बिटकॉइन क्या है

बिटकॉइन क्या है ? What Is Bitcoin in Hindi
जो Bitcoin क बारे में नहीं जनत है उनके मन में कई प्रश्न आते है जैसे की बिटकॉइन क्या है , कैसे काम करता है , इसको कहाँ रखा जाता है , आदि.
Bitcoin में निवेश करने से पहले आपको इसके बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए.
घर बैठे ही इन्टरनेट से पैसे कमाने के लिए आज कल बहुत सारे तरीके हैं. उन सभी तरीको में से एक तरीका है Bitcoin, जिसके वजह से हम बहुत पैसे कमा सकते हैं.
आज आप इसमें जानेंगे कि Bitcoin क्या है , बिटकॉइन का इतिहास , बिटकॉइन का इस्तेमाल क्यूँ किया जाता है ? बिटकॉइन वॉलेट क्या है ?
बिटकॉइन क्या होता है ? Bitcoin Meaning
जिस प्रकार Rupee, Dollar इत्यादि Currency होता है ठीक उसी तरह Bitcoin भी एक डिजिटल मुद्रा है.
Bitcoin अन्य Currencies से बिलकुल अलग है , यह केवल डिजिटल Currency है. Bitcoin को ना ही हम देख सकते हैं और ना ही उसे पैसों की तरह छू सकते हैं.
इसे हम सिर्फ Online Wallet में Store करके रख सकते हैं.
बिटकॉइन का इतिहास , Bitcoin History
Bitcoin का आविष्कार " Satoshi Nakamoto" ने 2009 में किया था.
उसके बाद से इसकी लोकप्रियता बढती जा रही है.
Bitcoin को Control करने के लिए कोई भी Bank या Authority या सरकार नहीं है.
यह एक Decentralized Currency है. कोई इसका मालिक नहीं है.
बिटकॉइन का इस्तेमाल क्यूँ किया जाता है ?
इसका इस्तेमाल Online किसी भी तरह का Transactions करने के लिए किया जाता है.
Bitcoin एक Peer To Peer Network आधारित है.
यानि बिना किसी Bank, Credit Card या Company के आसानी से Transactions किया जाता हैं.
यह Transactions के लिए सबसे तेज़ और कुशल माना जाता है.
Bitcoin को Online Developers, Entrepreneurs, Non-Profit Organisations इत्यादि इस्तेमाल करते है.
आज Bitcoin का इसतेमाल पूरी दुनिया में Global Payment के लिए किया जा रहा है.
Bitcoin का कोई भी मालिक ना होने के कारन इससे किये गए Transactions एक Public Ledger( खाते) में Record होकर रहता हैं जिसे Bitcoin “Blockchain” कहते हैं.
बिटकॉइन वॉलेट क्या है ?
Bitcoin Currency को Electronically Store करके रखने , खरीदने , बेचने के लिए बिटकॉइन वॉलेट की जरुरत होती है.
Bitcoin Wallets के कई प्रकार जैसे Desktop Wallet, Mobile Wallet, Online Web-Based Wallet होते हैं.
इनमें से किसी एक Wallet का इस्तेमाल करने पर Address के रूप में Unique Id प्रदान करती है.
Bitcoin बेचने के बदले जितने भी पैसे मिलते हैं उसे अपने Bank Account में भी Transfer किया जाता हैं.
तो यह था जानकरी Bitcoin के बारे में , जिसमे आपने जाना की Bitcoin क्या है , बिटकॉइन का इतिहास , बिटकॉइन का इस्तेमाल क्यूँ किया जाता है ? बिटकॉइन वॉलेट क्या है ? आदि.
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क्या होती है Bitcoin की हार्ड लिमिट, क्यों दुनिया में बस 2.1 करोड़ बिटकॉइन ही बनाए जा सकते हैं, जानते हैं?
