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शेयर ट्रेडिंग

शेयर ट्रेडिंग
मिंट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक ये ट्रेडिंग रणनीतियाँ बहुत काम की होती हैं और निवेशक को उस ट्रेडिंग शैली पर निर्णय लेने में मदद करती हैं जिसे वे अपनाना चाहते हैं। प्रत्येक प्रकार की ट्रेडिंग रणनीति से जुड़े जोखिम और लागत की गहन समझ के साथ ट्रेडर्स चाहें तो रणनीतियों के संयोजन का उपयोग करके भी शेयरों में खरीद-फरोख्त कर सकते हैं।

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SEBI के इस नए रूल से महंगी हो जाएगी शेयर ट्रेडिंग, यहां समझें इस नियम का मतलब

SEBI के एक नियम में ब्रोकरेज कॉस्ट बढ़ जाएगी। यह नियम 7 अक्टूबर (शुक्रवार) से लागू हो गया है। इस नियम में यह कहा गया है कि ब्रोकर (Brokers) को अपने क्लाइंट्स के ट्रे़डिंग अकाउंट्स को हर महीने या हर तिमाही के पहले शुक्रवार को स्कॉवयर-ऑफ करना होगा। यह क्लाइंट्स की तरफ से चुने गए ऑप्शन (मासिक या तिमाही) पर निर्भर करेगा। आइए इस नियम के बारे में विस्तार से जानते हैं।

आपके लिए इस नियम का मतलब यह है कि आपके ट्रेडिंग अकाउंट में जो भी बैलेंस (इस्तेमाल नहीं किया गया) होगा, उसे ब्रोकर आपकी तरफ से चुने गए दिन को आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर देगा। ब्रोकरेज फर्म जीरोधा (Zerodha) के फाउंडर नितिन कामत (Nithin Kamath) का अनुमान है कि यह पैसा 25,000 करोड़ रुपये से ज्यादा हो सकता है।

शेयर बाजार में चाहते हैं पैसा कमाना तो इन 5 शेयर ट्रेडिंग पसंदीदा ट्रेडिंग रणनीतियों के बारे में आपको होगा जानना

ट्रेडर्स चाहें तो हर प्रकार की ट्रेडिंग रणनीति से जुड़े जोखिम और लागत को समझकर ट्रेडिंग में रणनीतियों के संयोजन का उपयोग भी कर सकते हैं

ट्रेडिंग का मतलब सिक्टोरिटीज को खरीदना और बेचना होता है। ट्रेडिंग भी कई प्रकार की शेयर ट्रेडिंग होती हैं। एक दिन से लेकर सालों के लंबे अंतराल के लिए भी ट्रेडिंग की जाती है। इसके साथ ही अलग-अलग बाजारों के माहौल और वहां मौजूद जोखिम से जुड़ी विभिन्न ट्रेडिंग शेयर ट्रेडिंग रणनीतियां (trading strategies) शेयरों में कारोबार करने के समय अपनाई जाती हैं।

यहां पर हम कुछ ट्रेडिंग रणनीतियों पर चर्चा कर रहे हैं जो बाकी रणनीतियों में से सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं। ये रणनीतियां निवेशकों को तर्कसंगत निवेश निर्णय लेने में मदद कर सकती हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading)

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इंट्राडे ट्रेडिंग जिसे डे ट्रेडिंग के रूप में भी जाना जाता है। ये ऐसी ट्रेडिंग रणनीति है जिसमें निवेशक एक ही दिन में शेयरों को खरीदते और बेचते हैं। वे शेयर बाजार के बंद होने के समय से पहले ट्रेडिंग बंद कर देते हैं। एक ही दिन में वे मुनाफा और घाटा बुक करते हैं।

निवेशक इन शेयरों में एक दिन में कुछ सेकंड, घंटे के लिए या इसमें दिन भर में कई बार ट्रेड ले सकते हैं। इसलिए इंट्राडे एक अत्यधिक वोलाटाइल ट्रेडिंग रणनीति मानी जाती और इसके लिए तेजी से निर्णय लेना होता है।

पोजीशनल ट्रेडिंग (Positional Trading)

लाभांश की तारीखों

शेयर ट्रेडिंग
आवधिकता घोषणा तारीख एडजस्टमेंट
दिनांक
रिकॉर्ड डेट Payment date डिविडेंड
एडजस्टमेंट
No set frequency 01.01.2018 01.01.2016 ---
Q1 Q2 Q3 Q4
27.04.2022 27.07.2022 24.10.2022

