अनुभवी टिप्स

वर्ष 2023 में कम निवेश से पैसे कैसे कमाए

वर्ष 2023 में कम निवेश से पैसे कैसे कमाए
महाबचत! घर पर लें थिएटर का मजा, 31,910 रुपये के बंपर डिस्काउंट के साथ खरीदें Sony Bravia 55 स्मार्ट टीवी
3. कैश फॉर ऑफर डॉट कॉम-

मिडिल क्लास, नौकरी पेशा, छोटे कारोबारी, निवेशक- कैसे कम कर सकते हैं मंदी का खतरा

IMF, World Bank, RBI समेत तमाम बड़ी संस्थाएं भारत के जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को घटा रही हैं.

कोरोना (Corona) की मारी दुनिया को मंदी (Recession) आंखें दिखा रही है. IMF, वर्ल्ड बैंक (World Bank), RBI समेत तमाम बड़ी संस्थाएं भारत के जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को घटा रही हैं. जाहिर तौर पर आगे खतरा बड़ा है. ऐसे में नौकरी तलाशने जा रहे स्टूडेंट, छोटे कारोबारी, शेयर बाजार के निवेशक और घर चलाने वाला एक आम इंसान क्या सावधानियां बरते कि वो आर्थिक संकट में ना पड़े? रुपैया पैसा में आज इसी पर एक्सपर्ट्स से बात करेंगे.

लेकिन पहले हफ्ते की वो सुर्खियां जो आपकी जेब पर असर डालती हो-

रिजर्व बैंक ऑफ इडिया ने घोषणा कर दी है कि वह अपनी एक डिजिटल करेंसी ई-रुपये जारी करेगा. वह जल्द ही ई-रुपये पर पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च करने वाला है. RBI ने फिलहाल इसके फीचर्स और बेनेफिट्स के बारे कुछ नहीं बताया है. लेकिन क्या ई-रुपये बाकी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर समस्या खड़ी कर देगा, क्या बाकी डिजिटल करेंसी पर सरकार कोई सख्त फैसला लेगी, ये सवाल है.

फॉरेन पोर्टफोलियो इंवेस्टर्स ने अक्टूबर के पहले हफ्ते में भारतीय शेयर बाजारों में 2400 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है जबकि सितंबर में 7600 करोड़ रुपये से अधिक पैसा निकाला है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाले महीनों में विदेशी निवेश में उतार-चढ़ाव बना रहेगा. कोटक सिक्योरिटीज के श्रीकांत चौहान ने न्यूज 18 को बताया कि, ‘‘अमेरिका में रोजगार के अवसरों में गिरावट और ऑस्ट्रेलिया के केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में उम्मीद से कम की वृद्धि के बीच निवेशकों का मानना है कि वैश्विक दरें जल्द चरम पर पहुंच जाएंगी. हालांकि, तब तक एफपीआई के प्रवाह में उतार-चढ़ाव रहेगा.’’

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की 7 कंंपनियों का सामूहिक रूप से मार्केट कैप पिछले हफ्ते के कारोबारी सत्र के दौरान 1 लाख करोड़ रुपये बढ़ा, इसमें रिलायंस इंडस्ट्री, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस को सबसे ज्यादा फायदा हुआ. इसके अलावा इंफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और बजाज फाइनेंस फायदे में रहे और सबसे ज्यादा नुकसान हिंदुस्तान युनिलिवर को हुआ है, इसके अलावा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और भारती एयरटेल भी घाटे में रहे. ध्यान रहे ये सारी कंपनिया बीएसई की टॉप 10 कंपनियां हैं.

टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने फिर ऐलान किया कि वे ट्विटर को उसी दाम में खरीदेंगे जिस डील को उन्होंने पहले रद्द कर दिया था यानी 44 बिलियन डॉलर्स में. लेकिन ट्विटर ने अमेरिकी अदालत में मस्क के खिलाफ केस कर दिया था जिसकी सुनवाई 17 अक्टूबर को होने वाली थी, अब मस्क ने कोर्ट से कहा कि सुनवाई पर रोक लगाई जाए. कोर्ट ने मस्क की अर्जी को स्वीकार करते हुए कहा कि 28 अक्टूबर तक इस डील पर मुहर लग जानी चाहिए.

इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड ने वित्त वर्ष 2023 के लिए तीसरी बार ग्लोबल ग्रोथ के अनुमान को घटा कर 2.9% कर दिया है और कहा है कि दुनियाभर में मंदी का खतरा बढ़ रहा है क्योंकि लोगों की इनकम घट रही है और महंगाई बढ़ रही है. वर्ल्ड बैंक ने भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 1% से घटा दिया है और कहा है कि भारत में कोरोना की वजह से 2020 में गरीबों की संख्या बढ़कर 5.5 करोड़ से ज्यादा हो गई है.

अब मंदी का मुकाबला कैसे करें. सबसे पहले घर का बजट ना बिगड़े इसके लिए क्या कर सकते हैं. कई छोटे व्यापारी या कारोबारी कोरोना की मार से नहीं उबरे थे कि वे अब मंदी के खतरे को लेकर परेशान हैं. कौन सी जरूरी बातें हैं जो इन कारोबारियों को ध्यान में रखनी चाहिए ताकि आने वाले समय में आर्थिक तंगी से ये बच सकें. एक तरफ महंगाई बढ़ रही है तो दूसरी तरफ नौकरियां नहीं मिल रही हैं, मिल भी रही हैं तो महंगाई की तुलना में वेतन नहीं बढ़ता ऐसे में जॉब मार्केट में जाने वाले स्टूडेंट किन बातों का ख्याल रखें. ज्यादा महंगाई और कम रोजगार के दुश्चक्र को पार करता हुआ कोई कुछ पैसे बचा लेता है तो निवेश के बारे में सोचता है. जाहिर है इस गाढ़ी कमाई को शेयर बाजार में लगाने से पहले इंसान लाख बार सोचता है. तो क्या सावधानियां बरते. बता रहे हैं अर्थशास्त्री शरद कोहली.

Sell Manufacture Share Price Target 2022, 2023, 2025, 2030 जबरदस्त कमाई

Sell Manufacture Share Price Target 2022, 2023, 2025, 2030: Share Market के प्रति लोग पहले के मुकाबले अब अधिक रुचि रखने लगे है। कुछ वर्षों पहले लोग इसमें निवेश करने से डरते थे क्योंकि उन्हें लगता था की ये बहुत रिस्की है। हां, शेयर बाजार रिस्की है लेकिन अगर सही समझ के साथ ध्यानपूर्वक किसी सही कंपनी में निवेश किया जाए तब ऐसा कहना गलत नहीं होगा की शेयर बाजार रिस्की नहीं है।

Sell Manufacture Share Price Target 2022, 2023, 2025, 2030:

आज हम ऐसी ही एक कंपनी Sell Manufacture के बारे में बात करने वाले है। लेकिन उससे पहले आपका हमारे इस ब्लॉग में स्वागत है। अगर आप भी कोई ऐसी कंपनी ढूंढ रहे है जिसमे निवेश करके अच्छे खासे पैसे कमाए जा सकते है, तब इस पोस्ट को आखिर तक जरूर पढ़ें।

आज हम जानेंगे Sell Manufacture Ltd. Share Price Target 2022, 2023, 2025, 2030 के बारे में। इसके प्राइस में पिछले कुछ समय में बहुत ही ज्यादा बढ़ने लगे। आपको जानकर हैरानी होगी कि 1 जनवरी 2021 को इसकी कीमत मात्र 2.40 रुपए थी। लेकिन उसके एक साल बाद यानी 29 अप्रैल 2022 को इसकी कीमत 1,698.35 रुपए हो गया।

अब आप अंदाजा लगा ही सकते है की इसमें जिन लोगों ने निवेश किया था, उनके बैंक अकाउंट में अब करोड़ी रूपए जमा हो गय होंगे। इसने अपने निवेशकों को हद से ज्यादा रिटर्न दिया। चलिए दोस्तों अब बिना देरी किए जानते है इसके Share Price Target के बारे में-

