना ही इस यात्रा का अहम हिस्सा बन गया. इसी के आधार पर स्टॉक ग्रो (StockGro) का निर्माण किया गया.
लखोटिया का निवेश करने का मंत्र
पर्सनल फाइनेंस मैनेज करने का तरीका
अधिकतर लोगों का मनी मैनेजमेंट ऑटोपायलट पर होता है. वे अपनी कमाई का कुछ हिस्सा (10 या 20 फीसदी) फिक्स्ड डिपॉजिट में डालते हैं और बाकी का खर्च कर देते हैं. लखोटिया कहते हैं कि सामान्य तरीका ये है कि 20 साल काम करने के बाद आपका निवेश आपको वार्षिक आधार पर इतना रिटर्न दे कि आप अपने लाइफस्टाइल को कैरी कर पाएं.
बाजार से जुड़े अन्य विशेषज्ञों की तरह ही अजय लखोटिया भी इस बात में भरोसा करते हैं कि व्यक्ति को अपने जीवन में निवेश की शुरुआत काफी पहले कर लेनी चाहिए. क्योंकि कम उम्र में आपके रिस्क लेने की क्षमता अधिक होती है और आपकी लाइस्टाइल कॉस्ट कम. जैसे-जैसे आप बड़े होते हैं तो आप पर परिवार की जिम्मेदारियां आती हैं और रिस्क लेने की क्षमता कम हो जाती है.
मनी मैनेज करने का फंडा
50% – खर्च
20% – FD सेविंग्स
30%- स्टॉक, म्यूचुअल फंड्स
लखोटिया मानते हैं कि व्यक्ति को ऐसे प्रोडक्ट्स में निवेश करना चाहिए, जो उसे लगे कि भविष्य में लंबे समय के लिए उनकी मांग बनी रहेगी. आपको बाजार में उछाल या गिरावट के चक्र पर ध्यान नहीं देना चाहिए.
बता दें कि स्टॉकग्रो, बैंगलोर स्थित स्टार्टअप है, जिसे जनवरी 2020 में स्थापित किया गया था. मिलेनियल्स और जेन-जेड पर फोकस के साथ कंपनी मासिक आधार पर 2x बढ़ने का दावा करती है. 23 से 38 वर्ष की आयु वाले लोगों के वर्ग को मिलेनियल्स और जेन-जेड कहा जाता है. कंपनी जून में लॉन्च होने के बाद 2 वर्षों के भीतर 20 मिलियन ऐप डाउनलोड को पार कर गई है.
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Whats is Share Market : शेयर बाजार क्या हैं व कैसे काम करता है
Whats is Share Market आज हम शेयर मार्केट के बारे में बात करने वाले हैं की share market kya hai और शेयर मार्केट कैसे काम करता हैं बहुत से लोगो को इसके बारे में पता नहीं होता की यह कैसे काम करता हैं तो आज हम आपको शेयर मार्केट से जुडी पूरी जानकारी बतायेगे
Share Market Kya Hai अगर आप घर बैठे पैसा कमाना चाहते हैं तो share market एक बहुत ही अच्छा तरीका हैं इससे आप लाखों रुपये घर बैठे कमा सकते हैं व आपको इसमे ज्यादा मेहनत करने की भी जरुरत नही पडती आप बहुत आसानी से ये काम कर सकते हैं
पर इसमे risk भी बहुत होता हैं इसलिए आपको इसका इस्तेमाल पूरी सावधानी से करना चाहिए अन्यथा आपको इसमे नुकसान भी वहन करना पड सकता हैं आज हम इन सभी points की उपर चर्चा करेगें जिससे की आपको ज्यादा से ज्यादा लाभ हो सके व share bazar in Hindi उसके बारे मे आपको पूरी जानकारी प्राप्त हो सके.
Share Market क्या है
शेयर मार्केट एक ऐसा market हैं जहाँ पर आप बडी बडी company के share खरीद व बेच सकते हैं यहाँ पर लगभग आपको सभी company के शेयर मिल जायेगे व आप जिस company के शेयर खरीदना चाहो उसके शेयर खरीद सकते हैं व जितने रुपए के शेयर खरीदना चाहो उतने खरीद सकते हैं इसमें आपको ऊपर कोई शेयर बाजार क्या है और यह कैसे काम करता है पाबंदी नही होती.
Company के फायदे व नुकसान के आधार पर प्रतिदिन इसकी कीमतों में उतार चढाव होता रहता हैं ये उस company के लाभ व नुकसान पर निर्भर करता हैं की उसके share की कीमतें बढती हैं या घटती है.
आप जिस companies के share खरीद रहे हैं उस company को फायदा हुआ तो आपको दुगुना व तीन गुना फायदा भी हो सकता या ज्यादा भी हो सकता हैं पर अगर नुकसान हुआ तो आपका लगाया गया पैसा भी जा सकता हैं जिसके कारण इसे बहुत risky कहा जाता है.
