बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे

इनकम टैक्स सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (सीबीडीटी) के अधीन आता है और इसके चेयरमैन जेडी महापात्र ने कहा है कि 1 अप्रैल 2022 से 30 फ़ीसदी टैक्स लगाने के प्रावधान का मतलब यह नहीं कि उससे पहले लोगों ने जो कमाई की है उस पर टैक्स नहीं लगेगा. महापात्र के अनुसार इनमें इन्वेस्ट करने वाले अनेक लोगों ने तो रिटर्न ही फाइल नहीं किया है और अगर फाइल किया है तो उसमें क्रिप्टो एसेट में इन्वेस्टमेंट को नहीं दिखाया है. अभी अगर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट उन्हें कोई नोटिस नहीं भेज रहा है तो सिर्फ इसलिए कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि किस नियम के तहत टैक्स लिया जाए.
cryptocurrency: दिवाली में धनवर्षा चाहिए तो क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट करना सबसे बढ़िया तरीका होगा
Cryptocurrency: दीपावली के त्यौहार का माहौल है, हर आदमी अपनी क्षमता के अनुसार धनतेरस में कुछ न कुछ खरीद रहा है। बड़े लोग गोल्ड में इन्वेस्ट कर रहे हैं। लेकिन दिवाली में असली धनवर्षा को उनके बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे घर हो रही है जिन्होंने ने क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट किया है। असल में क्रिप्टोकरेंसी हाई रिटर्न की कैटेगरी में आता है। पीछे साल दिवाली से लेकर इस दिवाली तक बिटकॉइन (Bitcoin) ने 360%, Ethereum ने 1023%, Polkadot ने 119%, Litecoin ने 299% Ripple ने 361%, Stellar ने 384%, Cardano ने 2,005% और Dogecoin ने 10412% का रिटर्न दिया है. मतलब जिन लोगों ने पिछेल साल इन क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट किया वो एक साल बाद मालामाल हो गए।
असली गोल्ड तो क्रिप्टो ही है (Cryptocurrency vs Gold)
ज़्यादातर इन्वेस्टर्स गोल्ड को सबसे बढ़िया इन्वेस्मेंट मानते हैं. हालाँकि ये है भी बढ़िया इन्वेस्टमेंट लेकिन इसका रिटर्न उतना नहीं है जितना की क्रिप्टोकरेंसी का है। पिछले साल गोल्ड की कीमत 56 हज़ार थी आज लगभग 48 हज़ार के आसपास है। लेकिन क्रिप्टोकरेंसी ने तो एक हज़ार से ज्यादा फीसदी रिटर्न दे दिया है। लेकिन इसमें रिस्क का लेवल हाई है और गोल्ड में रिस्क लेवल काफी कम है।
अंग्रेजी में एक कहावत है : "More risk More Profit" यानी के जितना ज़्यादा रिस्क उतना ज़्यादा प्रॉफिट । ठीक वैसा ही क्रिप्टो के साथ है। एक ज़माना था जब 10 बिटकॉइन के बदले एक पिज़्ज़ा आर्डर होता था और आज एक बिटकॉइन बेचने पर आप पिज़्ज़ा की फ्रेंचाइसी खरीद सकते हैं।
क्या है क्रिप्टोकरेंसी (What is Cryptocurrency )
इंडिया में अबतक क्रिप्टो पर कोई नियम कानून नहीं है। और क्रिप्टो कोई भौतिक करेंसी नहीं है, ना तो इसके कोई सिक्के हैं और ना ही कोई नोट है। इसे पैसे निकालने के लिए कोई एटीएम भी नहीं है और न ही कोई बैंक है। ये एक डिजिटल करेंसी है जो कई देशों में शॉपिंग और सर्विसेज़ में इस्तेमाल किया जाता है। इसका मार्केट काफी रिस्की है कहने का मतलब ये है की मार्केट में उतर चढाव बना रहता है। इसमें पूरा पैसा डूबने का खतरा भी है और निवेशक को मालामाल कर देना का चांस भी है। इसमें बड़ी रकम का इन्वेस्टमेंट करने से बचना चाहिए। उतना ही पैसा लगाइये जितना डूब जाए तो आपको गिल्यानी ना हो
WazirX के फाउंडर और बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे CEO Nischal Shetty ने बताया है कि क्रिप्टो मार्केट में 1 साल में 900% तक की ग्रोथ देखने को मिली है। उसके ट्रेडिंग वॉल्यूम में 1000% की बढ़ोत्तरी हुई है। ग्लोबल लेवल में क्रिप्टो से जुडी कई पोसिटिव खबरे आई हैं तो इंडिया में भी इसके प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है। उन्होंने ने कहा कि दुनिया की बड़ी कंपनियों ने क्रिप्टो में इन्वेस्ट किया है। इससे बाकी छोटे इन्वेस्टर्स का कॉन्फिडेंस बढ़ा है। निश्चल शेट्टी ने कहा कि क्रिप्टो में हाई रिटर्न और हाई रिस्क होता है। क्रिप्टो में लोग 5 से 10% निवेश करते हैं। जिसमे क्रिप्टो का टोटल इंवेस्टमवेंट का 40 से 50% बिटकॉइन में होता है। सेकेंडरी टोकन में 25% तक निवेश किया जाता है। नए लांच होने वाले टोकन में 25% तक निवेश रहता है। इंडिया में DEfi और NFT तेज़ी से पॉपुलर हुआ है।
बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे
बिटकॉइन क्या चीज है : अधिकतर लोग बिटकॉइन के बारे में नहीं जानते उन्होंने लोगों से मोबाईल में टी.वी, समाचार, न्यूज इत्यादि के माध्यम से Bitcoin के विषय में सुन रखा होता है. और उनके दिमाग में यही सवाल आता है की आखिर ये बिटकॉइन है क्या, इसका कार्य क्या है. इसके फायदे और नुकसान से लेकर इसके निर्माण का प्रोसेस क्या है?