Sell Manufacture Ltd. के बारे में जानकारी

यह कंपनी कपड़ो का व्यापार करती है। भारत के साथ साथ विदेशों में भी यार्न और फॅब्रिक में इसका काम चल रहा है। टाॅवेल, इनरवेयर, नाईट सुट, गारमेंट, टिशर्ट, टाॅप, स्वेटर, बाॅक्सर आदि जैसे और भी काफी सारे Product की बिक्री करती है। जानकारी के लिए बता दूं की यह कंपनी लुधियाना में स्थित है और इसकी स्थापना सन् 1967 में हुई थी।

सिर्फ पंजाब ही नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश में भी यह कंपनी मौजूद है। कंपनी बहुत पुरानी है इस पर आप आसानी से भरोसा कर सकते है।

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Sell Manufacture Share Price Target 2022 in Hindi

यदि हम इसके पिछले 6 महीनों की रिटर्न की बात करें तो उसने पिछले 6 महीनों में 5,37,000 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। जो को बहुत ही वर्ष 2023 में कम निवेश से पैसे कैसे कमाए बढ़िया है। अगर Share Holdings कि बात करें तो इस कंपनी के FII के पास 0.13%, DII के पास 23.57%, Promoters के पास 75.27% और Public के पास 1.04% Share Holdings मौजूद हैं।

अगर हम Sell Manufacture Share Price Target 2022 की बात करें तो यह 2022 के अंत तक 1800 से 1950 रुपए तक जा सकता है।

Sell Manufacture Share Price Target 2023 in Hindi

यह एक Vertically Integrated Company है। यानी कि कम्पनी Product बनाने के लिए कच्चे माल की सप्लाई Direct खेतों से Cotton खरीदकर Spinning और धागे के द्वारा करती है। साथ ही कंपनी रेडिमेड कपड़े तो बनाती ही है। कंपनी के शेयर्स को मार्केट में सप्लाई करनेके चलते इसकी कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है।

अगर हम Sell Manufacture Share Price Target 2023 की बात करें तो 2023 में इसका अंदाजा लगा पाना तो मुस्कील है लेकिन इसका पहला टारगेट हो सकता है 2100 रुपए और दूसरा टारगेट हो सकता है 2290 रुपए।

Sell Manufacture Share Price Target 2025 in Hindi

भले ही इसकी स्थापना 1967 में हुई लेकिन इसने 2006 में पहली बार शेयर बाजार में कदम रखा। जब यह बाजार में लिस्ट हुआ तब इसकी प्राइस 80 रुपए थी जिसके कुछ समय पश्चात ही इसकी कीमत आसमान छूने लगी और 650 रुपए के आंकड़े को छू लिया। लेकिन वर्ष 2008 में आर्थिक मंदी आगई जिससे कंपनी का बिजनेस और स्टॉक प्राइस दोनो ही नीचे गिरने लगी।

इससे परेशान होकर कंपनी ने वर्ष 2010 में बैकों से करीब एक हजार करोड़ रुपए का लोन लिया। लेकिन कंपनी इस लोन को नहीं चुका पाई 2020 आते आते कंपनी के ऊपर 5 हजार करोड़ रुपए का कर्जा हो चुका था। कर्ज न चुका पाने के चलते कंपनी को NCLT में ले जाया गया। जिसके बाद NCLT ने कंपनी के प्रमोटर्स बदलने का फैसला लिया।

फिर कम्पनी को Ar Ees Leading Edge Company के अंतर्गत किया गया। जिसके चलते इसके 75.27% शेयर्स अब प्रमोटर्स के पास मौजूद है और कंपनी पूरी तरह से कर्ज मुक्त हो चुकी है। साथ ही जिन बैंको से इसने लोन लिया था उन बैंको को कंपनी के करीब 25% हिस्सेदारी दी गई।

अगर हम Sell Manufacture Share Price Target 2025 की बात करें तो इस वर्ष इसकी कीमत 3000 से लेकर 3200 रूपए तक हो सकती है।

Sell Manufacture Share Price Target 2030 in Hindi

रही बात 2030 की तो यह वर्ष उन लोगों के लिए होगा जिन्हे Long Term Investment पसंद हो। अगर आप भी लंबे समय के लिए किसी कंपनी में अपने पैसे निवेश करना चाहते होंगे तो यह कंपनी आपके लिए काफी अच्छी हो सकती है। क्योंकि कंपनी के पास अपने बिजनेस को ग्रोथ करने के लिए काफी अवसर है, साथ ही इसके ऊपर किसी भी प्रकार का कर्ज नहीं है।

