पोजिशनल ट्रेडिंग क्या है

Ganesh Chaturthi 2022: ये 10 शेयर पोर्टफोलियो में लाएंगे 'सुख-संपत्ति धन-धाम'! 1 साल का रखें टारगेट, मिल सकता है 38% तक रिटर्न
Happy Ganesh Chaturthi: कॉरपोरेट डेवलपमेंट के दम पर ब्रोकरेज फर्म शेयरखान (Sharekhan) और एडलवाइज सिक्युरिटीज (Edelweiss Securities) ने 12 महीने से ज्यादा के टारगेट के साथ कुल 10 क्वालिटी शेयरों में खरीदारी की सलाह दी है.
Happy Ganesh Chaturthi: शेयर बाजार में निवेश हमेशा लंबी अवधि में ही वेल्थ क्रिएशन करता है. बाजार में इंट्राडे या पोजिशनल ट्रेडिंग से आप पैसा तो बना सकते हैं, लेकिन दौलत बनाने के लिए लंबी अवधि के लिए निवेश का नजरिया ही काम आता है. गणेश चतुर्थी के मौके पर आज हम ऐसे 10 क्वालिटी शेयर की बात कर रहे हैं, जो आने वाले साल में आपके पोर्टफोलियो में सुख, संपत्ति लाएंगे. बाजार में जारी उथल-पुथल बीच कॉरपोरेट डेवलपमेंट के दम पर ब्रोकरेज फर्म शेयरखान (Sharekhan) और एडलवाइज सिक्युरिटीज (Edelweiss Securities) ने 12 महीने से ज्यादा के टारगेट के साथ कुल 10 क्वालिटी शेयरों में खरीदारी की सलाह दी है. इनमें मौजूदा पोजिशनल ट्रेडिंग क्या है भाव से 38 फीसदी तक का दमदार रिटर्न मिल सकता है.
Aditya Birla Fashion and Retail Ltd (ABFRL)
ABFRL के स्टॉक पर ब्रोकरेज फर्म Sharekhan ने खरीदारी की सलाह दी है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 370 रुपये का है. 30 अगस्त 2022 को शेयर का भाव 305 रुपये रहा. इस तरह, निवेशकों को आगे प्रति शेयर पोजिशनल ट्रेडिंग क्या है 65 रुपये या करीब 21 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है.
UltraTech Cement
UltraTech Cement के स्टॉक पर ब्रोकरेज फर्म Sharekhan ने खरीदारी की सलाह दी है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 7700 रुपये का है. 30 अगस्त 2022 को शेयर का भाव 6,680 रुपये रहा. इस तरह, निवेशकों को आगे प्रति शेयर 1020 रुपये या करीब 15 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है.
ITC Ltd
ITC के स्टॉक पर ब्रोकरेज फर्म Sharekhan ने खरीदारी की सलाह दी है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 350 रुपये का है. 30 अगस्त 2022 को शेयर का भाव 321 रुपये रहा. इस तरह, निवेशकों को आगे प्रति शेयर 29 रुपये या करीब 9 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है.
GAIL (India) Limited
GAIL के स्टॉक पर ब्रोकरेज फर्म Sharekhan ने खरीदारी की सलाह दी है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 152 रुपये का है. 30 अगस्त 2022 को शेयर का भाव 136 रुपये रहा. इस तरह, निवेशकों को आगे प्रति शेयर 16 रुपये या करीब 12 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है.
Tech Mahindra Ltd
Tech Mahindra के स्टॉक पर ब्रोकरेज फर्म Sharekhan ने खरीदारी की सलाह दी है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 1220 रुपये का है. 30 अगस्त 2022 को शेयर का भाव 1,076 रुपये रहा. इस तरह, निवेशकों को आगे प्रति शेयर 144 रुपये या करीब 13 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है.
Interglobe Aviation Ltd (Indigo)
Indigo के स्टॉक पर ब्रोकरेज फर्म Edelweiss Securities ने खरीदारी की सलाह दी है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 2,446 रुपये का है. 30 अगस्त 2022 को शेयर का भाव 2,010 रुपये रहा. इस तरह, निवेशकों को आगे प्रति शेयर 436 रुपये या करीब 22 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है.