Bitcoin Mining : Bitcoin इस लिमिट के साथ बनाया गया था कि दुनिया भर में 21 मिलियन बिटकॉइन ही माइन किया जा सकेगा. इस लिमिट में से 83 फीसदी कॉइन पहले ही माइन की जा चुकी है बिटकॉइन क्या है और अगले एक दशक में 97 फीसदी बिटकॉइन माइन किए जा चुके होंगे. सवाल है कि क्या लिमिट के बाद भी बिटकॉइन माइन किए जा सकते हैं?
दुनिया में 21 मिलियन Bitcoin ही माइन किए जा सकते हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
2009 में अस्तित्व में आने के बाद से क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) ने लंबा सफर तय किया है. 2010 में कभी 10,000 बिटकॉइन्स में 2 पिज़्जा खरीदे गए थे और आज बिटकॉइन का मार्केट कैप क्रिप्टो बाजार में सबसे ज्यादा है. इसकी कीमत आज 67,000 डॉलर यानी 54 लाख के ऊपर पहुंच चुकी है. ऐसे में कह सकते हैं कि बिटकॉइन का कायापलट हो चुका है. हालांकि, एक चीज है, जो नहीं बदली है, वो है बिटकॉइन माइनिंग की हार्ड लिमिट.
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बिटकॉइन के निर्माता माने जाने वाले सातोषी नाकामोतो नाम के शख्स ने बिटकॉइन बनाने के साथ ही सोर्स कोड में इसके माइनिंग की अपर लिमिट 21 मिलियन (2.1 करोड़) लगा दी थी, इसका मतलब है कि 21 मिलियन से ज्यादा बिटकॉइन माइन नहीं किए जा सकते हैं या सर्कुलेशन में नहीं लाए जा सकते हैं. नाकामोतो ने इसपर कुछ साफ नहीं किया कि लिमिट 21 मिलियन पर क्यों रखी गई, लेकिन बहुत से लोग इसे इस क्रिप्टोकरेंसी के लिए फायदे वाली बात मानते हैं क्योंकि, इससे बिटकॉइन की एक लिमिटेड सप्लाई बनी रहेगी, जिससे कि कई सालों तक बिटकॉइन क्या है इसकी कीमतें स्थिर रहेंगी.
अब तक कितने बिटकॉइन माइन किए जा चुके हैं?
अब तक 18.78 मिलियन बिटकॉइन माइन किए जा चुके हैं. यानी कि दुनिया में कभी भी जितने भी बिटकॉइन रहेंगे उसका लगभग 83 फीसदी हिस्सा अब तक माइन किया जा चुका है और ये हिस्सा सर्कुलेशन में है. मतलब अब बस लगभग 2 मिलियन बिटकॉइन ही माइनिंग के लिए रह गए हैं.
आखिर कब तक हर बिटकॉइन माइन किया जा चुका होगा?
अगर सबकुछ ऐसा ही रहा तो, एक दशक में 97 फीसदी बिटकॉइन माइन किए जा चुके होंगे. लेकिन बाकी के तीन फीसदी कॉइन अगली एक शताब्दी में माइन हो पाएंगे. इस हिसाब से आखिरी बिटकॉइन सन् 2140 के आसपास माइन किया जाएगा. माइनिंग के धीमा होने के पीछे की वजह एक प्रकिया है, जिसे हाविंग यानी halving कहते हैं. जिस रेट पर बिटकॉइन जेनरेट किए जाते हैं, यह प्रक्रिया उस रेट को हर चार साल पर 50 फीसदी घटा देती है.
इस हार्ड लिमिट से बिटकॉइन को क्या फायदा होता है?
सीधा हिसाब है- जो चीज जितनी कम होगी, उसकी कीमत उतनी ज्यादा होगी. हां कीमत बिटकॉइन क्या है मांग पर निर्भर करती है. चूंकि क्रिप्टो की दुनिया में 21 मिलियन बिटकॉइन ही होंगे, लेकिन दिलचस्पी बढ़ने पर निवेशको की संख्या बढ़ेगी, यानी मांग बढ़ेगी. और मांग बढ़ेगी तो इस क्रिप्टोकरेंसी की कीमत भी बढ़ेगी.
