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आईपीओ या स्टॉक

आईपीओ या स्टॉक
आखिरी कीमत
स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट अविनाश गोरक्षकर के अनुसार बैंड प्राइस तय होने के बाद निवेशक किसी भी कीमत के लिए बोली लगा सकता है। बोली लगाने वाला कटऑफ बोली भी लगा सकता है। इसका मतलब है कि अंतिम रूप से कोई भी कीमत तय हो, वह उस पर इतने शेयर खरीदेगा। बोली के बाद कंपनी ऐसी कीमत तय करती है, जहां उसे लगता है कि उसके सारे शेयर बिक जाएंगे।

Mayank Sharma

शेयर आईपीओ और म्यूचुअल फंड जाने किसमें हैं सबसे ज्यादा कमाई

शेयर बाजार से कमाई की बात की जाए तो आईपीओ हो म्यूचुअल फंड या शेयर कमाई डिपेंड करती है सही सेक्टर के चुनाव पर. यह कोई जरूरी नहीं है कि म्यूचुअल फंड में पैसा लगाने आईपीओ या स्टॉक से 100% प्रॉफिट ही होगा या आईपीओ हो या शेयर हो सौ फ़ीसदी कमाई की गारंटी नहीं होती है यदि आप सही स्टॉक को चुनते करते हैं तो प्रॉफिट का प्रतिशत बढ़ जाता है

आइए नजर डालते हैं शेयर ,आईपीओ या म्यूचुअल फंड में सबसे बेहतर कौन है

Share यदि आप शेयर मार्केट में लंबे समय से ट्रेडिंग करते आईपीओ या स्टॉक आ रहे हैं और शेयर मार्केट के बारे में अच्छी खासी जानकारी रखते हैं तो आप शेयरों की खरीद बिक्री करके मुनाफा कमा सकते हैं यह उन लोगों के लिए थोड़ा कठिन होता है जो हाल में ही शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करना स्टार्ट किया है शेयर बाजार में शेयर की खरीद बिक्री में अच्छी कमाई के लिए मार्केट का अनुभव जरूरी है स्टॉक मार्केट में लगभग 90% निवेशक शेयरों आईपीओ या स्टॉक की खरीद बिक्री करके मुनाफा कमाते हैं स्टॉक मार्केट में शेयर खरीदना और बेचना निवेशकों की प्रथम पसंद है इसके बाद आईपीओ या म्यूचुअल फंड में निवेशक रुचि रखते हैं

IPO- आईपीओ क्या है?

आईपीओ या इनिशियल पब्लिक ऑफर एक कंपनी के लिए अपनी भविष्य की परियोजनाओं के लिए निवेशकों से धन जुटाने और स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होने का एक तरीका है। या एक प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (आईपीओ) प्राथमिक शेयर बाजार में जनता को प्रतिभूतियों की बिक्री है।

एक निवेशक के दृष्टिकोण से, आईपीओ एक कंपनी के शेयरों को सीधे कंपनी से उनकी पसंद की कीमत पर खरीदने का मौका देता है (इन बुक बिल्ड आईपीओ)। कई बार कंपनियां अपने शेयरों के लिए जिस कीमत पर फैसला करती हैं और जिस कीमत पर निवेशक शेयर खरीदने के इच्छुक हैं, उसके बीच बड़ा अंतर होता है और इससे आईपीओ में निवेशक को आवंटित शेयरों के लिए अच्छा लिस्टिंग लाभ मिलता है। एक संभावित कंपनी से, आईपीओ उन्हें उनके वास्तविक मूल्य की पहचान करने में आईपीओ या स्टॉक मदद करता है जो लाखों निवेशकों द्वारा उनके शेयरों को स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध होने के बाद तय किया जाता है। आईपीओ उनके भविष्य के विकास के लिए या उनके पिछले उधारों का भुगतान करने के लिए भी धन प्रदान करता है।

फायदे - नुकसान

किसी कम्पनी के प्राइवेट या पब्लिक होने के अपने अपने फायदे - नुकसान हैं। मसलन, एक प्राइवेट कम्पनी के मालिकों को बहुत सी वित्तीय और लेखा सम्बन्धी जानकारियां जगजाहिर करने की जरूरत नहीं होती है, जबकि पब्लिक कम्पनी को वित्तीय और लेखा सम्बन्धी जानकारी नियामक संस्थाओं और अपने शेयर धारकों के समक्ष रखनी होती है। आईपीओ द्वारा उगाही गई राशि का इस्तेमाल अक्सर कम्पनियाँ अपनी विस्तार योजनाओं, इंफ्रास्ट्रक्चर एवं उत्पाद विकास इत्यादि मदों में करती हैं। आईपीओ लिस्टिंग के द्वारा कम्पनी की एक छवि का भी निर्माण होता है, जिससे बेहतर प्रबंधन के लिए प्रतिभाओं को आकर्षित करने और विलय व अधिग्रहण में भी मदद मिलती है।

