अंतरराष्ट्रीय व्यापार के फायदे

आये जाने क्यों जरुरी हैं लहसुन के फायदे
लहसुन के बारे मे आप सबलोग जानते ही होंगे यह सेहत के गुणों से भरा हुआ हैं। इसमें र कई अंतरराष्ट्रीय व्यापार के फायदे प्रकार के लाभकारी गुण शामिल हैं। यह कई प्रकार की बीमारी मे लाभदायक माना जाता हैं। हम आगे लहसुन के फायदे को और जानेंगे।
1. वजन घटाने के लिए - लहसुन के फायदे में वजन कम करना भी शामिल है। एनसीबीआई द्वारा पब्लिश एक शोध में दिया है कि लहसुन में एंटी - ओबेसिटी गुण होता है , जो मोटापे को कम करने में कारगर हो सकता है।
2. हाई ब्लड प्रेशर के लिए - लहसुन खाने के फायदे हाई ब्लड प्रेशर वालों में भी देखे जाते हैं। दरअसल , सल्फर की कमी से भी हाई ब्ल्ड प्रेशर की समस्या हो सकती है। ऐसे में शरीर को ऑर्गनोसल्फर यौगिकों वाला पूरक आहार जैसे लहसुन देने से ब्लड प्रेशर को स्थिर किया जा सकता है
3. कोलेस्ट्रॉल को करे कम - लहसुन कोलेस्ट्रॉल को कम करने में लाभकारी साबित हो सकता है। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने अपनी एक जांच में पाया है कि पुराने लहसुन के सेवन से शरीर में एलडीएल यानी हानिकारक कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो सकता है
4. हृदय के लिए - हृदय को स्वस्थ रखने के लिए भी लहसुन के फायदे देखे जा सकते हैं। मनुष्यों और जानवरों पर किए गए कुछ अध्ययनों में यह बात साबित होती है। रिसर्च की मानें , तो लहसुन में कुछ खास तरह के कार्डियो प्रोटेक्टिव गुण होते हैं , जो हृदय को स्वस्थ रख सकते हैं
5. मधुमेह के लिए - लहसुन का उपयोग मधुमेह रोगियों के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है। एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक शोध के अनुसार , एक - अंतरराष्ट्रीय व्यापार के फायदे दो हफ्ते तक लहसुन का सेवन करने से टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों का शुगर नियंत्रित हो सकता है
जयशंकर जी20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट में कहि ये बात.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को भू-राजनीति में आमूलचूल परिवर्तन पर प्रकाश डाला और कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता "विश्व राजनीति में एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण समय और एक अनम्य बिंदु पर आ रही है।" नई दिल्ली में सुषमा स्वराज भवन में आयोजित G20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट - एंगेजिंग यंग माइंड्स कार्यक्रम में बोलते हुए, उन्होंने कहा, "यह एक विकास नहीं है जिसे केवल एक और कूटनीतिक घटना के रूप में माना जाना चाहिए, इसके विपरीत, यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि भारत द्वारा विश्व राजनीति में एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण समय पर और भारत के अपने इतिहास में एक मोड़ बिंदु पर माना जा रहा है और हम G20 को बहुत अलग तरीके से करने जा रहे हैं और आज की घटना स्वयं इसका प्रमाण है।
उन्होंने कोविड-19 महामारी और यूक्रेन संघर्ष के प्रभाव पर प्रकाश डाला जिसने दुनिया की आबादी के दुखों को जोड़ा है।
"हमारी G20 अध्यक्षता अंतर्राष्ट्रीय मामलों में एक बहुत ही महत्वपूर्ण क्षण में हो रही है। पिछले तीन वर्षों में, हमने मानव टोल के अलावा, कोविड महामारी के कारण होने वाली आर्थिक और सामाजिक तबाही को देखा है। इसने वित्तीय स्थिति को बढ़ा दिया है। विकासशील देशों, सतत विकास लक्ष्यों की खोज को कम करके आंका और विकसित और विकासशील देशों के बीच एक स्वास्थ्य विभाजन बनाया। इसमें यूक्रेन संघर्ष के नॉक-ऑन प्रभावों को जोड़ा गया, विशेष रूप से, ईंधन, भोजन और उर्वरकों की उपलब्धता और सामर्थ्य में कठिनाइयाँ ," जयशंकर ने कहा।