Galaxy Surfactants Ltd
Galaxy Surfactants के स्टॉक पर ब्रोकरेज फर्म Edelweiss Securities ने खरीदारी की सलाह दी है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 4,330 रुपये का है. 30 अगस्त 2022 को शेयर का भाव 3,270 रुपये रहा. इस तरह, निवेशकों को आगे प्रति शेयर 1060 रुपये या करीब 32 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है.
Gujarat Mineral Development Corpn Ltd (GDMC)
GDMC के स्टॉक पर ब्रोकरेज फर्म Edelweiss Securities ने खरीदारी की सलाह दी है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 230 रुपये का है. 30 अगस्त 2022 को शेयर का भाव 166 रुपये रहा. इस तरह, पोजिशनल ट्रेडिंग क्या है निवेशकों को आगे प्रति शेयर 64 रुपये या करीब 38 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है.
Greaves Cotton Ltd
Greaves Cotton के स्टॉक पर ब्रोकरेज फर्म Edelweiss Securities ने खरीदारी की सलाह दी है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 224 रुपये का है. 30 अगस्त 2022 को शेयर का भाव 170 रुपये रहा. इस तरह, निवेशकों को आगे पोजिशनल ट्रेडिंग क्या है प्रति शेयर 54 रुपये या करीब 35 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है.
Pidilite Industries Limited
Pidilite Industries के स्टॉक पर ब्रोकरेज फर्म Edelweiss Securities ने खरीदारी की सलाह दी है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 3,060 रुपये का है. 30 अगस्त 2022 को शेयर का भाव 2,734 रुपये रहा. इस तरह, निवेशकों को आगे प्रति शेयर 326 रुपये या करीब 12 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है.
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक्स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउसेस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
शेयर बाजार के इन्वेस्टर्स की सितंबर में चांदी, ये 5 कंपनियां देने वाली हैं बोनस
Share Market Bonus Issue 2022: शेयर बाजार में कमाई करने के कई तरीके होते हैं. ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग के अलावा डिविडेंड और बोनस इश्यू मार्केट से मोटी कमाई कराने वाले विकल्प हैं. आइए जानते हैं कि इस महीने यानी सितंबर 2022 में कौन-कौन कंपनियां अपने शेयरहोल्डर्स को बोनस इश्यू करने जा रही हैं.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 02 सितंबर 2022,
- (अपडेटेड 02 सितंबर 2022, 10:46 AM IST)
शेयर बाजार के इन्वेस्टर्स को कई तरह से कमाई होती है. शेयरों की कीमतें बढ़ने से इन्वेस्टर्स को कमाई तो होती ही है, इसके अलावा कंपनियां अपने शेयरहोल्डर्स को समय-समय पर डिविडेंड देती हैं. इससे भी इन्वेस्टर्स को मोटी कमाई होती है. शेयर बाजार से कमाई का तीसरा तरीका है बोनस. कंपनियां अपने शेयरहोल्डर्स को बोनस भी देते रहती हैं. आइए हम आपको पांच ऐसे स्टॉक्स के बारे में बताते हैं, जो इस महीने अपने शेयरहोल्डर्स को बोनस देने वाले हैं.
Gail (India) Limited: इस लिस्ट में सबसे पहला नाम है सरकारी कंपनी गेल का. गेल इंडिया अपने पोजिशनल इन्वेस्टर्स को इस महीने बोनस देने जा रही है. यह बोनस 1:2 के अनुपात में मिलेगा. कंपनी ने बोनस इश्यू करने के लिए 07 सितंबर की तारीख को रिकॉर्ड डेट बनाया है. इसका मतलब हुआ कि गेल इंडिया 06 सितंबर को एक्स-बोनस हो जाएगी. यानी 06 सितंबर तक जिनके पास गेल के शेयर होंगे, वे इस बोनस इश्यू के पात्र माने जाएंगे. गेल इंडिया इससे पहले अपने इन्वेस्टर्स को 04 बार बोनस दे चुकी है.
