विदेशी मुद्रा व्यापार के तरीके

सपा विधायक इरफ़ान सोलंकी और उनके भाई ने किया सरेंडर
कानपुर । कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट से फरार सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी ने कानपुर कमिश्नर कैंप कार्यालय के सामने सरेंडर कर दिया है। इस दौरान विधायक हसन रूमी और अमिताभ बाजपेई भी उनके साथ मौजूद रहे। पिछले महीने एक भूमि विवाद में एक महिला को कथित रूप से परेशान करने और उसके घर में आग विदेशी मुद्रा व्यापार के तरीके लगाने के आरोप में पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था और तब से फरार चल रहे विदेशी मुद्रा व्यापार के तरीके थे।
क्या है पूरा मामला
- सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी के खिलाफ जाजमऊ थाने में 8 नवंबर को एक मुकदमा दर्ज किया गया था।
- मुकदमा एक महिला ने दर्ज कराया था, जिसमें आरोप है कि विधायक उनके भाई व अन्य उसके प्लाट पर कब्जा करना चाहते हैं।
- इसी उद्देश्य से 7 नवंबर को प्लाट में बनी झोपड़ी में आग लगा दी गई और उन लोगों के साथ मारपीट व जान से मार देने की धमकी दी।
- इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने जब विधायक व उनके भाई के घर 8 नवंबर की रात दबिश दी तो दोनों फरार हो गए थे।
इरफान सोलंकी पर इन धाराओं में दर्ज हुआ है मुकदमा
धारा 212: अपराधी को कानूनी दंड से बचाने के इरादे से आश्रय देना। अपराध यदि मृत्यु दंडनीय है, तो आश्रम देने वाले को पांच वर्ष की सजा व जुर्माना, अगर अपराध आजीवन कारावास या दस वर्ष तक की सजा से दंडनीय है तो तीन वर्ष तक की सजा व जुर्माना हो सकता है।
धारा 419: किसी दस्तावेज को फर्जी तरीके से बनाना। तीन सात तक सजा व जुर्माना।
धारा 420: धोखाधड़ी। सात साल तक की सजा व जुर्माना
धारा 467: कूटरचना। अगर केंद्र सरकार से जुड़े दस्तावेज को कूटरचना करके तैयार किया जाता है तो आजीवन कारावास या दस वर्ष की सजा और जुर्माना हो सकता है।
धारा 468: कूट रचना यह जानकार की जाए कि इसका प्रयोग छल के लिए किया जाएगा। सात वर्ष तक की सजा और जुर्माना।
धारा 471: कोई दस्तावेज या इलेक्ट्रानिक अभिलेख, जिसके बारे में वह जानता हो कि वह दस्तावेज या इलेक्ट्रानिक अभिलेख कूटरचित है, को कपटपूर्वक या बेईमानी से असली के रूप में उपयोग करना। आजीवन कारावास या दस वर्ष तक की सजा और जुर्माना।
सपा विधायक इरफ़ान सोलंकी और उनके भाई ने किया सरेंडर
कानपुर । कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट से फरार सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी ने कानपुर कमिश्नर कैंप कार्यालय के सामने सरेंडर कर दिया है। इस दौरान विधायक हसन रूमी और अमिताभ बाजपेई भी उनके साथ मौजूद रहे। पिछले महीने एक भूमि विवाद में एक महिला को कथित रूप से परेशान करने और उसके घर में आग लगाने के विदेशी मुद्रा व्यापार के तरीके आरोप में पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था और तब से फरार चल रहे थे।
क्या है पूरा मामला
- सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी के खिलाफ जाजमऊ थाने में 8 नवंबर को एक मुकदमा दर्ज किया गया था।
- मुकदमा एक महिला ने दर्ज कराया था, जिसमें आरोप है कि विधायक उनके भाई व अन्य उसके प्लाट पर कब्जा करना चाहते हैं।
- इसी उद्देश्य से 7 नवंबर को प्लाट में बनी झोपड़ी में आग लगा दी गई और उन लोगों के साथ मारपीट व जान से मार देने की धमकी दी।
- इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने जब विधायक व उनके भाई के घर 8 नवंबर की रात दबिश दी तो दोनों फरार हो गए थे।
इरफान सोलंकी पर इन धाराओं में दर्ज हुआ है मुकदमा
धारा 212: अपराधी को कानूनी दंड से बचाने के इरादे से विदेशी मुद्रा व्यापार के तरीके आश्रय देना। अपराध यदि मृत्यु दंडनीय है, तो आश्रम देने वाले को पांच वर्ष की सजा व जुर्माना, अगर अपराध आजीवन कारावास या दस वर्ष तक की सजा से दंडनीय है तो तीन वर्ष तक की सजा व जुर्माना हो सकता है।
धारा 419: किसी दस्तावेज को फर्जी तरीके से बनाना। तीन सात तक सजा व जुर्माना।
धारा 420: धोखाधड़ी। सात साल तक की सजा व जुर्माना
धारा 467: कूटरचना। अगर केंद्र सरकार से जुड़े दस्तावेज को कूटरचना करके तैयार किया जाता है तो आजीवन कारावास या दस वर्ष की सजा और जुर्माना हो सकता है।