विदेश मंत्री ने भारत के युवाओं के साथ बातचीत के दौरान जलवायु संकट, आतंकवाद और काले धन पर भी जोर दिया।
जयशंकर ने कहा, "चरम जलवायु जैसे दीर्घकालिक रुझान थे जिनकी घटनाएं अब अधिक आवृत्ति और अधिक प्रभाव के साथ सामने आ रही हैं, और उन बारहमासी चुनौतियों को न भूलें जिनका हमने सामना किया है - चाहे वह आतंकवाद हो या काला धन।"
उन्होंने कहा कि जी20 प्राथमिक समूह है जो दुनिया के हित में वित्तीय, आर्थिक और विकास की चुनौतियों का समाधान करने के लिए समर्पित है। और, इस कठिन समय में, यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है कि विश्व के नेता सही मुद्दों पर ध्यान दें - जो विशेष रूप से दुनिया के अधिक कमजोर वर्गों को प्रभावित करते हैं।
युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "यूनिवर्सिटी कनेक्ट में आज आप सभी के साथ जुड़ना बहुत खुशी की बात है, जहां हम महत्वपूर्ण मुद्दों पर युवा दिमागों को जोड़ते हैं। आज का कार्यक्रम भारत द्वारा जी20 की अध्यक्षता की धारणा पर केंद्रित है।"
विशेष रूप से, G20 दुनिया की सभी 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को एक साथ लाता है जो वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 85 प्रतिशत, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का 75 प्रतिशत और दुनिया की दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करती हैं। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय व्यापार के फायदे समूह के प्रतिभागियों में संयुक्त राष्ट्र, विश्व व्यापार संगठन, डब्ल्यूएचओ, विश्व बैंक, आईएमएफ, आईएलओ, आसियान, अफ्रीकी संघ, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन, सीडीआरआई आदि जैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठन शामिल हैं।
"मेजबान के रूप में, अतिथि राष्ट्रों को आमंत्रित करना भी भारत का विशेषाधिकार है और हमने संयुक्त अरब अमीरात, बांग्लादेश, मॉरीशस, मिस्र, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, नीदरलैंड और स्पेन के संबंध में उस अधिकार का प्रयोग किया है। यह वास्तव में असाधारण लोगों का जमावड़ा है। महत्व और एक जो कई मायनों में हमारे इतिहास में अद्वितीय है," विदेश मंत्री ने कहा।
जयशंकर ने यह भी कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान भारत भर में लगभग 200 बैठकें भारत के 50 शहरों में आयोजित की जाएंगी।
"लेकिन, यह केवल प्रतिभागियों का सामूहिक वजन नहीं है जिस पर आपको ध्यान देना चाहिए, जी20 के आयोजन की प्रक्रिया ही विशिष्ट रूप से प्रभावशाली है। बेशक, नई दिल्ली में सितंबर 2023 में जी20 शिखर सम्मेलन होगा, लेकिन, इसके अलावा, विभिन्न अन्य स्तरों पर लगभग 200 बैठकें होती हैं - मंत्रियों और अधिकारियों से लेकर डोमेन विशेषज्ञों, नागरिक समाज और निश्चित रूप से, युवाओं तक," जयशंकर ने कहा।
"इसके महत्व को देखते हुए, हम चाहते हैं कि G20 दिल्ली-केंद्रित आयोजनों का सेट न हो, बल्कि ऐसा हो जो हमारे देश की चौड़ाई और चौड़ाई में आयोजित और मनाया जाता है। ऐसा करने से, दुनिया को भारत की पूर्णता का पता चल जाएगा। असाधारण विविधता और समृद्ध विरासत। इसी तरह, हमारे अपने नागरिक दुनिया, इसकी चुनौतियों और इसके अवसरों की तीव्र प्रशंसा विकसित करेंगे।"
