विशेषज्ञों के कुछ सुझाव

Bitcoin Trader क्या है?

Bitcoin Trader क्या है?

क्रिप्टो करेंसी को लेकर भारत में क्या योजना बन रही है?

क्रिप्टो करेंसी

भारत सरकार ने संसद में क्रिप्टो करेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ़ ऑफ़िशियल डिजिटल करेंसी बिल पेश करने का फ़ैसला लिया है. इस विधेयक के बारे में जानकारी अब तक सार्वजनिक नहीं है.

यह विधेयक भारत में क्रिप्टो करेंसी के इस्तेमाल को क़ानूनी रूप से नियंत्रित करेगा.

क्रिप्टो करेंसी पर भारत के हर क़दम पर दुनिया की नज़र है. संसद के अगले सत्र में अगर इस विधेयक को पेश किया जाता है तो इस पर निवेशकों की क़रीबी नज़र Bitcoin Trader क्या है? होगी.

इमेज स्रोत, BEATA ZAWRZEL/NURPHOTO VIA GETTY IMAGES

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण साफ़ कर चुकी हैं कि सरकार की योजना क्रिप्टो करेंसी पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की नहीं है. असल में सरकार क्रिप्टो करेंसी के आधार वाली तकनीक ब्लॉकचेन को रक्षा कवच देना चाहती है.

हालांकि, 25 साल की रुचि पाल की उम्मीदें अभी भी बहुत ऊंची हैं Bitcoin Trader क्या है? और उन्होंने क्रिप्टो करेंसी में ही व्यापार करने का फ़ैसला किया है.

वो कहती हैं, "मुझे नहीं लगता है कि सरकार इस पर प्रतिबंध लगाएगी. हां वे इसे विनियमित ज़रूर करेगी लेकिन प्रतिबंध नहीं लगाएगी. मैं सोचती हूं कि 2017 में भी ऐसा ही हुआ था जब हर कोई क्रिप्टो करेंसी पर बात कर रहा था और कुछ कार्रवाई हुई थी और फिर सबकुछ समाप्त हो गया था."

भारत सरकार जिस डिजिटल करेंसी पर विचार कर रही है उस पर वो क्या सोचती हैं? इस सवाल पर रुचि कहती हैं, "यह बहुत मुश्किल चीज़ है. इसको शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार नहीं किया जाएगा. हम इसे अंतरराष्ट्रीय लेन-देने के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. यह अच्छा विचार है लेकिन हमें बिटकॉइन की तरह इसको स्वीकार करने में वक़्त लगेगा. यह हमारी ज़िंदगियों पर ख़ास असर नहीं डालेगा."

भारतीय बड़ी संख्या में क्रिप्टो करेंसी ख़रीद रहे हैं लेकिन इसको लेकर कोई आधिकारिक डाटा नहीं है. वे पर्याप्त लाभ कमाने के मौक़े को छोड़ना नहीं चाहते हैं.

क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वाले एक व्यक्ति बिना नाम सार्वजनिक किए हुए कहते हैं, "मैं चाहता हूं कि अगर कोई प्रतिबंध लगने वाला है तो मैं उसके होने से पहले अच्छा लाभ कमाऊं. मैं पैसा बनाने का मौक़ा छोड़ना नहीं चाहता हूं."

भारत के दिग्गज क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स | What are some of the crypto trading platforms in India

भारत के दिग्गज क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 2018 में भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि, पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रतिबंध को हटा दिया था। यह भारतीय निवेशकों खासकर डिजिटल रूप से कुशल लोगों के लिए स्वागत योग्य कदम था। क्रिप्टो बाजार में निवेश और व्यापार में व्यस्त भारतीयों के साथ साथ क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और बिटकॉइन एक्सचेंजों की बढ़ती संख्या इस बात की गवाही देती है।

बिनेंस एक्सचेंज को दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो प्लेटफॉर्म माना जाता है, लेकिन भारत में भी कुछ लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म हैं।