धारा 468: कूट रचना यह जानकार की जाए कि इसका प्रयोग छल के लिए किया जाएगा। सात वर्ष तक की सजा और जुर्माना।
धारा 471: कोई दस्तावेज या इलेक्ट्रानिक अभिलेख, जिसके बारे में वह जानता हो कि वह दस्तावेज या इलेक्ट्रानिक अभिलेख कूटरचित है, को कपटपूर्वक या बेईमानी से असली के रूप में उपयोग करना। आजीवन कारावास या दस वर्ष तक की सजा और जुर्माना।
उपराष्ट्रपति कल शिल्पकारों को शिल्प गुरु, राष्ट्रीय पुरस्कार करेंगे प्रदान
नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ सोमवार को भारतीय हस्तकला में योगदान के लिए शिल्पकारों को शिल्प गुरु और राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करेंगे. कपड़ा मंत्रालय सोमवार को वर्ष 2017, 2018 और 2019 के लिए मास्टर शिल्पकारों को शिल्प गुरु और राष्ट्रीय पुरस्कारों का आयोजन करेगा। कपड़ा मंत्रालय के मुताबिक, महामारी के चलते पिछले तीन साल के अवॉर्ड एक साथ दिए जा रहे हैं।
"भारत के उपराष्ट्रपति, जगदीप धनखड़ पुरस्कार समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। केंद्रीय कपड़ा, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और वाणिज्य और उद्योग मंत्री, पीयूष गोयल समारोह की अध्यक्षता करेंगे। दर्शना विक्रम जरदोश, मंत्री कपड़ा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "रेलवे और कपड़ा राज्य सरकार इस कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि होगी।"
विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) का कार्यालय 1965 से मास्टर शिल्पकारों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कारों की योजना को लागू कर रहा है और 2002 में शिल्प गुरु पुरस्कारों की शुरुआत की गई थी।
ये पुरस्कार प्रत्येक वर्ष हस्तशिल्प के विख्यात उस्ताद शिल्पकारों को प्रदान किए जा रहे हैं जिनके कार्य और समर्पण ने न केवल देश की समृद्ध और विविध शिल्प विरासत के संरक्षण में योगदान दिया है बल्कि समग्र रूप से हस्तशिल्प क्षेत्र के पुनरुत्थान में भी योगदान दिया है। इसका मुख्य उद्देश्य हस्तशिल्प क्षेत्र में उत्कृष्ट शिल्पकारों को पहचान देना है। पुरस्कार विजेता देश के लगभग सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ-साथ विभिन्न स्थानों की विभिन्न शिल्प शैलियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
हस्तशिल्प क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण और महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में शिल्पकारों के एक बड़े वर्ग को रोजगार प्रदान करता है और अपनी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए देश के लिए पर्याप्त विदेशी मुद्रा उत्पन्न करता है। हस्तशिल्प क्षेत्र रोजगार सृजन और निर्यात में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
G-20 शिखर सम्मेलन पर भू-राजनीतिक तनाव हावी होना तय, वैश्विक आर्थिक सुधार की संभावना नहीं
एक ऐसी दुनिया में जो शायद पहले से अधिक विभाजित दिखती है, अभी भी उम्मीद है कि बुधवार को इस सम्मेलन के विदेशी मुद्रा व्यापार के तरीके समाप्त होने पर खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा जैसे आपसी चिंता के मुद्दों पर विश्व के नेताओं के बीच कुछ बात बनेगी.
जहांगीर अली | Edited By: अदिति शर्मा
Updated on: Nov 14, 2022 | 6:18 PM
यूक्रेन में चल रहे युद्ध के बीच इंडोनेशिया के बाली में मंगलवार से शुरू हो रहे दो दिवसीय जी-20 शिखर सम्मेलन पर भू-राजनीतिक तनाव हावी होना तय है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस शिखर सम्मेलन के दौरान स्वास्थ्य, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन जैसे मुद्दों पर तीन सेशन में भाग लेंगे. ये सत्र ऐसे-ऐसे समय आयोजित हो रहे हैं जब यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से वैश्विक ऊर्जा और खाद्य बाजार विदेशी मुद्रा व्यापार के तरीके की हालत पस्त है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के इसमें शामिल नहीं हो रहे हैं. हालांकि इस विदेशी मुद्रा व्यापार के तरीके शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज, ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सुनक, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सहित 19 देशों और यूरोपीय देशों के नेता शामिल होंगे.