दिमाग में चल रहे सारे सवालों के जवाब के लिए यह लेख पूरा पढ़ें
Bitcoin क्या चीज है?
बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है जिसे देख और पकड़ नहीं सकते इसका कोई भौतिक आकर नहीं है.
सरल शब्दों में कहा जाये तो बिटकॉइन एक डिजिटल पैसा है जिसका कोई भौतिक आकर नहीं है परन्तु इसे ऑनलाइन वॉयलेट में अंकीय रूप में देखा जा सकता है.
ज्ञात हो की अल सल्वाडोर देश से बिटकॉइन को अपना आधिकारिक करेंसी घोसित कर दिया है. अर्थात जैसे हम अपने देश में कुछ भी सामान खरीदने बेचने के लिए रूपये का इस्तेमाल करते हैं. ठीक उसी तरह अल सल्वाडोर में सामान्य खरीददारी और लेन-देन के लिए बिटकॉइन का उपयोग किया जा सकता बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे है.
बिटकॉइन भारत मे
भारत समेत अन्य अनेक देशों में बिटकॉइन को उतनी अहमियत नहीं दी जा रही जहाँ बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे कुछ देशों में बिटकॉइन होटलों, कुछ दुकानों, सामान खरीदी एक्सचेंज, इत्यादि के लिए स्तेमाल किया जा रहा है वही भारत में इसे ट्रेडिंग, इन्वेस्टिंग, एक्सचेंज के मान्यता दी गई है.
बिटकॉइन बैन के लिए लगातार सवाल उठते रहे हैं, परन्तु बिटकॉइन इन मामलों के साथ और तेजी से ग्रो हो रहा है. नतीजन आज से दस-बारह साल पहले जिस Bitcoin का मूल्य महज कुछ भी नहीं था, आज बिटकॉइन का मूल्य आसमान को छू रहा है.
लोगों द्वारा बिटकॉइन को भविष्य का करेंसी माना जाता है, जो एक दिन पूरी दुनिया में व्याप्त होगा.
आखिर में
हमे पूरी उम्मीद है कि आपको हमारा यह लेख…बिटकॉइन क्या चीज है? पसंद आया होगा. कृपया करके इस लेख को अधिक से अधिक Shear करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सके. अगर लेख से संबंधित किसी प्रकार की शिकायत हो तो Comment Box के माध्यम से हमें अवश्य कहें.
Cryptocurrency News: इन्वेस्ट करने से पहले जाने सब कुछ तो ही बनेंगे करोड़पति
Cryptocurrency News: इन दिनों क्रिप्टोकरेंसी इन्वेस्टमेंट (Cryptocurrency Investment) को अमीर होने का शॉर्ट कट बताया जा रहा है। एक्सपर्ट्स के अनुसार आने वाला समय पूरी तरह से क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन का ही रहने वाला है। काफी हद तक यह बात सही भी है लेकिन यह उतनी ही सही है जितनी आपकी नॉलेज। यदि आप इस फील्ड में अच्छी नॉलेज रखते हैं तो आप रोड़पति से करोड़पति बन सकते हैं परन्तु यदि आप कुछ नहीं जानते तो आपके साथ फ्रॉड हो सकता है। आइए जानते हैं इस विषय पर कुछ खास जानकारी
क्या है डिजीटल मनी या क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency or Digital Currency)
क्रिप्टोकरेंसी वास्तव में वर्चुअल करेंसी है जिसका कोई वास्तविक अस्तित्व नहीं है परन्तु जो वास्तविक करेंसी के समान ही उपयोग में ली जा सकती है। इसका उपयोग कर आप ऑनलाइन प्रोडक्ट खरीद सकते हैं, कोई बिजनेस इन्वेस्ट कर सकते हैं या फिर आप जो कुछ भी करना चाहे कर सकते हैं। यह सब आप पर निर्भर करता है।
क्रिप्टोकरेंसी को ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग कर बनाया गया है। इस तकनीक को इस प्रकार डवलप किया गया है कि इसमें किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी या फ्रॉड नहीं किया जा सकता है। इसमें डेटा किसी एक सर्वर या कम्प्यूटर पर न होकर सर्वर से जुड़े सभी सिस्टम्स पर होता है और पूरा डेटा कभी भी एक जगह स्टोर नहीं होता वरन डेटा के छोटे-छोटे टुकड़े बना कर उन्हें अलग-अलग जगहों पर स्टोर किया जाता है। इस तरह क्रिप्टोकरेंसी बनती है। यदि कोई हैकर उनमें गड़बड़ी करना चाहता है तो उसे उन सभी सिस्टम्स में छेड़छाड़ करनी होती है, जो कि संभव नहीं है। यही कारण है कि क्रिप्टोकरेंसी को सर्वाधिक सुरक्षित और विश्वसनीय माना गया है। इसे डिजिटल दुनिया का एक चमत्कार भी कहा जाता है।