क्या हार्ड लिमिट बदली जा सकती है?
अगर थ्योरी में देखें तो हां यह संभव है. लेकिन इसके लिए बहुत बड़े स्तर पर लोगों की सहमति लेनी होगी. जरूरत होगी कि अधिकतम बिटकॉइन निवेशक अपनी बिटकॉइन की पूंजी की कीमत को कम करने को तैयार हो जाएं, लेकिन ऐसा सोच पाना मुश्किल है कि कोई भी क्रिप्टो में अपने निवेश में ऐसा करके अपना नुकसान कराना चाहेगा.
पिछले कुछ सालों में कैसा रहा है बिटकॉइन का सफर?
अर्थशास्त्री अभी तक इस बात पर स्टडी कर रहे हैं कि हार्ड लिमिट का बिटकॉइन पर क्या असर हुआ है, लेकिन लॉन्च होने के एक दशक बाद तक इसकी कीमतें अप्रत्याशित ढंग से बढ़ी हैं. 2009 बिटकॉइन क्या है में एक ब्लॉक की माइनिंग से 50 बिटकॉइन जेनरेट किए जा सकते थे, लेकिन उस वक्त इसकी कीमत कम थी. एक साल बाद यानी 2010 में एक शख्स ने दो पिज़्जा खरीदने के लिए 10,000 बिटकॉइन चुकाया था.
2012 में यानी कि लॉन्चिंग के चार साल बाद पहली बार ‘halving' की प्रक्रिया हुई, जिसक बाद हर ब्लॉक से 25 बिटकॉइन जेनरेट होने लगे. इससे इस कॉइन की वैल्यू बढ़ी. 2013 के अंत तक इसकी कीमत 200 डॉलर थी. दूसरी 'halving' 2016 में हुई, जब एक ब्लॉक की माइनिंग से 12.5 बिटकॉइन जेनरेट होने लगे. 2020 में अगली 'halving' के बाद एक ब्लॉक से 6.25 बिटकॉइन जेनरेट होने लगे.
पिछले साल के शुरुआती महीनों में बिटकॉइन की कीमत लगभग 10,000 डॉलर थी और यह अप्रैल में 65,000 डॉलर के पार चली गई, जिसके बाद इसने तेज गिरावट देखा. हालांकि अगस्त, 2021 में यह करेंसी फिर से 50,000 के ऊपर के लेवल को छूने में कामयाब रही. इसके बाद अक्टूबर में न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर बिटकॉइन फ्यूचर के तौर पर एक्सचेंज ट्रेडेड फंंड की शुरुआत होने से इसने बीते एक महीने में 65,000 से लेकर 67,000 डॉलर तक का सफर तय कर लिया है. बिटकॉइन की माइनिंग जितनी कठिन हुई है, इसकी कीमतें उतनी ही उछली हैं.
बिटकॉइन क्या है ? What Is Bitcoin in Hindi
जो Bitcoin क बारे में नहीं जनत है उनके मन में कई प्रश्न आते है जैसे की बिटकॉइन क्या है , कैसे काम करता है , इसको कहाँ रखा जाता है , आदि.
Bitcoin में निवेश करने से पहले बिटकॉइन क्या है आपको इसके बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए.
घर बैठे ही इन्टरनेट से पैसे कमाने के लिए आज कल बहुत सारे तरीके हैं. उन सभी तरीको में से एक तरीका है Bitcoin, जिसके वजह से हम बहुत पैसे कमा सकते हैं.
आज आप इसमें जानेंगे कि Bitcoin क्या है , बिटकॉइन का इतिहास , बिटकॉइन का इस्तेमाल क्यूँ किया जाता है ? बिटकॉइन वॉलेट क्या है ?
बिटकॉइन क्या होता है ? Bitcoin Meaning
जिस प्रकार Rupee, Dollar इत्यादि Currency होता है ठीक उसी तरह Bitcoin भी एक डिजिटल मुद्रा है.
