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मार्किट आर्डर

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stock market

शेयर मार्केट क्या है – What is Share Market In Hindi

Share market क्या है? What is Share Market in Hindi इसकी बेसिक जानकारी आज हम आपको देने वाले है. बहुत से लोग शेयर मार्केट के बारे में जानना चाहते है, शेयर market में इन्वेस्ट करना चाहते है.

Share market क्या है? What is Share Market in Hindi

लेकिन इसकी सही जानकारी न होने के कारण कुछ लोग इससे दूर भागते है. तो आज हम इसके बारे में कुछ बेसिक जानकारी लेते है.

जिन लोगो को शेयर मार्किट की सही जानकारी है, वो शेयर मार्किट से अच्छे खासे पैसे कमा लेते है. लेकिन जिन लोगो को इसकी सही जानकारी नहीं है वो इससे में रिस्क लेने से डरते है. (तो चलिए जानते है share market kya hai?)

Share क्या होता है?

इसके नाम से ही हमे पता चल जाता है की शेयर मतलब हिस्सा होता है. जब किसी को बडी कंपनी शुरू करनी होती है, तो वो उस कम्पनी के लिए हिस्सेदारी को धुन्धता है.

जब कोई उस कंपनि का हिस्सा (शेयर) खरीदता है तो वो उतने प्रतिशत उस कंपनी का ओनर बन जाता है. जिसके पास 50% प्रतिशत से ज्यादा शेयर होते है वो उस कंपनी का मालिक होता है.

Share market/Stock Market in Hindi- शेयर मार्किट या स्टॉक मार्किट क्या होता है?

Share market जिसे stock market भी कहा जाता है. शेयर मार्किट याने को मार्केट होता है, जहा पर बहुत सी company के शेयर ख़रीदे और बेचे जाते है.

शेयर खरीदने और बेचने के लिए पहले ब्रोकर के पास आर्डर देनी होती है. इस आर्डर को ब्रोकर अपनी सिस्टम के द्वारा एक्सचेंज के लिए भेज डेटा है. उसके बाद वो आर्डर एक्सचेंज क्यू में आजाती है. उसके बाद वो आर्डर sell(बिक्री) सिस्टम में log हो जाती है.

इसी प्रकार शेयर की बिक्री हो जाने के बाद शेयर ब्रोकर की मदद से शेयर खरीदने वाले के demat खाते में जमा कर दिए जाते है. या फिर जो शेयर खरीदता है उसको पेपर के रूप में भी दिए जाते है.

जब हम शेयर खरीदते है, तो उतने प्रतिशत के लिए हम उस कंपनी के मालिक बन जाते है. अगर फ्यूचर में उस कंपनी को कुछ मुनाफा हो जाता है, तो हमारे शेयर के अनुरूप हमे में मुनाफा मिल जाता है. अगर कंपनी को घाटा हो जाता है वो हमारा भी घाटा हो जाता है.

इसी वजह से लोग इससे पैसे बना लेते है, याने जब शेयर की मार्किट आर्डर डिमांड बढ़ जाए तो कीमत बढ़ जाती है तब हम हमारा शेयर सेल कर सकते है. और मुनाफा प्राप्त कर सकते है.

इंडियन शेयर मार्किट के बार एमे जानकारी:

इंडिया में मेन 2 stock exchanges है, एक Bombay stock Exchange ( BSE ) , और दूसरा वाला National stock exchange (NSE) .

इसके अलावा 22 प्रादेशिक स्टॉक एक्सचेंज मौजूद है. लेकिन Bombay stock Exchange और National stock exchange द्वारा गु 80% व्यापार किया जाता है.

इन दो मार्किट में सबसे ज्यादा स्टॉक एक्सचेंज और ट्रेडिंग होती है. आप ने इसके बारे में न्यूज़, अखबार में भी पढ़ा होगा.

शेयर खरीदने के लिए हमे demat अकाउंट की जरुरत होती है. demat अकाउंट क्या होता है? demat अकाउंट कैसे खोला जाता है, इसके बारे में आने वाले पोस्ट में पूरी डिटेल्स में बात करेंगे.

दोस्तों शेयर बाज़ार से पैसे कमाना है, इसमें निवेश करना है तो पहले इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लीजिए.

क्यों की आधी अधूरी जानकरी कभी भी घातक होती है. इसलिए आप शेयर मार्किट के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर ले, आज यहाँ पर हमने What is Share Market in Hindi इसके बारे में बेसिक जानकारी देने की कोशिश की है.

