निवेश समाचार

Multibagger Stocks: सिर्फ ₹42,000 के निवेश से इस शेयर ने बना दिया करोड़पति, दिया 24,000% का बंपर रिटर्न
Multibagger Stocks: कॉस्मो फर्स्ट (Cosmo First) ने पिछले 23 सालों में अपने निवेशकों को 24,000 फीसदी से भी अधिक का तगड़ा रिटर्न दिया है
Multibagger Stocks: शेयर बाजार में कई कंपनियों ने पिछले दो दशक में अपने निवेशकों को लखपति से करोड़पति बनाया है। ऐसी ही एक कंपनी कॉस्मो फर्स्ट (Cosmo First) है। पैकेजिंग फिल्म बनाने वाली कंपनी इस कंपनी ने पिछले 23 सालों में अपने निवेशकों को 24,000 फीसदी से भी अधिक का तगड़ा रिटर्न दिया है। Cosmo First के शेयर पिछले कुछ दिनों से एक बार फिर शेयर बायबैक (Share Buyback) की खबर के चलते सुर्खियों में हैं, जिसके चलते सिर्फ पिछले 3 दिन में इसमें करीब 15 फीसदी की तेजी आ चुकी है।
कॉस्मो फर्स्ट (Cosmo First) के शेयर बुधवार को एनएसई पर 0.52% की मजबूती के साथ 801.10 रुपये के भाव पर बंद हुए। हालांकि आज से 23 साल पहले, 1 जनवरी 1999 को जब पहली बार एनएसई पर Cosmo First के शेयरों में कारोबार शुरू हुआ, तब इसकी प्रभावी कीमत महज 3.30 रुपये थी। इस तरह पिछले 23 सालों में कॉस्मो फर्स्ट के शेयर की कीमत करीब 24,175.76% फीसदी बढ़ी है।
1 लाख को इस शेयर ने बना दिया ₹2.4 करोड़
इसका मतलब है कि अगर किसी निवेशक ने 1 जनवरी 1999 को कॉस्मो फर्स्ट के शेयरों में 1 लाख रुपये का निवेश किया होता और आज तक उस निवेश को बनाए रखा होता, तो आज उसके 1 लाख रुपये की वैल्यू बढ़कर करीब 2.40 करोड़ रुपये हो गई होती। वहीं अगर किसी निवेशक ने उस वक्त सिर्फ 42,000 रुपये भी इस कंपनी में निवेश किया होता और उसे अब तक बेचा नहीं होता, तो आज उसके 42,000 रुपये की वैल्यू करीब 1 करोड रुपये होता और वह करोड़पति होता।
ओडिशा में 52,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी एस्सार कैपिटल
इस्पात क्षेत्र की कंपनी टाटा स्टील ने भी ओडिशा में निवेश करने की दिलचस्पी दिखाई। कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी टी वी नरेंद्रन ने कहा कि ओडिशा में अब तक 75,000 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी टाटा समूह की कंपनी आगे भी यहां निवेश करना जारी रखेगी।
नरेंद्रन ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में टाटा स्टील ने ओडिशा के कलिंगनगर में अपना संयंत्र लगाने के अलावा नीलाचल इस्पात संयंत्र जैसी इकाइयों का अधिग्रहण भी किया है।
इस बीच, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 1,500 करोड़ रुपये के निवेश से प्रस्तावित स्टेनलेस स्टील पार्क की आधारशिला रखी। देश के इस पहले स्टेनलेस स्टील पार्क का निर्माण जिंदल स्टेनलेस स्टील (जेएसएल) की तरफ से किया जा रहा है। इसे छह साल के भीतर दो चरणों में विकसित किया जाएगा।
Mutual funds: वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी निवेश का बेहतर साधन है म्यूचुअल फंड, पढ़ें काम की खबर
निवेश विशेषज्ञों का मानना है कि म्यूचुअल फंड वरिष्ठ नागरिकों की ओर से किए जाने वाले निवेश को महंगाई के असर से भी बचाता है।
म्यूचुअल फंड को लेकर आमतौर पर निवेश समाचार धारणा है कि यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए जोखिम भरा होता है। इसकी बड़ी वजह वरिष्ठ नागरिकों की बढ़ती उम्र है। लेकिन, वर्तमान में ऐसे नागरिकों के लिए निवेश के कई विकल्प मौजूद हैं। इन्हीं में एक है म्यूचुअल फंड। मौजूदा समय में ऐसे कई म्यूचुअल फंड हैं, जिन्हें खासतौर पर ऐसे नागरिकों की जरूरतों और कम जोखिम को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है।