Bitcoin अन्य Currencies से बिलकुल अलग है , यह केवल डिजिटल Currency है. Bitcoin को ना ही हम देख सकते हैं और ना ही उसे पैसों की तरह छू सकते हैं.
इसे हम सिर्फ Online Wallet में Store करके रख सकते हैं.
बिटकॉइन का इतिहास , Bitcoin History
Bitcoin का आविष्कार " Satoshi Nakamoto" ने 2009 में किया था.
उसके बाद से इसकी लोकप्रियता बढती जा रही है.
Bitcoin को Control करने के लिए कोई भी Bank या Authority या सरकार नहीं है.
यह एक Decentralized Currency है. कोई इसका मालिक नहीं है.
बिटकॉइन का इस्तेमाल क्यूँ किया जाता है ?
इसका इस्तेमाल Online किसी भी तरह का Transactions करने के लिए किया जाता है.
Bitcoin एक Peer To Peer Network आधारित है.
यानि बिना किसी Bank, Credit Card या Company के आसानी से Transactions किया जाता हैं.
यह Transactions के लिए बिटकॉइन क्या है सबसे तेज़ और कुशल माना जाता है.
Bitcoin को Online Developers, Entrepreneurs, Non-Profit Organisations इत्यादि इस्तेमाल करते है.
आज Bitcoin का इसतेमाल पूरी दुनिया में Global Payment के लिए किया जा रहा है.
Bitcoin का कोई भी मालिक बिटकॉइन क्या है ना होने के कारन इससे किये गए Transactions एक Public Ledger( खाते) में Record होकर रहता हैं जिसे Bitcoin “Blockchain” कहते हैं.
बिटकॉइन वॉलेट क्या है ?
Bitcoin Currency को Electronically Store करके रखने , खरीदने , बेचने के लिए बिटकॉइन वॉलेट की जरुरत होती है.
Bitcoin Wallets के कई प्रकार जैसे Desktop Wallet, Mobile Wallet, Online Web-Based Wallet होते हैं.
इनमें से किसी एक Wallet का इस्तेमाल करने पर Address के रूप में Unique Id प्रदान करती है.
Bitcoin बेचने के बदले जितने भी पैसे मिलते हैं उसे अपने Bank Account में भी Transfer किया जाता हैं.
तो यह था जानकरी Bitcoin के बारे में , जिसमे आपने जाना की Bitcoin क्या है , बिटकॉइन का इतिहास , बिटकॉइन का इस्तेमाल क्यूँ किया जाता है ? बिटकॉइन वॉलेट क्या है ? आदि.
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Bitcoin क्या है ? बिटकॉइन के बारे में पूरी जानकारी
बिटकॉइन के बढ़ते उपयोग और दामों को देखकर आज हर कोई बिटकॉइन की बात कर रहा है और आधुनिक ज़माने की इस आधुनिक मुद्रा को अपना रहा है। दोस्तों अगर आपको नहीं पता है की Bitcoin Kya Hai तो इसका मतलब है की आप दुनिया की दौड़ में अभी बहुत पीछे हैं, लेकिन अभी भी समय है आप अपनी जानकारी को बड़ा सकते हैं। अगर आप जानना चाहते हो की बिटकॉइन क्या है, कैसे काम करता है, इसका अविष्कार कब हुआ, और इसके फायदे और नुकसान क्या हैं, तो आज आपको हमारे इस लेख को अवश्य पढ़ना चाहिए।
Bitcoin क्या है ? ( What is Bitcoin in Hindi )
दोस्तों बिटकॉइन दुनिया की पहली cryptocurrency जिसके इस्तेमाल करने के लिए किसी भी मध्यस्थ की आवश्यकता नहीं होती है। यह एक ऐसी वर्चुअल करेंसी हैं जिसे हम देख एवं छू नहीं सकते पर लेन-देन करने में इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसे आप ऑनलाइन स्टोर कर सकते हैं, और इसका उपयोग कर सकते हैं। बिटकॉइन मुद्रा Decentralized System पर काम करती है, इस पर किसी भी देश की सरकार एवं व्यक्ति का स्वामित्व अथवा मालिकाना हक़ नहीं है।
