अनुभवी टिप्स

स्विंग ट्रेडिंग क्या है

स्विंग ट्रेडिंग क्या है
स्वींग ट्रेडिंग SWING TRADING, यानी कुछ दिन या सप्ताह के अन्तराल में की जाने वाली STOCK की खरीद और विक्री (ट्रेडिंग)

trading kaise kare in hindi ट्रेडिंग कैसे करे

trading kaise kare in hindi आर्टिकल में आप जानकारी प्राप्त करने वाले है की शेयर मार्किट में ट्रेडिंग कैसे करते है. काफी लोगो को जानकारी नहीं होती है की शेयर मार्किट से शेयर कैसे खरीदते है.शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपके पास Demat Account और Trading Account होना जरुरी है. आप किसी भी ब्रोकर के पास अपना डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट ओपन कर सकते है.

डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट साथ में ही खुलते है आपको अलग अलग से ओपन करने की जरुरत नहीं होती है. ब्रोकर आपके दोनों अकाउंट साथ में ही ओपन कर देते है.

डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करने के बाद आप अपना ट्रेडिंग सुरु कर सकते है.

share market me trading kaise kare in hindi आर्टिकल में आपको ये भी जानकारी मिलने वाली है की शेयर मार्किट में trading kaise kare.

trading kaise kare -शेयर मार्किट में ट्रेडिंग कैसे करे-

Table of Contents

शेयर मार्किट से शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते है. शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने के लिए कई मेथड है. जैसे की Intraday Trading, Swing Trading, Future and option Trading,Investmetn अब में trading kaise kare in hindi आर्टिकल में आपको ट्रेडिंग के इस प्रकार के बारे में डिटेल में जानकारी देता हु.

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? What is intraday trading in hindi

शेयर मार्किट में इंट्राडे ट्रेडिंग काफी लोकप्रिय है. इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको शेयर खरीदने और बेचने के लिए एक दिन का समय मिलता है. इंट्राडे ट्रेडिंग में आप एक से ज्यादा दिन के लिए शेयर नहीं रख सकते है.

शेयर मार्किट ओपन होने के बाद ख़रीदे गए शेयर को आपको उसी दिन मार्किट बंध होने से पहले बेच देना पड़ता है. आपको लोस हो या प्रॉफिट हो आपको शेयर उसी दिन ही बेचने पड़ते है.

जैसे की अगर आज आपने रिलायंस के शेयर १००० के भाव से १०० शेयर सुबह ख़रीदे और अभी मार्किट बंध होने से पहले इनका भाव १०२० चल रहा है तो आप मुनाफा वसूल करके बेच सकते है.

१०० शेयर के हिसाब से आपको २००० मुनाफा होगा. उसी तरह अगर रिलायंस शेयर का भाव कम भी चल रहा है तो भी आपको ये बेचने पड़ेंगे चाहे लोस क्यों ना हो रहा हो.

इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको मार्जिन मनी मिलती है. मार्जिन मनी का मतलब होता है की अगर आपके पास 10000 रुपये है तो आप ब्रोकर के हिसाब से 50000-100000 तक के शेयर खरीद सकते है. भारत में कई सारे ब्रोकर्स है जो मार्जिन मनी की सुविधा देते है.

इंट्राडे ट्रेडिंग जोखमी ट्रेडिंग होता है क्यूंकि आपको इसमें शेयर रखने के लिए सिर्फ एक दिन का समय मिलता है. अगर आप गलत साबित हुए तो लोस होने का पूरा खतरा रहता है. अनुभव और शेयर मार्किट के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के बाद ही इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहिए.

What is swing trading in hindi स्विंग ट्रेडिंग क्या है?

शेयर मार्किट में स्विंग ट्रेडिंग भी बहुत लोकप्रिय ट्रेडिंग है. स्विंग ट्रेडिंग का मतलब होता है शेयर में आ रहे उछाल और गिरावट का फायदा उठाके कम समय में ज्यादा रिटर्न्स पाना.