Stock Market: महत्वपूर्ण स्टॉक मार्किट टर्म्स

Stock Market: महत्वपूर्ण स्टॉक मार्किट टर्म्स वर्तमान समय में स्टॉक मार्केट का हाई रिटर्न देना लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है जिसकी वजह से बहुत सारे लोग स्टॉक मार्केट के बारे में बहुत चीज सीखना तो चाहते हैं परंतु जब वह सीखते हैं तो कुछ ऐसी टर्मिनोलॉजी या शब्द उनके सामने आते हैं

जिनका मतलब उन्हें पता नहीं होता और वह इन शब्दों को ढूंढने में अपना बहुत सारा समय व्यतीत कर देते हैं लेकिन आज में आपको बहुत आसान भाषा में कुछ ऐसे महत्वपूर्ण शब्दों के बारे में बताने वाला हूं जो आपकी स्टॉक मार्केट को समझने में बहुत ही मददगार साबित होंगे

Stock market important terms

stock market

स्टॉक मार्केट क्या है (What is Stock Market)

स्टॉक मार्केट इक्विटी मार्केट या शेयर मार्केट इन तीनों का एक ही मतलब है स्टॉक मार्केट ऐसी जगह है जहां पर आप शेयर को बेचते और खरीदते हैं

स्टॉक एक्सचेंज (Stock Exchange): वैसे तो भारत में बहुत सारे स्टॉक एक्सचेंज है लेकिन जो सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है वह दो ही है बीएससी और एनएससी मुंबई स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज

स्टॉक ब्रोकर (Stock Broker): शेयर को आप सीधे ही स्टॉक एक्सचेंज से खरीद या बेच नहीं सकते इसके लिए आपको स्टॉक ब्रोकर की जरूरत होगी. स्टॉक ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज वह मेंबर या एक प्लेटफार्म है जिसके द्वारा आप किसी भी शेयर को खरीद या भेज सकते हैं

डिमैट अकाउंट ( Demat Account ): यह एक ऐसा अकाउंट है जहां पर आप स्टॉक को खरीदने के बाद उसे डिजिटल स्टोर करते हैं

ट्रेडिंग अकाउंट ( Trading account ): एक ऐसा अकाउंट है जहां पर आप स्टॉक को खरीद या बेच सकते हैं मतलब आप उस अकाउंट से ट्रेडिंग कर सकते हैं

सेंसेक्स ( Sensex ): BSE यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का एक इंटेक्स है जो 30 बड़ी कंपनियों का मिलकर बना हुआ है सेंसेक्स में उतार चढ़ाव से देश की बड़ी कंपनियों और स्टॉक मार्केट की स्थिति के बारे में पता चलता है

निफ्टी ( Nifty ): निफ्टी भी सेंसेक्स के तरह ही एक इंडेक्स है परंतु निफ़्टी NSE यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स है जो 50 बड़ी कंपनियों से मिलकर बना हुआ है निफ्टी में उतार चढ़ाव से देश की बड़ी कंपनियों और स्टॉक मार्केट की स्थिति के बारे में पता चलता है

इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading): इंट्राडे ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग है जिसमें आप जिस दिन किसी शेयर को खरीदते हो उसी दिन उस शेयर को बेच देते हो तो उसे हम इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है

डिलीवरी (Delivery): यह एक ऐसी ट्रेडिंग हैं जिसमें आप जिस दिन शेयर को खरीदते हैं और उस दिन के अलावा उस शेयर को किसी दिन भी बेचते हैं तो उसे हम डिलीवरी ट्रेडिंग कहते हैं

बुल ( Bull ): अगर कभी भी कोई किसी स्टॉक के लिए बुल का यूज़ करता है तो उसका मतलब उस स्टॉक का प्राइस बढ़ रहा है या तो बढ़ने वाला है

बियर ( Bear ):अगर कभी भी कोई किसी स्टॉक के लिए बियर का यूज़ करता है तो उसका मतलब उस स्टॉक का प्राइस गिर रहा है या तो गिरने वाला है

स्क्वायरिंग ऑफ ( squaring off ): यदि आपने कोई स्टॉक को खरीदा है और अब आप उसे बेचना चाहते हो तो आप उस स्टॉक को स्क्वायरिंग ऑफ करना चाहते हो