यह ओपन सोर्स है एवं कोई भी इसे यूज़ कर सकता है। बिटकॉइन पीयर टू पीयर नेटवर्क पर काम करता है एवं बिटकॉइन के लेन-देन के बिटकॉइन क्या है लिए बैंक जैसे किसी भी मध्यस्थ की जरुरत नहीं होती है। बीते कुछ वर्षों में बिटकॉइन का इस्तेमाल बढ़ा है। आजकल ज्यादातर websites और online stores बिटकॉइन से पेमेंट एक्सेप्ट कर रहे हैं।
बिटकॉइन की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए कई देशों द्धारा इसे स्वीकार किया जा रहा है। वर्तमान में बिटकॉइन एक ऐसी मुद्रा बन गयी है जिससे आप पुरे विश्व में कहीं पर भी online transaction कर सकते हो।
बिटकॉइन किसने बनाया
बिटकॉइन का आविष्कार जापान के रहने वाले Satoshi Nakamoto ने 2009 में किया था। उनके इस आविष्कार का मकसद दुनिया को यह बताना था की बिना किसी मध्यस्थ के भी दो लोग आपस में पैसों का लेन-देन कर सकते हैं। आपको शायद जानकर हैरानी हो कि अभी तक लोग सिर्फ Satoshi Nakamoto का नाम ही जानते हैं उन्हें किसी ने भी देखा नहीं है।
Bitcoin की कीमत क्या है ?
दोस्तों बिटकॉइन की कीमत बढ़ती-घटती रहती है। पिछले कई सालों में बिटकॉइन की कीमत में बहुत अधिक बढ़ोतरी हुई है। जब बिटकॉइन पहली बार बाजार में आया था तब इसकी कीमत एक डॉलर के बराबर भी नहीं थी, लेकिन आज एक बिटकॉइन हज़ारों डॉलर्स में बिकता है। अभी जब में यह आर्टिकल लिख रहा हूँ, एक बिटकॉइन की कीमत 9283.70 डॉलर ( 7,07,903.01 भारतीय रूपए ) है।
बिटकॉइन की वर्तमान कीमत जानने के लिए गूगल पर सर्च करें “Btc to Inr”.
बिटकॉइन का इस्तेमाल कहाँ कर सकते हैं ?
बिटकॉइन का उपयोग ऐसी किसी भी वेबसाइट जो बिटकॉइन में पेमेंट लेती हो उन पर पेमेंट देने के लिए किया जा सकता है। आप ऑनलाइन शॉपिंग करने के लिए भी बिटकॉइन का इस्तेमाल कर सकते हो।
दुनिया के किसी भी कोने में आप किसी को पैसा भेजने के लिए भी बिटकॉइन का इस्तेमाल कर सकते हो। इसके अलावा कई लोग बिटकॉइन का इस्तेमाल पैसे कमाने के लिए भी करते हैं। बिटकॉइन से पैसे कमाने के लिए लोग उसे खरीद लेते हैं और कीमत ज्यादा होने पर उसे बेच देते हैं।
बिटकॉइन के फायदे क्या है ?
दोस्तों बिटकॉइन का इस्तेमाल करने के कई फायदे हैं, जो हम सभी को इसका यूज़ करने के लिए आकर्षित करते हैं। चलिए जानते हैं कि बिटकॉइन के क्या फायदे हैं:
- सबसे पहला फायदा यह है की बिटकॉइन से लेन-देन करने पर बहुत ही कम चार्ज देना होता है। डेबिट एवं क्रेडिट कार्ड अथवा बैंक से ट्रांजेक्शन्स करने पर लगने वाली फीस की अपेक्षा बिटकॉइन के ट्रांजेक्शन पर बहुत कम फीस लगती है।
- बिटकॉइन का इस्तेमाल लगभग हर देश के लोग कर रहे हैं, इसका मतलब आप पुरे विश्व में किसी को भी बिटकॉइन से पेमेंट कर सकते हो।
- इससे लेन-देन करना बहुत ही सुरक्षित और आसान है।
बिटकॉइन के नुकसान क्या है ?