शेयर मार्किट के इस ट्रेडिंग प्रकार में आप का आशय कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाना होता है. इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में ये तफावत होता है की इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको ख़रीदे हुए शेयर उसी दिन बेच देने पड़ते है जबकि स्विंग ट्रेडिंग में आप अपने शेयर २-३ दिन से लेकर महीने तक रख सकते है. आपको ये शेयर कितने समय तक रखना है ये आपके ऊपर निर्भर करता है.

फ्यूचर एंड आप्शन ट्रेडिंग क्या है- What is future and option Trading hindi

फ्यूचर एंड आप्शन ट्रेडिंग में आपको शेयर खरीदने के लिए निश्चित समय अवधि मिलती है. आपको इन समय अवधि के दरम्यान शेयर खरीदने और बेचने पड़ते है.

Future and option Trading hindi में आपको जानकारी देना चाहता हु की ये ट्रेडिंग भारत में सिर्फ एन.एस.इ स्टॉक एक्सचेंज में ही होती है. भारत के बी.एस.इ स्टॉक एक्सचेंज में आप फ्यूचर एंड आप्शन के सौदे नहीं कर सकते है.

फ्यूचर एंड आप्शन में आप ज्यादा से ज्यादा ३ महीने के लिए शेयर खरीद या बेच सकते है. फ्यूचर एंड आप्शन को डेरिवेटिव कहते है. भारत में हाल ही में आप्शन में Weakly आप्शन समय अवधि सुरु हुई है जिसमे आप आप्शन एक विक से लेकर ३ महीने की समय अवधि के लिए खरीद या बेच सकते है.

इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग से फ्यूचर एंड आप्शन का तफावत ये है की आप यंहा पर जो शेयर खरीदते है वो लोट के हिसाब से ख़रीदे जाते है. लोट का मतलब होता है किसी भी कंपनी के द्वारा निश्चित की गयी शेयर्स की संख्या. जैसे की निफ्टी का लोट ७५ का होता है अगर आप निफ्टी फ्यूचर लेना चाहते है तो आप को एक लोट याने की ७५ की संख्या में निफ्टी खरीदनी पड़ेगी.

फ्यूचर एंड आप्शन में आप्शन भी एक डेरिवेटिव है जिनका उपयोग अपने पोर्टफोलियो को हेज करने याने की सुरक्षित करने के लिए किया जाता है. आप्शन के बारे में डिटेल में जान ने के लिए आप्शन क्या है इन आर्टिकल को मेरी वेबसाइट पर पढियेगा.

trading kaise kare in hindi-Trading Strategies in hindi

शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने के लिए कई स्ट्रेटजी है. आप इन स्ट्रेटजी का उपयोग करके आप अच्छा मुनाफा कमा सकते है.इंट्राडे ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग, फ्यूचर एंड आप्शन में ट्रेडिंग करने की कई स्ट्रेटजी है जिस के बारे में आपको trading kaise kar e इस आर्टिकल में जानकारी देने वाला हु.

  • कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न्स का उपयोग
  • मूविंग एवरेज का उपयोग
  • आर.एस.आई इंडिकेटर का उपयोग
  • एम्.ए.सि.डी इंडिकेटर का उपयोग
  • सपोर्ट एंड रेसिस्टेंट लेवल का उपयोग
  • चार्ट पैटर्न का उपयोग आदि.

ऊपर दी गयी टेक्निक का उपयोग करने को शेयर मार्किट में टेक्निकल एनालिसिस कहा जाता है. सफल ट्रेडिंग करने के लिए आपको टेक्नीकल एनालिसिस सीखना चाहिए. टेक्निकल एनालिसिस से आपको ये पता चलता है की कौन सा शेयर खरीदना चाहिए, कब खरीदना चाहिए, शेयर के भाव में कितनी बढ़ोतरी या गिरावट आ सकती है इनका पता आपको टेक्नीकल एनालिसिस के जरिये चलता है.टेक्निकल एनालिसिस सिखने के लिए मैंने मेरी वेबसाइट पर कई आर्टिकल पोस्ट किये है जिसे आप पढके टेक्निकल एनालिसिस सिख सकते है.

