ट्रेड प्लान में क्या है?

वहीं, अगर आप संगीत और आर्ट के भी शौकीन हैं तो फेयर में आपको हर राज्य का कल्चरल संगीत सुनने को मिलेगा. साथ ही हर राज्य के बनाए गए फूड कार्नर भी वहां का पारंपरिक खाना भी चखने ट्रेड प्लान में क्या है? को मिलेगा.
ट्रेड प्लान में क्या है?
निर्माण अनुमति के लिए आवेदन देते समय किन-किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है ?
- निम्नलिखित दस्तावेज नगर पालिका में निर्माण की अनुमति ट्रेड प्लान में क्या है? के आवेदन के लिए आवश्यक हैं:
- निर्माण की अनुमति के लिए निर्धारित आवेदन पत्र
- प्लॉट की नोटरीकृत रजिस्ट्री
- नजूल की इन. ओ. सी / बी. डी. ए इन. ओ. सी ट्रेड प्लान में क्या है? / आवास विकास इन. ओ. सी ( जो भी लागू हो )
- निर्माण की अनुमति के लिए शपथ पत्र
- नक्शा / साइट प्लान (एक मूल फिल्म और सात ब्लूप्रिंट का एक सेट)
- नगर पालिका से प्राप्त इन. ओ. सी संबंधित वार्ड की
- सक्षम संरचनात्मक इंजीनियर / एजेंसी द्वारा भूकंप की संरचनात्मक स्थिरता का प्रमाणपत्र
जन्म / मृत्यु पंजीकरण के लिए सूचना उपलब्ध कराने की समय सीमा क्या है ?
मौत के मामले में पंजीकरण के लिए जानकारी प्रदान करने के लिए समय सीमा 7 दिन है और जन्म के मामले में समय सीमा 14 दिनों की है।
अंतरराष्ट्रीय ट्रेड फेयर में 2 दिन में पहुंचे 1 लाख से ज़्यादा लोग, जानें - इस बार क्या है खास
इस बार डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नॉलेजी ने भी ट्रेड फेयर में अपने प्रोडक्ट लॉन्च किए हैं. (फाइल फोटो)
दिल्ली के प्रगति मैदान में 41वां अन्तर्राष्ट्रीय ट्रेड फेयर का आयोजन किया जा रहा है. 14 नवंबर से फेयर का आगाज हो गया है, लेकिन उसे केवल बिज़नेस क्लास के लोगों के लिए खोला गया था. आम जनता के लिए इसे 19 नवंबर से खोला गया है, जो 27 नवंबर तक चलेगा.
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आईटीपीओ के चैयरमेन प्रदीप सिंह खरोला के मुताबिक अब तक 1 लाख से ज्यादा लोग इन दो दिनों में फेयर में आ चुके हैं. वहीं, अब ये संख्या और बढ़ेगी.
मेले में क्या खास है इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा ट्रेड प्लान में क्या है? कि इस बार के ट्रेड फेयर में लद्दाख का स्टॉल भी लगा है. 3 साल पहले यूटी में शामिल होने के बाद इस साल लद्दाख ने ट्रेड फेयर में भाग लिया है. लोग वहां के सामान को भी पसंद कर रहे है.
वहीं, ट्रेड फेयर में बिहार, झारखंड और महाराष्ट्र भागीदार राज्य हैं, जबकि उत्तर प्रदेश और केरल को ट्रेड प्लान में क्या है? फोकस राज्य का दर्जा दिया गया है. मेले में 29 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश शामिल हुए हैं. साथ ही अफगानिस्तान, बांग्लादेश, बहरीन, बेलारूस, ईरान, नेपाल, थाईलैंड, तुर्की, यूएई, वियतनाम, चीन, टयूनिशिया, लेबनान, तुर्की ने भी फेयर में हिस्सा लिया है.
बता दें कि इस बार डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नॉलेजी ने भी ट्रेड फेयर में अपने प्रोडक्ट लॉन्च किए हैं, जिसमें हार्ट के लिए स्टेंट भी शामिल है. जिस ट्रेड प्लान में क्या है? स्टेंट की कीमत अस्पतालों में 40-50 हज़ार रुपये से शुरू होती है, वही स्टेंट फेयर में 15-20 हज़ार में ही मिल रहा है. साथ ही भारत के बनाए गए स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रोडक्ट से आम जनता को भी अपनी जेब ज्यादा खाली नहीं करनी पड़ेगी.