  • वज़ीरएक्स एक भारतीय बिटकॉइन और क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज है जहां आप इथीरियम, रिप्पल, लिटकॉइन और बिटकॉइन में ट्रेडिंग कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए आपको स्पॉट प्लेटफॉर्म पर 0.2% चार्ज देना होगा। वज़ीरएक्स के दावों की मानें तो इसकी प्रमुख विशेषताओं में शामिल है इसका इस्तेमाल करना आसान है, लेन-देन तेजी के साथ होता है और विश्वस्तरीय सुरक्षा इंतजाम है। वज़ीरएक्स पी2पी ट्रांजैक्शन की भी सुविधा प्रदान करता है।
    भारत में शीर्ष क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल है, खासकर नौसिखिये लोगों के लिए। आप इसके ग्राहकों के अनुकूल प्लेटफॉर्म पर तत्काल लेनदेन के माध्यम से अपना क्रिप्टो पोर्टफोलियो बना सकते हैं। विशेषज्ञ ट्रेडर कॉइन डीसीएक्स का उपयोग सिंगल एक्सेस के माध्यम से और बहुत कम स्प्रेड के साथ कर सकते हैं। उपयोगकर्ता 0.1% ट्रेडिंग शुल्क देकर 250 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी में इसके स्पॉट ट्रेडिंग, मार्जिन और फ्यूचर प्लेटफॉर्म पर खरीद और बिक्री कर सकते हैं। आप इसकी विकेन्द्रीकृत उधार सेवा में भी निवेश कर सकते हैं। का उपयोग 15 लाख से अधिक लोग करते हैं और यह भारत में सबसे पुराने क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म में से एक है। यह ऑफलाइन डेटा स्टोरेज और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन के साथ सुरक्षा का भरोसा देता है। यूपीआई और बैंक हस्तांतरण की भी अनुमति है। हालांकि, बिटकॉइन ट्रेडिंग चार्ज 0.7% वसूला जाता है जो कि काफी अधिक है।
    नौसिखियों के लिए एक अन्य लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है। यह ग्रेड-ए सुरक्षा का दावा करता है और ऑफ़लाइन कोल्ड स्टोरेज में 95% स्टोरेज के अभ्यास का पालन करता है। बिटबन्स बिटकॉइन बेचने और खरीदने के लिए यूपीआई और बैंकिंग हस्तांतरण की सुविधा देता है और साथ ही पी2पी जमा भी स्वीकार करता है। इसका ट्रेडिंग शुल्क 0.03% से 0.25% तक है। क्रिप्टोकरेंसी को सुरक्षित रूप से भेजने और प्राप्त करने के लिए एक क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है जो कि वॉलेट सेवा भी प्रदान करता है। यह 2014 से क्रिप्टोकरेंसी बाजार में है और इसने 30 लाख से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान की है। एक अतिरिक्त सुरक्षा सुविधा के रूप में ज़ेबपे में आउटगोइंग लेनदेन को अक्षम करने की सुविधा है। बनाने वाले पर ट्रेडिंग शुल्क 0.15%, लेने वाले पर 0.25% और इंट्राडे पर 0.1% है।

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 2018 में भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि, पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रतिबंध को हटा दिया था। यह भारतीय निवेशकों खासकर डिजिटल रूप से कुशल लोगों के लिए स्वागत योग्य कदम था। क्रिप्टो बाजार में निवेश और व्यापार में व्यस्त भारतीयों के साथ साथ क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और बिटकॉइन एक्सचेंजों की बढ़ती संख्या इस बात की गवाही देती है।

बिनेंस एक्सचेंज को दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो प्लेटफॉर्म माना जाता है, लेकिन भारत में भी कुछ लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म हैं।

CryptoCurrency के ट्रेडिंग वॉल्यूम में भारी उछाल, सरकार प्रतिबंध लगाने के लिए ला सकती है नया कानून

CryptoCurrency

क्रिप्टोकरेंसी (CryptoCurrency) बिटकॉइन (Bitcoin) को लेकर दुनियाभर में काफी उत्साह देखा जा रहा है. आंकड़ों की बात करें तो मार्च 2020 से भारत में क्रिप्टोकरेंसी के ट्रेडिंग वॉल्यूम में 800 फीसदी का उछाल देखने को मिला है. तो अब यहां सवाल यह उठता है कि क्या निवेशकों को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश शुरू कर देना चाहिए या फिर किसी और निवेश के ऑप्शन की तलाश करना चाहिए. तो हम आपको बताने जा रहे हैं कि अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश की योजना बना रहे Bitcoin Trader क्या है? हैं तो इसका भविष्य क्या है और इसमें निवेश के क्या फायदे हैं.

