क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं

सीबीआईसी ने क्रिप्टो एक्सचेंज से जानकारी मांगी
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने भारत के शीर्ष क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों से डिजिटल परिसंपत्तियों, मूल्यांकन आदि का पूरा ब्योरा मांगा है। सीबीआईसी ने डिजिटल सिक्कों के प्रकार, खरीद-फरोख्त वाले टोकन, उनका मूल्यांकन और उन्हें किस प्रकार विभाजित किया जाता है आदि से संबंधित जानकारी मांगी है।
सीबीआईसी क्रिप्टो परिसंपत्तियों को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाना चाहता है। वह क्रिप्टो परिसंपत्ति वर्ग की परिभाषा और वर्गीकरण पर काम कर रहा है ताकि हरेक लेनदेन मूल्य पर कर देयता का निर्धारण हो सके।
इस मामले से अवगत एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, 'हमने पूरे परिसंपत्ति वर्ग के संबंध में विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श के लिए क्रिप्टो एक्सचेंजों के साथ कई बैठकें की हैं। हमने खरीद-फरोख्त में शामिल विभिन्न क्रिप्टो उत्पादों पर एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इसमें लेनदेन शुल्क और उसकी गणना के तरीके के बारे में भी जानकारी देने के लिए कहा गया है।'
अधिकारी ने कहा कि इन डिजिटल उत्पादों के मूल्य एवं लेनदेन के बारे में स्पष्टता से पता लगेगा कि उसके साथ कैसा व्यवहार होना चाहिए और उसे जीएसटी व्यवस्था में किस प्रकार समाहित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इससे यह भी निर्धारित करना आसान होगा कि क्रिप्टो उत्पादों पर कर की दरें क्या होनी चाहिए।
क्रिप्टो एक्सचेंजों को इसी महीने ब्योरा देने को कहा गया है। जीएसटी आमतौर पर मार्जिन, सेवा पर देय होता है, न कि पूरे मूल्य पर। सीबीआईसी प्रत्येक क्रिप्टो उत्पाद (सिक्के एवं टोकन) के मूल्य की जांच कर रहा है और यह देखने की कोशिश कर रहा है कि उसका लेनदेन किस प्रकार होता है। यह भी आकलन किया जा रहा है कि परिसंपत्ति वर्ग के पूरे मूल्य को कर के दायरे में लाया जाए अथवा नहीं।
डेलॉयट के पार्टनर एमएस मणि ने कहा, 'विभिन्न क्रिप्टो लेनदेन का वर्गीकरण और उसकी कर देयता निर्धारित करना आवश्यक है क्योंकि यह उद्योग विभिन्न अधिकारियों की अलग-अलग व्याख्या पर निर्भर है। आयकर के लिहाज से भी इन व्याख्याओं में सामंजस्य स्थापित करने की आवश्यकता है।'
गौरतलब है कि क्रिप्टोकरेंसी बाजार में कई प्रकार के टोकन चलन में हैं। इनमें सबसे आम यूटिलिटी और भुगतान टोकन हैं। इनके लिए न तो कोई निवेश किया गया और न ही किसी विनियमन द्वारा गारंटी दी गई है।
फिलहाल क्रिप्टो एक्सचेंजों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवा पर 18 फीसदी जीएसटी लगाया गया है और इसे वित्तीय सेवाओं के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
इस बीच, आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) ने क्रिप्टो ऐसेट रिपोर्टिंग फ्रेमवर्क (सीएआरएफ) तैयार किया है। केंद्र सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी को प्रत्यक्ष कर प्रणाली के तहत वर्चुअल डिजिटल परिसंपत्ति के तौर पर परिभाषित किया है।
CoinDCX समेत 11 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज सरकार के रडार पर, कार्रवाई शुरू
ब्याज और जुर्माने को जोड़ दें तो इन क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों से कुल 95.86 करोड़ रुपए वसूलने हैं- पंकज चौधरी
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी (Pankaj Chaudhary) ने सोमवार को कहा कि सरकार ने 81.54 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी के लिए देश में CoinDCX और CoinSwitch Kuber सहित 11 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों (Cryptocurrency Exchanges) के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है.
लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में पंकज चौधरी ने कहा कि ब्याज और जुर्माने की राशि को जोड़ दें तो इन क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों से कुल 95.86 करोड़ रुपए वसूलने हैं.
सरकार ने यह भी कहा कि क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों को लेकर वो कोई डेटा इकठ्ठा नहीं करती.
ब्लॉकचेन इकोसिस्टम 5ireChain के फाउंडर प्रतीक गौरी ने कहा कि सरकार नियमों के लागू होने के बाद इसके इेप्लिमेंटेशन में आने वाली अलग-अलग चुनौतियों को समझने के लिए ये सब कर रही है."