रिटर्न के लिहाज से निवेश समाचार भी यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए निवेश का अच्छा विकल्प है। म्यूचुअल फंड के जरिये फंड मैनेजर निवेशकों की कमाई को उन योजनाओं में लगाते हैं, जहां बेहतर रिटर्न मिलता है। इससे निवेश में विविधता भी आती है। इसकी रकम को शेयर, बॉन्ड और ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) आदि में लगाया जाता है। इसलिए इसके प्रदर्शन यानी रिटर्न पर बाजार के उतार-चढ़ाव का असर रहता है।
महंगाई के असर से बचाने में मददगार
निवेश विशेषज्ञों का मानना है कि म्यूचुअल फंड वरिष्ठ नागरिकों की ओर से किए जाने वाले निवेश को महंगाई के असर से भी बचाता है।
- सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) या एकमुश्त भुगतान के जरिये निवेश कर सकते हैं।
- उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए पैसे लगाने का यह बेहतर विकल्प साबित हो सकता है, जिन्हें अपने निवेश में लचीलेपन की जरूरत होती है।
लंबी अवधि में अधिक मुनाफा
दरअसल, फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) और रिकरिंग डिपॉजिट (आरडी) में किए गए निवेश पर महंगाई का असर पड़ता है। इसलिए रिटर्न के लिहाज से एफडी व आरडी के मुकाबले लंबी अवधि के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश ज्यादा मुनाफा दिला सकता है। हालांकि, कम अवधि के निवेश में नुकसान की आशंका रहती है।
वर्तमान में वरिष्ठ नागरिकों को एफडी पर 3 से 7 फीसदी तक मिल रहा ब्याज
7.6% रिटर्न की पेशकश की जा रही है डाकघर में बचत योजना पर
मौका : राष्ट्रीय पेंशन योजना में 9 से 12 फीसदी तक ब्याज
निवेश वापस लेने की होती है छूट
वरिष्ठ नागरिकों को शुरुआती पांच साल के लिए डेट म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए। वहीं, अगले पांच साल के नियमित खर्चों के लिए बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड में पैसे लगा सकते हैं। म्यूचुअल फंड निवेशक कभी भी अपना निवेश वापस ले सकता है। हालांकि, राष्ट्रीय पेंशन योजना या अन्य में ऐसी छूट नहीं होती है। इसके अलावा, म्यूचुअल फंड वरिष्ठ नागरिकों को अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करने की भी छूट देता है। -स्वीटी मनोज जैन, निवेश सलाहकार
. तो निवेश समाचार कम अवधि में मिल सकता है अच्छा फायदा
हर म्चूयुअल फंड में इक्विटी और डेट के हिसाब निवेश समाचार से एक अलग प्रकार का जोखिम रहता है। ऐसे में रिटायर हो चुके वरिष्ठ नागरिक लंबी अवधि के अलावा कम अवधि के लिए भी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि अच्छी क्रेडिट रेटिंग वाली कंपनियों के शॉर्ट टर्म बॉन्ड में निवेश करें। इसमें बैंक एफडी के मुकाबले बेहतर रिटर्न मिलता है।
विस्तार
म्यूचुअल फंड को लेकर आमतौर पर धारणा है कि यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए जोखिम भरा होता है। इसकी बड़ी वजह वरिष्ठ नागरिकों की बढ़ती उम्र है। लेकिन, वर्तमान में ऐसे नागरिकों के लिए निवेश के कई विकल्प मौजूद हैं। इन्हीं में एक है म्यूचुअल फंड। मौजूदा समय में ऐसे कई म्यूचुअल फंड हैं, जिन्हें खासतौर पर ऐसे नागरिकों की जरूरतों और कम जोखिम को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है।
रिटर्न के लिहाज से भी यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए निवेश का अच्छा विकल्प है। म्यूचुअल फंड के जरिये फंड मैनेजर निवेशकों की कमाई को उन योजनाओं में लगाते हैं, जहां बेहतर रिटर्न मिलता है। इससे निवेश में विविधता भी आती है। इसकी रकम को शेयर, बॉन्ड और ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) आदि में लगाया जाता है। इसलिए इसके प्रदर्शन यानी रिटर्न पर बाजार के उतार-चढ़ाव का असर रहता है।
महंगाई के असर से बचाने में मददगार
निवेश विशेषज्ञों का मानना है कि म्यूचुअल फंड वरिष्ठ नागरिकों की ओर से किए जाने वाले निवेश को महंगाई के असर से भी बचाता है।
- सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) या एकमुश्त भुगतान के जरिये निवेश कर सकते हैं।
- उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए पैसे लगाने का यह बेहतर विकल्प साबित हो सकता है, जिन्हें अपने निवेश में लचीलेपन की जरूरत होती है।
लंबी अवधि में अधिक मुनाफा
दरअसल, फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) और रिकरिंग डिपॉजिट (आरडी) में किए गए निवेश पर महंगाई का असर पड़ता है। इसलिए रिटर्न के लिहाज से एफडी व निवेश समाचार आरडी के मुकाबले लंबी अवधि के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश ज्यादा मुनाफा दिला सकता है। हालांकि, कम अवधि के निवेश में नुकसान की आशंका रहती है।
वर्तमान में वरिष्ठ नागरिकों को एफडी पर 3 से 7 फीसदी तक मिल रहा ब्याज
7.6% रिटर्न की पेशकश की जा रही है डाकघर में बचत योजना पर
मौका : राष्ट्रीय पेंशन योजना में 9 से 12 फीसदी तक ब्याज
निवेश वापस लेने की होती है छूट
वरिष्ठ नागरिकों को शुरुआती पांच साल के लिए डेट म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए। वहीं, अगले पांच साल के नियमित खर्चों के लिए बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड में पैसे लगा सकते हैं। म्यूचुअल फंड निवेशक कभी भी अपना निवेश वापस ले सकता है। हालांकि, राष्ट्रीय पेंशन योजना या अन्य में ऐसी छूट नहीं होती है। इसके अलावा, म्यूचुअल फंड वरिष्ठ नागरिकों को अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करने निवेश समाचार की भी छूट देता है। -स्वीटी मनोज जैन, निवेश सलाहकार
. तो कम अवधि में मिल सकता है अच्छा फायदा
हर म्चूयुअल फंड में इक्विटी और डेट के हिसाब से एक अलग प्रकार का जोखिम रहता है। ऐसे में रिटायर हो चुके वरिष्ठ नागरिक लंबी अवधि के अलावा कम अवधि के लिए भी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि अच्छी क्रेडिट रेटिंग वाली कंपनियों के शॉर्ट टर्म बॉन्ड में निवेश करें। इसमें बैंक एफडी के मुकाबले बेहतर रिटर्न मिलता है।
ओडिशा में 52,000 करोड़ रुपए निवेश करेगी एस्सार कैपिटल, स्थापित किया जाएगा ''पैलेट'' परिसर
भुवनेश्वरः एस्सार कैपिटल ने ओडिशा में करीब 52,000 करोड़ रुपए के निवेश से कई परियोजनाएं स्थापित करने की योजना की बृहस्पतिवार को घोषणा की। कंपनी के निदेशक प्रशांत रुइया ने यहां 'मेक इन ओड़िशा सम्मेलन 2022' के दौरान इस निवेश योजना का ऐलान करते हुए कहा कि ओडिशा में 12,000 करोड़ रुपए के निवेश से एक ‘पैलेट' परिसर स्थापित किया जाएगा।
उन्होंने कहा, "इसके अलावा 40,000 करोड़ रुपए के निवेश से एक पेट्रोकेमिकल परिसर भी ओडिशा में लगाने की कंपनी की योजना है। यह परिसर किसी अंतरराष्ट्रीय कंपनी के साथ मिलकर स्थापित किया जाएगा। "
इस्पात क्षेत्र की कंपनी टाटा स्टील ने भी ओडिशा में निवेश करने की दिलचस्पी दिखाई। कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी टी वी नरेंद्रन ने कहा कि ओडिशा में अब तक 75,000 करोड़ रुपए का निवेश कर चुकी टाटा समूह की कंपनी आगे भी यहां निवेश करना जारी रखेगी।
नरेंद्रन ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में टाटा स्टील ने ओडिशा के कलिंगनगर में अपना संयंत्र लगाने के अलावा नीलाचल इस्पात संयंत्र जैसी इकाइयों का अधिग्रहण भी किया है। इस बीच, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 1,500 करोड़ रुपए के निवेश से प्रस्तावित स्टेनलेस स्टील पार्क की आधारशिला रखी। देश के इस पहले स्टेनलेस स्टील पार्क का निर्माण जिंदल स्टेनलेस स्टील (जेएसएल) की तरफ से किया जा रहा है। इसे छह साल के भीतर दो चरणों में विकसित किया जाएगा।
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