विदेशी मुद्रा विकल्प क्या है

Published - Monday, 07 November, 2022
विदेशी मुद्रा विकल्प क्या है
बाइनरी ऑप्शन ट्रेडिंग स्टॉक, कमोडिटीज और मुद्राओं सहित बाजारों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है, जबकि विदेशी मुद्रा बाजार ट्रेडों का एक बहुत छोटा विकल्प प्रदान करता है। हालांकि विदेशी मुद्रा व्यापार मुख्य रूप से चार प्रमुख मुद्रा जोड़े में होता है, फिर भी कई और जोड़े उपलब्ध हैं।
क्या बाइनरी में फॉरेक्स है?
Binary.com ग्राहक रविवार 21:00 GMT से शुक्रवार 21:00 GMT तक विदेशी मुद्रा व्यापार कर सकते हैं।
क्या बाइनरी ट्रेडिंग विकल्प के समान है?
एक द्विआधारी विकल्प एक प्रकार का विकल्प है जिसमें आपका लाभ/हानि पूरी तरह से हां/नहीं बाजार प्रस्ताव के परिणाम पर निर्भर करता है: एक द्विआधारी विकल्प व्यापारी या तो एक निश्चित लाभ या निश्चित हानि कमाएगा।
IQ Option बाइनरी है या फॉरेक्स?
IQOption एक द्विआधारी विकल्प दलाल के रूप में शुरू हुआ, लेकिन विदेशी मुद्रा, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF), स्टॉक, क्रिप्टोकरेंसी, इंडेक्स और डिजिटल विकल्पों पर CFDs प्रदान करता है।
विदेशी मुद्रा और द्विआधारी विकल्प के बीच कौन सा बेहतर है?
विदेशी मुद्रा व्यापार अधिक अस्थिर है, अनुसंधान और व्यापार निगरानी के लिए अधिक समय की आवश्यकता होती है और लीवरेज्ड ट्रेडिंग की अनुमति देता है। द्विआधारी विकल्प आपको एक सीधे उत्पाद के साथ कई वित्तीय बाजारों पर सट्टा लगाने की अनुमति देता है जहां शुरू से ही लागत और जोखिम स्पष्ट हैं।
क्या द्विआधारी विकल्प ट्रेडिंग अवैध है?
द्विआधारी विकल्प कानूनी हैं और यूएस में व्यापार के लिए उपलब्ध हैं लेकिन उन्हें एक विनियमित यूएस एक्सचेंज पर कारोबार किया जाना चाहिए। ये एक्सचेंज नामित अनुबंध बाजार (डीसीएम) हैं। कुछ द्विआधारी विकल्प पंजीकृत एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध हैं या डीसीएम पर कारोबार करते हैं जो सीएफटीसी या एसईसी द्वारा निरीक्षण के अधीन हैं।
मैं बाइनरी के साथ विदेशी मुद्रा कैसे व्यापार करूं?
- चरण 1: एक ऑनलाइन विदेशी मुद्रा ब्रोकर चुनें। शुरू करने से पहले, आपके पास एक विदेशी मुद्रा मंच के साथ एक खाता होना चाहिए जो द्विआधारी विकल्प ट्रेडिंग की अनुमति देता है।
- चरण 2: एक मुद्रा जोड़ी चुनें।
- चरण 3: एक द्विआधारी विकल्प चुनें।
- चरण 4: कॉल या पुट के लिए विकल्प सेट करें।
- चरण 5: एक समाप्ति सेट करें।
- चरण 6: पुरस्कार प्राप्त करें।
विदेशी मुद्रा में द्विआधारी विकल्प क्या हैं?
एक द्विआधारी विकल्प एक प्रकार का विकल्प अनुबंध है जिसमें भुगतान पूरी तरह से हां/नहीं प्रस्ताव के परिणाम पर निर्भर करेगा। हाँ/नहीं का प्रस्ताव आम तौर पर इस बात से संबंधित होता है कि क्या किसी विशेष परिसंपत्ति की कीमत जो कि द्विआधारी विकल्प के अंतर्गत आती है, एक निर्दिष्ट राशि से ऊपर या नीचे गिर जाएगी।
कौन सा बाइनरी ट्रेडिंग ऐप सबसे अच्छा है?