अगर हम इसकी मैनेजमेंट की बेस्ट करें तो कंपनी का मैनेजमेंट भी काफी अच्छा है। वैसे तो Sell Manufacture के स्टॉक्स आम जनता के लिए बहुत ही कम उपलब्ध है। साथ ही कई एक्सपर्ट का मानना है की आने वाले समय में इसके Share अच्छे Return दें सकते है।

Sel Manufacturing Company एक Test Tile Company है। अपने यहां मैन्युफैक्चरिंग होने वाले सभी प्रोडक्ट के लिए कच्चे माल से लेकर सेल्स तक का पूरा काम काज कंपनी खुद ही देखती है। इसलिए इसके नेट प्रॉफिट मार्जिन बढ़ने की संभावना भी काफी बढ़ जाती है।

कंपनी के Share Price में काफी ज्यादा उतार चढ़ाव होता है, जिसे देख इसका अनुमान लगाया बहुत मुस्किल है। आपने इस पोस्ट को यदि पूरा पढ़ लिया है तो अपने हिसाब से खुद ही आप अंदाजा लगा सकते है की ये 2030 में कहां तक बढ़ोतरी कर सकता है।

Sell Manufacture Share Price Target 2022, 2023, 2025, 2030 List in Table

वर्ष टारगेट 1 टारगेट 2
2022 ₹1800 ₹1950
2023 ₹2100 ₹2290
2025 ₹3000 ₹3200
2030 ₹-

Conclusion (Sell Manufacture Share Price Target 2022, 2023, 2025, 2030)

तो दोस्तों यह था Sell Manufacture Share Price Target 2022, 2023, 2025, 2030 in Hindi. उम्मीद करता हूं की आप लोगों को पसंद आई होगी। साथ ही इससे काफी कुछ नया सीखने को भी मिला होगा। हमने आपको कंपनी के बारे में काफी कुछ बताया है अब आप अपने हिसाब से इसमें निवेश कर सकते हैं।

आखिर में आपसे यही कहना चाहूंगा कि इस पोस्ट को अपने सभी दोस्तों के साथ शेयर करें इससे हमें Motivation मिलता है साथ ही अपने सभी सोसल मीडिया अकाउंट्स पर भी शेयर करे ताकि अन्य लोग भी Sell Manufacture Ltd के बारे में जान सके और इसमें निवेश कर सके।

जॉब के साथ कमाएं Extra Money! दिन में 15 मिनट निकालकर करें ये काम, हर महीने होगी मोटी कमाई

How To Earn Money Online: आपके हर रोज कई तरह के मेल आते होंगे। आप इन्हें इग्नोर भी कर देते होंगे। लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि आप ई-मेल पढ़कर भी अच्छा पैसा कमा सकते हैं।

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हाइलाइट्स

  • घर बैठे करें मोटी कमाई
  • स्मार्टफोन से हो जाएगा काम
  • हर महीने होगी एक्सट्रा कमाई

1. पैसा लाइव डॉट कॉम-

यह वेबसाइट आपको बिना पैसा निवेश किए हजारों रुपये कमाने का अवसर देती है। जैसे ही आप इसमें अकाउंट बनाएंगे आपको 99 रुपये मिल जाएंगे। वहीं, अगर आप अपने 20 दोस्तों का अकाउंट बनवाते हैं तो आपको 20 रुपये तुरंत मिल जाएंगे। हर मेल को पढ़ने के लिए 25 पैसे से 5 रुपये तक आपको मिलेंगे। बता दें कि वेबसाइट 15 दिन में एक बार चेक से पेमेंट देती है।

2. मैट्रिक्स मेल डॉट कॉम-

यह वेबसाइट वर्ष 2002 से काम कर रही है। यहां पर भी आप ईमेल पढ़कर पैसा कमा सकते हैं। इसके अलावा आप ऑफर्स के जरिए, साइट पर विजट करके भी पैसा कमा सकते हैं। इस वेबसाइट के जरिए यह सब काम करके आप 25 डॉलर से 50 डॉलर तक कमा सकते हैं। एक घंटे में आप इस वेबसाइट के जरिए करीब-करीब 3,000 रुपये कमा सकते हैं।