जयशंकर ने आगे उनसे 'अतिथि देवो भव' की सच्ची भावना के साथ जी20 प्रतिनिधियों से संपर्क करने और यह समझने का आग्रह किया कि जी20 के परिणामस्वरूप, यह एक तरह से दुनिया को भारत के लिए तैयार करेगा और भारत को और अधिक विश्व के लिए तैयार करेगा।
Manik Stone Benefit: क्या है माणिक्य रत्न पहनने के फायदे और नुकसान? जानिये ज्योतिष शास्त्र में इसका महत्व
Manik Stone Benefit: माणिक्य रत्न धारण करने के ज्योतिष शास्त्र में कई फायदे बताए गए हैं।यहां इस संबंध में जानकारी दी जा रही है।
Benefits of Ruby Stone: माणिक्य रत्न धारण करने के फायदे। (फोटो: freepik)
Manik Stone Benefit: ज्योतिष शास्त्र में कई प्रकार के रत्नों के बारें में बताया गया है। इन रत्नों के धारण करने के कई फायदे भी बताए गए हैं। माणिक्य रत्न पहनने के भी कई फायदे और नुकसान बताए गए हैं। आइए जानते हैं कि माणिक्य रत्न पहनने के क्या लाभ और हानि है।
माणिक्य रत्न का महत्व (Importance of Ruby Stone)
वैदिक ज्योतिष के अनुसार किसी न किसी ग्रह का संबंध किसी रत्न से होता है। माणिक्य रत्न का संबंध सूर्य ग्रह से होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह रत्न धारण करने से कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति मजूबत होती है और जातकों को सूर्य देव का साथ मिलता है। जिस जातक की कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर स्थिति अंतरराष्ट्रीय व्यापार के फायदे में होते हैं, उन्हें इस रत्न के धारण करने से लाभ होने की मान्यता है। माणिक्य रत्न को रूबी भी कहते हैं।
माणिक्य रत्न धारण करने के फायदे (Benefits of Ruby Stone)
ज्योतिष शास्त्र में माणिक्य रत्न धारण करने के बहुत फायदे बताए गए हैं। आइए जानते हैं कि इसे धारण करने के क्या लाभ होते हैं।
Side Effect of Almonds: इन 4 अंतरराष्ट्रीय व्यापार के फायदे बीमारियों में जहर जैसा काम करता है बादाम, डॉक्टर से जानें- बादाम को छीलकर खाएं या छिलके सहित
Gujarat Election 2022 में आप की आएंगी कितनी सीटें? हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा- लिख कर नहीं दूंगा, कपिल मिश्रा ने लिख दिया
Himanta Biswa Sarma Reacts On Khadge: मैं तो अछूत- मल्लिकार्जुन खड़गे बोले, हिमंता बिस्व सरमा बोले- राहुल गांधी करते हैं छुआछूत, उनके साथ चाय पीते फोटो ट्वीट करें
-इस रत्न का संबंध सूर्य से होता है। इसे धारण करने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिसका अच्छा प्रभाव जातकों के जीवन पर पड़ता है।
-सूर्य देव को सभी ग्रहों का नेतृत्वकर्ता माना जाता है। माणिक्य रत्न धारण करने से जातक के अंदर भी नेतृत्व क्षमता का विकास होता है, जिसके अच्छे परिणाम जीवन में मिलते हैं।
-इसे धारण करने से आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होता है। साथ ही नेत्र व रक्त संचार जैसी समस्याओं से भी निजात मिलती है।
-इसे धारण करने से कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति मजबूत होती है, जिससे जातकों को कई लाभ होते हैं।
माणिक्त रत्न धारण करने के नुकसान (Disadvantages of Ruby stone)
हर रत्न को धारण करने के फायदे और नुकसान होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार माणिक्य रत्न भी धारण करने के फायदे और नुकसान हैं।
-इसे धारण करने से ब्लड प्रेशर से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं।
-कार्यस्थल पर विवाद की स्थिति पैदा हो सकती हैं।
-निर्णय लेने की क्षमता कमजोर हो सकती है।
-यह जातकों के अहंकार को भी बढ़ा सकते हैं।