द्विआधारी विकल्प ट्रेडिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ मोबाइल ऐप्स
- मोबाइल ट्रेडिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ: विशेषज्ञ विकल्प।
- CFD ट्रेडिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ: IQ Option।
- बेस्ट ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म: पॉकेट ऑप्शन।
- सर्वश्रेष्ठ बोनस: रेसऑप्शन।
- वीआईपी ट्रेडर्स के लिए सर्वश्रेष्ठ: बिनोमो।
क्या द्विआधारी विकल्प ट्रेडिंग कानूनी है?
बाइनरी ट्रेडिंग अवैध क्यों है?
जबकि सैद्धांतिक परिसंपत्ति मूल्य निर्धारण में द्विआधारी विकल्प का उपयोग किया जा सकता है, वे अपने अनुप्रयोगों में धोखाधड़ी के लिए प्रवण होते हैं और इसलिए जुआ के रूप में कई न्यायालयों में नियामकों द्वारा प्रतिबंधित कर दिया जाता है। यूरोपीय प्रतिभूति और बाजार प्राधिकरण (ईएसएमए) ने खुदरा द्विआधारी विकल्प व्यापार पर प्रतिबंध लगा दिया है।
जरुरी जानकारी | सेबी ने स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति, हटाने के लिये नये विकल्प पेश किये
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने कंपनियों के निदेशक मंडल में स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति और उन्हें हटाने को लेकर नया विकल्प पेश किया है। इससे इस मामले में लचीलापन आएगा।
नयी दिल्ली, 15 नवंबर भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने कंपनियों के निदेशक मंडल में स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति और उन्हें हटाने को लेकर नया विकल्प पेश किया है। इससे इस मामले में लचीलापन आएगा।
इसके तहत स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति और उन्हें हटाने के लिये दो मानदंड अपनाये जा सकते हैं। ये हैं. साधारण बहुमत से पारित प्रस्ताव और अल्पांश शेयरधारकों का बहुमत।
वर्तमान में, स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति, पुनर्नियुक्ति या निष्कासन एक विशेष प्रस्ताव के माध्यम से किया जाता है। एक विशेष प्रस्ताव के पारित होने के लिये कंपनी के निदेशक मंडल से समर्थन में 75 प्रतिशत वोटों की आवश्यकता होती है।
सेबी की मंगलवार को जारी विदेशी मुद्रा विकल्प क्या है अधिसूचना के अनुसार, इसे प्रभाव में लाने के लिये सूचीबद्धता बाध्यता और खुलासा जरूरत (एलओडीआर) नियम में संशोधन किया गया है।
वैकल्पिक व्यवस्था के तहत अगर स्वतंत्र निदेशक की नियुक्ति के लिये विशेष प्रस्ताव को जरूरी बहुमत नहीं मिलता है, तब दो अन्य मानदंडों. साधारण बहुमत से पारित प्रस्ताव और अल्पांश शेयरधारकों का बहुमत. को अपनाया जा सकता है।
अगर प्रस्ताव एक ही मतदान प्रक्रिया में उपरोक्त दोनों मानदंडों को पूरा कर लेता है, तो यह माना जाएगा कि स्वतंत्र निदेशक की नियुक्ति के प्रस्ताव को शेयरधारकों ने मंजूरी दे दी है।