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3. कैश फॉर ऑफर डॉट कॉम-

इस वेबसाइट पर अगर आप गोल्ड मेंबर बन जाते हैं तो आपको काफी फायदे होते हैं। इसके बेनिफिट्स के तहत आपको 72 घंटे से भी कम समय में आपको आपके द्वारा कमाया हुआ पैसा दे दिया जाता है। यहां से आप सर्वे में हिस्सा लेकर, दोस्तों के अकाउंट बनवाकर पैसा कमा सकते हैं। यहां पर साइन इन करते ही आपको 350 से 400 रुपये तक मिल सकते हैं।

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4. सेंडर अर्निंग डॉट कॉम-

आप यहां से ईमेल पढ़कर पैसा कमा सकते हैं। वहीं, इसके अलावा सर्वे, ऑनलाइन शॉपिंग के जरिए भी आप पैसा कमा सकते हैं। यहां पर आपको अकाउंट बनाने होगा। यहां पर ईमेल पढ़ने पर 1 डॉलर यानी करीब 70 रुपये मिलेंगे। ध्यान रखने वाली बात यह है कि अगर आपने इस वेबसाइट पर 6 महीने तक विजिट नहीं किया तो आपका अकाउंट डिएक्टिवेट कर दिया जाएगा। यहां से आपको आपको पेमेंट पाने के लिए करीब 2,100 रुपये न्यूनतम कमाने होंगे।

डिस्क्लेमर: ऐसी किसी भी वेबसाइट पर जाने से पहले अच्छे से रिसर्च करना न भूलें। हम इन वेबसाइट का प्रमोशन नहीं कर रहे हैं। ये केवल जानकारी मात्र है।

अगर आपकी उम्र 30 से ज्यादा है तो ऐसे करें पैसे का प्रबंधन

परिवार में शादी या अपनों की बीमारी या माता-पिता की पैसों की जरूरतों से कैश की कमी होती है.

अगर आपकी उम्र 30 से ज्यादा है तो ऐसे करें पैसे का प्रबंधन

हजारों इंजीनियरों के बड़े जमघट में उसे नहीं पता कि उसका करियर कहां जाएगा. वह नौकरी से संतुष्ट है. इसलिए इसे बदलने के बारे में भी नहीं सोचता है. नौकरी ठीकठाक चलने पर हम अपने से ज्यादा सवाल-जवाब नहीं करते हैं. हमें हर महीने सैलरी की आदत पड़ जाती है. इस पैसे से जोखिम लेना ठीक नहीं लगता है. 30 से 35 की उम्र में स्थायी आमदनी एक बड़ा लक्ष्य पाने जैसा है.

इस युवक ने पोस्टग्रेजुएट डिग्री हासिल करने के लिए अपनी नौकरी नहीं छोड़ी. उसे नहीं पता कि दो साल तक पढ़ने के बाद नौकरी का अच्छा मौका मिलेगा भी कि नहीं.

दूसरा, प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में प्रवेश पाना मुश्किल काम है. काम करते हुए जीआरई / जीमैट में अच्छा स्कोर लाना भी कठिन है. उसके लिए स्कूल के अच्छे प्लेसमेंट के आश्वासन के बिना नौकरी छोड़ना कठिन है. ऐसे कई लोग हैं जो पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री हासिल करने के बाद भी नौकरी प्राप्त करने के लिए समझौता करते हैं.

तीस की उम्र के पड़ाव में जो पेशा चुन लिया जाता है, अक्सर उसी के साथ समझौता करने की आदत पड़ जाती है. यह ज्यादातर लोगों की कहानी है.

इस युवक की पहली समस्या क्रेडिट कार्ड है. पैसा कमाने और स्वतंत्र होने का मतलब है कि खर्च करने की आजादी हो. वह उन चीजों पर खर्च करने में खुश है, जो उसके लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. इनमें गैजेट, जिम मेंबरशिप, खाना-पीना, सैर-सपाटा शामिल है.

फिर उसने शादी कर ली. इसके बाद उस पर उपहारों, रिश्तेदारों, समारोहों और शादी-ब्याह में खर्च करने का बोझ आ गया. अब वह जल्दी-जल्दी नियमित रूप से अपने कार्ड पर उधार लेने लगा है. वह जानता है कि यह महंगा है, लेकिन कोर्इ विकल्प नहीं है. यह उसे सुविधाजनक लग रहा है.