बीते बुधवार को बिटकॉइन की कीमत में आया था 4.5 फीसदी का उछाल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते बुधवार को बिटकॉइन के दाम में 4.5 फीसदी की रिकार्ड तेजी देखने को मिली थी. बुधवार को बिटकॉइन का दाम 20,440 डॉलर (करीब 15.02 लाख रुपये) Bitcoin Trader क्या है? के स्तर पर पहुंच गई थी. आपको बता दें नवंबर में बिटकॉइन की कीमत 18 हजार डॉलर के स्तर को पार कर गया था.

क्रिप्टोकरेंसी क्या है (What Is Cryptocurrency)
आम बोलचाल की भाषा में क्रिप्टोकरेंसी को डिजिटल करेंसी भी कहा जाता है. क्रिप्टोकरेंसी एक Peer To Peer इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम होता है और ऐसा मानते हैं कि इसके जरिए सरकार या बैंकों को बगैर बताए भी काम कर सकते हैं. कूटलेखन तकनीक के जरिए करेंसी के ट्रांजेक्शन का पूरा लेखा-जोखा किया जाता है. वहीं क्रिप्टोकरेंसी को हैक करना काफी मुश्किल काम है जिसकी वजह से धोखाधड़ी की संभावना कम रहती है.

सुप्रीम कोर्ट ने RBI के निर्देश को कर दिया था खारिज
बता दें कि 4 मार्च 2020 को उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) ने भारतीय रिजर्व बैंक के 2018 के एक परिपत्र को चुनौती देने वाली याचिकाओं को स्वीकार कर लिया था, जिसमें बैंकों और वित्तीय संस्थानों पर क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित सेवाएं मुहैया करने पर रोक लगाई गई थी. न्यायमूर्ति आर एफ नरीमन की अध्यक्षता वाली पीठ ने फैसला सुनाते हुए कहा था कि हमने रिट याचिकाओं को अनुमति दे दी है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के 4 मार्च के आदेश में RBI के द्वारा जारी उस निर्देश को जिसमें आरबीआई ने बैंकों और वित्तीय संस्थाओं पर क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार करने या उससे संबंधित सेवाएं देने से प्रतिबंध लगा दिया गया था को खारिज कर दिया गया था.

आरबीआई (Reserve Bank) के 6 अप्रैल 2018 के परिपत्र के अनुसार केंद्रीय बैंक द्वारा विनियमित संस्थाओं पर आभासी मुद्राओं से संबंधित कोई भी सेवा प्रदान करने पर रोक है. क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल मुद्राएं हैं, जिनमें मुद्रा इकाइयों के बनाने और फंड के लेनदेन का सत्यापन करने के लिए एन्क्रिप्शन तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है और यह व्यवस्था केंद्रीय बैंक से स्वतंत्र रहकर काम करती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देश में क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक नया कानून ला सकती है. (इनपुट भाषा)

नींबू-केले के खेत में बन रही क्रिप्टो करेंसी: छत्तीसगढ़ के 12 जिलों में क्रिप्टो माइनिंग, 10 हजार से ज्यादा लोगों के पास बिटकॉइन-एथिरियम

दुनियाभर में सुर्खियां बटोरने वाली क्रिप्टो करेंसी या डिजिटल करेंसी अब छत्तीसगढ़ में भी जनरेट की जा रही है, यानी राज्य में इसकी माइनिंग शुरू हो गई है। यहां इसे कई ताकतवर कम्प्यूटरों के जरिए खास तरह के पजल्स को सॉल्व करके बनाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक राज्य में लोगों के पास 75 से अधिक बिटकॉइन हैं। यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

भास्कर की दो महीने की पड़ताल में यह बात सामने आई कि प्रदेश के 12 जिलों में क्रिप्टो माइनिंग हो रही है। इनमें रायपुर, राजनांदगांव, भिलाई, दुर्ग, अम्बिकापुर, बिलासपुर, रायगढ़ और जगदलपुर प्रमुख हैं। प्रदेश के 20 युवा 30000 मेगा हैश पॉवर जेनरेट कर रहे हैं और 10-12 तरह की क्रिप्टो करेंसी की माइनिंग की जा रही है। इसके लिए इनोवेटिव सोच वाले युवाओं ने तगड़ा खर्च कर सेटअप स्थापित कर रखा है।

