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बाजार में शिवलिंग

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ज्ञानवापी में कार्बन डेटिंग की मांग खारिज, सवाल अभी भी वही- शिवलिंग है या फव्वारा? जानिए आगे क्या हैं रास्ते

Gyanvapi Masjid Carbon Dating Issue: ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में मिले कथित शिवलिंग की कार्बन डेटिंग कराने के मामले में वाराणसी कोर्ट का बड़ा फैसला सामने आया है। इस मामले में कोर्ट ने हिंदू पक्ष के एक धड़े की अपील खारिज कर दी है। कोर्ट ने साफ कर दिया है कि ज्ञानवापी शिवलिंग की कार्बन डेटिंग नहीं होगी।

हाइलाइट्स

  • जिला कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद के कथित शिवलिंग की कार्बन डेटिंग कराने से किया इनकार
  • कोर्ट ने हिंदू पक्ष की ओर से दायर याचिका को किया खारिज, बताया हो सकता है नुकसान
  • कोर्ट ने शिवलिंग पर पड़ने वाले प्रभाव को याचिका के खारिज किए जाने को बताया है आधार
  • हिंदू पक्ष अब सुप्रीम कोर्ट में मामले को उठाने की तैयारी कर रही, शिवलिंग पर अधिकार की मांग

क्या आया है आदेश?
वाराणसी जिला एवं सत्र न्यायालय में जिला जज डॉ. अजय कुमार विश्वेश की अदालत ने शुक्रवार को बड़ा फैसला देते हुए शिवलिंग के कार्बन डेटिंग कराने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। जिला जज अजय सिंह विश्वेश की कोर्ट ने कार्बन डेटिंग की मांग को खारिज करते हुए कहा कि 16 मई को जिस स्थान पर शिवलिंग मिला था, उसे सील करने का आदेश दिया गया था, वह आदेश बरकरार रहेगा। यानी, शिवलिंग का स्थल वजूखाना अभी सील ही रहेगा। कार्बन डेटिंग के संबंध में कोर्ट ने कहा कि वैज्ञानिक जांच के दौरान टेक्नोलॉजी का प्रयोग करने या ग्राउंड पेनिनट्रेटिंग रडार के प्रयोग करने से कथित शिवलिंग को क्षति पहुंच सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने 17 मई के आदेश में शिवलिंग को सुरक्षित रखने का आदेश दिया है। ऐसे में यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन होगा। अगर कथित शिवलिंग को कोई नुकसान पहुंचता है तो इससे आम लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस लग सकती है।

कोर्ट ने स्पष्ट तौर पर कहा कि तमाम स्थितियों को देखते हुए भारतीय पुरातत्व विभाग को सर्वे सर्वे से संबंधित निर्देश दिया जाना उचित नहीं होगा। ऐसा आदेश देने के बाद इस केस में निहि सवालों के न्यायपूर्ण समाधान की कोई संभावना नहीं दिखती है। इसलिए कोर्ट ने इस प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया। कोर्ट के फैसले ने साफ कर दिया है कि ज्ञानवापी मस्जिद की कार्बन डेटिंग नहीं होगी। ऐसे में सवाल यह उठता है कि इस केस में दोनों पक्षों के पास विकल्प क्या है? क्योंकि, कोर्ट ने शिवलिंग के अस्तित्व को किसी भी स्थिति में खारिज नहीं किया है।

हिंदू पक्ष क्या कह रहा है?
हिंदू पक्ष की ओ से मामले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दिए जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। हिंदू पक्ष के वकील सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा बाजार में शिवलिंग कि हमारे लिए यह कोई झटका नहीं है। हम जल्द से जल्द वैज्ञानिक तरीकों का उपयोग करके मामले का हल निकालना चाहते हैं। यह साफ होना चाहिए कि मिली आकृति 'शिवलिंग' है या कोई फव्वारा। यह वैज्ञानिक जांच से ही साबित होगा। जिला कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का संदर्भ दिया है, इसलिए हम सीधे सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और इस आदेश को चुनौती देंगे। वहीं, ज्ञानवापी केस में हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील विष्णु जैन ने कहा कि कोर्ट ने कार्बन डेटिंग की मांग की हमारी मांग को खारिज कर दिया है। हम इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और वहां इसे चुनौती देंगे। मैं अभी तारीख की घोषणा नहीं कर सकता, लेकिन हम जल्द ही इस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे।