सेबी ने कहा, ‘‘यदि स्वतंत्र निदेशक की नियुक्ति के लिये विशेष प्रस्ताव को जरूरी बहुमत नहीं मिलता है, लेकिन प्रस्ताव के पक्ष में डाले गये वोट, उसके खिलाफ डाले गये मतों से अधिक है और सार्वजनिक शेयरधारकों के पक्ष में किया गया मतदान, खिलाफ में डाले गये वोट से अधिक हैं, तो यह माना जाएगा कि स्वतंत्र निदेशक की नियुक्ति को मंजूरी मिल गयी है।’’
यह मानदंड इस वैकल्पिक व्यवस्था के तहत नियुक्त स्वतंत्र निदेशक को हटाने के मामले में भी लागू होगा।
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नए विकल्प: विदेशी मुद्रा रिजर्व से आय बढ़ाने के लिए RBI की नई रणनीति, निवेश के अलग-अलग विकल्पों पर नजर
कोरोना के कारण वैश्विक ब्याज दरों में भारी गिरावट देखी जा रही है। ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक विदेशी मुद्रा रिजर्व से आय बढ़ाने के लिए निवेश के अलग-अलग विकल्पों पर काम कर रही है। रॉयटर्स के मुताबिक वर्तमान में आरबीआई का विदेशी मुद्रा रिजर्व 560.63 अरब डॉलर है।
महामारी का असर
रॉयटर्स के मुताबिक भारतीय सेंट्रल बैंक अब तक गोल्ड, सॉवरेन डेट और अन्य रिस्क फ्री डिपोजिट में निवेश करता रहा है। लेकिन 2020 में कोरोना महामारी के कारण दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों ने ब्याज दरों में कटौती किए, जिसमें अमेरिकी सेंट्रल बैंक भी शामिल है। इससे आरबीआई को मिलने वाले रिटर्न में कमी आई है। अब आरबीआई ने गोल्ड में निवेश बढ़ाने का फैसला लिया है। रॉयटर्स के मुताबिक आरबीआई गोल्ड के साथ-साथ डॉलर और AAA रेटेड कॉर्पोरेट बांड में पहली बार निवेश बढ़ा रहा है।
नए निवेश से पहले सतर्कता
आधिकारिक बयान के मुताबिक आरबीआई, AAA रेटेड कॉर्पोरेट डॉलर बांड्स में निवेश की संभावनाओं को परख रहा है, जो वर्तमान में सॉवरेन क्रेडिट से बेहतर रिटर्न दे रहे हैं। इससे पहले आरबीआई ने इस तरह के निवेश नहीं किए हैं, इसलिए आरबीआई निवेश से पहले सतर्कता बरत रही है। बयान में कहा गया कि वर्तमान में रुपए का भाव भी अनुरूप है। दूसरी ओर विदेशी निवेशक लगातार भारतीय स्टॉक मार्केट में निवेश कर रहे हैं। क्योंकि उनको बेहतर रिटर्न मिल रहा है। 2020 में देश में एफडीआई से भी डॉलर की आमदनी बढ़ी है। क्योंकि आरआईएल विदेशी मुद्रा विकल्प क्या है जैसी कंपनियों में विदेशी निवेशकों ने हिस्सेदारी खरीदी है।
भारत में विदेशी निवेश
रॉयटर्स के मुताबिक डॉलर की खरीद लगातार बढ़ेगी। क्योंकि सरकार और आरबीआई दोनों के लिए 73-75 रुपए प्रति डॉलर की रेंज ठीक-ठाक है। चालू वित्त वर्ष में देश की जीडीपी में गिरावट का अनुमान है फिर भी विदेशी निवेश में अच्छी बढ़त देखने को मिली रही। रॉयटर्स के मुताबिक अक्टूबर में विदेशी निवेशकों ने 2.52 बिलियन डॉलर के शेयर खरीदें और 2020 में अब तक कुल 6.47 बिलियन डॉलर का निवेश किया जा चुका है। जबकि विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 2020 में 13.98 बिलियन डॉलर के बांड बेचे और अक्टूबर में 459.30 मिलियन डॉलर के खरीदें हैं।
रुपए में गिरावट