12वीं ड्रॉपआउट प्रकाश कर रहे 1200 GPU से माइनिंग
भास्कर टीम क्रिप्टो की माइनिंग करने वालों की तलाश में 2 माह से जुटी थी। रायपुर के छोटे-बड़े कंप्यूटर दुकानदार, ग्राफिक्स कार्ड सेलर से लेकर कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर और इलेक्ट्रिकल इंजीनियर से बात की। इनसे मिली जानकारियों के आधार पर 28 मई, शनिवार को भास्कर टीम राजनांदगांव जिले के अर्जुनी से लगे सुखरी गांव में प्रकाश टांक से मिली, जो नीबू-केले की खेतों के बीच 600 GPU का सेटअप लगाकर क्रिप्टो माइनिंग कर रहे हैं।

12 वीं की पढ़ाई के बाद प्रकाश ने 6 साल पहले 1 GPU के साथ माइनिंग शुरू की थी। आज उनकी 2 साइट में 1,200 GPU लगे हैं। एक की कीमत 1 से 1.50 लाख रुपए है। प्रकाश के अनुसार 600 GPU से प्रतिमाह 4000 मेगा हैश पावर जनरेट होती है। यह एशिया के नैनो पूल और माइनिंग पूल में जाती है। वहां से माइनिंग के रिवार्ड के तौर पर इथेरियम मिलता है। इसे भारत के किसी भी क्रिप्टो एक्सचेंज में बेचकर 10 मिनट में पैसे आपके बैंक एकाउंट में आ जाते हैं।

600 GPU से महीने में 2 इथेरियम बनते हैं। एक की कीमत 1.5 से 2 लाख रुपए है। यह रूस-यूक्रेन युद्ध के पहले इसकी कीमत 4 लाख से अधिक थी। प्रकाश कहते हैं कि भविष्य डिजिटल करेंसी का ही है। छत्तीसगढ़ सरकार मदद करे तो रायपुर में ही ब्लॉकचेन डाटा एंड एजुकेशन सेंटर और क्रिप्टो एक्सचेंज भी ला सकते हैं। इससे युवाओं को ब्लॉकचेन की शिक्षा मिलेगी, रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और युवा बाहर नहीं जाएंगे।

छत्तीसगढ़ के सुखरी स्थित क्रिप्टो माइनिंग साइट्स में माइनिंग की जानकारी देते हुए प्रकाश टांक।

राज्य में 10 हजार से ज्यादा इनवेस्टर्स
प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी के लेनदेन का अपडेट रिकार्ड नहीं है, लेकिन इससे जुड़े लोगों के अनुसार प्रदेश में 2016 से 2020 के बीच 70 हजार बिटकाॅइन का लेनदेन हो चुका है। पिछले डेढ़ साल का रिकार्ड अभी उपलब्ध नहीं है। अब यहां इनवेस्टर्स की संख्या बढ़कर 10 हजार से अधिक हो गई है।

जानकारों के मुताबिक प्रदेश में क्रिप्टो का चलन बढ़ रहा है और अब तक ठगी के मामले सामने नहीं आए हैं। केंद्र सरकार ने इसे नियमों में बांधने की घोषणा की है, लेकिन अब तक नियम जारी नहीं हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2022-23 के बजट भाषण में कहा था कि रिजर्व बैंक जल्दी ही डिजिटल रुपया लांच करेगा, लेकिन अभी यह भी नहीं आया।

बिटकॉइन पहली करेंसी जिसकी माइनिंग 140 साल चलेगी
जापान के सातोशी नकामोटो क्रिप्टो के जनक हैं। शुरुआत 9 जनवरी 2009 को डिजिटल करेंसी बिटकॉइन के रूप में की थी। इसमें ऐसी प्रोग्रामिंग की गई है कि माइनिंग 140 साल तक चलेगी। इसमें 2.10 करोड़ बिटकॉइन हैं। प्रकाश टांक के मुताबिक हर 10 मिनट में एक ब्लॉक बनता है। 1 ब्लॉक में 50 बिटकॉइन निकलते थे, हर 4 साल में इसकी माइनिंग आधी हो जाती है।