ट्रेड शेयर CFDs और IFC मार्केट्स के साथ CFD ट्रेडिंग के लाभों की खोज

  • MetaTrader4 & MetaTrader5 -1:20 लिवरेज (मार्जिन 5%)
  • NetTradeX पर स्टॉक CFDs के लिए लिवरेज ट्रेडिंग अकाउंट लीवरेज (अधिकतम 1:20) के बराबर है
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  • आर्डर वॉल्यूम 0.1% से शुरू, US शेयरों के लिए - 1 प्रति शेयर $ 0.02. और कनाडा के शेयरों के लिए- 0.03 CAD प्रति 1 शेयर । कमीशन चार्ज किया जाता है जब स्थिति को खोला और बंद कर दिया है
  • NetTradeX और MT4 के लिए, एक सौदे के लिए ंयूनतम कमीशन बोली मुद्रा के शेयर ट्रेडिंग 1 के बराबर है, 8 HKD और जापानी शेयरों की ंयूनतम 100 JPY, और कनाडा के स्टॉक्स- 1.5 CAD। एमटीएस के लिए, न्यूनतम कमीशन खाता शेष मुद्रा द्वारा निर्धारित होता है-1 USD/1EUR/100 JPY (यूएस स्टॉक्स के लिए केवल 1USD)

ट्रेडिंग हॉर्स FB

कंपनी प्रोफाइल

Facebook, Inc एक अमेरिकी सामाजिक मीडिया और सामाजिक नेटवर्किंग सेवा कंपनी दुनिया भर में है । इसके उत्पादों में शामिल है Facebook वेबसाइट और मोबाइल अनुप्रयोग है कि लोगों को अपने मित्रों और परिवार के साथ जुड़े रहने के लिए सक्षम बनाता है, पता चलता है कि उनके आसपास दुनिया में क्या चल रहा है, और शेयर और एक्सप्रेस क्या उन लोगों के बारे में वे देखभाल के लिए मायने रखती है । डेवलपर्स facebook प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग उपयोगकर्ताओं के अपने वैश्विक नेटवर्क तक पहुंचने और वैयक्तिकृत और सामाजिक उत्पादों का निर्माण करने के लिए facebook के साथ एकीकृत होने वाले एप्लिकेशन और वेबसाइट बनाने के लिए कर सकते हैं । सितंबर 2014 के रूप में, Facebook के बाजार टोपी $200B से अधिक बढ़ी थी.

जब Facebook की स्थापना की थी?

फेसबुक, इंक को मार्क नॐ द्वारा 4 फरवरी, 2004 में स्थापित किया गया था और इसका मुख्यालय मेनलो पार्क, कैलिफ़ोर्निया में है.

शेयर बाजार में हाथ आजमाने वाले लोग ट्रेडिंग करने से पहले ‘फ्यूचर और ऑप्शंस’ के बारे में समझ लें

फ्यूचर और ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट्स डेरिवेटिव ट्रेडिंग के प्रमुख साधनों में से एक हैं। डेरिवेटिव्स शुरुआत करने वालों के लिए एक प्रकार के कॉन्ट्रैक्ट्स होते हैं जिनका मूल्य अंतर्निहित संपत्तियों या परिसंपत्तियों के सेट पर ही निर्भर करता है।

ब्रांड डेस्क, नई दिल्ली। अक्सर आपने सुना होगा कि शेयर बाजार से दिन दोगुना रात चौगुना पैसा कमाया जा सकता है। लेकिन क्या यह इतना आसान है? क्या इस बाजार में कोई भी पैसे लगा सकता है? क्या इस बाजार में पैसा लगाने में किसी भी तरह का कोई जोखिम नहीं होता है? क्या इसके कुछ खास नियम भी हैं?

अगर आपके मन में भी इस तरह के सवालों को लेकर संशय बना हुआ है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि शेयर ट्रेडिंग इस आर्टिकल में शेयर मार्केट से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की गई हैं, जो आपको शेयर मार्केट की दुनियां में कदम रखने में सहायक साबित हो सकती हैं।

शेयर बाजार कैसे काम करता है?