डेवीडेंट ( dividend ): अगर कभी भी किसी कंपनी को प्रॉफिट होता है तो वह कंपनी अपने प्रॉफिट में से थोड़ा हिस्सा स्टॉक होल्डर्स को दे देती है जिसको हम डेवीडेंट एंड कहते हैं

शेयर बोनस (Share Bonus): शेयर बोनस एक तरह का डेवीडेंट ही है जिसमें कंपनी अपने शेयर होल्डर को डेवीडेंट ना देकर मुफ्त में अपनी कंपनी के शेयर देती है

IPO (Initial Public Offering): आईपीओ यानी इनिशियल पब्लिक ऑफर offering यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कोई भी कंपनी अपना पहला कदम स्टॉक मार्केट में रखती है मतलब जब कोई भी कंपनी पहली बार अपने शेयर को स्टॉक मार्केट में जारी करती है तो उसे हम आईपीओ कहते हैं

मार्केट कैप ( Market Cap ): मार्केट कैप किसी भी कंपनी की शेयर प्राइस के टोटल वैल्यू को बताता है

मार्केट कैप तीन प्रकार का होता है

लार्ज कैप ( Large Cap ): लार्ज कैप में उन कंपनियों के स्टॉक को शामिल करा जाता है जिनका प्राइस 20,000 करोड़ या उससे ज्यादा हो

मिड कैप ( Mid Cap ): मिडकैप में उन कंपनियों के स्टॉक को शामिल करा जाता है जिनका प्राइस 5000 से 20,000 करोड़ के बीच हो

स्मॉल कैप ( Small Cap ): स्मॉलकैप में उन कंपनियों के स्टॉक को शामिल करा जाता है जिनका प्राइस 5000 करोड़ से कम हो

मार्केट ऑर्डर (Market Order): मार्केट ऑर्डर एक ऐसा आर्डर है जिसमें वर्तमान समय में चल रहा शेयर का प्राइस में ही शेयर खरीदा और बेचा जाता है

लिमिट ऑर्डर (Limit Order): लिमिट ऑर्डर एक ऐसा आर्डर है जिसमें आप किसी भी शेयर को एक स्पेसिफिक प्राइस यानी विशिष्ट कीमत खरीदते हैं

लिक्विडिटी ( Liquidity ): स्टॉक मार्केट में लिक्विडिटी का मतलब यह होता है कि कोई भी स्टॉक कितनी आसानी से खरीद या बिक सकता है

अगर कोई भी स्टॉक बहुत ही आसानी से खरीद या बिक जाता है तो उसकी लिक्विडिटी ज्यादा होती है और

अगर कोई भी स्टॉक आसानी से नहीं खरीद या बिकता तो उसकी लिक्विडिटी कम होती है

प्राइमरी मार्केट (Primary Market): प्राइमरी मार्केट वह मार्केट है जिसमें कंपनी द्वारा अपने शेयर को निवेशकों को बेचा जाता है इसमें कंपनी की अहम भूमिका होती है

सेकेंडरी मार्केट (Secondary Market): सेकेंडरी मार्केट वह मार्केट है जिसमें निवेशक एक दूसरों से शेयर को खरीदते और बेचते हैं इसमें कंपनी का कोई भूमिका नहीं होता है

SEBI (Securities and Exchange Board of India): सेबी यानी सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया एक संस्था है जो स्टॉक मार्केट में शेयर की खरीदी और बिक्री को रेगुलेट तथा नियंत्रित करता है ताकि निवेशकों के साथ कोई भी धोखाधड़ी ना हो

शेयर मार्किट से पैसे कैसे कमाए - Share market in hindi

इस पोस्ट में आप जानेगे की शेयर मार्किट क्या होता है और शेयर मार्किट में पैसे कैसे लगाते है और डीमैट अकाउंट क्या होता है और कैसे खोले।

शेयर मार्किट से पैसे कैसे कमाए - Share market in hindi

अगर शाब्दिक अर्थ में कहें तो शेयर बाजार (Stock Market) किसी सूचीबद्ध कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने-बेचने की जगह है. भारत में बोम्बे मार्किट आर्डर स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) नाम के दो प्रमुख शेयर बाजार हैं. BSE या NSE में ही किसी लिस्टेड कंपनी के शेयर ब्रोकर के माध्यम से खरीदे और बेचे जाते हैं.