जैसे 2009 में हर 10 मिनट में 50 बिटकॉइन माइनिंग से निकाल कर दुनिया में आते थे। आज 10 मिनट में सिर्फ 6.25 बिटकॉइन ही निकल रहे हैं, क्योंकि पजल्स कठिन होती जा रही हैं। इसे टेक्निकल भाषा में माइनिंग डिफिकल्टी बढ़ना भी कहते हैं।

दरअसल बिटकाॅइन ही दुनिया की सबसे पसंदीदा क्रिप्टो करेंसी है। इसके बाद इथेरियम, बी न बी, सोलाना, गाला, तिथर, लाइटक्वाइन और डॉजक्वाइन का नंबर आता है। छत्तीसगढ़ में आज 75 हजार से ज्यादा क्रिप्टो होल्टर हैं, जिनके पास यह करेंसी है। एक बिटकॉइन की वर्तमान कीमत लगभग 24 लाख रुपए तथा इसके बाद एथिरियम का रेट 1.50 लाख रुपए है।

एक अनुमान के मुताबिक छत्तीसगढ़ में 2016 से 2020 के बीच 70 हजार का लेनदेन हो चुका है।

माइनिंग सेटअप का तगड़ा खर्च
केवल GPU में ही 6 करोड़ का इन्वेस्टमेंट है। अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का खर्च अलग से। इसमें हर महीने 30-40 किलो वाट बिजली की खपत होती है, यानी 1 लाख रुपए महीने का बिजली बिल। 24 घंटे सातों दिन हाई स्पीड इंटरनेट जरूरी है। प्रदेश में जो सिस्टम लगा है, उस पर नजर रखने के लिए 3 युवा ITI डिप्लोमा होल्डर ड्यूटी पर लगे हैं। इन पर होने वाला खर्च भी इसी में शामिल है।

ऐसी है क्रिप्टो की दुनिया

1. क्रिप्टो करेंसी क्या है ?
यह एक डिजिटल करेंसी है। न हम इसे छू सकते हैं, न ये दिखाई देती है। इसका पूरा कारोबार ऑनलाइन होता है। क्रिप्टो करेंसी का लेनदेन पूरी दुनिया में हो रहा है, हालांकि इसमें शामिल होने वाले अभी सीमित हैं। इसे जानने के लिए क्रिप्टो माइनिंग को समझना होगा।

2. क्या है क्रिप्टो माइनिंग ?
बड़े कंप्यूटर, एसिक मशीन, ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (GPU) से कनेक्ट होते हैं और खास फॉर्मूले यानी एल्गोरिथम, प्रॉब्लम और सरल भाषा में कहें तो पहेली को हल करते हैं और काॅइन जनरेट करते हैं। इसे ही माइनिंग कहते हैं। क्रिप्टो करेंसी इसी से बनती है।

3. कहां है इसका बाजार ?
क्रिप्टो करेंसी से आज दुनियाभर में लेन-देन हो रहा है। इसे दो तरह से खरीद सकते हैं, जिसमें महत्वपूर्ण है क्रिप्टो एक्सचेंज। दुनियाभर इसके एक्सचेंज हैं। भारत में वजीरएक्स, जेबपे, क्वाइनस्विच कुबेर प्रमुख एक्सचेंज है, ये 24 घंटे चलते हैं।

इकानॉमी की क्रांतिकारी तकनीक: एक्सपर्ट
ब्लॉकचेन एक डिजिटल बहीखाता है। इसके ट्रांजैक्शन चेन में जुड़े हर कंप्यूटर पर दिखाई देते हैं। यह क्रिप्टोकरेंसीज की बैकबोन है। ब्लॉकचेन को भविष्य की अर्थव्यवस्था के लिए क्रांतिकारी तकनीक माना जा रहा है। इसमें इंटरनेट, पर्सनल ‘की’ की क्रिप्टोग्राफी अर्थात् जानकारी को गुप्त रखना और प्रोटोकॉल पर नियंत्रण रखना शामिल है। क्रिप्टो-करेंसियों के अलावा ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग सूचना प्रौद्योगिकी, डाटा प्रबंधन और सरकारी योजनाओं का लेखा-जोखा, बैंकिंग और बीमा क्षेत्र में होता है।
-डॉ. पद्मावती श्रीवास्तव, एसोसिएट प्रोफेसर, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग, BIT, रायपुर