Jyoti Resins And Adhesives: बाजार पूंजीकरण के लिहाज से स्मॉल कैप कैटेगरी में आने वाली यह कंपनी भी अपने इन्वेस्टर्स को सितंबर 2022 में बोनस देने जा रही है. ज्योति रेजिन्स ने बोनस इश्यू के लिए 09 सितंबर को रिकॉर्ड डेट बनाया है. इसका मतलब हुआ कि जिन इन्वेस्टर्स के पास 08 सितंबर तक इस कंपनी के शेयर होंगे, उन्हें इस बार बोनस मिलेगा. कंपनी अपने पात्र शेयरहोल्डर्स को हर एक शेयर पर बोनस के रूप में दो शेयर देगी.
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Ruby Mill: इस महीने बोनस देने वाली कंपनियों की लिस्ट में रूबी मिल्स का भी नाम शामिल है. यह कंपनी हर शेयर पर एक शेयर का बोनस देगी. इससे पहले रूबी मिल्स ने साल 2015 में भी अपने शेयरहोल्डर्स को बोनस दिया था. कंपनी ने उस समय भी 1:1 के अनुपात में ही बोनस दिया था. इस बार बोनस इश्यू के लिए कंपनी ने 23 सितंबर को रिकॉर्ड डेट तय किया है. इसका मतलब हुआ कि जिन इन्वेस्टर्स के पास 22 सितंबर तक रूबी मिल्स के शेयर होंगे, उन्हें बोनस शेयर पोजिशनल ट्रेडिंग क्या है मिलेगा.
Ram Ratna Wires: यह कंपनी सितंबर 2022 के आखिरी हफ्ते में बोनस इश्यू देने वाली है. कंपनी ने बोनस देने के लिए 29 सितंबर का रिकॉर्ड डेट निर्धारित किया है. यानी जिन शेयरहोल्डर्स के पास 28 सितंबर तक कंपनी के शेयर होंगे, उन्हें बोनस वाला शेयर मिलेगा. कंपनी अपने पात्र शेयरहोल्डर्स को हर एक शेयर के बदले बोनस में एक शेयर देगी. राम रत्न वायर्स अपने शेयरहोल्डर्स को पहली बार बोनस दे रही है.
Pondy Oxides And Chemicals: सितंबर 2022 में बोनस देने पोजिशनल ट्रेडिंग क्या है वाली कंपनियों की लिस्ट में यह आखिरी नाम है. पॉन्डी ऑक्साइड भी 29 सितबर को बोनस इश्यू करने वाली है. यानी जिन शेयरहोल्डर्स के पास 28 सितंबर तक पोजिशनल ट्रेडिंग क्या है कंपनी के शेयर होंगे, उन्हें बोनस वाला शेयर मिलेगा. यह कंपनी भी अपने पात्र शेयरहोल्डर्स को 01 शेयर के बदले 01 शेयर का बोनस देगी. यह कंपनी इससे पहले साल 2017 में भी अपने शेयरहोल्डर्स को बोनस दे चुकी है.
ट्रेडिंग-बुद्ध
शेयर बाजार में ट्रेडिंग की सीख और हर दिन चुनिंदा शेयरों में ट्रेडिंग की टिप्स। टेक्निकल एनालिसिस का आधार, संस्थागत निवेशकों के सौदों को पहले से पकड़ने की डिमांड/सप्लाई पद्धति जो आपको बना सकती है कामयाब ट्रेडर। ऊपर से तथास्तु! हर रविवार को लंबे निवेश की पुख्ता सलाह…
पहले या बाद, करेक्शन आता ही रहा है!