हरचीज़ के दो पहलु होते हैं उसी तरह बिटकॉइन के फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी हैं। चलिए अब जानते हैं कि बिटकॉइन के नुकसान क्या हैं:
- बिटकॉइन पर किसी भी देश की सरकार का नियंत्रण नहीं होता है इसलिए इसकी कीमत बाज़ार में मांग के अनुसार कम और ज्यादा होती रहती है। ऐसे में अगर आप बिटकॉइन में निवेश करते हैं और अगर बिटकॉइन की कीमत कम हो जाए तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। (पिछले कुछ वर्षों में बिटकॉइन की कीमत बहुत तेजी से बड़ी है)
- वैसे तो बिटकॉइन इस्तेमाल करना बहुत सुरक्षित है लेकिन इसमें आपको बहुत सावधानी रखनी पड़ती और अगर आप थोड़ी सी भी गलती करते हैं तो आपका बिटकॉइन अकाउंट हैक होने का खतरा रहता है।
बिटकॉइन वॉलेट क्या है ?
बिटकॉइन को ऑनलाइन स्टोर करने के लिए बिटकॉइन वॉलेट का उपयोग किया जाता है। इंटरनेट पर कई सारे एप्प्स और सॉफ्टवेयर हैं, जिनकी मदद से आप बिटकॉइन को ऑनलाइन स्टोर कर सकते हो इन एप्प्स को ही बिटकॉइन वॉलेट कहा जाता है।
यह सभी बिटकॉइन वॉलेट क्लाउड बेस्ड टेक्नोलॉजी पर काम करते हैं। बिटकॉइन वॉलेट में आपको अपना एक बिटकॉइन एड्रेस मिलता है जिससे आप अपने बिटकॉइन वॉलेट में पेमेंट ले सकते हो। इसके अलावा बिटकॉइन वॉलेट की मदद से आप बिटकॉइन बेचकर पैसों अपने बैंक में भी भेज सकते हो।
Conclusion
दोस्तों अब आपको समझ में आ गया होगा की Bitcoin Kya Hai. बिटकॉइन वाकई में अब एक ग्लोबल करेंसी बन गया है क्यूंकि अब हर जगह इससे लेन-देन स्वीकार किया जा रहा है। आपकी बिटकॉइन के बारे में क्या राय है हमें जरूर बताएं।
बिटकॉइन क्या है – WHAT IS BITCOIN
बिटकॉइन क्या है WHAT IS BITCOIN
मात्र आठ से दस साल में पैसा कई लाख गुना बढ़ गया है
Table of Contents
क्रिप्टो करेंसी – crypto currency बिटकॉइन के बारे में जानने से पहले आपको क्रिप्टो करेंसी के बारे में जानना पड़ेगा. क्रिप्टो करेंसी के पहले आपको मुद्रा के बारे में जानना पड़ेगा. पहले के जमाने में सामान, वस्तुओं का लेनदेन वस्तुओं या जानवरों के द्वारा होता था. समय बदला धीरे-धीरे व्यापार बढ़ने लगा तो देशों के बीच में होने लगा, विश्व स्तर पर पहुंचने लगा तो हर देश की अपनी अपनी मुद्राएं होने लगी. मुद्रा पहले सिक्के में हुआ करती थी फिर उनके देश के करेंसी अलग बनने लगी फिर इसे विश्व में मान्यताएं मिलने लगी. इस प्रकार हर देश के अलग-अलग करंसी बनी जैसे भारत की करेंसी रुपया है. अधिकतर जगह डॉलर चलता है. यूरोप में यूरो चलता है.