पैसे के साथ विकल्प बनाना और उन्हें प्राथमिकता देने में सक्षम होना एक कौशल है. यह काफी मशक्कत के बाद आता है. 30 से 35 साल तक खर्च करने के तौर-तरीकों पर महारत हासिल कर लेनी चाहिए. न कहना आ जाना चाहिए. साथ ही खर्च करने के स्मार्ट तरीके खोज लेने चाहिए ताकि बाद में अफसोस न हो.

इस युवक की दूसरी समस्या ईएमआई है. उसे घर और कार के लिए मासिक किस्त चुकानी पड़ती है. अब पति-पत्नी दूसरी कार भी चाहते हैं.

लोन के कारण खर्च करने के लिए कैश की कमी हो जाती है. फिर जरूरी खर्चे भी चलाने मुश्किल हो जाते हैं. ईएमआई पर ज्यादा वेतन खर्च करने में समझदारी नहीं है. यह भी समझ के परे है कि घरेलू खर्च क्रेडिट कार्ड पर चलें.

बैंक आपकी आय के आधार पर आपको कर्ज देने के लिए इच्छुक हो सकते हैं, लेकिन यह केवल आप ही जानते हैं कि आपके खर्च कितने हैं. घर चलाने के लिए अनिवार्य खर्चों को ध्यान में रखने के बाद जो भी कमार्इ बचती है, उसका 50 फीसदी से ज्यादा र्इएमआर्इ पर नहीं खर्च किया जाना चाहिए. 35 साल की उम्र तक नियमित बचत की आदत बन जानी चाहिए. आमदनी का कम से कम 20 फीसदी बचाना चाहिए. घर की ईएमआई को बचत के रूप में नहीं गिना जा सकता है.

तीसरी समस्या यह है कि इस युवक को जब-तब नकदी की किल्लत हो जाती है. यहां तक कि पति-पत्नी दोनों के कमाने के बावजूद जब वे छुट्टी मनाकर लौटते है तो पाते हैं कि उन्होंने टिकट पर ही बहुत खर्च कर दिया.

परिवार में शादी या अपनों की बीमारी, या माता-पिता की पैसों की जरूरतों से परिवार के पास कैश नहीं बचता है. कड़ार्इ के साथ रहना काफी चुनौतीपूर्ण हो जाता है.

यह इस युवक के खराब एसेट आवंटन का प्रत्यक्ष नतीजा है. उसकी सबसे बड़ी संपत्ति घर है. उसका परिवार इसमें रहता है. इस घर ने ईएमआई के रूप में एक बड़ा हिस्सा लिया है. लेकिन, यह आमदनी का साधन नहीं बना है.

पहले घर पर अधिक खर्च करना समझदारी नहीं है. आय बढ़ेगी तो वैसे भी आप घर खरीद ही लेंगे. पहला घर बुनियादी जरूरत के लिए होना चाहिए. जिसमें आप केवल रह सकें. यह शहर के बाहरी इलाके में भी हो तो कोर्इ बात नहीं है. कम ईएमआई अन्य संपत्तियां बनाने की गुंजाइश छोड़ देगी. इससे आप बैंक जमा, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड और शेयर जैसी संपत्ति बना सकते हैं.

जब आपके पास लिक्विड एसेट होते हैं तो आप उन पर कम दरों पर कर्ज ले सकते हैं. जब जरूरत पड़े तो उन्हें भुनाया भी जा सकता है. जल्दी बचत शुरू करने की आदत अच्छी होती है. भले ही यह एक छोटी राशि से ही क्यों न हो.

1000 रुपये का सिप छोटा लग सकता है, लेकिन 10 साल बाद यह आपको सहारा देने वाली रकम बन जाएगी.

यह युवक वित्तीय लक्ष्यों के बारे में चिंता करता है. वह अक्सर उनके बारे में सुनता भी है. उसे घबराहट रहती है कि उसके पास अपने बच्चे के लिए पर्याप्त है या नहीं. वह अपने रिटायरमेंट के बारे में सोचता है. उसे लगता है कि कहीं इसके लिए देर तो नहीं हो गर्इ है. इन सब चीजों को देखने का आसान तरीका है. वह है एसेट बनाने का.