दूसरी ओर रुपए का भाव अक्टूबर में लगातार तीसरे महीने नीचे फिसला। एशियाई करेंसी में रुपए में यह गिरावट सबसे बुरी रही। रॉयटर्स के मुताबिक 10 साल का यील्ड वैश्विक ब्याज दरों की तुलना में लगभग 6% रही, जो जीरो या निगेटिव हैं। इसलिए आने वाले दिनों में निवेश में बढ़त देखी जा सकती है और आरबीआई आगे भी रुपए की मजबूती के लिए डॉलर को खरीदेगा। सूत्रों के मुताबिक रिजर्व बैंक ने गोल्ड में निवेश करना शुरु भी कर दिया है। रॉयटर्स के मुताबिक भारत का गोल्ड रिजर्व 23 अक्टूबर तक 36.86 बिलियन डॉलर का रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 30.89 बिलियन रहा था।
Indian Railways: अब घर बैठे बुक कर लें ऑनलाइन जेनरल टिकट, UTS मोबाइल से इस तरह करें बुक, जानें पूरा प्रोसेस
Indian Railways ने यात्रियों की सुविधा के लिए अब 20 किमी के दायरे में Online Unreserved Tickets बुक करने की सुविधा दी है. आप UTS App से टिकट बुक कर सकते हैं. जानिए क्या है ये ऐप-
Updated: November 15, 2022 3:24 PM IST
Indian Railways: भारतीय रेलवे ने यात्रियों को गैर-उपनगरीय क्षेत्र में एक स्टेशन से 20 किलोमीटर तक अनारक्षित टिकट प्रणाली (UTS) मोबाइल ऐप के माध्यम से अनारक्षित टिकट बुक करने की अनुमति दी है. उपनगरीय क्षेत्रों में दूरी पिछले 2 किमी से बढ़ाकर 5 किमी कर दी गई है. अब लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए सामान्य डिब्बों में यात्रा करने वाले यात्रियों को इससे बहुत फायदा होगा. इसकी काफी समय से मांग की जा रही थी. रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में सभी जोन को संशोधित निर्देश जारी कर दिया है और यह लागू भी हो गया है.
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भारतीय रेलवे नेटवर्क का और विस्तार करने और प्रतिबंधों में ढील देने के लिए तैयार है. प्रेस नोट में कहा गया है, “कोई भी जोनल रेलवे जो 5 किमी के इस प्रतिबंध को 10 किमी तक और बढ़ाना चाहता है, वह सीआरआईएस को वांछित वास्तविक दूरी प्रतिबंध के बारे में सूचित करेगा.”
अगर बिना रिजर्वेशन यात्रा करनी हो तो UTS App है ना
अगर बिना रिजर्वेशन सफर करना हो तो अनारक्षित या अनरिजर्व्ड टिकट खरीदने के लिए यूटीएस ऑन मोबाइल ऐप (UTS App) एक शानदार विकल्प है. अनारक्षित टिकट बुकिंग प्रणाली से जुड़ी डिटेल्स जानने के लिए www.utsonmobile.indianrail.gov.in वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते हैं.
इसके जरिए प्लेटफॉर्म टिकट और सीजन टिकट बुकिंग और Renewal की भी सुविधा मिलती है. UTS App Android और IOS दोनों के लिए उपलब्ध है. इसके जरिए हार्ड कॉपी और पेपरलेस टिकट, दोनों पाने का विकल्प मिलता है. इस ऐप को हिंदी में भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
UTS मोबाइल ऐप से ऐसे बुक करें रेल टिकट
सबसे पहले बुक टिकट के अंतर्गत मेनू से सामान्य बुकिंग चुनें. प्रस्थान और आगमन स्टेशनों के नाम/कोड दर्ज करें. टिकट का प्रकार चुनें, जैसे एक्सप्रेस, डाक या यात्री.
डैशबोर्ड से, प्लेटफ़ॉर्म बुकिंग विकल्प चुनें कि आप कितने लोगों के लिए प्लेटफॉर्म टिकट आरक्षित करना चाहते हैं.