कम्पनियां शेयर्स कैसे Issue करती हैं?: सबसे पहले कंपनियां अपने शेयर्स की स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग करवाकर IPO (Initial Public Offering) लाती है और अपने शेयर्स स्वंय द्वारा निर्धारित किये हुए मूल्य पर Public को Issue करती हैं. एक बार IPO पूरा हो जाने के बाद Shares Market में आ जाते हैं और स्टॉक एक्सचेंज और ब्रोकर्स के माध्यम से निवेशकों द्वारा आपस में ख़रीदे और बेचे जाते हैं

शेयर्स की Price कैसे बदलती हैं?: IPO लाते समय शेयर्स की कीमत कंपनी तय करती हैं लेकिन एक बार आईपीओ पूरा हो जाने के बाद Shares का मूल्य मार्केट की Demand और Supply के आधार बदलता रहता है. यह डिमांड और सप्लाई कंपनियों द्वारा समय-समय पर दी गई महत्वपूर्ण जानकारियों के आधार पर Change होती रहती है.आप इसे ऐसे समझ सकते है

अगर शेयर्स ख़रीदने वालो की संख्या बेचने वालो से ज्यादा होगी तो Shares की Price बढ़ेंगे

और उसका अगर उल्टा होता है यानी बेचने वालो की संख्या खरीदने वालो से ज्यादा है तो Price कम होगी

Sensex क्या होता है? Sensex बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और Sensex का निर्धारण BSE में लिस्टेड Top 30 Companies के मार्केट कैपिटलाइजेशन (कंपनीयों का कुल मूल्य) के आधार पर किया जाता हैं. अगर सेंसेक्स बढ़ता हैं तो इसका मतलब हैं कि BSE में रजिस्टर्ड ज्यादातर कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं. और इसी तरह अगर सेंसेक्स गिरता हैं तो इसका मतलब यह हैं कि अधिकांश कंपनियों का प्रदर्शन ख़राब रहा हैं.

Nifty क्या हैं? Nifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और इसका निर्धारण NSE में लिस्टेड Top 50 Companies के मार्केट कैपिटलाइजेशन आधार पर किया जाता हैं.अगर Nifty बढ़ता हैं तो इसका मतलब यह हैं कि NSE में रजिस्टर्ड कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं और अगर Nifty घटता हैं तो इसका अर्थ यह हैं कि NSE की कंपनियों ने बुरा प्रदर्शन किया हैं

Demat Account क्या हैं?: जिस तरह बैंक अकाउंट में रूपये जमा कर सकते हैं उसी तरह Demat Account में आपके मार्किट आर्डर निवेश से संबंधी सभी Securities जैसे Share, Bonds, Government Securities, Mutual Funds आदि को Electronic Form में Store किया जाता हैं.

Trading Account क्या हैं?: Trading Account का उपयोग आपके शेयर व्यवसाय में Share Sell and Purchase करने के काम आता है. यह Account आप किसी अच्छे Broker के पास खोल सकते हैं और ऑनलाइन सुविधा होने के कारण आप इस अकाउंट की सहायता से कभी भी शेयर्स खरीद और बेच सकते हैं. zerodha मेरा फेवरिट है क्यूंकि ये भरोसेमंद है और सिक्योर है. मै zerodha में ही ट्रेडिंग करता हूँ.

डीमेट अकाउंट कैसे खोले? ट्रेडिंग और डीमेट अकाउंट खोलने के लिये यह जरुरी है की आप किसी बेस्ट ब्रोकर से ओपन कराए जैसे की Zerodha. आप zerodha में अपने मोबाइल या कंप्यूटर से कुछ ही मिनट्स में demat मार्किट आर्डर अकाउंट खोल सकते है और शेयर खरीदना और बेचना शुरू कर सकते है अकाउंट एक्टिवेट होने के बाद. demat और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए इस लिंक पर जाये

फीस और चार्जेज (Zerodha):

  • Free equity delivery All equity delivery investments (NSE, BSE), are absolutely free — ₹ 0 brokerage.
  • Intraday and F&O trades Flat Rs. 20 or 0.03% (whichever is lower) per executed order on intraday trades across equity, currency, and commodity trades.
  • Free direct MF All direct mutual fund investments are absolutely free — ₹ 0 commissions & DP charges.

zerodha में ट्रेडिंग बिलकुल फ्री है आपको कोई फीस या चार्ज नहीं देना है सिर्फ अकाउंट खोलने के लिए 300 रुपये की फीस देनी है. और अगर आप intraday ट्रेडिंग करेंगे तब आपको 20 रुपये पर आर्डर देने होंगे