पंकज चौधरी ने बताया कि टैक्स चोरी के कारण कुल 11 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों की जांच की गई और ब्याज और जुर्माना शुल्क सहित 95.86 करोड़ रुपये इकटठ्ठा किए गए.
CoinDCX के मामले में 15.7 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी की जांच चल रही थी जिसमें से करीब 17.1 करोड़ रुपए की वसूली की गई है. 'बाय अनकॉइन' 1.05 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी के मामले में शामिल था और 1.1 करोड़ रुपए की वसूली की गई है. कॉइनस्विच कुबेर के मामले में 13.76 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी शामिल है और 16.07 करोड़ रुपए की वसूली की गई है. उधर Awlencan Innovations India (Zebpay) 2.01 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी में शामिल था और इससे 2.5 करोड़ रुपए की वसूली की गई है. यूनोकॉइन 2.97 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी से संबंधित जांच के दायरे में है और इससे 4.44 करोड़ रुपए की वसूली की गई है.
Cryptocurrency क्या है, Popular cryptocurrencies in Hindi
(Cryptocurrency in Hindi) is a digital currency, secured by cryptography and based on blockchain technology.
क्रिप्टो करेंसी क्या है (Cryptocurrency in Hindi)
क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल, क्रिप्टोग्राफ़ी द्वारा सुरक्षित और ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित मुद्रा है।
Cryptocurrency is a digital, cryptographically secured and blockchain technology based currency.
क्रिप्टो करेंसी का मतलब | Cryptocurrency Meaning in Hindi
टेक्नोलॉजी बहुत तेजी से बदल रही है जिससे लोगों के काम करने, संवाद करने, खरीदने और भुगतान करने का तरीका भी बदल गया है। यह सब समय के साथ बढ़ती टेक्नोलॉजी के साथ साथ बदलता रहता है।
आज के समय में लोगों ने कैश रखना बहुत कम कर दिया है जो लेनदेन हो रहे है उसमें ज्यादातर डिजिटल होते है, और यह डिजिटल लेनदेन आम जनमानस का हिस्सा बन गए है। कॉर्पोरेट्स और कंस्यूमर धीरे धीरे कैश से लेनदेन कम करते जा रहे हैं और स्मार्टफोन ने इस डिजिटल लेनदेन की प्रक्रिया को आसान और तेज कर दिया है।
डिजिटल लेनदेन के साथ डिजिटल करेंसी भी पैर जमा रही है, यह डिजिटल करेंसी क्रिप्टोकरेंसी है।
क्रिप्टोकरेंसी शब्द की उत्पत्ति | Origin of Cryptocurrency word in Hindi
क्रिप्टोकरेंसी शब्द कह सकते हैं नया शब्द है, जो 21 वीं सदी की शुरुआत से ही आया है। यह दो शब्दों – ग्रीक शब्द ‘kryptos’ जिससे ‘क्रिप्टो’ लिया गया है जिसका अर्थ है ‘छिपा हुआ या गुप्त’ और लैटिन शब्द ‘currere’ जिससे ‘करेंसी’ लिया गया है जिसका अर्थ है ‘चलाना’ से मिलकर बना है।
क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है? | How Does Cryptocurrency Work in Hindi?
क्रिप्टो करेंसी डिजिटल मनी है जिसे आप छू नहीं सकते, जेब में नहीं रख सकते यानी यह करेंसी का डिजिटल रूप है और यह पूरी तरह से ऑनलाइन है। इसे क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित किया जाता है। कई क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं और इनकी कोई भी सेंट्रल अथॉरिटी नहीं है।
क्रिप्टोक्यूरेंसी एक नयी डिजिटल भुगतान प्रणाली है जिसका लेनदेन का सत्यापन बैंकों पर निर्भर नहीं होता है और क्रिप्टोक्यूरेंसी का इस्तेमाल वस्तुओं और सेवाओं के भुगतान के लिए ऑनलाइन आदान-प्रदान किया जा सकता है।
पहली क्रिप्टोक्यूरेंसी 2009 में आयी और एक दशक से भी कम समय में दुनिया भर में अरबों डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन में है। शायद आपने बिटकॉइन के बारे में सुना हो यह पहली क्रिप्टोकरेन्सी थी और उसे लोगों ने स्वीकार किया और उसके बाद क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं अन्य क्रिप्टोकरेंसी आयी जो धीरे धीरे पॉपुलर हो रही हैं। आज के समय में लोग क्रिप्टोकरेंसी को ज्यादातर ऑनलाइन ट्रेड में लाभ के लिए इस्तेमाल करते हैं।
करेंसी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं किसे कहते हैं | What is Currency in Hindi
हर देश की अपनी मुद्रा (Currency) होती है जैसे कि अमेरिका की डॉलर, यूरोपियन यूनियन की यूरो, भारत की रुपया, पाकिस्तान की पाकिस्तानी रुपया, चीन की युआन है यानी एक ऐसी भुगतान प्रणाली जो किसी देश द्वारा मान्य/अधिकृत हो और वहां के लोग इसके इस्तेमाल से चीजें खरीद सकते हों, जिसकी कोई वैल्यू हो, करेंसी (Currency) कहलाती है।
क्रिप्टोकरेंसी कितनी सुरक्षित है? | How secure is Cryptocurrency in Hindi?
ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके बनाई जाती है। ब्लॉकचेन डिजिटल कोड में लेनदेन को रिकॉर्ड करता है। यह एक काफी जटिल, तकनीकी प्रक्रिया है जिससे हैकर्स के लिए छेड़छाड़ करना मुश्किल है।
इसके अलावा, क्रिप्टोकरेंसी में लेनदेन के लिए two-factor authentication की प्रक्रिया भी होती है। जैसे, लेनदेन शुरू करने के लिए आपको Username और Password दर्ज करने के लिए कहा जा सकता है। या फिर, आपको एक authentication code दर्ज करना पड़ सकता है जो आपके व्यक्तिगत मोबाइल फ़ोन पर टेक्स्ट के माध्यम से आता है।
डिजिटल मुद्रा कहाँ स्टोर कर सकते हैं? | Where can you store Digital Currency in Hindi?
यदि आप क्रिप्टोकरेंसी खरीदते हैं, तो आप इसे क्रिप्टो एक्सचेंज पर या क्रिप्टो डिजिटल वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं। कई अलग-अलग प्रकार के वॉलेट हैं, प्रत्येक के अपने फायदे और सुरक्षा हैं।
सबसे लोकप्रिय क्रिप्टो करेंसी कौन सी हैं? | What are the most popular Crypto Currencies?
इसमें कोई शक नहीं कि सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन है। बिटकॉइन (Bitcoin) अब तक की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है, इसके बाद एथेरियम(Ethereum), लाइटकॉइन (Litecoin) और टीथर (Tether) जैसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी हैं।
bitcoin
क्रिप्टो करेंसी के नाम | Cryptocurrency Names in Hindi
Bitcoin | बिटकॉइन |
Ethereum | एथेरियम |
Litecoin | लाइटकॉइन |
Binance Coin | बिनेंस कॉइन |
Cardano | कार्डानो |
Dogecoin | डॉगकॉइन |
Polka Dot | पोल्का डॉट |
Uniswap | यूनिस्वैप |
Ripple | रिपल |
Dash | डैश |
Tether | टीथर |
Popular Crypto Currency
भारत में क्रिप्टोक्यूरेंसी कानूनी है? | Cryptocurrency legal in India in Hindi?
अभी भारत में बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी गैर कानूनी नहीं हैं, लेकिन रेगुलेटेड भी नहीं हैं इसका मतलब अगर क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन में कुछ भी गलत होता हैं तो आप किसी अथॉरिटी, बैंक और सरकार के पास नहीं जा सकते।
भारत में निजी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन सरकार के पास कोई आधिकारिक डेटा नहीं है। और सरकार के पास इन एक्सचेंजों से जुड़े निवेशकों की संख्या के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है।
Question for you?