क्या निफ्टी 20,000 अंक के स्तर पर ज्यादा टिक पाएगा? जनवरी 2008 से अक्टूबर 2021 में हासिल निफ्टी के पिछले शिखर पर नज़र डालने से इसका पूरा जवाब नहीं तो संकेत ज़रूर मिल सकता है। जनवरी 2008 में निफ्टी 6257 के शिकर पर पहुंचा। लेकिन दो साल नौ महीने बाद अक्टूबर 2010 तक घटकर 6177 पर आ गया। फिर फऱवरी 2015 में 8809 तक पहुंचा और करीब डेढ़ साल बाद भी सितंबर 2016 में 8866 पर अटकाऔर और भी
बाद में तेज़ी का टिकना विदेश पर निर्भर
बात बड़ी साफ है कि भारतीय शेयर बाज़ार में अगर निफ्टी के 20,000 अंक तक पहुंचने के बाद भी तेज़ी का नया दौर शुरू होना है तो वैश्विक स्तर पर, खासकर अमेरिका में भी आर्थिक उभार की स्थिति रहनी चाहिए। तब तक मोमेंटम स्टॉक्स के पीछे ज्यादा समय तक भागना घाटे का सौदा बन सकता है। खुद ही देख लीजिए कि एक समय बाज़ार के चहेते रहे ज़ोमैटो, नाइका, कारट्रेड, व पेटीएम जैसे स्टॉक्स का क्या हश्रऔर और भी
वैश्विक मंदी की आंच आएगी, तब क्या!
निफ्टी जब नए शिखर पर पहुंचने के बाद तेज़ी से 20,000 अंक की तरफ बढ़ रहा है, तब सबके दिमाग में एक सवाल तो यह है कि इस मंज़िल के बाद निफ्टी की दशा-दिशा क्या होगी? दूसरा सवाल यह कि जब विश्व अर्थव्यवस्था भारी अनिश्चितता से घिरी हो, अमेरिका से लेकर यूरोप व जापान तक आर्थिक मंदी की आशंका हो, तब भारत कितना अछूता रह सकता है? कॉरपोरेट जगत की मशहूर हस्ती और एचडीएफसी के चेयरमैन दीपकऔर और भी
फटाफट बढ़ा तो करेक्शन, अन्यथा नहीं
अगर अपना शेयर बाज़ार फटाफट चढ़े और निफ्टी-50 थोड़े समय में ही 20,000 अंक पर पहुंच जाए तो यकीनन ट्रेडरों को अपनी पोजिशन काटकर मुनाफा बटोर लेना चाहिए। असल में कम अवधि में निफ्टी के बढ़ने से कंपनियों की लाभप्रदता तो वही रहेगी और बाज़ार ज्यादा महंगा हो जाएगा। तब उसमें करेक्शन लाज़िमी हो जाएगा। लेकिन अगर बाज़ार लम्बे समय तक सीमित दायरे में चलता हुआ धीरे-धीरे बढ़ता है और तब निफ्टी 20,000 अंक तक पहुंचता है,और और भी
बाहर निराशा, अंदर है आशा का स्रोत!
अपने बाज़ार के आशावाद का ठोस आधार है। अभी अर्थव्यवस्था में छिपी अपार संभावनाओं का बाहर आना बाकी है। आम व खास निवेशकों को भी इस बात का विश्वास है। यह म्यूचुअल फंडों के लगातार बढ़ते निवेश से पुष्ट होता है। इधर कई हफ्तों से विदेशी संस्थागत या पोर्टफोलियो निवेशक भी भारतीय बाज़ार में बेचने से ज्यादा खरीद रहे हैं। कुल मिलाकर अपने शेयर बाज़ार का सेंटीमेंट अभी सकारात्मक है। इसलिए लगभग तय है कि निफ्टी-50 बहुतऔर और भी
आर्थिक मंदी की आशंका नहीं निराधार!