वर्तमान समय में डिजिटल युग है इसमें एक नई प्रकार की करेंसी का जन्म हुआ जिसे क्रिप्टो करेंसी कहते हैं उसमें आज सबसे महंगी करेंसी क्रिप्टोकरंसी जो है वह बिटकॉइन. ….
BITCOIN क्या है ?
बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा (currency) है. आभासी मुद्रा यानी जिस currency को हम छू नहीं सकते और ना ही देख सकते हैं. मुद्रा जैसे पैसा, रुपया, डॉलर को हम छू सकते हैं लेकिन आभासी मुद्रा इसी के विपरीत होती है Cryptocurrency जिसे हम छू नहीं सकते हैं और ना ही देख सकते हैं।
Bitcoin सबसे पहली Cryptocurrency थी जिसकी शुरुआत 3 जनवरी 2009 को हुई थी. कहा जाता है इसके संस्थापक सोतशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) हैं। इसके अलावा और भी अन्य सारी Cryptocurrency है – रेड कॉइन, सिया कॉइन, एसवाईएस कॉइन (सिस्कोइन), वॉइस कॉइन आदि।
बिटकॉइन ट्रेडिंग डिजिटल वॉलेट (Digital wallet) के जरिए होती है. … दुनियाभर की गतिविधियों के हिसाब से बिटकॉइन की कीमत घटती बढ़ती रहती है. पूरी तरीके से डिजिटली कंट्रोल (Digitally controlled currency) होने वाली करंसी है. बिटकॉइन ट्रेडिंग का कोई निर्धारित समय नहीं होता है.
बिटकॉइन एक स्वचालित सॉफ्टवेयर है जिसे विशेष रूप से बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी के व्यापार के लिए डिज़ाइन किया गया है। सॉफ्टवेयर कोडित एल्गोरिदम के आधार पर उच्च गुणवत्ता वाले ट्रेडिंग सिग्नल उत्पन्न करता है और वास्तविक समय में उन्हें बाजार में निष्पादित करता है. देखे वेबसाइट
बिटकोइन को कैसे खरीदे?
बिटकॉइन खरीदने के नियम है.इसे एक उचित माध्यम से ही ख़रीदा और बेचा जा सकता है.
- इसके लिए सामान्य बैंकिंग नियम के अनुसार परिचय पत्र ID प्रूफ होना अनिवार्य है.
- आपका किसी भी पारंपरिक बैंक में खाता होना अनिवार्य है.
- आपके पास पेन कार्ड होना अनिवार्य है.
- बिट कोइन को आप ऑनलाइन खरीद बेच सकते है.
बिटकॉइन वास्तव में एक माइनिंग की प्रक्रिया को कहते है जैसे खदानों से सोना, चांदी, खनिज, कोयला निकला जाता है वैसे ही बिटकॉइन को उच्च गड़ना वाले कंप्यूटर से संचालित किया जाता है.
बिटकॉइन की लोकप्रियता
सन 2011 में बिटकॉइन की लोकप्रियता बढ़ने लगी थी। लोग धीरे-धीरे इसका इस्तेमाल करने लगे थे. चूँकि इस मुद्रा से लोगों का पैसा दिन दुगना रात चोगुना बढ़ रहा था. सरकार या किसी बैंक की इस में दखलअंदाजी नहीं होती. दूसरी प्रतिस्पर्धी कंपनी भी बाजार में आ रही थी औ बिटकोइन का मूल्य बढ़ रहा था.