अब मांग शिवलिंग के पूजा के अधिकार की
वाराणसी कोर्ट ने ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग की वैधता पर कोई सवाल नहीं उठाए हैं। केवल कार्बन डेटिंग की मांग को खारिज किया है। इसका आधार 17 मई को सुप्रीम कोर्ट का आदेश बनाया गया है। दरअसल, 16 मई को वाराणसी कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद के वजुखाने में मिले कथित शिवलिंग के इलाके को सील करने का आदेश दिया था। इसके खिलाफ मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट गया। सुप्रीम कोर्ट ने भी विवादित स्थल को सुरक्षित रखने का आदेश दिया था। ऐसे में निचली अदालत ने ताे इस मामले में अपना पक्ष साफ कर दिया है। अब पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट के पास पहुंच सकता है। वैसे भी अगर कार्बन डेटिंग के पक्ष में भी फैसला आता तो इसके खिलाफ मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट जाता ही। ऐसे में मामला सुप्रीम कोर्ट के पास ही पहुंचने वाला है। वहां के आदेश के साथ हिंदू पक्ष पूजा का अधिकार की भी मांग शुरू कर सकता है।

ज्ञानवापी केस में अब तक क्या-क्या हुआ:
1991: पहली बार कोर्ट में मुकदमा दायर कर पूजा की इजाजत मांगी गई।
1993: इलाहाबाद हाई कोर्ट ने यथास्थिति रखने का आदेश दिया।
2018: सुप्रीम कोर्ट ने स्टे ऑर्डर की वैधता 6 महीने की बताई।
2019: वाराणसी कोर्ट में पांच महिलाओं की ओर से दायर मामले पर बाजार में शिवलिंग फिर सुनवाई शुरू हुई।
2021: फास्ट ट्रैक कोर्ट ने ज्ञानवापी के पुरातात्विक सर्वेक्षण की मंजूरी दी।
26 अप्रैल 2022: वाराणसी कोर्ट ने अजय मिश्रा को कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर ज्ञानवापी मस्ज़िद प्रांगण में श्रृंगार गौरी मंदिर का सर्वे करने के आदेश दिया।
6 मई 2022: कोर्ट कमिश्नर ने ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का काम शुरू किया।
7 मई 2022: मस्जिद पक्ष ने कोर्ट में याचिका दायर कर कोर्ट कमिश्नर अजय मिश्रा की निष्पक्षता पर सवाल उठाए।
12 मई 2022: कोर्ट ने अजय मिश्रा को हटाने से मना कर दिया। सर्वे के लिए दो और कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किए दिए।
14 मई 2022: कोर्ट की ओर से नियुक्त सर्वे कमीशन ने ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे शुरू किया।
16 मई 2022: हिंदू पक्ष ने ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में शिवलिंग होने का दावा किया। मुस्लिम पक्ष ने इसे फव्वारा बताया।
16 मई 2022: वाराणसी कोर्ट ने वजूखाने को सील करने का आदेश दिया।
19 मई 2022: कोर्ट कमीशन ने ज्ञानवापी मस्जिद की सर्वे रिपोर्ट वाराणसी कोर्ट में दाखिल की।
19 मई 2022 : मस्जिद कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट ने श्रृंगार गौरी मंदिर में पूजा करने की याचिका पर सुनवाई पर रोक लगाने की मांग की। सुप्रीम कोर्ट ने वाराणसी कोर्ट को 20 मई तक इस याचिका पर सुनवाई टालने का आदेश दिया।
20 मई 2022 : सुप्रीम कोर्ट ने वाराणसी ज़िला जज को श्रृंगार गौरी मंदिर में पूजा करने की याचिका सुनने योग्य है या नहीं, इस पर फैसला देने का आदेश दिया। इसके लिए वाराणसी कोर्ट को आठ सप्ताह का समय दिया गया।
24 अगस्त 2022: वाराणसी कोर्ट में माता श्रृंगार गौरी के दैनिक पूजन से संबंधित याचिका के पोषणीयता मामले की सुनवाई पूरी हुई।
12 सितंबर 2022: वाराणसी कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज की। कोर्ट ने कहा कि ज्ञानवापी परिसर में मौजूद श्रृंगार गौरी मंदिर में पूजा करने की याचिका सुनने योग्य है।
22 सितंबर 2022: हिंदू पक्ष के पांच में चार पक्षकारों ने वजूखाने में मिले कथित शिवलिंग के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग से कार्बन डेटिंग या वैज्ञानिक जांच कराने की मांग की।
11 अक्टूबर: वाराणसी कोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया।
14 अक्टूबर: वाराणसी जिला जज की कोर्ट ने ज्ञानवपी मस्जिद के वजूखाने में मिले कथित शिवलिंग की कार्बन डेटिंग की मांग खारिज कर दी गई।