भारत में आईपीओ लाने के लिए कम्पनी को पूँजी बाजार नियामक सेबी (भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड - सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया) की शरण में जाना पड़ता है। इसके बाद उन्हें नैशनल स्टॉक एक्सचेंज और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध (लिस्टिंग) होने के लिए आवश्यक शर्तों का पालन आईपीओ या स्टॉक करना होता है।

आइपीओ लाने वाली कंपनियों के प्रकार

सामान्यतः माना जाता रहा है आईपीओ या स्टॉक कि स्टॉक एक्सचेंजों पर मात्र बड़ी कंपनियां ही लिस्टेड होती हैं। आईपीओ या स्टॉक लेकिन समय के साथ नियम बदल रहे हैं और सरकार अब सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा नव उद्यमों को भी पूँजी बाजार में आने एवं इस माध्यम से अपने उद्यमों के लिए पूँजी निर्माण के लिए प्रोत्साहित कर रही है।

सितम्बर, 2012 में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (Micro, Small & Medium Enterprises - MSME) के लिए एक नए एक्सचेंज, एसएमई एक्सचेंज की स्थापना की गई। इसके माध्यम से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम इकाईयां बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज एवं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर अपने शेयर सूचीबद्ध कर सकती हैं अथवा अपने आईपीओ ला सकती हैं।

वर्ष 2018 में नवउद्यमों अर्थात स्टार्टअप्स को भी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज एवं बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होने एवं पूँजी निर्माण की सुविधा प्राप्त हो चुकी है। स्टार्टआप कंपनियां भी अब अपने आईपीओ ला सकती हैं और अपने विस्तार के लिए पूंजी का निर्माण कर सकती हैं.

काम की खबर: नजारा का IPO तो खुला, लेकिन जानिए कैसे करें IPO में निवेश, डीमैट अकाउंट है जरूरी

हमारे देश में बचत के पैसे लगाने यानी निवेश करने के कई तरीके हैं। इन्ही में से एक है 'इनीशियल पब्लिक ऑफर' यानि IPO। निवेश का ये तरीका आज कल ट्रेंड में है। अगर आप भी IPO में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं या करना चाहते हैं तो सबसे पहले ये समझ लीजिए कि IPO क्या होता है? दरअसल, जब कोई कंपनी अपने स्टॉक या शेयर्स छोटे-बड़े निवेशकों के लिए जारी करती है तो उसका जरिया IPO होता है। इसके बाद कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट होती है।

IPO होता क्या है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपनी कंपनी के शेयर्स को लोगों को ऑफर करती है तो इसे आईपीओ या स्टॉक आईपीओ या स्टॉक IPO कहते हैं। कंपनियों द्वारा ये IPO इसलिए जारी किया जाता है जिससे वह शेयर बाजार में आ सके। शेयर बाजार में उतरने के बाद कंपनी के शेयरों की खरीदारी और बिकवाली शेयर बाजार में हो सकेगी। यदि एक बार कंपनी के शेयरों की ट्रेडिंग की इजाजत मिल जाए तो फिर इन्हें खरीदा और बेचा जा सकता है। इसके बाद शेयर को खरीदने और बेचने से होने वाले फायदे और नुकसान में भागीदारी निवेशकों की होती है।

इस IPO ने किया कमाल, इश्यू प्राइस से 35% तक चढ़ा भाव; एक्सपर्ट्स बोले- ₹500 को करेगा क्रॉस

हिन्दुस्तान लोगो

हिन्दुस्तान 17-11-2022 लाइव मिंट

इस साल के शुरुआत में स्टॉक मार्केट (Stock Market) में बहुत ज्यादा आईपीओ (IPO) के जरिए निवेशक करने का मौका इंवेस्टर्स को नहीं मिला था। लेकिन साल के अंत में एक आईपीओ या स्टॉक के बाद एक कई कंपनियों के आईपीओ पर दांव लगाने का मौका निवेशकों को मिल रहा है। बड़ी संख्या में निवेशक इन कंपनियों के आईपीओ पर दांव भी लगा रहे हैं। निवेशकों की उम्मीदों पर जहां कुछ कंपनियों ने तोड़ा है, तो वहीं कुछ कपंनियों ने मालामाल भी किया है। मेदांता (Medanta IPO) के आईपीओ ने लिस्टिंग के बाद से ही ताबड़तोड़ रिटर्न दिया है। कंपनी के शेयर बीते दो दिन में आईपीओ के इश्यू प्राइस से 35 प्रतिशत तक चढ़ गए थे। बता दें, मेदांता के शेयरों में आज यानी गुरुवार को करीब 10 प्रतिशत की उछाल शुरुआती घंटों में देखने को मिली। दोपहर 12.11 बजे कंपनी के शेयर 4.76 प्रतिशत की उछाल के साथ 435.90 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे। बीएसई में कंपनी के शेयर गुरुवार को 418.95 रुपये के लेवल पर बंद हुआ है।

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