रेलवे स्टेशन पर क्यूआर कोड इंस्टालेशन पर जाएं. यूटीएस टिकटिंग के बुक टिकट मेनू से क्यूआर बुकिंग विकल्प चुनें.
ऐप का इस्तेमाल करते हुए क्यूआर कोड को स्कैन करें.
गंतव्य स्टेशन का नाम या कोड चुनने के बाद अन्य विकल्प भरें.
UTS ऐप के फायदे
UTS App का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इससे टिकट खरीदने के लिए लाइन में लगने की जरूरत नहीं है.
ऐप से बुक टिकट को बिना इंटरनेट कनेक्शन ऑफलाइन मोड में टीटीई को दिखाया जा सकता है.
आखिरी वक्त में यात्रा की प्लानिंग की हो तो यह ऐप बेहद मददगार साबित हो सकता है.
यह ऐप पूरी तरह कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देता है.
इंटरनेट बैंकिंग, यूपीआई, डेबिट-क्रेडिट कार्ड, वॉलेट आदि सभी तक के पेमेंट मोड को सपोर्ट करता है.
रेल वॉलेट की सुविधा का इस्तेमाल करने वाले यात्रियों को कुछ छूट भी मिलती है.
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सीनियर न्यूज एंकर चित्रा त्रिपाठी की ‘आजतक’ में वापसी
by समाचार4मीडिया ब्यूरो
Published - Monday, 07 November, 2022
सीनियर टीवी जर्नलिस्ट और जानी-मानी न्यूज एंकर चित्रा त्रिपाठी ने हिंदी न्यूज चैनल ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) में अपनी पारी को विराम दे दिया है। कुछ समय पहले ही उन्होंने यहां पर बतौर सीनियर एडिटर (स्पेशल प्रोजेक्ट्स) जॉइन किया था। ‘एबीपी न्यूज’ के साथ चित्रा त्रिपाठी की यह दूसरी पारी थी। चित्रा त्रिपाठी की अब ‘आजतक’ (AajTak) में वापसी हो गई है। यहां उन्होंने बतौर एडिटर (स्पेशल प्रोजेक्ट्स) जॉइन किया है। अंदरखाने के सूत्रों की मानें तो 'आजतक' से जाने के बाद चित्रा को लगने लगा था कि उनके लिए यही चैनल बेहतर है और इसी वजह से उन्होंने 'आजतक' में वापसी का निर्णय लिया।
बता दें कि पिछले दिनों ‘एबीपी न्यूज’ को जॉइन करने से पहले भी चित्रा त्रिपाठी ‘आजतक’ से करीब पौने चार साल से जुड़ी हुई थीं और बतौर एडिटर व सीनियर एंकर अपनी जिम्मेदारी संभाल रही थीं। चित्रा ‘आजतक’ पर शाम पांच बजे का डिबेट शो ‘दंगल’ कर रही थीं। शाम पांच बजे तकरीबन सभी न्यूज चैनल्स पर डिबेट का कार्यक्रम होता है, जिसमें ‘दंगल’ TRP में नंबर वन है। इसके अलावा चित्रा शाम सात बजे न्यूज बुलेटिन ‘शंखनाद’ कर रही थीं।
‘आजतक’ से पहले भी चित्रा त्रिपाठी ‘एबीपी न्यूज’ से जुड़ी हुई थीं। वह ‘एबीपी न्यूज’ में ‘2019 कौन जीतेगा’ शो करती थीं, साथ ही उनके पास 'प्रेस कॉन्फ्रेंस' जैसा बड़ा वीकली प्रोग्राम भी था। ‘एबीपी’ में उन्हें सियाचिन में की गई रिपोर्टिंग के लिए बेस्ट रिपोर्टर का अवॉर्ड भी मिल चुका है, जबकि #कौनबनेगामुख्यमंत्री, #मोदीकेचारसाल और #बिहारकानेता कैसा हो, जैसे फ्लैगशिप शो जो लोगों के बीच जाकर किए गए, के जरिये उन्हें बड़ी पहचान मिली और एबीपी प्रबंधन ने उन्हें सम्मानित किया।