Demat और Trading Account खोलने के लिए आपको जिन डोक्यूमेंट्स की जरूरत होगी

  1. PAN Card
  2. Aadhar Card
  3. Income Proof (for IPO only)
  4. Cancel Cheque
  5. Signature
  6. Live photo with code

इन सभी दस्तावेज़ों को जमा करते समय इस बात का ध्यान रखें इन सभी प्रमाण पत्रों में आपका नाम सही और स्पष्ट लिखा हो और एक ही तरीके से लिखा हो

शेयर खरीदना और बेचना

सब पहले आपको zerodha पर अपना डीमैट अकाउंट खोल लेना है जो की बहुत आसान है इसके बाद जब आपका डीमैट अकाउंट एक्टिवेट हो जाये तो आप उसमे लॉगिन करके पहले शेयर रिसर्च करेंगे की कोनसी कंपनी के शेयर खरीदने में आपको फायदा होगा।

शेयर आप 2 तरह से खरीदते है एक तो सुबह खरीद कर शाम में बेचने के लिए जिसको इंट्राडे ट्रेडिंग बोलते है और दूसरे शेयर को होल्ड करने के लिए कुछ दिन या महीनों के लिए। दोनों ही तरीके अपनी जगह पर अच्छे है लेकिन लॉन्ग टर्म के लिए शेयर मार्किट में इन्वेस्ट करना बेस्ट होता है जिसमे लॉस कम और फायदा ज़्यादा होता है।

zerodha डैशबोर्ड में आप आसानी से कोई भी कंपनी का शेयर खरीद सकते है और उसको बेच सकते है। शेयर मार्किट के लिए डीमैट अकाउंट कैसे खोले और उसके बाद शेयर कैसे ख़रीदे और कैसे बेचे और शेयर रिसर्च कैसे करे ये सब चीज़े लाइव देखने के लिए आप ये वीडियो देखिये

विनिर्माण विकास की रफ्तार 22 महीने के निचले स्तर पर

एक अग्रणी अंतरराष्ट्रीय व्यापार सर्वेक्षण द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी प्राप्त हुई

Manufacturing

मुंबई। नए आर्डर की कमजोर रफ्तार की वजह से अक्टूबर महीने में देश के विनिर्माण क्षेत्र की विकास रफ्तार 22 महीने के निचले स्तर तक लुढ़क गई है। एक अग्रणी अंतरराष्ट्रीय व्यापार सर्वेक्षण द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी प्राप्त हुई।

निक्केई इंडिया मैन्युफैक्चरिंग पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) के देश के विनिर्माण क्षेत्र का सूचकांक अक्टूबर में आठ महीने के निचले स्तर तक लुढ़ककर 50.7 पर पहुंच गया है, जो दिसंबर 2013 के बाद सबसे कमजोर है। यह सूचकांक सितंबर में 51.2 और अगस्त में 52.3 दर्ज हुआ था। वित्तीय सूचना सेवा प्रदाता "मार्किट" द्वारा जारी पीएमआई रिपोर्ट के मुताबिक, सूचकांक की 50 से अधिक रीडिंग विनिर्माण में विकास एवं 50 से कम रीडिंग संकुचन को दर्शाती है।

जारी रिपोर्ट के मुताबिक, उत्पादन और आर्डर बुक में विस्तार की दर 24 महीने की विकास रफ्तार में सबसे कमजोर रही। इसके लिए चुनौतीपूर्ण आर्थिक स्थितियां और नई परियोजनाएं शुरू करने के लिए लोगों के बीच अनिच्छा का भाव प्रमुख है।

मार्किट के अर्थशास्त्री एवं इस रिपोर्ट के शोधकर्ता पोलीयाना डी लिमा के मुताबिक, अक्टूबर महीने के पीएमआई आंकड़ों से नए कारोबारों के विस्तार में कमी और कमजोर उत्पादन की वजह से देश की विनिर्माण अर्थव्यवस्था में वृद्धि की क मी का पता चलता है।

नए आर्डर की वृद्धि में कमी के बावजूद विनिर्माणकर्ताओं ने अक्टूबर में अतिरिक्त कामगारों की नियुक्तियां की हैं। पहली बार जनवरी के बाद रोजगार में मामूली बढ़ोतरी देखने को मिली है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अक्टूबर महीने में देश मार्किट आर्डर की विनिर्माण अर्थव्यवस्था पर महंगाई का दबाव बढ़ा है।

शेयर मार्केट क्या है – What is Share Market In Hindi

Share market क्या है? What is Share Market in Hindi इसकी बेसिक जानकारी आज हम आपको देने वाले है. बहुत से लोग शेयर मार्केट के बारे में जानना चाहते है, शेयर market में इन्वेस्ट करना चाहते है.