रांची में अपर बाजार में शिवलिंग तोड़ने के मामले में लोगों का आक्रोश बढ़ा, सभी दुकानें बंद

झारखंड की राजधानी रांची स्थित औद्योगिक मंडी अपर बाजार के रंगरेज गली में स्थापित मंदिर में शंकर भगवान के शिवलिंग को बुधवार की रात किसी ने तोड़ दिया। घटना की सूचना पर मौके पर आज सुबह लोगों की भीड़ जुट.

रांची में अपर बाजार में शिवलिंग तोड़ने के मामले में लोगों का आक्रोश बढ़ा, सभी दुकानें बंद

झारखंड की बाजार में शिवलिंग राजधानी रांची स्थित औद्योगिक मंडी अपर बाजार के रंगरेज गली में स्थापित मंदिर में शंकर भगवान के शिवलिंग को बुधवार की रात किसी ने तोड़ दिया। घटना की सूचना पर मौके पर आज सुबह लोगों की भीड़ जुट गयी। लोगों के आक्रोश को देखते हुए, मौके पर पुलिस पहुंच कर छानबीन कर रही है।

घटना ने अब तूल पकड़ लिया है। अपर बाजार के सभी दुकान बंद करा दिए गए हैं। पुलिस आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। वहीं आसपास के दुकानदार और कुछ हिन्दूवादी संगठन घटना के विरोध में सड़क पर आकर प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही मंदिर के शिवलिंग को तोड़ने वाले उपद्रवियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। गौरतलब है कि यह मंदिर अपर बाजार में है, जो रांची की सबसे बड़ी औद्योगिक मंडी है। यहां कपड़े से लेकर किराना तक और हार्डवेयर से लेकर सोने-चांदी की दुकानें भी हैं।

Shivling Sthapna Niyam: घर में करने जा रहे हैं शिवलिंग की स्थापना, तो जरूर ध्यान रखें ये बातें

Shivling Sthapna Niyam अगर आप सावन माह में घर पर शिवलिंग स्थापित करने की सोच रहे हैं तो इससे संबंधित नियमों के बारे में जानना बेहद जरूरी है। क्योंकि नियमों का अनदेखा करने से पूर्ण फल की प्राप्ति नहीं होती है।

नई दिल्ली, Shivling Sthapna: भगवान शिव की आराधना करने के कई नियम बताए गए हैं जिनका शिवभक्त विधिपूर्वक पालन करते हैं। सावन मास में भगवान शिव की पूजा करने के साथ-साथ शिवलिंग की बाजार में शिवलिंग स्थापना करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि शिवलिंग में जल और दूध चढ़ाने से व्यक्ति को हर तरह के कष्ट से छुटकारा मिल जाता है और धन धान्य की प्राप्ति होती है। लेकिन कई बार अनजाने में शिवलिंग संबंधी ऐसी गलतियां कर देते हैं जो व्यक्ति के जीवन में अशुभ फल डालते हैं। अगर आप भी घर में शिवलिंग स्थापित करने जा रहे हैं, तो इन नियमों का जरूर ध्यान रखें।

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घर में कितने आकार का रखें शिवलिंग

घर में रखे जाने वाले शिवलिंग के आकार का जरूर ध्यान रखना चाहिए। बता दें कि किसी भी शिवलिंग को घर में रख रहे हैं, तो उसका आकार अंगूठे से बड़ा नहीं होना चाहिए यानी 4 इंच से ऊपर का शिवलिंग न रखें।

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कितनी संख्या में शिवलिंग रखना सही

शास्त्रों के अनुसार, घर में सिर्फ एक ही शिवलिंग रखना शुभ माना जाता है इसलिए एक से अधिक कभी भी शिवलिंग न रखें।