ट्रेडिंग करते समय किन बातो का ख्याल रखे:

share market me trading kaise kare in hindi आर्टिकल में अब में आपको जानकारी देना चाहता हु की ट्रेडिंग करते समय किन बातो का ख्याल आपको रखना चाहिए.

  • अपने कैपिसिटी की हिसाब से शेयर ख़रीदे.
  • शेयर में मिल रहे प्रॉफिट को बुक करते रहे
  • ज्यादा लालच न रखे
  • अपनी भावनाओ पर काबू रखे
  • भय पर काबू रखे
  • ट्रेडिंग में स्टॉपलोस का उपयोग करे
  • सही समय का इंतजार करे
  • रिसर्च करके शेयर ख़रीदे
  • शेयर मार्किट के बारे में नोलेज प्राप्त करे
  • आवेश में आकर ट्रेडिंग ना करे

निष्कर्ष :

trading kaise kare इन आर्टिकल में हमने सिखा की ट्रेडिंग क्या है. ट्रेडिंग के कितने प्रकार है. टेक्नीकल एनालिसिस कैसे करे. ट्रेडिंग के अलग अलग प्रकार में क्या तफावत है. ट्रेडिंग में सफल होने के लिए स्विंग ट्रेडिंग क्या है क्या जरुरी है.

आर्टिकल से जुड़े कोई भी प्रश्न के लिए आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करे. hindisafar.net को विजिट जरुर करे. आशा करता हु आपको मेरा आर्टिकल trading kaise kare in hindi पसंद आया होगा.

Intraday & Swing Trading Strategy | Accurate Strategy

है | स्टॉक मार्केट में एक अनुशासित ट्रेडर वही होता है जो अपने नफा और नुकसान (Risk & Reward) का बैलेंस बना के चलता है , इसलिए कोई भी रडनीति कितनी भी सटीक क्यों ना हो सभी को Stop Loss लगा के ही ट्रेड करना चाहिए

जिससे अगर कभी नुकसान हो तो ज्यादा ना हो ,

तो चलिए दोस्तों अब जानते है इस शानदार स्ट्रेटेजी के बारे में

ट्रेडिंग के लिए शक्तिशाली इंडीकेटर | Powerfull Indicator For Trading Setup

दोस्तों हमे इस रड़नीति ( Strategy) को ” TRADING VIEW ” Plateform के फ्री वर्ज़न में बनाना है Trading View में हम फ्री में तीन इंडीकेटर का उपयोग कर सकते है |

Trading View Chart में सबसे पहले निम्न तीन इंडिकेटर लगा लेना है

  1. Half Trend (default Setting)
  2. Advance trend By trendcihoca(default Setting)
  3. Wave trend strategy [ Lazy Bear ] & squeze Buy Thomas.gigure(default setting)

ट्रेडिंग कैसे करना है | Prosess How To Trade

इस ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी को इंट्राडे या पोजीसनल स्विंग ट्रेडिंग क्या है स्विंग ट्रेडिंग दोनों तरह की ट्रेडिंग में अपना सकते है इसे Stock/currancy/nifty/bank nifty/ future and option सभी Segment में इस्तेमाल कर सकते है

इंट्राडे के लिए 15 मिनट और 1 घंटे / स्विंग ट्रेडिंग लिए One day and one week chart का

उपयोग करना है

STEP 1 :

सबसे पहले स्विंग ट्रेडिंग के लिए डे चार्ट में half trend के ऊपर एक postive green candel बनना चाहिए

इंट्राडे के लिए 15 मिनट चार्ट में half trend के ऊपर p ostive green candel बने और half trend upside का Indication दे

STEP 2 :

Advance trend indicator में ExMov line पीले (yellow) colour से blue(नीला ) colour में

और most line – red colour(लाल) से green colour( हरा ) में बदल चुकी हो (acording default setting )

STEP 3 :

Wave trend indicator में wave trend line और signal line जो (+ sign format में दिखेगी )

दोनों जीरो (zero) line के ऊपर स्थित हो और wave trend line ऊपर की ओर signal line को काटे (crossover)

STEP 4 :

अब पेहली green Postive Candel को पूरा बनने दे जब पेहली green candel complete हो जाती है