अगर हमारे ही नहीं, दुनिया भर के वित्तीय बाज़ारों में वैश्विक आर्थिक मंदी का डर फैला हुआ है तो यह कतई निराधार नहीं है। अर्थशास्त्रियों का मानना है कि अगले साल 2023 में वैश्विक मंदी आ सकती है। इसकी आशंका इसलिए भी बढ़ जाती है कि अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरें बढ़ाने का सिलसिला जा रखा है और आगे भी बढ़ाते रहने की बात कही है ताकि मुद्रास्फीति पर काबू पाया जा सके।और और भी
चर्चा-उम्मीद तेज़ी की, मगर डर मंदी का
निफ्टी अगर 20,000 तक पहुंच गया तो उसके बाद वह नई-नई ऊंचाई बनाता रहेगा या उसमें करेक्शन आ सकता है? अभी अपने यहां जो माहौल है तो वो तेज़ी का है। लेकिन उसकी सतह पर सावधानी और डर का भाव भी कहीं न कहीं तैर रहा है। अमेरिका से लेकर ब्रिटेन, यूरोप व जापान तक अर्थव्यवस्था में मंदी छाने की आहट है। सितंबर तिमाही में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जापान अपनी मुद्रा येन की कमज़ोरीऔर और भी
निफ्टी में 20,000 की मंज़िल नहीं है दूर
अपना शेयर बाज़ार धीरे-धीरे ऐतिहासिक शिखर के करीब पहुंच चुका है। सेंसेक्स और निफ्टी 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर छूने लगे हैं। बाज़ार में हर तरफ यही माना जा रहा है कि निफ्टी जल्दी ही 20,000 अंक का मनोवैज्ञानिक स्तर पार कर लेगा। निफ्टी का ऐतिहासिक बंद स्तर 18,477 का है जो उसने अक्टूबर 2021 में हासिल किया था। वहां से अभी वह महज 170 अंक नीचे हैं। मात्र 0.93% का यह फासला कभी भी तय होऔर और भी
बाज़ार हुआ चंचल, सौदे निपटाएं झटपट
चुनावों के माहौल में किन उद्योगों की कंपनियों के स्टॉक्स में ट्रेड करना लाभ का सौदा साबित हो सकता है? उपभोक्ता साजोसामान, टू-ह्वीलर, शराब, इलेक्ट्रॉनिक व प्रिंट मीडिया और टेक्सटाइल उद्योग। लेकिन फिलहाल बैंकिंग और ऑयल मार्केटिंग कंपनियों से दूर रहना चाहिए। एक खास बात हमेशा ध्यान में रखें कि इस दौरान बाज़ार बड़ा चंचल या वोलैटाइल हो जाता है तो पोजिशनल या लम्बे ट्रेड से बचना चाहिए। फटाफट सौदे निपटाना ज्यादा सही रहता है। साथ हीऔर और भी
शिक्षा सेक्टर में कैसे ट्रेडिंग युक्तियां उद्योग के रूप में उभर रही हैं, जानें
ट्रेडिंग एक बहुत ही महत्वपूर्ण जीवन कौशल है क्योंकि अन्य जीवन कौशलता के साथ इसे शिक्षा प्रतिष्ठानों द्वारा सिखाया जाता है। ट्रेड का निर्णय दोनों पार्ट टाइम या फुल टाइम द्वारा हो सकता है। पार्ट टाइम ट्रेडिंग अतिरिक्त आय का साधन है जबकि फुल टाइम ट्रेडिंग प्रोफेशनल बदलाव है।
ट्रेडिंग में अधिकतर रिटेल ट्रेडर पैसे गंवा देते हैं। इसका अंक 90 से 95 प्रतिशत तक होता है जो ट्रेडिंग स्टॉक, फिचर, ऑपरेशन्स और माल में पैसे गंवा देते हैं। वे पैसे बनाने में बहुत सी परेशानियों को झेलते हैं क्योंकि पोजिशनल ट्रेडिंग क्या है उनके ट्रेडिंग संबंधी निर्णय समाचार, कानों सुनी बातों, टिप्स, और अपनी भावना या सोच आदि पर आधारित होते हैं। ट्रेडिंग बिना किसी जोखिम के मैनेजमेंट या पैसों के मैनेजमेंट, खरीदने या बेचने में बिना किसी निर्णय लेने का मूल्यांकन इसमें शामिल नहीं होता है।