शेयर बाजार में पैसा बनाने के अनेक विकल्प हैं जो इसे अत्यंत रोचक बनाते शेयर ट्रेडिंग हैं I साथ ही निवेशकों के लिए सीख-कर व समझ-कर अपनी पसंद के उत्पाद में निवेश से लाभ कमाने का अवसर प्रदान करते हैं। इन्हीं उत्पादों में से दो प्रमुख उत्पाद हैं- फ्यूचर और ऑप्शंस। इन्हें समझने से पहले आपके लिए यह जानना आवश्यक है कि शेयर बाजार, कमोडिटी बाजार या मुद्रा बाजार में सबसे अधिक प्रभाव कीमतों का होता है।

फ्यूचर और ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट्स डेरिवेटिव ट्रेडिंग के प्रमुख साधनों में से एक हैं। डेरिवेटिव्स, शुरुआत करने वालों के लिए एक प्रकार के कॉन्ट्रैक्ट्स होते हैं, जिनका मूल्य अंतर्निहित संपत्तियों या परिसंपत्तियों के सेट पर निर्भर करता है। इनमें कोई एसेट बॉन्ड, स्टॉक, मार्केट इंडेक्स, कमोडिटी या करेंसी हो सकते हैं।

डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स के प्रकार

स्वैप, फॉरवर्ड, फ्यूचर और ऑप्शन सहित चार प्रमुख प्रकार के डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट होते हैं।

1. स्वैप- जैसा कि नाम से पता चलता है, ऐसे कॉन्ट्रैक्ट होते हैं जहां दो पार्टी अपनी देयताओं या नकदी प्रवाह का आदान-प्रदान कर सकते हैं।

2. फॉरवर्ड- कॉन्ट्रैक्ट में ओवर-द-काउंटर ट्रेडिंग शामिल होती हैं और विक्रेता और खरीदार के बीच निजी कॉन्ट्रैक्ट होते हैं। डिफॉल्ट जोखिम फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट में अधिक होता है, जिसमें सेटलमेंट करार के अंत की ओर होता है। भारत में, दो सबसे व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट फ्यूचर और ऑप्शन हैं।

3. फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स- मानकीकृत किए जाते हैं और माध्यमिक बाजार में इनका ट्रेड किया जा सकता है। वे आपको भविष्य में डिलीवर किए जाने वाले एक निर्दिष्ट कीमत पर अंतर्निहित एसेट खरीदने/बेचने की सुविधा देते हैं।

फ्यूचर और ऑप्शन के फायदे

बाजार में अस्थिरता की आशंका को कम करने के लिए विकल्प एक अन्य जरिया है। फ्यूचर एंड ऑप्शन का कॉन्ट्रैक्ट सामान होता है पर इस संदर्भ में खरीददार या विक्रेता के शेयर ट्रेडिंग पास यह अधिकार होता है जिस से वो कॉन्ट्रैक्ट का इस्तेमाल करने के लिए बाध्य नहीं होता।

आमतौर पर विकल्प दो प्रकार के होते हैं, जिसमें पहला है CALL ऑप्शन और दूसरा PUT ऑप्शन। जहां CALL ऑप्शन में खरीददार के पास एक निश्चित मूल्य और भविष्य में तय तारीख़ पर परिसंपत्ति (एसेट) के हिस्से की खरीद-फरोख्त करने का विकल्प सुरक्षित रहता है और उसे इस कॉन्ट्रैक्ट का पालन नहीं करने की भी छूट होती है।

वहीं, PUT ऑप्शन में विक्रेता के पास शेयर ट्रेडिंग यह अधिकार होता है कि वो एक निश्चित मूल्य और भविष्य में तय तारीख पर कोई परिसंपत्ति (एसेट) के हिस्से का खरीद-फरोख्त करेगा या नहीं। उसके पास भी इस कॉन्ट्रैक्ट का पालन नहीं करने की छूट होती है।

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जब ट्रेडिंग के लिए प्रोफेशनल हायर करें: कई निवेशक जानकारी या समय के अभाव में ट्रेडिंग के प्रोफेशनल्स की सुविधा लेते हैं. बाजार में बहुतायत ऐसे शेयर प्रोफेशनल्स मिल जाएंगे जो आपके पैसों को सही जगह निवेश करने की सेवा देते हैं और उसके बदले आप उन्हें कुछ फीस देते हैं. पर कई मामलों में देखा जाता है कि शेयर प्रोफेशनल्स निवेशकों की जानकारी और जागरुकता के अभाव में फायदा उठाते हैं. निवेशकों का पैसा वे अपने फायदे के लिए कई जगहों पर लगा देते हैं. निवेशक को जहां 1 लाख का लाभ होता, वहां वे केवल 40 हजार का लाभ दिखा देते हैं. इसलिए बहुत जरूरी है कि ट्रेडिंग प्रोफेशनल्स को हायर कर आप निश्चिंत न हो जाएं. वे आपका पैसा कहां लगा रहे हैं, जिस कंपनी में आपका निवेश कर रहे हैं वह कंपनी कैसी है, बाजार में उसकी स्थिति कैसी है, बाजार के वर्तमान हालात क्या हैं यह सब पता करते रहें. इस तरह वे आपसे झूठ नहीं बोल पाएंगे.

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