टेक्नोलॉजी हमेशा ही जन मानस की उत्सुकता को बढ़ाती रही है आप क्या कहते है की क्रिप्टोकरेंसी के साथ कैसे आगे बढ़ना चाहिए। कमेंट करिये-
Cryptocurrency: जानिए किस तरह खरीद सकते हैं क्रिप्टोकरेंसी और कहां कर सकते हैं स्टोर
Cryptocurrency: क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर यदि आप जाएंगे तो वहां बायर्स और सेलर्स ट्रेडिंग करते हैं। कई एक्सचेंज ऐसे होते हैं जो एक साथ कई करेंसीज़ को सपोर्ट करते हैं- जैसे बिटकॉइन, रिपल, एथर, टेदर, कारडानो। हालांकि अब भारत में भी कई एक्सचेंज काम करने लगे हैं। लेकिन एक्सचेंज पर ट्रेडिंग शुरू करने से पहले यह देख लें कि ये एक्सचेंज अच्छी वजहों से चर्चा में है न कि बुरी वजहों से।
नई दिल्ली। देश-दुनिया में तेजी से अपनी अलग पहचान बनाने वाली क्रिप्टो करेंसी में लोगों की काफी दिलचस्पी बढ़ गई हैं। आज करोड़ों लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं, जिसका अच्छा खासा फायदा भी लोगों को मिल रहा है। लेकिन आज भी हर किसी को नहीं पता कि बिटकॉइन या ऐसी कोई दूसरी क्रिप्टोकरेंसी कैसे खरीदी जा क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं सकती है या उसे स्टोर कैसे किया जा सकता है। ये दो चीजें निवेशों को थोड़ी मुश्किल लगती है। लेकिन हम आपको बता दें कि यह दोनों ही चीजें काफी आसान है। आज क्रिप्टोकरेंसी की पॉपुलैरिटी को देखते हुए सामान्य व्यक्ति भी इसमें निवेश करने के बारे में सोच रहा है। ऐसे में हर किसी के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि आखिर यह तकनीक काम कैसे करती है।
कैसे खरीदें क्रिप्टोकरेंसी
क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर यदि आप जाएंगे तो वहां बायर्स और सेलर्स ट्रेडिंग करते हैं। कई एक्सचेंज ऐसे होते हैं जो एक साथ कई करेंसीज़ को सपोर्ट करते हैं- जैसे बिटकॉइन, रिपल, एथर, टेदर, कारडानो। क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं हालांकि अब भारत में भी कई एक्सचेंज काम करने लगे हैं। लेकिन एक्सचेंज पर ट्रेडिंग शुरू करने से पहले यह देख लें कि ये एक्सचेंज अच्छी वजहों से चर्चा में है न कि बुरी वजहों से। हमेशा चेक कर लें कि उस एक्सचेंज का ऑफिस भारत में हो और इसकी फाउंडिंग टीम में ऐसा स्टाफ हो, जिसकी हिस्ट्री साफ रही हो। ऐसा इसलिए क्योंकि डिजिटल मार्केट में काफी फ्रॉड भी किया जा रहा है। इसके साथ ही सतर्क रहने की जरूरत इसलिए भी है क्योंकि औसतन एक एक्सचेंज को एक दिन में 20 करोड़ का नुकसान होता है।
कैसे करें एक्सचेंज का इस्तेमाल
बता दें कि लगभग क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं सभी बड़े एक्सचेंज एक जैसा ही प्रोसेस फॉलो करते हैं। जिसके मुताबिक आपको एक अकाउंट बनाना होगा, फिर भारत स्थित एक्सचेंज आपको KYC वेरिफिकेशन करने को बोलेंगे। यह वेरेफिकेशन किसी फ्रॉड वगैरह को रोकने के लिए किया जाता है और आपको इस दौरान अपना आईडी प्रूफ देना होगा। यह पूरा प्रोसेस बहुत ही कम समय में पूरा हो जाता है। जिसके बाद आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं। जिसके लिए आप अपना बैंक अकाउंट अपने क्रिप्टो अकाउंट से लिंक कर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं सकते हैं। साथ ही ट्रांजैक्शन के लिए आप सीधे डेबिट/क्रेडिट कार्ड या नेटबैंकिंग का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। वहीं जब लॉगइन और अकाउंट सेटअप का पूरा प्रोसेस पूरा हो जाएगा, तो आपका एक्सचेंज आपको पहला ऑर्डर प्लेस करने के लिए नोटिफाई भी कर देगा। जिसके बाद ऑर्डर प्लेस करने के लिए आपको किसी क्रिप्टोकरेंसी का सिंबल यानी कि बिटकॉइन के लिए BTC, एथर के लिए ETH और डॉजकॉइन के लिए DOGE, डालना होगा और वो अमाउंट डालना होगा, जितने क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं में आप वो कॉइन खरीदना चाहते हैं।
इस तरह स्टोर कैसे करें क्रिप्टोकरेंसी