35 साल के साथ अच्छी बात यह होती है कि बहुत कुछ देखना बचा होता है. जब आप 50 के पड़ाव तक पहुंचते हैं तो आपने जो कुछ बनाया होता है, उसे लेकर संतोष होता है.

लेखक सेंटर फॉर इंवेस्टमेंट एजुकेशन एंड लर्निंग की चेयरपर्सन हैं.

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हर महीने Fixed Income के लिए अच्छा है सिस्टमैटिक विद्ड्रॉल प्लान! जानिए इसके फायदे

कैश मुहैया के लिए SWP के तहत म्यूचुअल फंड स्कीम से कुछ यूनिट्स बेची जाती हैं.

किसी निवेशक को अपने फंड में से एक तय अमाउंड हर महीने या 3 महीनों पर या सालाना आधार पर चाहिए तो SWP का सहारा लिया जा सकता है. सबसे पहले किसी म्यूचुअल फंड में एकमुश्त निवेश किया जाता है.

  • News18Hindi
  • Last Updated : August 30, 2022, 15:04 IST

हाइलाइट्स

म्यूचुअल फंड हाउस SWP राशि वर्ष 2023 में कम निवेश से पैसे कैसे कमाए के बराबर यूनिट बेच देगा और निवेशक के अकांउट में फंड ट्रांसफर कर देगा.
पैसा निकालने के लिए एप्रिसिएशन विद्ड्रॉल या फिक्स्ड पीरियोडिक विद्ड्रॉल में से एक को चुना जा सकता है.
इक्विटी फंड्स को 12 महीने के भीतर रिडीम करते है, तो इन्हें शॉर्ट टर्म गेन माना जाता है और 15% टैक्स लगता है.

नई दिल्ली. म्यूचुअल फंड्स निवेश का तो एक बेहतरीन विकल्प है ही, साथ ही यदि आपको हर महीने या एक निश्चित अवधि के बाद कुछ कैश चाहिए तो भी म्यूचुअल फंड्स एक बेहतर ऑप्शन देता है. इस ऑप्शन को सिस्टमैटिक विद्ड्रॉल प्लान (SWP) कहा जाता है. यह सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) से अलग है. आज हम आपको एसडब्ल्यूपी के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं.

आमतौर पर रेगुलर कैश फ्लो की जरूरत को पूरा करने के लिए लोग बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट या पोस्टल डिपॉजिट्स कराते हैं. हाल ही में ब्याज दरों में थोड़ा इजाफा होने के बाद FD थोड़ी अधिक आकर्षक लगने लगी है, लेकिन अभी भी रिटर्न के मामले में यह म्युचुअल फंड्स के बराबर नहीं है. इसलिए, जो लोग SWP के बारे में जानते हैं, वे FD की तरफ कम जाते हैं.

आखिर है क्या सिस्टमैटिक विद्ड्रॉल प्लान
यदि किसी निवेशक को अपने फंड में से एक तय अमाउंड हर महीने या 3 महीनों पर या सालाना आधार पर चाहिए तो SWP का सहारा लिया जा सकता है. इसके तहत सबसे पहले किसी म्यूचुअल फंड में एकमुश्त निवेश किया जाता है. फिर तय तारीख पर एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) आपके बैंक अकाउंट में उतना ही पैसा डालती रहेगी. आपको कैश मुहैया के लिए SWP के तहत म्यूचुअल फंड स्कीम से कुछ यूनिट्स हर महीने बेची जाती हैं. एक निवेशक तब तक इसे जारी रख सकता है, जब तक कि उसके द्वारा डाला गया पैसा अथवा उससे खरीदी गईं म्यूचुअल फंड यूनिट्स बाकी हैं.

कैसे निकालना है पैसा: फिक्स्ड पीरियोडिक विद्ड्रॉल
फिक्स्ड पीरियोडिक विद्ड्रॉल एक निश्चित समय पर एक निश्चित राशि निकालने की अनुमति देता है, जैसे हर महीने, तिमाही पर या 6 महीनों या सालभर बाद. म्यूचुअल फंड हाउस SWP राशि के बराबर यूनिट बेच देगा और निवेशक के अकांउट में फंड ट्रांसफर कर देगा.