व्यवसाय में दीर्घकालिक बचाव के लिए रिटेल ट्रेडर यह मानते हैं कि नियमित रूप से पैसे गंवाना ट्रेडिंग एक्टिविटी में एक अच्छा चिन्ह नहीं है।इसलिए एक व्यक्ति को ट्रेडिंग रणनीति में शिक्षित होने की आवश्यकता उभरी है जो एक सही रास्ता है। पहले सीखें और फिर पैसे कमाएं। ट्रेडर को लगता है कि ट्रेडिंग किसी अन्य पेशे की ही तरह एक व्यवसाय है। पहले उन्हें ये समझने, सीखने, अभ्यास या मार्गदर्शन को सीखने की आवश्यकता है और फिर उन्हें ट्रेडिंग में खरीद या बिक्री या फिर छोटी बिक्री आदि संबंधी निर्णय लेने चाहिए।
क्यों आवश्यक है कि आप अपनी ट्रेडिंग समझ को मजबूत बनाएं:
• एक ट्रेडिंग सर्वे के विशिष्ट जनसमूह के मापदंड ने यह दिखाया है कि बहुत से लोग अपने ट्रेडिंग गतिविधियों को लाभकारी परिणाम के साथ ठीक करने में असफल हो जाते हैं।
• सामान्यतः एक रिटेल ट्रेडर अपना ट्रेडिंग खाते को 6 से 12 महीने में भी हवा में उड़ा देता है।
• बहुत से लोग भविष्य की तारीख में आर्थिक प्रतिबद्धता के लिए एक अतिरिक्त आर्थिक आराम चाहते हैं।
• हर दिन बहुत से ट्रेडिंग संबंधी निर्णय लिए जाते हैं। इन ट्रेडिंग निर्णयों की क्वालिटी में सुधार ही इस ट्रेडिंग व्यवसाय में दीर्घकाल तक जीवित रहने की कुंजी है।
• बहुत से अंतर्राष्ट्रीय सर्वे ने यह साबित किया है पोजिशनल ट्रेडिंग क्या है कि ट्रेडिंग की समझ में कम स्तर के साथ स्टॉक, भावी सौदे, माल और मुद्रा की कम स्तर की समझ शामिल है।
ऊपर दिए गए कारणों के आधार पर यह शिक्षा क्षेत्र में एक उद्योग के रूप में उभरा है।
लोग व्यापार सीख रहे हैं आगे वे एक दिन के व्यापारी, स्विंग व्यापारी या स्थिति व्यापारी के रूप में विशेषज्ञता की तलाश कर रहे हैं। कई लोग किसी विशिष्ट बाजार सेगमेंट में व्यापार करना चाहते हैं जैसे सिंगल स्टॉल भावी सौदा या विकल्प ट्रेडिंग या कीमती धातुओं और कच्चे माल के सेगमेंट। कुछ भावी सौदों और विकल्पों की सूची जैसे निफ्टी और बैंक निफ्टी हैं। शिक्षा सेक्टर का ट्रेडिंग एक नया और उभरता सेक्टर है। ट्रेडिंग रणनीति प्रोग्राम दोनों ऑनलाइन जो लाइव सत्र हो सकते हैं जिसका निर्देश दोनों तरफ के ऑडियो विडियो सुविधा से हो या फिर रिकॉर्डिड विडियो पाठों के आधार पर या फिर वास्तविक क्लास रूम के आधार पर किया जा सकता है। दोनों ऑनलाइन और वास्तविक क्लास रूम ट्रेडर द्वारा स्वीकारें जाते हैं और बहुत से ट्रेडिंग शिक्षा अकादमिक प्रोग्राम का शिक्षा के दोनों ही आधारों पर आयोजन करते हैं।
ट्रेडिंग स्टाइल और अलग अलग तरह के गुणी क्लास में ट्रेडिंग रणनीति कार्यक्रम पेश किया जाता है।
ट्रेडिंग स्टाइल: डे ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग, पोजिशनल ट्रेडिंग।
गुणी क्लास: स्टॉक ट्रेडिंग, भावी सौदा ट्रेडिंग, विकल्प ट्रेडिंग, मॉल ट्रेडिंग, मात्रात्मक ट्रेडिंग तकनीक, अस्थिरता-आधारित ट्रेडिंग इसके कुछ नाम हैं।
किसी भी ट्रेडिंग रणनीति प्रोग्राम से जुड़ने से पहले व्यक्ति को ट्रेडिंग अनुभव ऑफ फेकल्टी, पढ़ने के नोट्स और वर्कशॉप मटेरियल, क्लासरूम के बाद की मदद, ट्रेडिंग मंच पर तकनीकी मदद पर ध्यान देना चाहिए।