किसी भी रत्न को ज्योतिष के अनुसार ही धारण करना चाहिए।अन्यथा लाभ ही जगह जातकों को हानि और परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है।
Manik Stone Benefit: क्या है अंतरराष्ट्रीय व्यापार के फायदे माणिक्य रत्न पहनने के फायदे और नुकसान? जानिये ज्योतिष शास्त्र में इसका महत्व
Manik Stone Benefit: माणिक्य रत्न धारण करने के ज्योतिष शास्त्र में कई फायदे बताए गए हैं।यहां इस संबंध में जानकारी दी जा रही है।
Benefits of Ruby Stone: माणिक्य रत्न अंतरराष्ट्रीय व्यापार के फायदे धारण करने के फायदे। (फोटो: freepik)
Manik Stone Benefit: ज्योतिष शास्त्र में कई प्रकार के रत्नों के बारें में बताया गया है। इन रत्नों के धारण करने के कई फायदे भी बताए गए हैं। माणिक्य रत्न पहनने के भी कई फायदे और नुकसान बताए गए हैं। आइए जानते हैं कि माणिक्य रत्न पहनने के क्या लाभ और हानि है।
माणिक्य रत्न का महत्व (Importance of Ruby Stone)
वैदिक ज्योतिष के अनुसार किसी न किसी ग्रह का संबंध किसी रत्न से होता है। माणिक्य रत्न का संबंध सूर्य ग्रह से होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह रत्न धारण करने से कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति मजूबत होती है और जातकों को सूर्य देव का साथ मिलता है। जिस जातक की कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर स्थिति में होते हैं, उन्हें इस रत्न के धारण करने से लाभ होने की मान्यता है। माणिक्य रत्न को रूबी भी कहते हैं।
माणिक्य रत्न धारण करने के फायदे (Benefits of Ruby Stone)
ज्योतिष शास्त्र में माणिक्य रत्न धारण करने के बहुत फायदे बताए गए हैं। आइए जानते हैं कि इसे धारण करने के क्या लाभ होते हैं।
Side Effect of Almonds: इन 4 बीमारियों में जहर जैसा काम करता है बादाम, डॉक्टर से जानें- बादाम को छीलकर खाएं या छिलके सहित
Gujarat Election 2022 में आप की आएंगी कितनी सीटें? हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा- लिख कर नहीं दूंगा, कपिल मिश्रा ने लिख दिया
Himanta Biswa Sarma Reacts On Khadge: मैं तो अछूत- मल्लिकार्जुन खड़गे बोले, हिमंता बिस्व सरमा बोले- राहुल गांधी करते हैं छुआछूत, उनके साथ चाय पीते फोटो ट्वीट करें
-इस रत्न का संबंध सूर्य से होता है। इसे धारण करने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिसका अच्छा प्रभाव जातकों के जीवन पर पड़ता है।
-सूर्य देव को सभी ग्रहों का नेतृत्वकर्ता माना जाता है। माणिक्य रत्न धारण करने से जातक के अंदर भी नेतृत्व क्षमता का विकास होता है, जिसके अच्छे परिणाम जीवन में मिलते हैं।
-इसे धारण करने से आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होता है। साथ ही नेत्र व रक्त संचार जैसी समस्याओं से भी निजात मिलती है।
-इसे धारण करने से कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति मजबूत होती है, जिससे जातकों को कई लाभ होते हैं।
माणिक्त रत्न धारण करने के नुकसान (Disadvantages of Ruby stone)
हर रत्न को धारण करने के फायदे और नुकसान होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार माणिक्य रत्न भी धारण करने के फायदे और नुकसान हैं।
-इसे धारण करने से ब्लड प्रेशर से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं।
-कार्यस्थल पर विवाद की स्थिति पैदा हो सकती हैं।
-निर्णय लेने की क्षमता कमजोर हो सकती है।
-यह जातकों के अहंकार को भी बढ़ा सकते हैं।
किसी भी रत्न को ज्योतिष के अनुसार ही धारण करना चाहिए।अन्यथा लाभ ही जगह जातकों को हानि और परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है।