क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के बाद अगला स्टेप होता है उसे स्टोर करना। हालांकि आप क्रिप्टो एक्सचेंज पर ही अपने कॉइन्स छोड़ सकते हैं, और अगर आप एक्टिव ट्रेडिंग कर रहे हैं, तो इसके लिए यह बेहतर तरीका माना जाता है। अगर आप किसी भी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत पर नजर डालें तो देखेंगे कि बिटकॉइन और एथर जैसे कॉइन्स ने लंबे समय में ज्यादा रिटर्न दिया है. बीच-बीच में बाजार में आए उतार-चढ़ाव के बावजूद इन कॉइन्स की लॉन्ग टर्म में वैल्यू में बढ़ोत्तरी ही दर्ज की गई है।
कारोबार बढ़ाने को देश के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज लिस्ट होगी फेसचेन
नई दिल्ली। दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर काफी क्रेज बढ़ गया है। भारत में भी इसके निवेशकों में इजाफा देखने को मिल रहा है। ऐसे में कई कंपनियां भी सामने आ रही हैं। अब देश की नामी कंपनी फ़ेसचेन (FESSChain) अपने कारोबार बढ़ा रही है। बाययूक्वाइन (BuyUCoin) को अपने लिस्टिंग पाइपलाइन में रखते हुए एक्सटी.कॉम (Xt.com) और इंडोएक्स.कॉम पर लिस्ट किया, और फ़ेसचेन का मेननेट (Mainnet) जल्द ही लैटोकन एक्सचेंज (Latoken Exchange) पर लांच होगा।
कंपनी ने घोषणा करते हुए कहा कि फ़ेसचेन (FESSChain), एक्सचेंज पार्टनर्स को अपने नवीनतम समूह में सुरक्षित करने में सक्षम रहा। नवीनतम घटनाक्रम के अनुसार, फेस (FESS) को एक्सटी.कॉम (Xt.com) और इंडोएक्स.कॉम पर सूचीबद्ध किया जा रहा है और कंपनी जल्द ही बाययूक्वाइन (BuyUCoin) पर भी सूचीबद्ध होंगे, जो भारत की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज में से एक है।
वास्तव में, बाययूक्वाइन (BuyUCoin) फेस (FESS) टोकन को सूचीबद्ध करने वाला पहला भारतीय एक्सचेंज होगा, और यहाँ FESS का INR पेयर भी उपलब्ध कराया जाएगा । इसके अलावा, लैटोकन एक्सचेंज (Latoken Exchange) भी फेस (FESS) टोकन को समर्थन प्रदान करने के लिए सहमत है , और जल्द क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं ही हमारा मेननेट (Mainnet) उनके प्लेटफॉर्म पर लाइव होगा ।
पिछले दो वर्षों में, कंपनी अपनी परियोजना के साथ महत्वपूर्ण प्रगति की है। कंपनी ने शुरुआत में ब्लॉकचेन को मुख्यधारा में लाने की दृष्टि से स्केलेबिलिटी जैसे प्रमुख मुद्दों को हल किया । इसके साथ ही कंपनी एआई-पावर्ड ब्लॉकचैन फ्रेमवर्क बनाया है जो उच्च स्तर की सुरक्षा प्रदान करता है और 125K का उत्कृष्ट टीपीएस प्रदान करने में सक्षम है। जोकि, कंपनी अपने सिस्टम को कई वास्तविक जीवन के उपयोग के मामलों में लागू करने की अनुमति देता है।
जैसा कि हमने अपनी पेशकशों में सुधार करना हमेशा से जारी रखा हैं और वास्तविक उपयोग के मामलों को प्रस्तुत करते हैं, इसकी वजय से पार्टनर एक्सचेंजों के साथ मजबूत सहयोग में एक बड़ा बढ़ावा मिला है, और यह फेस (FESS) को एक्सचेंजों के माध्यम से और अधिक यूजर्स तक पहुंचने की अनुमति देता है जिन पर लोग भरोसा करते हैं और नियमित रूप से उपयोग करते हैं। इसी के साथ, हम अपने प्लेटफॉर्म को इसकी विशेषताओं, मापनीयता, गति और सुरक्षा के मामले में और बेहतर बनाने की योजना बना रहे हैं, और यह एक्सचेंज लिस्टिंग हमें और अधिक यूजर्स तक पहुंचने में, और उनसे परिचित होने का अवसर प्रदान करेगा । साथ ही हम चाहते हैं कि यदि आप सब के पास कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।
साथ ही भविष्य के इलेक्ट्रॉनिक सेटलमेंट का निर्माण जारी रखते हुए और अपने रचनात्मक अनुप्रयोगों को तराशते हुए, कंपनी अपने उपयोगकर्ताओं के निरंतर समर्थन की सराहना करता हूं। इसी के साथ - साथ मैं फेसचेन को ब्लॉकचेन-आधारित इलेक्ट्रॉनिक सेटलमेंट का स्वर्ण मानक बनाने के हमारे दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में उनके निरंतर प्रयासों के लिए फेसचेन टीम के सभी सदस्यों को आभार व्यक्त करना चाहता हूं।
कंपनी के पास पाइपलाइन में कई विकास और अपडेट हैं जिन्हें जल्द ही जारी करने की योजना बनाई जा रही है। हम चाहते हैं कि आप अपडेट रहने के लिए हमारे सोशल मीडिया हैंडल पर हमें फॉलो करते रहें।