फिर उसके बाद जैसे ही अगली candel पहली candel के High को cross करे तब हमे Buy possion लेना है

नोट :-

Weekly Chart में भी Stock , Half Trend के ऊपर Trade करना चाहिए / Advance Trend Indicator की ExMove Line Blue and Most Line Green हो और Wave Trend Indicator में Wave Trend Line ,Signal(+) Line को

cross करके ऊपर की ओर हो

उसी प्रकार Intraday Trade के लिए 1 Hours Chart में भी Stock , Half Trend के ऊपर Trade करना चाहिए / Advance Trend Indicator की ExMove Line Blue and Most Line Green हो और

Wave Trend Indicator में Wave Trend Line ,Signal(+) Line को cross करके ऊपर की ओर हो

Now setup done first practice this strategy on paper then use this on live market.

I will publish more wonderful strategy in comming post so please subscribe this blog .

FAQ (Frequantly Ask Questions)

Ans . Trading view Chart में इस strategy को बनाना है |

Q2 . Chart में Time Frame क्या रखना है |

Ans. Intraday trade करने के लिए 15 मिनट और 1 Hours time frame रखना है जबकि swing trading या possisonal trade लिए 1 Day और 1 week time फ्रेम का use करना है Long Term के लिए 1 month time frame use करते है |

Q 3 . Risk Reward rasio क्या रखना है |

Ans 1 : 1.5 का risk reward rasio रखना है |

Q 4 . इस strategy का Accuracy Level क्या है

Ans . 95 % To 98 % (Acording Whole market Trend )

Desclaimer : this is not recomondation to buy any stock first practice on paper then apply in Live market.

स्वींग ट्रेडिंग (Swing Trading)

Zerodha

SWING TRADING कर हिंदी अर्थ थोडा FUNNY सा लगता है, झूले से मतलब है, एक छोटे TIME PERIOD के रेंज में की जाने वाली ट्रेडिंग, जैसे – 2 दिन या 7 दिन या फिर 15 दिन के टाइम पीरियड में स्टॉक खरीदना और बेचना ,

SWING इसलिए कहा जा रहा है, क्योकि जिस तरह झूले एक DISTANCE के RANGE में झूलता रहता है,

वैसे ही स्टॉक मार्केट में की जाने वाली TRADING एक टाइम पीरियड में बार बार होती रहती है,

SWING TRADING IN STOCK MARKET

स्वींग ट्रेडिंग SWING TRADING, यानी कुछ दिन या सप्ताह के अन्तराल में की जाने वाली STOCK की खरीद और विक्री (ट्रेडिंग)

जब किसी शेयर या स्टॉक को खरीदने के बाद, अगर उसे कुछ दिन के बाद बेचा जाये, तो जितने समय कोई स्टॉक हमारे पास रहता है, वो उस स्टॉक का होल्डिंग पीरियड कहलाता है,

यानी शेयर खरीदने के बाद जितने समय तक हम उसे नहीं बेचते है, वो समय उस शेयर का होल्डिंग पीरियड टाइम होता है,

और अगर आपका “स्टॉक होल्डिंग पीरियड” ,कुछ दिनों से लेकर कुछ सप्ताह तक का है, तो इस तरह के WEEKLY , या MONTHLY HOLDING PERIOD में की जाने Trading को, स्वींग ट्रेडिंग कहा (Swing Trading) जाता है,

अगर स्वींग ट्रेडिंग में होल्डिंग पीरियड्स यानी समय बात की जाये समय की तो –

  1. 1 दिन से ज्यादा और कुछ दिनों तक जैसे 4-6 day तक
  2. 1 सप्ताह से कुछ सप्ताह तक जैसे 1 week तो 4 week
  3. 1 महीने से कुछ महीने तक जैसे 1 month to 3 month

स्वींग ट्रेडिंग को कई अन्य नामो से भी जाना जाता है –

जैसे – स्वींग ट्रेडिंग,डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग, शार्ट टर्म ट्रेडिंग,

