शेयर बाजार निष्कर्ष

Stock Market: शेयर बाजार में उतार-चढाव बना रहता है. वहीं निवेशकों की नजर हर बार इस पर होती है कि कौनसा शेयर ऊपर जाएगा और कौनसा शेयर नीचे जाएगा. हालांकि किसी भी शेयर को लेकर पहले से ही एक राय बना पाना आसान नहीं होता है लेकिन फंडामेंटल और चार्ट आदि को स्टडी करके एक निष्कर्ष पर जरूर पहुंचा जा सकता है. वहीं आने वाले दिन में कौनसे स्टॉक बुलिश रहने वाले हैं इसको लेकर भी चार्ट की मदद से निष्कर्ष निकाला जा सकता है. वहीं चार्ट में 7 ऐसे शेयर हैं जो सोमवार को बुलिश हो सकते हैं.
शेयर बाजार के फायदे और नुकसान
इन दिनों शेयर मार्केट के बारे में हर कोई चर्चा कर रहा है, हो सकता है आप भी अपना पैसा स्टॉक मार्केट में लगाने के बारे में सोच रहे हों। आज हम शेयर बाजार के फायदे और नुकसान के बारे बात करने वाले हैं। शेयर बाजार एक ऐसी जगह है जहाँ से आप अच्छा-ख़ासा पैसा कमा सकते हैं लेकिन इसके विपरीत भी हो सकता है यानी आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
ताजा उदाहरण देखें तो हाल ही में आये कोरोना महामारी की वजह से स्टॉक मार्केट बुरी तरह से गिर गया था सभी निवेशकों के पोर्टफोलियो में 80-90% तक का नुकसान दिखाई दे रहा था इस स्थिति में जिन लोगों ने घबराहट में अपने स्टॉक्स बेच दिए उन्हें नुकसान उठाना पड़ा है।
लेकिन यह महामारी शेयर बाजार के जानकारों के लिए एक सुनहरा अवसर लेकर आया था। बड़े निवेशकों को ऐसे मौके का इंतजार होता है और इस मौके पर अच्छी कंपनियों के स्टॉक्स को बहुत कम भाव में खरीद पाते हैं। कोरोनाकाल के बाद मार्केट बड़ी तेजी से ऊपर जाता हुआ दिखा और अपने उच्चतम स्तर को भी तोड़कर आगे बढ़ चुका है। इस प्रकार से स्टॉक मार्केट के अपने फायदे भी है और नुकसान भी आइये शेयर बाजार के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से जानते हैं।
शेयर बाजार के फायदे
कम समय में अच्छा मुनाफा कमाने की संभावना: शेयर बाजार निवेश का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें कम समय के निवेश में भी अधिक लाभ कमाए जा सकते हैं। यदि हम बैंक एफडी, बचत खाते आदि की बात करें तो ये सभी लम्बे अवधि के निवेश में एक निर्धारित रिटर्न दे पाते हैं लेकिन स्टॉक मार्केट में कम अवधि में अच्छा मुनाफा मिल सकता है यह पूरी तरह से निवेश किये गये कम्पनी के कामकाज और मार्केट के माहौल पर निर्भर करती है।
अधिक रिटर्न मिलने की संभावना:शेयर बाजार निष्कर्ष चूंकि अधिकांश सूचीबद्ध शेयर इक्विटी शेयर हैं, उनका मूल्य सीधे कंपनी के मूल्य से संबंधित है, इस प्रकार जब कोई कंपनी अच्छा प्रदर्शन कर रही है तो कंपनी के शेयरों के मूल्य में पर्याप्त वृद्धि होती है जो अच्छा रिटर्न प्रदान करती है।
कंपनी में हिस्सेदारी मिलती है: जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो आप उस कंपनी के हिस्सेदार बन जाते हैं। चाहे आपके पास कितने भी शेयर क्यों न हो आप कंपनी के ग्रोथ में भागीदार होते हैं और बदले में आपको वोटिंग अधिकार, लाभांश, बोनस आदि प्राप्त हो सकते हैं।
शेयर बाजार के नुकसान
अस्थिर निवेश: शेयर बाजार अत्यंत अस्थिर (volatile) है इसमें लगातार उतार-चढाव होते रहते हैं। शेयर का भाव कभी भी बढ़ सकता है या घट सकता है। शेयरों के मूल्य को प्रभावित करने वाले कोई एक नही बल्कि कई सारे कारक हैं जैसे: बजट, सरकारी नीतियां, क्षेत्रीय घटनाएँ, महामारी या आपदाएं, कंपनी के लाभ-हानि, कंपनी के प्रबंधन में परिवर्तन आदि।
जानकारी का आभाव: स्टॉक मार्केट में ज्यादातर निवेशक किसी ब्रोकर या अन्य व्यक्ति की राय से अपना पैसा निवेश कर देते हैं जो की सही नही है। निवेश करने से पहले निवेशक को स्वयं शेयर बाजार का ज्ञान लेना जरुरी है। हालांकि सेबी और स्टॉक एक्सचेंजों के द्वारा कंपनियों को निवेशकों के लाभ के लिए सम्बंधित जानकारी का खुलासा करने का निर्देश होता है। लेकिन इसके बावजूद शेयर बाजार निष्कर्ष अधिकांश निवेशक अपने लाभ के लिए इस जानकारी का विश्लेषण और उपयोग करने में असमर्थ हैं। निवेशकों को इसके लिए प्रशिक्षण और अभ्यास की बहुत ज्यादा आवश्यकता है।
Bullish Stock: बुलिश हो सकते हैं ये 7 शेयर, सही टाइम पर खरीद लिया तो पैसा ही पैसा!