भारत के दिग्गज क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स | What are some of the crypto trading platforms in India

भारत के दिग्गज क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 2018 में भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि, पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रतिबंध को हटा दिया था। यह भारतीय निवेशकों खासकर डिजिटल रूप से कुशल लोगों के लिए स्वागत योग्य कदम था। क्रिप्टो बाजार में निवेश और व्यापार में व्यस्त भारतीयों के साथ साथ क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और बिटकॉइन एक्सचेंजों की बढ़ती संख्या इस बात की गवाही देती है।

बिनेंस एक्सचेंज को दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो प्लेटफॉर्म माना जाता है, लेकिन भारत में भी कुछ लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म हैं।

  • वज़ीरएक्स एक भारतीय बिटकॉइन और क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज है जहां आप इथीरियम, रिप्पल, लिटकॉइन और बिटकॉइन में ट्रेडिंग कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए आपको स्पॉट प्लेटफॉर्म पर 0.2% चार्ज देना होगा। वज़ीरएक्स के दावों की मानें तो इसकी प्रमुख विशेषताओं में शामिल है इसका इस्तेमाल करना आसान है, लेन-देन तेजी के साथ होता है और विश्वस्तरीय सुरक्षा इंतजाम है। वज़ीरएक्स पी2पी ट्रांजैक्शन की भी सुविधा प्रदान करता है।
    भारत में शीर्ष क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल है, खासकर नौसिखिये लोगों के लिए। आप इसके ग्राहकों के अनुकूल प्लेटफॉर्म पर तत्काल लेनदेन के माध्यम से अपना क्रिप्टो पोर्टफोलियो बना सकते हैं। विशेषज्ञ ट्रेडर कॉइन डीसीएक्स का उपयोग सिंगल एक्सेस के माध्यम से और बहुत कम स्प्रेड के साथ कर Bitcoin Trader क्या है? सकते हैं। उपयोगकर्ता 0.1% ट्रेडिंग शुल्क देकर 250 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी में इसके स्पॉट ट्रेडिंग, मार्जिन और फ्यूचर प्लेटफॉर्म पर खरीद और बिक्री कर सकते हैं। आप इसकी विकेन्द्रीकृत उधार सेवा में भी निवेश कर सकते हैं। का उपयोग 15 लाख से अधिक लोग करते हैं और यह भारत में सबसे पुराने क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म में से एक है। यह ऑफलाइन डेटा स्टोरेज और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन के साथ सुरक्षा का भरोसा देता है। यूपीआई और बैंक हस्तांतरण की भी अनुमति है। हालांकि, बिटकॉइन ट्रेडिंग चार्ज 0.7% वसूला जाता है जो कि काफी अधिक है।
    नौसिखियों के लिए एक अन्य लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है। यह ग्रेड-ए सुरक्षा का दावा करता है और ऑफ़लाइन कोल्ड स्टोरेज में 95% स्टोरेज के अभ्यास का पालन करता है। बिटबन्स बिटकॉइन बेचने और खरीदने के लिए यूपीआई और बैंकिंग हस्तांतरण की सुविधा देता है और साथ ही पी2पी जमा भी स्वीकार करता है। इसका ट्रेडिंग शुल्क 0.03% से 0.25% तक है। क्रिप्टोकरेंसी को सुरक्षित रूप से भेजने और प्राप्त करने के लिए एक क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है जो कि वॉलेट सेवा भी प्रदान करता है। यह 2014 से क्रिप्टोकरेंसी बाजार में है और इसने 30 लाख से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान की है। एक अतिरिक्त सुरक्षा सुविधा के रूप में ज़ेबपे में आउटगोइंग लेनदेन को अक्षम करने की सुविधा है। बनाने वाले पर ट्रेडिंग शुल्क 0.15%, लेने वाले पर 0.25% और इंट्राडे पर 0.1% है।

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 2018 में भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि, पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रतिबंध को हटा दिया था। यह भारतीय निवेशकों खासकर डिजिटल रूप से कुशल लोगों के लिए स्वागत योग्य कदम था। क्रिप्टो बाजार में निवेश और व्यापार में व्यस्त भारतीयों के साथ साथ क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और बिटकॉइन एक्सचेंजों की बढ़ती संख्या इस बात की गवाही देती है।

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