स्वींग डे ट्रेडिंग (Swing Trading) के फायदे –

Swing is the स्विंग ट्रेडिंग क्या है King

स्वींग ट्रेडिंग एक बहुत पोपुलर ट्रेडिंग सिस्टम है, जिसमे आपको मंथली बेस्ड ट्रेडिंग भी कह सकते है, अगर आप अपने इन्वेस्टिंग के लक्ष्य के अनुसार हर महीने 5 से 10 % लाभ की अपेक्षा रखते हुए ट्रेडिंग कर रहे है, तो स्वींग ट्रेडिंग से आप बहुत पैसे बना सकते है, और इसलिए स्वींग ट्रेडिंग को ट्रेडिंग का किंग कहा जाता है,

Short Term Investing

Swing trading शार्ट टर्म इन्वेस्टिंग भी कहा जा सकता है, क्योकि इसका टाइम पीरियड कुछ दिनों से लेकर कुछ सप्ताह या कुछ महीनो तक के लिए हो सकता है,

जैसे – 3- से 5 दिन, 1 सप्ताह से 4 सप्ताह, या 1 महीने से 6 महीने,

इंट्रा डे कि अपेक्षा रिस्क कम होना,

जब आप स्वींग ट्रेडिंग करते है, तो आप अपने प्रॉफिट टारगेट का इन्तेजार कर सकते है, और इस तरह आप इंट्रा डे की अपेक्षा अपने रिस्क को कई दिनों तक आगे ले जाते है, लेकिन मार्केट कि volatility को देखते हुए,आप रिस्क को कम भी करते है, अगर आपने fundamentally अच्छी कंपनी में पैसे लगाये हुए है तो,

दोस्तों, आर्टिकल अच्छा लगा या आपके मन में SWING TRADING से सम्बंधित और कुछ सवाल है तो नीचे कमेंट जरुर करे,

Midcap Stocks: फर्टिलाइज़र और केमिकल शेयरों में होगी कमाई, इन 6 मिडकैप स्टॉक्स में लगाएं दांव

Midcap Stocks: एक्सपर्ट्स की सलाह है कि माहौल को देखकर कैश मार्केट में सेलेक्टिव बने रहकर अच्छे पैसे बना सकते हैं. फर्टिलाइज़र और केमिकल सेक्टर में अच्छे पैसे बन सकते हैं.

Midcap Stocks to Invest in: दिवाली पर बाजार का माहौल अच्छा बन गया है. मुहुर्त ट्रेडिंग में कैश बाजार में अच्छी ट्रेडिंग हुई है. बिजनेस आउटलुक अच्छा दिख रहा है. मिडकैप इंडेक्स इस तेजी के बीच आपके दांव के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है. मिडकैप इंडेक्स आज तेजी में है. हम एक्सपर्ट्स से बात करके आपके लिए ले आए हैं ऐसे छह मिडकैप शेयर, जहां आप शॉर्ट, पोजीशनल और लॉन्ग टर्म गेन के लिए निवेश कर सकते हैं. एक्सपर्ट्स की सलाह है कि माहौल को देखकर कैश मार्केट में सेलेक्टिव बने रहकर अच्छे पैसे बना सकते हैं. फर्टिलाइज़र और केमिकल सेक्टर में अच्छे पैसे बन सकते हैं.

1. शॉर्ट टर्म, पोजीशनल और लॉन्ग टर्म के लिए मार्केट एनालिस्ट श्रीकांत चौहान ने ये 3 Midcap Stocks सुझाए हैं.

शॉर्ट टर्म, पोजीशनल और लॉन्ग टर्म के लिए मार्केट एनालिस्ट श्रीकांत चौहान से 3 बेहतरीन #MidcapStocks

Short Term- Prism Johnson

Positional Term- Maharashtra Seamless

Short Term- Prism Johnson

शॉर्ट टर्म के लिए प्रिज्म जॉनसन को चुना है. यह स्टॉक अपने एक रेंज के अंदर ट्रेडिंग कर रहा है. 120-115 के करीब आता है फिर 140-145 के बीच इसमें अच्छी खासी प्रॉफिट टेकिंग बनती है. 145 के ऊपर जाता है तो और अच्छी तेजी बनेगी. इसका करंट लेवल 125-126 के आसपास है. 1-3 महीने के लिए स्विंग ट्रेडिंग क्या है इसका टारगेट प्राइस 140 से 145 रहेगा और स्टॉपलॉस 117 रहेगा.