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शिवलिंग का जल न दें सूखने

शिवलिंग को हमेशा किसी कटोरी में रखना चाहिए और इस बात का याद रखें कि पात्र का जल कभी भी सूखे नहीं।

किस दिशा में रखें शिवलिंग

वास्तु शास्त्र के हिसाब से शिवलिंग की जलधारा हमेशा उत्तर की ओर होनी चाहिए। यह काफी शुभ माना जाता है।

किस तरह का शिवलिंग रखना शुभ

मार्केट में विभिन्न तरह के शिवलिंग मिलते हैं। लेकिन हर किसी को घर में रखना शुभ नहीं माना जाता है। घर में पारद शिवलिंग रखना चाहिए जो चांदी और पारे से मिलकर बना होता है। इसके अलावा स्फटिक शिवलिंग रखना शुभ माना जाता है। यह एक पारदर्शी शिवलिंग होगा। इसके अलावा नर्मदेश्वर शिवलिंग भी रख सकते हैं। यह शिवलिंग नर्मदा नदी के किनारे ही पाए जाते हैं। इन्हें वहां से मंगा सकते हैं।

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शिवलिंग के साथ रखें ये तस्वीर

माना जाता है कि शिवलिंग को कभी भी बाजार में शिवलिंग अकेला नहीं रखना चाहिए। उसके साथ भगवान शिव के पूरे परिवार यानी माता पार्वती, गणेश जी और कार्तिकेय की तस्वीर रखनी चाहिए।

घर के शिवलिंग में न कराएं प्राण प्रतिष्ठा

माना जाता है कि घर के शिवलिंग की कभी भी प्राण प्रतिष्ठा नहीं करनी चाहिए। ऐसे ही रोजाना पूजा करनी चाहिए। क्योंकि प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी शिवलिंग में हर प्रहर में पूजा करनी पड़ती है। लेकिन घर में यह संभव नहीं हो पाता है।

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बाजार में शिवलिंग, तिरंगा और राजस्थानी पैटर्न वाली राखियों की बढ़ी मांग

फरीदाबाद। शहर का मुख्य बाजार रक्षाबंधन के लिए सज गया है। फरीदाबाद के एनआईटी-1, 5, ओल्ड फरीदाबाद सेक्टर-10, बल्लभगढ़, सेक्टर-37 और बदरपुर बॉर्डर पर राखी की छोटी-बड़ी करीब 1000 से ज्यादा दुकानें सजी हैं। राखी का पर्व 11 व 12 अगस्त को है और अब दो दिन का समय बचा है। ऐसे में राखियां खरीदने के लिए बाजार में महिला एवं बालिकाओं की भीड़ जुटी हुई है। इस बार रक्षा बंधन के बाद स्वतंत्रता दिवस है। इसलिए तिरंगा राखियों की मांग बढ़ी है, वहीं शिवलिंग व राजस्थानी पैटर्न की राखियां खूब बिक रहीं हैं। यहां बताना जरूरी है कि इस बार जिले में कोरोना संक्रमण का खतरा भी कम है क्यूंकि पिछले दिनों कोरोना के मामलों में बढ़तरी हो गई है हालांकि स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की ओर से किसी प्रकार का प्रतिबंध भी नहीं है। दो साल बाद राखी बाजार में रौनक दिखाई दे रही है।

इससे दुकानदारों को अच्छी ग्राहकी की उम्मीद है। हालांकि इस बार बहनों को भाई की कलाई में राखी बांधना 20 फ ीसदी तक महंगा हो गया है। बाजार में बच्चों व बड़ों के लिए 85 से ज्यादा वैरायटियों की राखियां आई हैं। जिसमें देशभक्ति से जुड़ी तिरंगा राखी व कार्टून वाली राखियों के साथ महिलाओं के लिए भैय्या-भाभी और फैंसी व परंपरागत डिजाइन वाली राखियां भी हैं। राखी व्यापारी मनोज अरोड़ा ने बताया इस साल शिवलिंग व राजस्थानी पैटर्न की राखी का भी ट्रेंड चल रहा है। इसके अलावा कश्मीरी मोती वाली, जयपुर की डायमंड राखी भी आई है। जो 50 से 60 रुपए प्रति नग में बेच रहे हैं। 20 रुपए से लगाकर 150 रुपए तक की राखियां बाजार में उपलब्ध है। महंगाई के चलते राखियों पर भी असर पड़ा है।