चित्रा त्रिपाठी इंडस्ट्री में अपनी पॉलिटिकल एंकरिंग/रिपोर्टिंग के लिए जानी जाती हैं। चुनाव के दौरान उनका फील्ड में उतरना उनकी यूएसपी (USP) मानी जाती है। कई-कई घंटों तक नॉनस्टॉप काम करके चित्रा ने अपनी अलग पहचान बनाई है। ।
यूपी के एक गांव में आधी रात को की गई उनकी एक बड़ी स्टोरी, जिसमें बीजेपी विधायक के घर बिजली और पूरे गांव में अंधेरे पर रिपोर्टिंग थी, जिसके बाद यूपी सरकार के बिजली मंत्री ने तीन दिन के अंदर गांव में खंभे लगवाए और आजादी के बाद वहां पहली बार लोगों के घरों में बिजली आई। सपा सरकार के बिजली मंत्री के गांव में भी उन्होंने बिजली पर रात के अंधेरे में रिपोर्टिंग की तो पता चला मंत्रीजी ने अपने धर्म के लोगों के घरों में बिजली पहुंचाई और दूसरे घरों में अंधेरा-कार्यक्रम का नाम था हिंदुओं के घर में अंधेरा। जहां बाद में बिजली पहुंची। फेसबुक के माध्यम से अयोध्या की एक बूढ़ी अम्मा के साथ भोजपुरी में की गई राम मंदिर पर उनकी बातचीत को तीन करोड़ से ज्यादा लोगों ने देखा था।
‘एबीपी न्यूज’ के पहले चित्रा ‘इंडिया न्यूज’ चैनल में एसोसिएट एडिटर/प्राइम टाइम न्यूज एंकर थीं। चित्रा ने खास उपलब्धि हासिल करने वाली भारतीय युवा महिलाओं पर आधारित शो ‘बेटियां’ का भी सफलतापूर्वक संचालन किया था। उनका ये शो चैनल के फ्लैगशिप शो में गिना जाता था, जिसके 65 एपिसोड्स प्रसारित हुये थे और उनके द्वारा फेसबुक के माध्यम से भानुमति नाम की यूपी के एक गांव की महिला को राष्ट्रपति पुरस्कार के लिये नॉमिनेट किया गया था, जिसे तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दिल्ली में सम्मानित किया था।
इसके अलावा चित्रा को उनकी स्टोरी ‘हिन्दुस्तान का मिशन जय हिन्द’ के लिए भारतीय सेना की ओर से प्रशंसा पत्र भी मिल चुका है। ‘इंडिया न्यूज’ से पहले ‘सहारा समय’ (Sahara Samay) में न्यूज एंकर/प्रड्यूसर के पद पर कार्यरत थीं। उत्तर प्रदेश में गोरखपुर से रहने वाली चित्रा त्रिपाठी को मीडिया में काम करने का करीब डेढ़ दशक का अनुभव है। उन्होंने अपना करियर गोरखपुर दूरदर्शन से शुरू किया था। इसके बाद वह विभिन्न चैनल जैसे ‘ETV’ उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड और ‘न्यूज 24’ में भी काम कर चुकी हैं। चित्रा ने गोरखपुर विश्वविद्यालय से ‘डिफेंस स्टडीज’ में स्नातकोत्तर किया है और इसमें उन्हें गोल्ड मेडल भी मिला था। एनसीसी सी सर्टिफिकेट प्राप्त चित्रा को वर्ष 2001 में रिपब्लिक डे गॉर्ड ऑफ ऑनर में कमांड करने के लिये गोल्ड मेडल मिल चुका है और उन्हें इसी उपलब्धि के कारण तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से भी उनके आवास जाकर मिलने का मौका मिला था। चित्रा त्रिपाठी को कश्मीर में आई बाढ़ पर रिपोर्टिंग के लिए प्रतिष्ठित ‘रामनाथ गोयनका’ अवॉर्ड भी मिल चुका है।
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