भारत में है सबसे ज्यादा Cryptocurrency Investors
आंकड़ों के अनुसार भारत में लगभग 1.1 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 83965 अरब रुपए) का डिजिटल करेंसी या क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट है। हालांकि अभी तक यह मार्केट पूरी तरह से अपने अस्तित्व में नहीं आया है फिर भी जिस रफ्तार से भारत में निवेशकर्ताओं की संख्या बढ़ रही है, उसे देखते हुए आने वाले कुछ ही वर्षों में भारत Cryptocurrency का हब बन जाएगा। आज भी दुनिया के सबसे ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी इन्वेस्टर्स भारत में ही है।
जैसा कि हमने पढ़ा कि डिजीटल करेंसी के अपने फायदे हैं। यह वित्तीय दुनिया में लोकतंत्र लाने का काम करेगी। इसके जरिए भारतीय अपने प्रोडक्ट्स को देश-दुनिया में बेच सकते हैं, पैसा कमा सकते हैं। आप अपने प्रोडक्ट्स (जैसे कोई पेंटिंग, आइडिया या कुछ और) को पूरा न बेचकर उसके शेयर भी बेच सकते हैं। सबसे बड़ी बात इसमें करेंसी एक्सचेंज का भी चक्कर नहीं है।
Hindi wise money
जैसा कि दोस्तों आप सब जानते हैं कि रुपया भारत की करेंसी है यूएस डॉलर अमेरिका की करेंसी है इंग्लैंड की करेंसी पाउंड है ऐसे ही हर देश की अपनी एक मुद्रा यानी करेंसी होती है.
वैश्वीकरण के इस युग में बहुत कुछ नया हो रहा है इसी चरण में बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे क्रिप्टो करेंसी का भी आविष्कार 2009 में हुआ जो की पूर्ण रूप से डिजिटल करेंसी है. यह ब्लॉकचेन नेटवर्क पर काम करती हैं . और पूरी दुनिया में बहुत से लोग इसे अपना भी रहे हैं.
बिटकॉइन का इतिहास
सबसे पहली क्रिप्टो कॉइन है बिटकॉइन जिसकी शुरुआत 3 जनवरी 2009 से हुई इसके संस्थापक सतोशी नाकामोतो हैं. हिंदी में बिटकॉइन को आभासी मुद्रा कहा जाता है क्योंकि इसका कोई फिजिकल रूप नहीं है . यह पूरी तरह से डिजिटल करेंसी है जो कि कंप्यूटर द्वारा माईन की जाती है.
क्या हैं डिजिटल रुपये के फायदे, क्रिप्टो एसेट में क्या है टैक्स का पेंच
पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में और फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि 2022-23 में रिजर्व बैंक डिजिटल रुपया जारी करेगा. बिटकॉइन या ईथर आदि प्राइवेट करेंसी हैं और हाल के वर्षों में इनका चलन तेजी से बढ़ा है. इसलिए कई देशों में सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी लाने पर विचार कर रहे हैं. चीन में दो साल बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे से इस पर पायलट प्रोजेक्ट चल रहा है. वहां इस महीने बीजिंग में जो विंटर ओलंपिक्स होने हैं, बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे उसमें आने वाले एथलीट, अधिकारी और पत्रकार डिजिटल युवान में भी भुगतान कर सकते हैं. अमेरिका में डिजिटल डॉलर और यूरोप में डिजिटल यूरो लाने से पहले इसके जोखिमों पर विचार हो रहा है.
आधिकारिक डिजिटल करेंसी को अभी सीबीडीसी (सेंट्रल बैंक-बैक्ड डिजिटल करेंसी) कहा जाता है. बिटकॉइन जैसी प्राइवेट करेंसी की वैल्यू हमेशा गिरती-चढ़ती रहती है. लेकिन, रिजर्व बैंक जो डिजिटल रुपया जारी करेगा, उसकी वैल्यू सामान्य रुपए के बराबर ही होगी. फर्क सिर्फ इतना होगा कि हम अपनी जेब में जो रुपया रखते हैं, वैसा ना होकर वह बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने के फायदे डिजिटल होगा. करेंसी नोट पर रिजर्व बैंक गवर्नर के हस्ताक्षर के साथ लिखा होता है- मैं धारक को इतने रुपए अदा करने का वचन देता हूं, लेकिन प्राइवेट करेंसी में ऐसी कोई लायबिलिटी नहीं होती है.