व्यापारी इस बार दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद से राखी लेकर आए हैं। अच्छी ग्राहकी शुरू हो चुकी है। राखी व्यापारी नंदकिशोर ने बताया राखी पर जीएसटी लगने से उपभोक्ताओं पर भार बढ़ा है। 40 साल से राखी बेच रहा हूं। पहली बार इतनी बढ़ोतरी देखी है। फूं दे जहां पहले 1 से 10 रुपए में मिलते थे, उनके भाव बढ़कर 10 से लेकर 25 रुपए तक हो गए। रेशम का गुच्छा व फैंसी डोरे 15 रुपए से लगाकर 70 रुपए नग वाले हैं। सादी व फैंसी राखियां 20 से लेकर 150 रुपए तक की बिक रही है।

Varanasi News: चोलापुर में अराजक तत्वों ने खंडित किया शिवलिंग, ग्रामीणों में आक्रोश, पहुंची पुलिस

वाराणसी के चोलापुर क्षेत्र के पलहिपट्टी बाजार स्थित मंदिर में घुसकर बीती रात असामाजिक तत्वों ने शिवलिंग खंडित कर दिया। बाजार में शिवलिंग घटना की जानकारी होते ही ग्रामीण आक्रोशित हो उठे।

पलहिपट्टी बाजार स्थित मंदिर की घटना

वाराणसी के चोलापुर क्षेत्र के पलहिपट्टी बाजार स्थित मंदिर में घुसकर बीती रात अराजक तत्वों ने शिवलिंग खंडित कर दिया। सोमवार सुबह मंदिर की साफ-सफाई करने पहुंचे युवक ने खंडित शिवलिंग देखा तो शोर मचाया। देखते ही देखते मंदिर के पास ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। सभी खंडित शिवलिंग देखकर हैरान रह गए।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस रात में गश्त नहीं करती। कहा कि पुलिस यदि रात में बाजार में शिवलिंग गश्ती होती तो किसी की इतनी हिम्मत नहीं होती कि वह शिवलिंग को क्षतिग्रस्त करता। सावन के सोमवार पर माहौल बिगाड़ने के लिए यह सब रविवार रात जान-बूझकर किया गया है।

लोग आरोपियों को गिरफ्तार करके जल्द से जल्द उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करने लगे। मौके पर पहुंचे ग्राम प्रधान हुकुम सिंह ने आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराया और पुलिस को सूचना दी। हंगामे के कारण वाराणसी-सिंधोरा मार्ग पर जाम जैसी स्थिति हो गई। मौके पर पर पहुंचे सीओ पिंडरा और इंस्पेक्टर चोलापुर ने स्थिति को संभाला। मंदिर में शिवलिंग का निर्माण कराया जा रहा है।

विस्तार

वाराणसी के चोलापुर क्षेत्र के पलहिपट्टी बाजार स्थित मंदिर में घुसकर बीती रात अराजक तत्वों ने शिवलिंग खंडित कर दिया। सोमवार सुबह मंदिर की साफ-सफाई करने पहुंचे युवक ने खंडित शिवलिंग देखा तो शोर मचाया। देखते ही देखते मंदिर के पास ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। सभी खंडित शिवलिंग देखकर हैरान रह गए।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस रात में गश्त नहीं करती। कहा कि पुलिस यदि रात में गश्ती होती तो किसी की इतनी हिम्मत नहीं होती कि वह शिवलिंग को क्षतिग्रस्त करता। सावन के सोमवार पर माहौल बिगाड़ने के लिए यह सब रविवार रात जान-बूझकर किया गया है।

लोग आरोपियों को गिरफ्तार करके जल्द से जल्द उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करने लगे। मौके पर पहुंचे ग्राम प्रधान हुकुम सिंह ने आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराया और पुलिस को सूचना दी। हंगामे के कारण वाराणसी-सिंधोरा मार्ग पर जाम जैसी स्थिति हो गई। मौके पर पर पहुंचे सीओ पिंडरा और इंस्पेक्टर चोलापुर ने स्थिति को संभाला। मंदिर में शिवलिंग का निर्माण कराया जा रहा है।

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