विश्व के नेताओं के साथ पीएम मोदी की बातचीत में ऊर्जा सुरक्षा का मुद्दा हावी होने जा रहा है. इस बीच भारत इस वैश्विक मंच की अध्यक्षता संभालने के लिए तैयार है. जी-20 के देश दुनिया की दो-तिहाई से अधिक आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं और दुनिया के सकल घरेलू उत्पाद का 88 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत इन्हीं देशों से आता है. रूस के तेल की भारतीय खरीद पर अमेरिका और यूरोप फिर से अपनी चिंताएं जाहिर कर सकते हैं. रूस और भारत के बीच तेल का व्यापार इस साल रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. रूस ने इस मामले में सऊदी अरब और इराक को भारत के लिए जीवाश्म ईंधन के सबसे बड़े आपूर्तिकर्ता के रूप में बाहर कर दिया है.
लेकिन विदेश मंत्री एस जयशंकर के नेतृत्व में नई दिल्ली ने पहले ही अपनी नीति स्पष्ट कर दी है कि भारत का हित विदेशी ताकतें तय नहीं कर सकतीं. हालांकि, भारत यूक्रेन के खिलाफ दुश्मनी खत्म करने के लिए रूस पर दबाव जारी रखेगा, लेकिन वह ऐसा कोई रुख नहीं अपनाएगा जिससे उसके सबसे पुराने और भरोसेमंद गैर-पश्चिमी सहयोगी को ठेस पहुंचे.
पीएम मोदी बाली में अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान 20 बैठकों में भाग लेंगे. ये बैठकें ऊर्जा सुरक्षा, कृषि, पर्यावरण, स्वास्थ्य और अन्य मुद्दों पर केंद्रित होंगी. समापन सत्र में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो जी-20 की अध्यक्षता भारत को सौंपेंगे.
बढ़ती महंगाई
यूक्रेन युद्ध की वजह से वैश्विक ऊर्जा बाजार में संकट छाया है और दुनिया में भोजन की कमी भी पैदा कर दी है. दो दिवसीय विदेशी मुद्रा व्यापार के तरीके इस शिखर सम्मेलन में यह मुद्दा हावी रहेगा. दुनिया के नेता इस संकट से बाहर निकलने का रास्ता खोजने की कोशिश करेंगे. यूक्रेन संकट ने दुनिया को परमाणु तबाही के कगार पर ला खड़ा किया है. चीन की जीरो-कोविड नीति, जिसने सप्लाई चेन को भी बाधित किया है, विश्व के नेताओं के एजेंडे में टॉप पर होगी. क्योंकि इसकी वजह से कई देश आर्थिक संकटों का सामना कर रहे हैं और कई विदेशी मुद्रा व्यापार के तरीके देशों में मुद्रास्फीति ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गई है. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के अनुसार, वैश्विक मुद्रास्फीति 2021 में 4.7 प्रतिशत की तुलना में 2022 में 8.8 प्रतिशत को छूने के लिए तैयार है. इसकी मुख्य वजह ईंधन की बढ़ती कीमतें हैं.
ताइवान का मसला
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की शिखर सम्मेलन से पहले सोमवार को पहली आमने-सामने बैठक होगी. कई जानकार का मानना है कि उनकी बातचीत के दौरान ताइवान का सवाल उठेगा.
सहयोग की कमी
इस बीच कई विशेषज्ञों का मानना है कि चीन और रूस से निपटने के तरीके पर पश्चिम में मतभेद के कारण, इस शिखर सम्मेलन से महंगाई को कम करने और ऊर्जा व अन्य आपूर्ति श्रृंखलाओं को व्यवस्थित करने की दिशा में महत्वपूर्ण सफलता मिलने की विदेशी मुद्रा व्यापार के तरीके संभावना कम है. जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज ने चीन की यात्रा शुरू करने से पहले चीन के साथ एक महत्वपूर्ण कंटेनर सौदे को हरी झंडी दिखाई थी. इस यात्रा को यूरोपीय एकता में दरार के संकेत के रूप में पेश किया गया था, इटली भी चीन और रूस को आर्थिक रूप से दंडित करने के लिए पश्चिमी प्रयास में शामिल होने के लिए उत्सुक नहीं है.
एक ऐसी दुनिया में जो शायद पहले से अधिक विभाजित दिखती है, अभी भी उम्मीद है कि बुधवार को इस सम्मेलन के समाप्त होने पर खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा जैसे आपसी चिंता के मुद्दों पर विश्व के नेताओं के बीच कुछ बात बनेगी.