International Trade Fair 2022: दिल्ली पवेलियन में आइए और सरकार का फ्यूचर प्लान जान लीजिए
14 नवंबर से 27 नवंबर तक दिल्ली के प्रगति मैदान में 41वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (41st International Trade Fair 2022) का आयोजन होगा. इस ट्रेड फेयर में दिल्ली सरकार के फ्यूचर प्लान क्या है ये लोगों को बताया जाएगा.
नई दिल्ली: दिल्ली के प्रगति मैदान में इस साल आयोजित हो रहे 41वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (41st International Trade Fair 2022) में घूमने के दौरान पर्यटक दिल्ली पवेलियन में केजरीवाल सरकार द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर, बिजली, पानी, ट्रांसपोर्ट, टूरिज्म, महंगाई कम कर जनता को राहत देने, व्यापार को बढ़ावा देने सहित जनता की बेहतरी के लिए किए जा रहे सरकार के तमाम प्रयासों के बारे में जान सकेंगे. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (ट्रेड प्लान में क्या है? Delhi Deputy Chief Minister Manish Sisodia) ने अधिकारियों के साथ बैठक कर इसकी तैयारियों का जायजा लिया.
सस्ती होंगी दवाएं, ट्रेड मार्जिन रैशनलाइजेशन फॉर्मूला जल्द लागू कर सकती है सरकार
देश में इलाज को किफायती बनाने और दवाओं की कीमत ट्रेड प्लान में क्या है? घटाने के लिए सरकार तेजी से काम कर रही है. दवाओं की कीमत कम करने के लिए सरकार ट्रेड मार्जिन रैशनलाइजेशन (TMR) फॉर्मूला को लागू करना चाहती है. इस मुद्दे पर नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) ने पिछले हफ्ते सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ एक बैठक की. इस बैठक में आए सभी नुमाइंदों से इस मामले पर अपने-अपने सुझाव देने के ट्रेड प्लान में क्या है? लिए कहा गया है. NPPA वही संस्था है जो देश में अनुसूचित दवाओं की अधिकतम खुदरा मूल्य तय करती है. सरकार की कोशिश फार्मा सेक्टर के अलग-अलग पक्षों से मिलकर ट्रेड प्लान में क्या है? दवाओं की कीमतें घटाने का कोई कारगर प्लान तैयार करना है. दवाएं सस्ती हों तो इलाज अपने आप सस्ता हो जाएगा और इससे देश की बड़ी आबादी को राहत मिलेगी.
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सही प्लान से छू सकते हैं सक्सेस को
बिजनेस को आप भले ही कितने ही बड़े स्तर पर मार्केट में लॉन्च कर दें लेकिन अगर आपके पास अच्छी मार्केटिंग स्ट्रेटिजी नहीं है तो आप अपने बिजनेस को फायदा नहीं पहुंचा सकेंगे। यह बात सभी जानते हैं कि किसी भी बिजनेस को सफल बनाने के लिए कस्टसर्म की जरूरत होती है। अगर कस्टमर्स आपके प्रोडक्ट्स या सर्विसेज को पसंद करेंगे तो आपका बिजनेस अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ेगा। आगे बढऩे के लिए आपके पास मार्केटिंग प्लान होना जरूरी है। जानें, सफल मार्केटिंग प्लान में क्या होना चाहिए।
ट्रेड शोज में शामिल हों
अपने बिजनेस की मार्केटिंग के लिए आपको ट्रेड शोज में हिस्सा लेना चाहिए। अगर आपको किसी ट्रेड शो में ट्रेड प्लान में क्या है? पहले से ही बूथ नहीं मिला है तो आपको किसी ऐसे बिजनेस की तलाश करनी चाहिए जो आपके साथ अपना स्पेस शेयर करने के लिए तैयार हो। अगर आप बूथ नहीं लगाना चाहते तो आप एग्जीबिटर्स के साथ बिजनेस कर सकते हैं। इस तरह ट्रेज शोज में हिस्सा लेने से आपका बिजनेस सबकी नजरों में आएगा और आपको इसका फायदा होगा।