जैसे की share market in Hindi मे पैसे कमाना भी आसान शेयर बाजार क्या है और यह कैसे काम करता है हैं तो पैसे गवाना भी उतना ही आसान हैं पर आप सावधानी पूर्वक कार्य करे तो शायद आप नुकसान होने से बच सकते हैं उसमे सावधानी एक ही चीज़ की रखनी हैं की आप सही company के share खरीदे जिसमें आपको पैसे का नुकसान न हो.
Share Market में Share कब खरीदने चाहिए
Share market kya hai इसकी जानकारी तो आपको मिल गयी हैं अब important points ये हैं की आपको share कब खरीदने चाहिए तो इसके लिए आप पहले share market के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्राप्त करें क्योंकि आपको जितना ज्यादा experience होगा आप उतनी ही अधिक कमाई कर पायेगे.
Share market के उतार चढाव के बारे में जानकारी पाने के लिए आपको economic times के newspaper पढने चाहिए व आप NDTV Business New channel देख कर भी इसके उतार चढाव के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
Share market in Hindi ये बहुत risk से भरा हुआ मार्केट हैं इसलिए हमारी राय यहीं हैं की आप इसमे तभी निवेश करे जब आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी हो व उसने ही पैसे निवेश करे जितना आप नुकसान सहन कर सके क्योंकि इसमें नुकसान होनी की भी बहुत सम्भावना होती हैं इसलिए अगर आपका पैसा डूब जाये तो भी आपकी आर्थिक स्थिति पर ज्यादा फर्क ना पडे.
Share market मे पैसे लगाने से पहले आप इसमे ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्राप्त कर ले क्युँकि यहाँ पर fraud companies भी बहुत होती हैं इसके कारण अगर आपको इसमे अच्छा खासा experience हैं तो आप यहाँ पर नुकसान होने से खुद को बचा सकते हैं व आप जिस company के share खरीद रहे हैं उस company के background के बारे मे भी अच्छे से जानकारी प्राप्त कर ले उसके बाद ही इसके निवेश करें.
Share Kaise Kharide
अगर आप share market मे पैसे निवेश करना चाहते हैं व share खरीदना चाहते हैं तो उसके लिए आपको एक Demat account बनाना होता हैं ये बैक account की तरह ही होता हैं उसमे आपके bank से पैसे transfer करने होते हैं व जितने पैसे आप अपने demat account में रखोगे आप उतने ही पैसो के share खरीद सकते हैं व आपके share भी इसी account मे रहते हैं.
अगर आप share बेचते हैं तो वो पैसे भी demat account मे रहैंगे यहाँ से वो पैसे आपको अपने बैक मे transfer करने होते हैं व demat account से share खरीदने के लिए भी आपको बैक से इस account मे पैसे लेने होते हैं जिसके बाद आप share खरीद पायेगे.
Demat Account कैसे खोले
Demat account क्या हैं इसके बारे मे तो आपको जानकारी पता चल ही गयी हैं अब आप सोच रहे होगें की demat account खोलते कैसे हैं तो इसके लिए आपको एक share market brokers यानि दलाल की जरुरत होती हैं जो आपका demat account खुलवाता हैं
अगर आप किसी broker को नही जानते तो आप demat account खोलने के लिए किसी company से contact कर सकते हैं वो खुद उनके शेयर बाजार क्या है और यह कैसे काम करता है दलाल को आपके पास भेजेगे जो की आपका account open करवाने मे मदद करते हैं.
व इसका एक फायदा ये भी होता हैं की दलाल आपको कई बार कुछ companies के बारे मे suggest करेगें जहां आप निवेश कर सकते हैं उसमे नुकसान की संभावना कम होती हैं पर इसके लिए वो आपसे पैसे भी लेते है.
Demat account खोलने के लिए आपका किसी भी बैक मे एक saving account होना जरुरी हैं व आपके पास aadhar card, pan card आदि होने जरुरी हैं जिससे आप demat account खोल पायेगे.
भारत मे 2 main stock exchange हैं.
- Bombay Stock Exchange (BSE)
- National Stock Exchange (NSE)
यही पर सभी share ख़रीदे व बेचे जाते हैं और जो Broker होते हैं वो इसी के सदस्य होते हैं आप इन share market brokers की मदद से ही stock market मे trading कर सकते हैं.
Calculation – आज के आर्टिकल में हम आपको Share Market क्या है और शेयर कैसे खरीदते है इसके बारे में जानकारी दी है हमे उम्मीद है की आपको हमारे द्वारा बताई गयी जानकारी जरूर पसंद आयी होगी अगर आपको जानकारी अच्छी लगे तो इसे अपने मित्रो के साथ शेयर जरूर करे व अधिक जानकारी के लिए आप हमे कमेंट कर सकते है.