Positional Term- Maharashtra Seamless

मैन्युफैक्चरिंग बाजार का वेटेज बढ़ रहा है, ऐसे में यह स्टॉक अच्छा अपसाइड दिखा सकता है. अभी करंट शेयर प्राइस 822-824 रुपये के रेंज मे है. 3-6 महीने के लिए इसका टारगेट प्राइस 1100 से 1125 रखा है. स्टॉपलॉस 700 रुपये रहेगा.

Long Term- Deepak Fertilisers

लॉन्ग टर्म के लिए दीपक फर्टिलाइजर्स को चुना है. इसका करंट प्राइस 1,036-1,038 रुपये के आसपास है. वीकली-मंथली बेसिस पर इस स्टॉक ने कई स्विंग हाई को क्रॉस किया है. टारगेट प्राइस 1400-1450 रुपये तक रखा है. इसका स्टॉपलॉस 850 रुपये के आसपास का रहेगा.

2. शॉर्ट टर्म, पोजीशनल और लॉन्ग टर्म के लिए ट्रेडस्विफ्ट ब्रोकिंग के संदीप जैन ने इन 3 Midcap Stocks में ट्रेडिंग की दी सलाह

शॉर्ट टर्म, पोजीशनल और लॉन्ग टर्म के लिए ट्रेडस्विफ्ट ब्रोकिंग के संदीप जैन से 3 बेहतरीन #MidcapStocks

Short Term- Star Paper

Positional Term- Allsec Technologies

Short Term- Star Paper

पेपर स्टॉक पर एक्सपर्ट बुलिश हैं. स्टार पेपर शॉर्ट टर्म के लिए पिक रहेगा. डेट फ्री कंपनी है और अच्छे तिमाही नतीजे दे रही है. अभी इसका करंट स्विंग ट्रेडिंग क्या है लेवल 209 रुपये के आसपास है. टारगेट प्राइस 230 रुपये पर है और स्टॉपलॉस 195 का रहेगा.

Positional Term- Allsec Technologies

ऑलसेक टेक कंपनी बढ़िया ग्रोथ दिखा रही है. एचआरएम और सीएलएम सॉल्यूशन देती है. अभी इसका करंट लेवल 512 के आसपास है. टारगेट प्राइस 540 रुपये पर रहेगा और स्टॉपलॉस 470 रुपये पर रहेगा.

Long Term- Aegis Logistics

लॉन्ग टर्म के लिए एजिस लॉजिस्टिक्स को चुना है. इसका करंट लेवल 294 रुपये के आसपास है. ये पिछले रेकमेंडेशन के टारगेट के भी ऊपर गया है. पहले एजिस केमिकल्स के नाम से जाना जाता था. पेट्रोकेमिकल प्रॉडक्ट्स के स्टोरेज और लॉजिस्टिक देखती है. आने वाले 6-9 महीने के लिए टारगेट प्राइस 350 रुपये रखा है.

(डिस्‍क्‍लेमर: यहां स्‍टॉक्‍स में ट्रेडिंग की सलाह स्विंग ट्रेडिंग क्या है अलग-अलग स्टॉक एक्सपर्ट्स की ओर से दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)

Bank Nifty में आई तेजी कल मिल सकती है अच्छी लॉन्ग ट्रेंड ये रहे सभी लेवल

Bank Nifty News in Hindi

Sgx Nifty के मुताबिक कम हमारा शेयर मार्केट लगभग वही खुलेगा जहा आज बंद हुआ है ट्रेडर के लिए आप साइड 42550 प्वाइंट्स और Bank Nifty का ऑल टाइम हाई 42624 प्वाइंट्स है तथा डाउन साइड 42315 प्वाइंट्स का लेवल है।

डिस्क्लेमर : NIFTYCHARTING.COM में दिए गए विचार निफ्टीचार्टिंग के अपने निजी विचार होते है वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है यूजर्स को निफ्टीचार्टिंग की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह ले।

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