सर्वोच्च न्यायालय का फैसला
लेकिन मार्च 2020 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने कहा की इस पर कानून बनना चाहिय. अभी आरबीआई ने फिर एक बार कहा था कि वे भारत की ख़ुद की क्रिप्टो करेंसी को लाने और उसके चलन को लेकर विकल्प तलाश रही है. सरकार के भविष्य के फ़ैसले को लेकर एक नज़रिया यह भी बेहद निर्णायक होगा कि भारत में इस मुद्रा का कैसे इस्तेमाल होगा. सरकार ने साफ़ किया है कि वे क्रिप्टो करेंसी को रखने वालों को इसे बेचने के लिए वक़्त देगी. इसका कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं है कि कितने भारतीयों के पास क्रिप्टो करेंसी है या कितने लोग इसमें व्यापार करते हैं लेकिन कई मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि करोड़ों लोग डिजिटल करेंसी में निवेश कर रहे हैं और महामारी के दौरान इसमें बढ़ोतरी हुई है.
कैसे होती है बिटकॉइन में ट्रेडिंग? (How to trade in bitcoin?)
बिटकॉइन ट्रेडिंग डिजिटल वॉलेट (Digital wallet) के जरिए होती है. बिटकॉइन की कीमत दुनियाभर में एक समय पर समान रहती है. इसलिए इसकी ट्रेडिंग मशहूर हो गई. दुनियाभर की गतिविधियों के हिसाब से बिटकॉइन की कीमत घटती बढ़ती रहती है. इसे कोई देश निर्धारित नहीं करता बल्कि डिजिटली कंट्रोल (Digitally controlled currency) होने वाली करंसी है. बिटकॉइन ट्रेडिंग का कोई निर्धारित समय नहीं होता है. इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव भी बहुत तेजी से होता है.
बिटकॉइन यह क्रिप्टो करेंसी की पहली विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा है यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा संचालित नहीं होती बल्कि कंप्यूटर नेटवर्किंग पर आधारित भुगतान है. कंप्यूटिंग पावर का इस्तेमाल करके ट्रांजैक्शन को किया जाता है. नेट पर पूरी तरह से सुरक्षित होता है यह एक बिट कंप्यूटर सेंटर की तरह होता है जो जिसका कोई केंद्रीय मुख्यालय नहीं होता है. पूरे विश्व में अलग-अलग जगह संचालित होता है यह वही लोग कर पाते हैं जो उच्च स्तरीय कंप्यूटर के मास्टर होते हैं और विशेष गणना वाले जिनके पास कंप्यूटर होते हैं. सुपर कंप्यूटर टाइप के बिटकॉइन के लेनदेन के लिए बिटकॉइन एड्रेस का प्रयोग करके कोई भी ब्लॉकचेन में अपना खाता बनाकर इसके जरिए बिटकॉइन का लेनदेन कर सकता है.
बिटकॉइन कैसे ख़रीदे और बेचे.
Wazirx, Unocoin, binance जैसी सेवा प्रदाता कंपनियों से आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा कर आप आसानी से बिटकॉइन खरीद और बेच सकते हो. इसके लिए आपको इन कंपनी में अपना अकाउंट बनाना होगा जो डिजिटली वेरीफाई होगा, फिर आपके बैंक से लिंक होगा फिर आप इस वॉलेट की मदद से आप बिटकॉइन खरीद और बेच सकते हैं. https://bitcoin.org/en/
क्या जोखिम होता है
बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा है और उसमे जोखिम होने की संभावना होती है. मुद्रा तो पूर्ण रूप से सुरक्षित है क्योंकि उच्च स्तरीय कंप्यूटर में सुरक्षित रहती है किन्तु आपका खाता आपके कंप्यूटर में हैक हो जाता है तो आप खुद जिम्मेदार होगे. अगर बीच के सेवा प्रदाता कंपनी भाग जाती है तो आपका पैसा डूब सकता है.
बिटकॉइन का मूल्य
2009 में एक बिटकॉइन कीमत 20-25 पैसे थी आज बढ़कर लगभग ३५ से ३६ लाख है. कई लाख गुना कीतम मात्र 10-12 साल में बढ़ गई. बैंक 8 से 10 साल में पैसे दुगना करते हैं. जोखिम है तो लाभ भी बहुत ज्यादा है. अत सोच समझ कर ही इसमें पैसे लगाने चाहिए.