Share market क्या है? What is Share Market in Hindi

लेकिन इसकी सही जानकारी न होने के कारण कुछ लोग इससे दूर भागते है. तो आज हम इसके बारे में कुछ बेसिक जानकारी लेते है.

जिन लोगो को शेयर मार्किट की सही जानकारी है, वो शेयर मार्किट से अच्छे खासे पैसे कमा लेते है. लेकिन जिन लोगो को इसकी सही जानकारी नहीं है वो इससे में रिस्क लेने से डरते है. (तो चलिए जानते है share market kya hai?)

Share क्या होता है?

इसके नाम से ही हमे पता चल जाता है की शेयर मतलब हिस्सा होता है. जब किसी को बडी कंपनी शुरू करनी होती है, तो वो उस कम्पनी के लिए हिस्सेदारी को धुन्धता है.

जब कोई उस कंपनि का हिस्सा (शेयर) खरीदता है तो वो उतने प्रतिशत उस कंपनी का ओनर बन जाता है. जिसके पास 50% प्रतिशत से ज्यादा शेयर होते है वो उस कंपनी का मालिक मार्किट आर्डर होता है.

Share market/Stock Market in Hindi- शेयर मार्किट या स्टॉक मार्किट क्या होता है?

Share market जिसे stock market भी कहा जाता है. शेयर मार्किट याने को मार्केट होता है, जहा पर बहुत सी company के शेयर ख़रीदे और बेचे जाते है.

शेयर खरीदने और बेचने के लिए पहले ब्रोकर के पास आर्डर देनी होती है. इस आर्डर को ब्रोकर अपनी सिस्टम के द्वारा एक्सचेंज के लिए भेज डेटा है. उसके बाद वो आर्डर एक्सचेंज क्यू में आजाती है. उसके बाद वो आर्डर sell(बिक्री) सिस्टम में log हो जाती है.

इसी प्रकार शेयर की बिक्री हो जाने के बाद शेयर ब्रोकर की मदद से शेयर खरीदने वाले के demat खाते में जमा कर दिए जाते है. या फिर जो शेयर खरीदता है उसको पेपर के रूप में भी दिए जाते है.

जब हम शेयर खरीदते है, तो उतने प्रतिशत के लिए हम उस कंपनी के मालिक बन जाते है. अगर फ्यूचर में उस कंपनी को कुछ मुनाफा हो जाता है, तो हमारे शेयर के अनुरूप हमे में मुनाफा मिल जाता है. अगर कंपनी को घाटा हो जाता है वो हमारा भी घाटा हो जाता है.

इसी वजह से लोग इससे पैसे बना लेते है, याने जब शेयर की डिमांड बढ़ जाए तो कीमत बढ़ जाती है तब हम हमारा शेयर सेल कर सकते है. और मुनाफा प्राप्त कर सकते है.

इंडियन शेयर मार्किट के बार मार्किट आर्डर एमे जानकारी:

इंडिया में मेन 2 stock exchanges है, एक Bombay stock Exchange ( BSE ) , और दूसरा वाला National stock exchange (NSE) .

इसके अलावा 22 प्रादेशिक स्टॉक एक्सचेंज मौजूद है. लेकिन Bombay stock Exchange और National stock exchange द्वारा गु 80% व्यापार किया जाता है.

इन दो मार्किट में सबसे ज्यादा स्टॉक एक्सचेंज और ट्रेडिंग होती है. आप ने इसके बारे में न्यूज़, अखबार में भी पढ़ा होगा.

शेयर खरीदने के लिए हमे demat अकाउंट की जरुरत होती है. demat अकाउंट क्या होता है? demat अकाउंट कैसे खोला जाता है, इसके बारे में आने वाले पोस्ट में पूरी डिटेल्स में बात करेंगे.

दोस्तों शेयर बाज़ार से पैसे कमाना है, इसमें निवेश करना है तो पहले इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लीजिए.

क्यों की आधी अधूरी जानकरी कभी भी घातक होती है. इसलिए आप शेयर मार्किट के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर ले, आज यहाँ पर हमने What is Share Market in Hindi इसके बारे में बेसिक जानकारी देने की कोशिश की है.

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