Bullish Share For Monday: चार्ट एनालिसिस के मुताबिक शेयर बाजार में कई स्टॉक बुलिश पैटर्न बनाए हुए हैं. इनमें सात ऐसे शेयर शामिल हैं जो कि सोमवार को बाजार में बुलिश रह सकते हैं. इनमें बैंकिंग और फाइनेंस के शेयर भी शामिल हैं.
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निवेश का एक और मौका: सोलर एनर्जी कंपनी का IPO होगा लॉन्च, सेबी ने दी हरी झंडी
सोलर एनर्जी कंपनी विक्रम सोलर को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये पैसे जुटाने के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की मंजूरी मिल गई है। आईपीओ में कंपनी 1,500 करोड़ रुपये तक नए शेयर जारी करेगी। इसके अलावा शेयरधारकों द्वारा 50 लाख इक्विटी शेयरों तक की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाई जायेगी।
बाजार नियामक सेबी के मुताबिक विक्रम सोलर ने मार्च में सेबी के पास शुरुआती आईपीओ दस्तावेज जमा किए थे। कंपनी को आईपीओ के लिए सेबी का निष्कर्ष 10 अगस्त को मिला है। बता दें कि किसी भी कंपनी को आईपीओ लाने के लिए सेबी का निष्कर्ष जरूरी होता है। इसे मंजूरी के तौर पर देखा जाता है।
3 Indicators जिनका शेयर बाजार में ज्यादा उपयोग होता हैं।
RSI – Relative Strength Index
Moving Average में ज्यादातर SMA – Simple Moving Average और EMA -Exponential Moving Average का इस्तेमाल होता हैं।
Moving Average एक trend following indicator हैं, जिससे हमें शेयर या मार्किट की दिशा (trend) का पता चलता हैं।
Moving Average
Bollinger Band
Bollinger Band एक Simple Moving Average पे आधारित एक इंडिकेटर हैं।
Bollinger Band से हमें शेयर के प्राइस के दायरा (Range) का पता चलता हैं।
Bollinger Band
निष्कर्ष
यह ३ इंडीकेटर्स समज़नेमे काफी आसान और प्रचलित हैं, नए इन्वेस्टर या ट्रेडर के लिए।
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Q.1. शेयर बाजार में कोनसे ३ indicators प्रचलित हैं ?
RSI, Moving Average और Bollinger Band यह 3 इंडीकेटर्स भारतीय शेयर बाजार में इनका सबसे ज्यादा उपयोग होता हैं।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
( फायदे ) वैसे तो शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे अगर आप पुरी जानकारी के साथ शेयर में निवेश करेंगे और सही कंपनी स्सिलेक्ट करोगे तो आप अपने लॉस ओर प्रॉफिट को अच्छी तरह से देख पाएंगे।
( नुकसान ) शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग को अगर आप किसीके कहने पर या विज्ञापन देखकर किसी शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग को खरीद लेते हो तो आपको पक्का लॉस ही होने वाला है। क्युकी आप जिस किसी भी शेयर को खरीदते है, तो उस कंपनी के बारे पूरी जानकारी नहीं जान पाते।
लॉंग टर्म ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
( फायदे ) लॉंग टर्म ट्रेडिंग मे अगर आप कोई अच्छा शेयर रिसर्च करके सिलेक्ट करेंगे तो आपको बहुत ज्यादा प्रॉफिट भी हो सकता है। इसके लिए आपको शेयर बाजार के बारे मे सभी जानकारी होनी चाहिए तब आप अच्छा लाभ उठा सकते हो।
( नुकसान ) लॉंग टर्म ट्रेडिंग मे अगर आप कोई अच्छा शेयर रिसर्च करके नही सिलेक्ट करेंगे तो आपको बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस लिए सही जानकारी के साथ ही लॉंग टर्म ट्रेडिंग में निवेश कीजिए गा।
शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स
A. अपने निवेश का रिस्क मैनेजमेंट करे।
B. शेयर बाजार में अच्छे शेयरों का चुनाव करें।
C. निवेश करने से पहले कंपनी शेयर बाजार निष्कर्ष को अच्छी तरीके से जान लें।
D. पारिवारिक और आर्थिक स्थिति को जोखिम में ना डालें।
E. लोन लेकर या किसी से उधर लेकर कभी शेयर बाजार में निवेश ना करें।
F. निवेश करने से पहले शेयर बाजार को सीखने की कोशिश करें।
G. शेयर बाजार में पैसे भले ही कम लेकिन समय ज्यादा निवेश करें।
H. शेयर बाजार मे अधिक समय के लिए निवेश करें।
शेयर बाजार के अंदर निवेशक, बजट और उससे जुड़ी खबरों का कंपनियों पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है। कई बार कुछ शेयर लोगो की अपवाहो पर ही अपनी प्रतिक्रिया दे ते हैं। केवल पूर्वानुमानों पर शेयरों में निवेश करने पर खतरनाक साबित हो सकता है।
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