कैसे निकना है पैसा: एप्रिसिएशन विद्ड्रॉल?
जैसा कि नाम से ही साफ होता है कि इसमें आपके पैसे पर मिला एप्रिसिएशन विद्ड्रॉल होगा. इसे एक उदाहरण से समझना आसान रहेगा. समझ लीजिए, किसी व्यक्ति ने म्यूचुअल फंड में 10 लाख रुपये डाले हैं, जो हर महीने औसतन 1.5 प्रतिशत एप्रिशिएट होता है अर्थात बढ़ता है. यदि निवेशक एप्रिसिएशन विद्ड्रॉल के तहत मासिक SWP योजना लेता है, तो लगभग 15,000 रुपये हर महीने उसके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएंगे. चूंकि इसमें सिर्फ एप्रीसिएशन ही निकाला गया है तो मूल पूंजी ज्यों की त्यों बनी रहती है. हालांकि यह बाजार से उतार-चढ़ाव से प्रभावित होती है.

SWP के फायदे
सिस्टमैटिक विद्ड्रॉल प्लान में निवेशकों को रकम, रकमा निकालने की अवधि, और तारीख सबकुछ चुनने का पूरा अधिकार होता है. यही नहीं, निवेशक जब चाहे, तब SWP को रोक सकता है. निवेश चाहे तो और पैसा डाल सकता है या फिर पूरा पैसा एक-साथ निकाल भी सकता है.

दूसरा बड़ा फायदा ये है कि इसे रेगुलर आय की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है. रेगुलर आय के साथ-साथ आपका बाकी पैसा धीरे-धीरे बढ़ता भी रहता है. यदि आप फंड के रिटर्न के मुकाबले कम पैसा निकालते हैं तो लम्बी अवधि में पैसा बढ़ता रहता है. जो लोग अपने नियमित खर्चों के लिए इसे चुनते हैं, उनके लिए यह एक बेहतरीन प्लान बन जाता है.

सिस्टमैटिक विद्ड्रॉल प्लान पर टैक्स?
आप चाहें तो एक रकम फाइनल कर लें, जो आपको हर निश्चित अवधि पर चाहिए, या फिर आप एप्रिसिएशन अथवा कैपिटल गेन को निकालने का फैसला कर लें. आपको कैपिटल गेन टैक्स चुकाना होगा. यदि आप एक लंबी अवधि के बाद पैसा निकालते हैं तो लॉन्‍ग टर्म कैपिटल गेन टैक्‍स (LTCG) देना होगा. miraeassetmf.co.in के अनुसार, अलग-अलग फंड्स पर टैक्स के प्रकार भी बदल जाते हैं.

1. इक्विटी वाले फंड्स
यदि आप निवेश की तारीख से 12 महीने के भीतर रिडीम करते है, तो इन्हें शॉर्ट टर्म गेन माना जाता है और 15% टैक्स लगता है. निवेश की तारीख से 12 महीने के बाद किए गए लाभ को लॉन्‍ग टर्म कैपिटल गेन माना जाता है और एक वित्तीय वर्ष में 1 लाख रुपये तक कर-मुक्त होता है. 1 लाख रुपये से अधिक पर लॉन्‍ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगता है, जोकि फिलहाल 10% है.

2. नॉन-इक्विटी फंड्स
निवेश करने के बाद यदि 36 महीनों के अंदर रिडीम किया जाता है तो इसे शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन माना जाएगा. इस निवेश को निवेशक की आय में जोड़ा जाता है और उसी के ब्रैकेट के हिसाब से टैक्स लगता है. 3 साल के बाद रिडीम किए गए लाभ को लंबी अवधि के रूप में माना जाता है और इंडेक्सेशन बेनेफिट के बाद 20% टैक्स लगता है.

(Disclaimer: म्यूचुअल फंड निवेश बाज़ार जोखिम के अधीन हैं, योजना संबंधी सभी दस्तावेज़ों को सावधानी से पढ़ें. यदि आप किसी भी फंड में निवेश करना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्‍टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह के लाभ या हानि के लिए News18 जिम्मेदार नहीं होगा.)

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